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क्या होता अगर अंतरिक्ष में हवा होती ? | What If Space Was Filled With Air ?

क्या ये महाभयंकर विनाश कर सकता है ?

What If Space Was Filled With Air  – क्या आप जानते हैं , कि आप कितनी भी कोशिश करलें , कितना भी science का use करलें , पर आप practically , कभी भी एक perfect vacuum create नहीं कर सकते | यानी कि आप कभी भी एक ऐसा space नहीं बना सकते , जहां कोई भी matter यानी पदार्थ या particles न हों | और यही वजह है कि वैज्ञानिक भी , partial vacuum या free space जैसी चीजों को ही practically discuss करते हैं |

बात की जाए outer space यानी बाह्य अंतरिक्ष की , तो ये सच में एक high quality vacuum जरूर है , पर इधर भी बेहद कम मात्रा में hydrogen and helium particles , electromagnetic radiation, magnetic fields, neutrinos, dust, and cosmic rays जैसे और  particles भी मौजूद हैं |

पृथ्वी से हम जैसे ही ऊपर जाने लगते हैं , तो air pressure decrease होने लगता है , जिसकी वजह से light gases like helium and hydrogen के बेहद ही कम  particles हमें interstellar space में मिलते हैं | यानी ये कहिए कि outer space में almost air यानी हवा है ही नहीं जिसकी वजह से ये एक hard vacuum भी कहा जाता है |

पर अब , ज़रा सोचिए , और दिमाग लगाइए कि आखिर क्या होगा अगर , पृथ्वी के वायुमंडल यानी atmosphere की तरह ही अंतरिक्ष में हवा मौजूद हो , जहां air density भी same atmoshperic air जितनी हो   ? क्या होगा अगर outer space को air से fill यानी भर दिया जाए ?

अंतरिक्ष में घूमना हो जाएगा आसान 

शुरुआत करते हैं कुछ अच्छी खबर से | अभी हो रहे space missions and space travel के लिए, अक्सर space shuttles और astronauts द्वारा पहने गए space suits को oxygen से सील किया जाता है , जिसे समय समय पर इस्तेमाल किया जाता है | पर ये oxygen काफी limited amount में होता है और spacewalk में भी heavy suits की वजह से समस्याएं होती हैं | यहाँ तक कि जरा सी leakage भी एक खतरे का कारण बन सकती है |

अब अगर space में air यानी हवा होगी , तो इन सभी चीजों की समस्या बिलकुल कम हो जाएगी , और space में घूमना बेहद आसान हो जाएगा | हालांकि , radiations , solar winds से बचने के लिए हो सकता कि हमें suits की जरूरत पड़े | पर इतना जरूर है कि space missions के लिए oxygen supply की समस्या लगभग ख़त्म हो जाएगी और साथ ही , space colonization भी possible हो पाएगा |
यानी आप , एक planet से दूसरे planet या चन्द्रमा पर आसानी से जा सकोगे | और साथ ही हमारी space related scientific research की speed भी बढ़ जाएगी |

है न ये काफी कमाल की बात ? खैर , ये तो कुछ थोड़ी सी अच्छी खबर थी , जिसके बारे में आपने शायद सोचा भी होगा ! पर असली चेहरा और सच तो अब आपके सामने आने वाला है |

अंतरिक्ष कर देगा आपको बहरा 

सबसे पहले , space में हो रहे कई तरह के phenomena like , supernova explosion , asteroid collisions आदि जैसे बड़े और भायनक processes से होने वाली आवाज आपको सुनाई देगी , क्योंकि sound को travel करने के लिए एक medium की जरूरत पड़ती है , फिर भी वो चाहें air यानी हवा ही क्यों न हो !

Example के तौर पर , अगर आप sun यानी सूर्य से एक appropriate distance पर भी होंगे , तो आपको 290 decibels जितनी loud sound सुनाई देगी , जो आपको बड़ी आसानी से बहरा कर सकती है | अगर आप पृथ्वी पर खड़े हैं , और space में air है , तो आपको on average 125 decibels loud sound सुनाई देगी , जो आपको हर पल परेशान करती रहेगी |

सभी ग्रह हो जाएँगे नष्ट 

बुरी खबर ये भी होगी , कि air होने की वजह से outer space में friction and resistance जैसी चीजें आम हो जाएंगी , जिनके प्रभाव भयानक साबित हो सकते हैं | सबसे पहले तो friction की वजह से space में हमारी speed काफी limited हो जाएगी , क्योंकि अगर हम higher speed पर travel करने जाएँगे, तो air and friction की वजह से कोई भी high speed moving object like spaceship आसानी से जल सकता है |

 

Planets पर तो ये प्रभाव , और भी ज्यादा खतरनाक होंगे ! हमारी पृथ्वी  की orbital speed लगभग 18.5 miles per second है , जो इतनी ज्यादा है कि friction की वजह से ये भी जलना शुरू कर सकती है | Air resistance की वजह से , सभी planets की orbital speed लगातार कम होने लगेगी , जिसका परिणाम ये होगा कि सभी planets अपने अपने stars में spiral करते हुए , गिरने लगेंगे | यानी , हमारी पृथ्वी और बाकी के planets , अपने orbital motion के दौरान , सूर्य की ओर बढ़ रहे होंगे !

आपका शरीर भी टूट जाएगा 

पर अभी तो हमने , friction और resistance की बात की है जो outer space की ही समस्या हो सकती है , पर पृथ्वी पर रहते हुए भी हमें कोई राहत नहीं होगी , क्योंकि gravity की वजह से space में मौजूद air molecules पृथ्वी की तरफ attract होने लगेंगे जो इतनी ज्यादा मात्रा में होंगे, कि इनका  भार और दबाव  हम handle ही नहीं कर पाएँगे और हमारी body आसानी से इस दबाव के कारण , टूटने लगेगी |

Outer space में air होने की वजह से , अब ये vacuum बिलकुल भी नहीं रहेगा, क्योंकि हर तरफ air molecules and other particles घूम रहे होंगे | लम्बे समय के दौरान  , air molecules and particles में होने वाली gravitational attraction की वजह से , ये आपस में एक जगह इकठ्ठा होना शुरू कर देंगे , जिसकी वजह से एक huge mass create होने लगेगा , जो शायद किसी star या galaxy को ही जन्म देदे |

सबसे भयंकर महाविनाश भी संभव है 

Physics के नियमों के मुताबिक़ , जब particles आपस में attract करना शुरू करते हैं , तो ये एक spherical  shape form करने की कोशिश करते हैं | यानी finally , ये एक bubble में convert हो जाते हैं | ठीक इसी तरह , outer space में मौजूद सभी mass objects , चाहें वो planets हों , या stars , gravity की वजह से एक जगह इकठ्ठा होना शुरू कर देंगे , क्योंकि इन सभी objects के बीच में अब air molecules interact कर रहे होंगे , जो obviously matter ही है |

Space filled with air

यानी पूरा matter आपस में interact करते हुए , एक जगह पर इकठ्ठा होना शुरू कर देंगे , जो किसी भी massive black hole की तरह ही नजर आएगा | हालांकि ऐसा होने में , बेहद लंबा समय जरूर लगेगा , पर black hole formation की संभावना जरूर होगी जो सब कुछ ख़त्म कर देगा |

दोस्तों ! ये तो कुछ ऐसे परिणाम थे , जो मोटे तौर पर हमें नजर आएँगे अगर outer space को air से भर दिया जाए !  फिलहाल खैर मनाइए कि outer space एक high quality vacuum है , वरना अगर इसमें भी atmosphere की तरह हवा मौजूद होती , तो परिणाम किसी भयंकर और महाविनाश से कम नहीं होते !

Shubham

शुभम विज्ञानम के लेखक हैं, जिन्हें विज्ञान, गैजेट्स, रहस्य और पौराणिक विषयों में रूचि है। इसके अलावा ये पढ़ाई करते हैं।

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