ब्लैक होल और समय के बारे में आपने जरूर ही कई सारे बातें सुनी होंगी। आज के समय में कई साइन्स फिक्सन के फिल्में आ रहीं हैं जिसमें कई बार ब्लैक होल जैसे ब्रह्मांड के लोकप्रिय चीजों को दिखाया जाता हैं और बताया जाता है कि, ब्लैक होल खतरनाक होते हैं ये पृथ्वी को खा जाएंगी और क्या कुछ नहीं! परंतु, बिना ब्लैक होल (time slows down near a black hole) के बारे में कुछ भी जाने इस तरह कि सोच को अपने दिमाग में लाना बिलकुल भी सहीं नहीं है। खैर लोगों के मन में एक ये बात भी प्रचलित हैं कि, ब्लैक होल के पास समय धीमा चलने लगता हैं! परंतु इसके पीछे छुपी कारण के बारे में कोई बात ही नहीं करता।
व्यक्तिगत रूप से मुझे ये बात बहुत ही बुरा लगता हैं की, लोग सिर्फ आंशिक ज्ञान से ही संतुष्ट हैं। कहने का मतलब ये हैं की, ज़्यादातर लोग ये जानने का प्रयास ही नहीं करते हैं की, आखिर क्यों ब्लैक होल के पास घड़ी/ समय अचानक से धीमा चलने लगता है (time slows down near a black hole)? वैसे मित्रों! अगर आप इस सवाल का जवाब ढूंढ रहें तो बता दूँ की, आप बिलकुल सही वैब पेज को विसिट किए हैं। क्योंकि, आज हम इसी सवाल के जवाब को ही खोजेंगे।
तो, चलिये अब ज्यादा देरी न करते हुए ब्लैक होल के पास समय के धीमेपन के बारे में जानते हैं।
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आखिर क्यों ब्लैक होल के पास समय धीमा चलने लगता है? – Why Time Slows Down Near A Black Hole? :-
दोस्तों! सबसे पहले हमें कुछ मूलभूत बातों को जानना होगा। क्योंकि, इन्हीं मूलभूत बातों के आधार पर ही आप आगे आने वाली बातों को समझ पाएंगे। आइंस्टीन को तो आप लोग जानते ही होंगे। उन्होंने ब्लैक होल और समय के बारे में (time slows down near a black hole) काफी कुछ जानकारी दिया हैं। उनके मुताबिक ब्रह्मांड में समय एब्सोल्यूट (absolute) होता हैं। यानी पूरे ब्रह्मांड में हर किसी के लिए समय एक समान ही बीतता हैं। आपके साथ समय जिस तरह से बीत रहा हैं ठीक उसी तरह ही समय ब्रह्मांड के हर कोने में बीत रहा हैं।
परंतु यहाँ सवाल उठता हैं की, क्या ये बात पूरी तरीके से सत्य हैं? मित्रों! आप लोगों को बता दूँ की, ये बात पूरी तरीके से सत्य नहीं हैं। ब्रह्मांड में समय एब्सोल्यूट नहीं हैं और ये न ही एक समान ढंग से बीतता हैं। कुछ वैज्ञानिकों ने समय के इस गुण को सापेक्ष(relative) का नाम दिया। यानी ब्रह्मांड में हर एक व्यक्ति/चीज़ के लिए समय अलग-अलग ढंग से बीतता हैं और ये कई सारे स्थितियों के ऊपर भी निर्भर करता हैं। इसलिए आइंस्टीन ने बाद में सापेक्षता का सिद्धांत भी दिया। मित्रों! यहीं कारण हैं की, अंतरिक्ष में आप समय को पूरे तरीके से एब्सोल्यूट नहीं मान सकते हैं।
इसके अलावा ध्यान देने वाली बात ये भी हैं की, समय और प्रकाश के गति का आपस में काफी गहरा संबंध हैं। आइंस्टीन ने कहा था की, पूरे ब्रह्मांड में प्रकाश से ज्यादा तेज कोई भी चीज़ नहीं हैं और इसको ही एक मानक के तौर पर मानकर हम अंतरिक्ष में दूरी का अंदाजा लगाते हैं।
ब्लैक होल अंतरिक्ष में समय को कैसे प्रभावित करता है? :-
आप लोगों ने ऊपर कुछ मूलभूत को जान लिया हैं। तो, चलिये अब ब्लैक होल और समय के (time slows down near a black hole) बारे में कुछ जान लेते हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार अंतरिक्ष में समय प्रकाश के गति के ऊपर निर्भर करता हैं और प्रकाश की गति ब्लैक होल के द्वारा काफी ज्यादा प्रभावित होता हैं। कहने का तात्पर्य ये हैं की, समय ब्लैक होल के गुरुत्वाकर्षण बल के द्वारा काफी ज्यादा प्रभावित होता है। तो, लोगों के मन में अब ये सवाल उठ रहा होगा की; आखिर कैसे एक ब्लैक होल अपने गुरुत्वाकर्षण बल के जरिये समय के ऊपर अपना इफैक्ट डाल सकता है?
दोस्तों! ऊपर के सवाल का जवाब थोड़ा जटिल हैं, इसलिए आप लोगों से अनुरोध हैं की; इसे आप गौर से पढ़िएगा। तो, इस सवाल के जवाब के बारे में जानने के लिए हमें सबसे पहले टाइम डाइलेशन के बारे में जानना होगा। अगर आपको टाइम डाइलेशन के बारे में कुछ भी नहीं पता है तो, आपसे आग्रह करना चाहूँगा की आप पहले मेरे टाइम डाइलेशन वाले लेख को यहाँ क्लिक करके पढ़ लीजिये। क्योंकि इस लेख में मैने काफी सहज तरीके से टाइम डाइलेशन के बारे में आप लोगों बताया हैं।
खैर, अब सवाल पर आते हैं। अंतरिक्ष में ब्लैक होल टाइम डाइलेशन के जरिये ही समय को प्रभावित करता हैं। इसके अलावा ब्रह्मांड में जीतने भी चीज़ें मौजूद हैं सभी कुछ न कुछ हद तक समय के ऊपर अपना इफैक्ट डालने का प्रयास करते हैं। हालांकि! चीजों का वजन इस क्षेत्र में एक बहुत ही महत्वपूर्ण किरदार अदा करता हैं। खैर आने वाले भाग में हम इसी वजन के बारे में ही बात करेंगे।
यहीं वजह हैं की, ब्लैक होल के पास समय धीमा होने लगता है! :-
सर्वे से पता चला हैं की, ब्रह्मांड में ज़्यादातर ब्लैक होल 3 से 10 सोलर मासेस के जितना वजनी होते है और सूर्य से आकार में 40 लाख गुना बड़े भी। तो, आप अंदाजा लगा सकते हैं की, एक ब्लैक होल (time slows down near a black hole) का गुरुत्वाकर्षण बल कितना अधिक होगा। इन्फैक्ट आप लोगों को पता होगा की, ब्लैक होल के गुरुत्वाकर्षण बल के कारण उसके अंदर से प्रकाश भी बाहर नहीं निकल पाता।
इसके अलावा काफी मात्रा में वजनी होने के कारण ब्लैक होल अपने आसपास मौजूद अंतरिक्ष को राप (wrap) कर लेता हैं। यानी अगर हम अंतरिक्ष को एक कपड़ा और ब्लैक होल को एक भारी गेंद समझे, तो गेंद (ब्लैक होल) के वजन से जैसे कपड़ा (अंतरिक्ष) उसके चारों तरफ धस जाएगा ठीक उसी तरह ही ब्लैक होल के चारों तरफ अंतरिक्ष धस जाता हैं। मित्रों! इसी के कारण ही ब्लैक होल के पास मौजूद स्पेस-टाइम की संरचना काफी ज्यादा बदल जाता हैं, जिससे समय ब्लैक होल के पास धीमा होने लगता हैं।
ब्लैक होल के पास जब स्पेस राप हो कर सिमट जाता हैं तब, उसके अंदर मौजूद अलग-अलग पॉइंट्स के बीच की दूरी बढ्ने लगता हैं। इसी के कारण ब्लैक होल के पास से गुजरने वाले प्रकाश के किरणें काफी हद तक मूड जाते हैं। प्रकाश के किरणों का ऐसे मूड जाना, समय को धीमा बना देता हैं। क्योंकि मुड़ाव के कारण प्रकाश को अतिरिक्त दूरी ट्रैवल करना पड़ रहा हैं, जिससे अधिक समय खर्च हो रहा हैं जो की समय को धीमा बना दे रहा हैं।
निष्कर्ष – Conclusion :-
मित्रों! हमने पूरे लेख में ये देखा की, आखिर कैसे ब्लैक होल के पास समय धीमा हो जाता है (time slows down near a black hole)! इसलिए मुझे आशा हैं की, आप लोगों को आपके सारे सवालों का जवाब मिल गया होगा। वैसे अंत में मेँ आप लोगों को एक बहुत ही गज़ब की बात बताता हूँ। हम सब जानते हैं की, पृथ्वी के चारों तरफ हमने अपने सुविधाओं के लिए कई सारे कृत्रिम उप-ग्रहों को छोड़ा हैं। परंतु इसमें ऐसी कौन सी खास बात हैं! तो मित्रों सुनिए, पृथ्वी और इन कृत्रिम उप-ग्रहों के मध्य टाइम डाइलेशन के कारण समय धीमा हो कर बीतने लगता हैं। जैसे एक ब्लैक होल के पास होता हैं।
हालांकि! ब्लैक होल के तुलना में ये डाइलेशन काफी कम होता हैं और इसी के कारण ही पृथ्वी में रखी घड़ी और उस कृत्रिम उप-ग्रह में रखी घड़ी के अंदर लगभग 8 नैनो सेकंड का अंतर आता हैं। तो, आप इससे कह सकते हैं की; ब्लैक होल के अलावा भी ब्रह्मांड में मौजूद हर एक भारी खगोलीय पिंड अपने पास समय को धीमा कर सकता है।