विषय - सूची
प्रस्तावना – Introduction :-
नमस्कार मित्रों ! कैसे हैं आप सब ? आशा करता हूँ आप सभी मेरी तरह प्रभु के कृपा से अच्छे ही होंगे | खैर मित्रों अगर आपने हमारे द्वारा कुछ समय पहले लिखी गयी लेख डार्कमेटर के बारे में पढ़ा होगा तो , आपको पता ही होगा की हमारे अंतरिक्ष का 95% हिस्सा अंधकार से घिरी हुई है जिसे की आप डार्कमेटर भी कह सकते हैं | परंतु मित्रों ! क्या आप जानते है की प्रकाश (characteristics of light in hindi) पूरे अंतरिक्ष में एक ऐसा चीज़ है जो की अंधकार से घिरी हुई अंतरिक्ष को जीवित बनाता हैं |
सिर्फ अंतरिक्ष ही नहीं परंतु प्रकाश (characteristics of light in hindi) हमारे पृथ्वी पर भी जीवन को पनपने में मदद करता हैं | सूर्य के प्रकाश से पेड़-पौधे Photosynthesis के जरिए खाना बनाते हैं और बाद में यही खाना हम और दूसरे जानवर खा कर खुद को जीवित रखते हैं |
मित्रों ! प्रकाश ही है जो हमारे आँखों को इस खूबसूरत दुनिया को देखने का मौका देता हैं | क्योंकि अंधेरे में हमारी आँखें कुछ भी नहीं देख सकती हैं | परंतु दोस्तों दुख की बात यह है की प्रकाश (light) इतनी महत्वपूर्ण होने के बाद भी इस के बारे में ज्यादा कोई बात नहीं करता हैं | इसलिए मित्रों आज हम इस लेख में प्रकाश के कई सारे अनोखे गुण (characteristics of light in hindi) और रोचक बातों को जानेंगे , तो प्रस्तुत हो जाइए इस लेख के जरिए एक अनोखे ज्ञानवर्धक सफर पर जाने के लिए |
प्रकाश क्या है ? – What is Light in Hindi ? :-
अकसर हम प्रकाश (characteristics of light in hindi) के बारे में सारे जटिल बात करते हैं , परंतु हम यह भूल जाते हैं की वास्तव में आखिर प्रकाश किसे कहते हैं ! शायद बहुत ही कम लोगों को प्रकाश की सही संज्ञा के बारे में पता होगा | तो, चलिए सबसे पहले इसके संज्ञा को जान लेते हैं |
तो , ” प्रकाश एक प्रकार का इलेक्ट्रोमेग्नेटिक (electromagnetic) विकिरण (radiation) तरंग है , जो की इलेक्ट्रोमेग्नेटिक स्पेक्ट्रम से निकलता हैं ” |
आमतौर पर इलेक्ट्रोमेग्नेटिक स्पेकट्रम वैद्युतिक और चुंबकीय क्षेत्रों में होने वाले बदलावों से विकिरण वाले तरंगों को पैदा करता हैं | इस स्पेक्ट्रम में आपको अल्फा रे , गामा रे और माइक्रोवेव रे भी नजर आते हैं | इसके अलावा अगर आप Quantum Theory पर एक नजर डालेंगे तो आपको पता चलेगा की प्रकाश को Photon कणिकाओं से बनी हुई एक ऊर्जा की तरंग के रूप में भी देखा जा सकता हैं |
जब भी हम किसी वस्तु को देखते है , तब उस वस्तु के अंदर मौजूद इलेक्ट्रॉन और प्रोटोन आदि घटक कणिका अपने ताकत के मुताबिक Photon कणिकायों से बनी हुई प्रकाश के एक निर्दिष्ट तरंग को आपके आँखों तक प्रतिफलित करते हैं , जिसके कारण आप किसी भी चीज़ को आपके आँखों के जरिए देख पाते हैं |
मित्रों ! यहाँ मेँ आपको और भी बता दूँ की हर एक वस्तु की आणविक संरचना अलग-अलग होता है | इसलिए हर एक वस्तु से निकलने वाली Photon की तरंग अलग-अलग होता हैं और यही वजह है की आप वस्तुओं की अलग-अलग रंगों को पहचान सकते हैं | प्रकाश (characteristics of light in hindi) के इस तरह के और भी कई सारे गुण है , जो की मेँ आपको आगे बताऊंगा | इसलिए इस लेख को आगे पढ़ते रहिए |
प्रकाश की कई अनोखे गुण – Characteristics Of Light In Hindi :-
मित्रों ! मेँ यहाँ पर प्रकाश के कई मौलिक व महत्वपूर्ण गुणों के बारे में जिक्र करने जा रहा हूँ , तो लेख के इस भाग को अच्छे से पढ़ें |
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प्रतिबिंब – Reflection :-
प्रकाश की सबसे बड़ी और सबसे आम गुण है , यह एक वस्तु पर पड पर प्रतिफलित होता हैं | पृथ्वी पर मौजूद हर एक चीज़ प्रकाश को कुछ हदों तक प्रतिफलित करता हैं | मुख्य रूप से प्रतिफलन एक नियम पर होता हैं जिसे की आप “Law of Reflection” भी कह सकते हैं |
प्रतिफलन के नियमानुसार ” प्रकाश के आने वाले (incidence) तरंगों का कोण प्रतिफलित होने वाले कोण के साथ एक समान ही होता हैं ” |
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अपवर्तन – Refraction :-
प्रकाश की दूसरी प्रमुख गुण (characteristics of light in hindi) है अपवर्तन (refraction) | जी हाँ ! मित्रों आपने प्रकाश के इस गुण के बारे मेँ अपने स्कूल में अवश्य ही पढ़ा होगा | खैर यहाँ पर मेँ इसे आपके लिए आसान भाषा में समझाऊंगा |
तो , जब भी प्रकाश के तरंग एक पदार्थ से दूसरे पदार्थ के अंदर गति करता है तब यह उस पदार्थ के अंदर मौजूद मौलिक कणिकायों के हिसाब से अपना गति बढ़ा व घटा देता हैं | इसी वजह से प्रकाश के तरंगों की अपवर्तन कोण मूल अपवर्तन के रेखा से दूर व पास नजर आती हैं |
3.फैलाव – Dispersion :-
आपने कभी प्रिज्म देखा है ? देखा ही होगा ! खैर जब भी प्रकाश की तरंग प्रिज्म से हो कर गुजरती है , तब एक अनोखा करिश्मा होता हैं जिसे की आप प्रकाश के तरंगों का फैलाव (dispersion) कहते हैं |
दरअसल बात यह है की , जब भी प्रकाश की तरंग प्रिज्म के अंदर से हो कर गुजरती हैं , तब यह सात रंगों के तरंगों में विभाजित हो जाती हैं | इस प्रक्रिया से आप इंद्रधनुष के जैसा एक रंगीन प्रकाश के किरण को देख सकते हैं |
आइन्सटाइन के द्वारा किया गया प्रकाश के ऊपर शोध – Einstein’s View and Study on Light :-
दुनिया की सबसे बड़े वैज्ञानिक आइन्सटाइन जी ने प्रकाश को ले कर कई अद्भुत खोज किए हैं | 1905 मे आइन्सटाइन जी ने सबसे पहले ” क्वांटम थिओरी ऑफ लाइट ” (quantum theory of light) के बारे में जिक्र किया था | उनके द्वारा दिए गए इस थिओरी के मुताबिक प्रकाश कई सारे छोटे-छोटे कणिकायों से बनी हुई होती है , जिसे की हम फोटोन (Photon) कहते हैं |
आइन्सटाइन जी ने अपने सापेक्षता के सिद्धान्त में प्रकाश के रूप को तरंग और कणिका दोनों ही बताया हैं | परंतु दोस्तों आमतौर पर प्रकाश को तरंग के रूप में देखा जाता हैं | आइन्सटाइन जी की इस खोज के कारण ही ब्रह्मांड में प्रकाश के गति को लगभग सटीक तरीके से मापा गया , जो की लगभग 3 लाख किलोमिटर प्रति सेकंड है (299792458 m / s)|
मेँ आपको और भी बता दूँ की पूरे ब्रह्मांड में प्रकाश से तेज गति करने वाला और कोई दूसरा वस्तु अभी तक खोजा नहीं गया हैं | इसलिए कई वैज्ञानिकों का यह भी मानना है की , अगर किसी तरह किसी भी वस्तु को प्रकाश के गति से भी ज्यादा तेजी से गति करवा दिया जाए तो वह वस्तु समय में यात्रा कर सकता है | इसी प्रक्रिया को इस्तेमाल कर के टाइम मशीन भी शायद बनाया जा सकता हैं |