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वैज्ञानिकों ने ढूंढा ब्रह्मांड का सबसे अजीब व चमकदार सुपरनोवा, इसकी यह है विचित्रता! – Weird And Brightest Supernova Ever Seen

अन्य सुपरनोवा से 5 गुना ज्यादा चमकीला और सूर्य से 100 गुना ज्यादा बड़े इस सुपरनोवा के बारे में क्या आप इन अद्भुत बातों को जानते हैं?

ब्रह्मांड को लेकर आये दिन खोज और शोध होते रहते हैं। इसलिए लगभग हर एक क्षण हमारी ब्रह्मांड को लेकर जो सोच हैं वह हमेशा बदलता रहता हैं। यूं तो आज तक ब्रह्मांड में वैज्ञानिक Quasar को ही सबसे चमकीला चीज़ समझते थे, परंतु हाल ही में खोजे गए ब्रह्मांड की सबसे चमकदार सुपरनोवा के (brightest supernova ever seen) कारण यह विचार अब शायद बदल सकता हैं। इसके कारण अंतरिक्ष विज्ञान में एक मानो भूचाल सा आ गया हो। वैज्ञानिकों को अब इसके बारे में तरह-तरह के पहलू तथा तार्किक तथ्य इकट्ठे करने पड़ेंगे और इसके असली जड़ तक जाना पड़ेगा।

All about Brightest Supernova SN2016aps.
सुपरनोवा SN2016aps | Credit: Space.com.

वैसे सुपरनोवा (brightest supernova ever seen) को लेकर अगर में संक्षिप्त में विवरण में दूँ तो, यह एक तरह का बहुत ही विशाल धमाका हैं। मूल रूप से ऐसे धमाके हमारे अंतरिक्ष में नियमित रूप से होते रहते हैं। इसलिए वैज्ञानिकों को इनके बारे में पता लगाना उतना कठिन नहीं लगता हैं। वैसे यह धमाके अपने जीवन के अंतिम अवस्था में आ चुके तारों के अंदर होता हैं। इसलिए देखने में यह काफी चमकीला प्रतीत होता हैं और ऐसे धमाकों से चारों तरफ एक बहुत ही बड़ी मात्रा का ऊर्जा भी निर्गत होता हैं। कई वैज्ञानिक सुपरनोवा के धमाकों को ब्लैक होल के उत्पत्ति से जोड़ कर देखते हैं।

खैर अगर आप सुपरनोवा के अद्भुत धमाकों के बारे में और अधिक जानने के लिए इच्छुक हैं तो, आप मेरे द्वारा पहले से लिखी गई सुपरनोवा के धमाकों से जुड़ी हुई लेख को पढ़ सकते हैं। उस लेख में मैंने सुपरनोवा की संज्ञा से लेकर वह कैसे ब्लैक होल को बना सकते हैं, उन सभी चीजों के बारे में बताया हैं। वैसे इस लेख में आज ब्रह्मांड की सबसे चमकदार सुपरनोवा के बारे में चर्चा करेंगे।

यह हैं ब्रह्मांड की सबसे चमकदार व अजीब सुपरनोवा ! – Discovery Of Weird And Brightest Supernova Ever Seen :-

मेँ आपको जिस सुपरनोवा (brightest supernova ever seen) के बारे में बोलने जा रहा हूँ, वह वाकई में इतिहास के स्वर्णिम अक्षरों में लिखने योग्य हैं। मेँ यहाँ बात कर रहा हूँ, SN2016aps की। आकार में बहुत विशाल और शक्तिशाली यह सुपरनोवा पृथ्वी से करीब-करीब 3.6 अरब प्रकाश वर्ष के दूरी पर घटा हैं। जब यह सुपरनोवा को सबसे पहले देखा गया तो, पता चला की यह सुपरनोवा अब तक के देखे गए अन्य सुपरनोवा के धमाकों से कई गुना चमकीला और बृहत हैं। इसको लेकर वैज्ञानिकों का रुचि तो जाग्रत हुआ परंतु साथ ही साथ इसके अद्भुत संरचना को देख कर वह लोग अभिभूत भी हो गए।

बता दूँ की, किसी सुपरनोवा के उज्ज्वलता को मापने के लिए वैज्ञानिक मूल रूप से दो इकाइयों को लेते हैं। इन दो इकाइयों में पहली इकाई सुपरनोवा के द्वारा निर्गत कुल ऊर्जा की मात्रा होती है और दूसरी इससे निकलने वाले प्रकाशमयी रोशनी की तीव्रता। इन दोनों ही इकाइयों के मदद से वैज्ञानिक कई सारे सुपरनोवा के अंदर तुलना करने के साथ ही साथ इनके मध्य सबसे ज्यादा कौन चमकीला व ताकतवर हैं उस बात को भी पता लगाते हैं। यूं, तो सभी सुपरनोवा बहुत ही चमकीले होते हैं परंतु जो SN2016aps में बात हैं वह दूसरे किसी सुपरनोवा में नहीं हैं।

SN2016aps से जुड़ी कुछ विशेष बातें ! :-

SN2016aps के बारे में सबसे विशेष बात यह हैं की, यह बाकी सुपरनोवाओं से कई गुना अधिक प्रकाश को विकीरित (Radiate) करता हैं। इससे यह अन्य सुपरनोवा से कई गुना अधिक चमकदार हो जाता हैं। वैज्ञानिकों का कहना हैं की, अन्य सुपरनोवाओं के तुलना में SN2016aps 5 गुना अधिक चमकदार हैं। वह लोग यह भी कहते हैं की, इससे पहले किसी भी अन्य सुपरनोवा से इस मात्रा में प्रकाश का विकिरण उन्होंने कभी नहीं देखा हैं। तो, ऐसे में आसानी से हमें इसके उज्ज्वलता के बारे में पता लगाया जा सकता हैं।

वैसे इस सुपरनोवा (brightest supernova ever seen) से जुड़ी और एक खास बात यह हैं की, शायद यह एक “Pulsational Pair-Instability” प्रकार का सुपरनोवा हैं। वैसे संक्षिप्त में बता दूँ की, इस प्रकार के सुपरनोवा अंतरिक्ष में मिलना बहुत ही ज्यादा दुर्लभ हैं। बहरहाल कुछ वैज्ञानिकों का यह भी कहना हैं की, ऐसे सुपरनोवा सिर्फ और सिर्फ ख़यालों में ही हो सकते हैं। तो, कहने का मूल तात्पर्य हैं यह जो सुपरनोवा हैं यह दो बड़े-बड़े सितारों के अंदर टक्कर के कारण होता हैं। इस टक्कर के चलते दोनों ही सितारों का एक-दूसरे के अंदर विलय होने के साथ ही साथ अंतरिक्ष में एक बहुत ही बड़ी मात्रा में ऊर्जा का भी संचार होता हैं। हालांकि ! इसको लेकर अभी वैज्ञानिकों के द्वारा औपचारिक तौर पर पुष्टीकरण देना बाकी हैं।

यह इतना चमकदार आखिर क्यों हैं ? :-

SN2016aps सुपरनोवा (brightest supernova ever seen) को साल 2016 में ढूंढा गया था और इससे निकलने वाली रोशनी की तीव्रता को लेकर शोध अभी भी चल रहीं हैं। इसको ढूँढने में NASA की Hubble Space Telescope की मदद भी ली गई। वैसे इसको ले कर वैज्ञानिक यह भी कहते हैं की, इस सुपरनोवा को बनाने वाले सितारे जब अपने अंतिम अवस्था में आए तो वह अपने चारों तरफ एक विशेष प्रकार के गैस का आवरण बनाए लिया और जैसे ही धमाका यानी सुपरनोवा घटा सितारों के चारों तरफ मौजूद गैस का आवरण इससे (धमाके) काफी प्रभावित हो कर आग के गोले व प्रकाश को निर्गत करने लगा।

ऐसे में यह सुपरनोवा (brightest supernova ever seen) इतना ज्यादा चमकदार हो गया। यहाँ पर और अधिक बता दूँ की, इस प्रक्रिया के कारण बहुत ही भारी मात्रा में ऊर्जा का भी निर्गत होने लगा जिससे वैज्ञानिकों को इसे ढूँढने में और अधिक आसानी हुआ। यूं, तो सुपरनोवा को चार साल पहले ही ढूंढ लिया गया हैं, परंतु अभी भी इसके वनाबट को लेकर भी कई सारे मतभेद हैं।

अगर हम यहाँ पर इसके विशालता की बात करें तो, यह सुपरनोवा हमारे सूर्य से वजन में 50 से 100 गुना भारी हैं और माना जाता हैं की धमाके से पूर्व इन सितारों का भी अपना-अपना सौर्य-मंडल था। अंतरिक्ष में कई तरह के सितारे मौजूद हैं और उन सभी सितारों के सौर-मंडल भी मौजूद हैं। तो, आप अंदाजा लगाएं की अगर एक सुपरनोवा जो इतना चमकदार हैं वह इन सौर-मंडलों के ऊपर कैसा प्रभाव डाला होगा।

Observing Supernova's in deep Space.
सुपरनोवा की खोज | Credit: Smithosian Magazine.

अकसर ऐसे ही कई सारे धमाकों तथा खगोलीय घटनाओं के कारण कई सारे सितारों के साथ ही साथ सौर-मंडल भी प्रभावित होते हैं। वैसे इसको लेकर आपका क्या राय हैं जरूर ही बताइएगा।

इसकी अंदरूनी संरचना ! :-

वैसे देखा जाए तो, SN2016aps के ऊपर अभी कई सारे पहलुओं को उजागर करना बाकी हैं। परंतु प्रारंभिक तथ्यों के संग्रह से यह पता चला हैं की, इस सुपरनोवा (brightest supernova ever seen) का जो मौलिक तत्व हैं वह शायद हाइड्रोजन जैसे गैस हो सकती हैं। हालांकि विस्फोट से पहले इसकी यह ऊर्जा की स्रोत पूर्ण रूप से खतम ही हो गया होगा। धमाके से पहले शायद 60 सोलर मासेस के दो अलग-अलग सितारे करीब-करीब आए होंगे और बाद में आपस में भीड़ गए होंगे।

ऐसे इन दोनों ही सितारों के अंदर मौजूद हाइड्रोजन गैस काफी ज्यादा असंतुलित हो गया होगा (पास-पास आने के कारण) और एक विशाल धमाके को उत्पन्न किया होगा। वैसे बता दूँ की, अगर कोई दो सितारे अंतरिक्ष में बहुत निकट आ रहें हैं तो उस दोनों की सितारों के बीच मौजूद स्थान धीरे-धीरे काफी सक्रिय हो जाता हैं (विस्फोट के लिए) और गैसों का आपस मिलना विस्फोट के लिए ईंधन का काम करता हैं।

आज के समय में वैज्ञानिक ऐसे ही बहुत ही अनोखे और दुर्लभ सुपरनोवाओं को ढूँढने में लगे हुए हैं और शायद भविष्य में हमें SN2016aps जैसे कई अलग-अलग प्रकार के सुपरनोवा (brightest supernova ever seen) देखने को मिल जाएं जो की SN2016aps से भी कई अधिक चमकदार हो। अंतरिक्ष एक अनंत ज्ञान का भंडार हैं और इसके अंदर ऐसे ही कई अनंत दुर्लभ चीज़ें छुपी हुई हैं जो की समय के साथ-साथ हमारे नजर में आ धीरे-धीरे आ रही हैं।

Source :- www.livescience.com.

Bineet Patel

मैं एक उत्साही लेखक हूँ, जिसे विज्ञान के सभी विषय पसंद है, पर मुझे जो खास पसंद है वो है अंतरिक्ष विज्ञान और भौतिक विज्ञान, इसके अलावा मुझे तथ्य और रहस्य उजागर करना भी पसंद है।

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