दोस्तों जब हम रात में आसमान की और नजर घुमाते है, तो हमारा आसमान अनगिनत तारों से जगमग नजर आता हैं। इंसानी आंखो से देखने पर ये सभी तारें हमें एक समान नजर आते हैं। पर जब वैज्ञानिकों ने धरती पर मौजूद Telescopes की मदद से उनका अध्ययन किया तो उन्होने पाया कि ये सभी तारे एक समान नही हैं। बल्कि ये तारे अलग अलग Size, Type, Composition और उम्र के हैं। और इन्हीं अघ्ययनों के दौरान वैज्ञानिकों को कुछ ऐसा तारों का भी पता चला हैं। जो कि बेहद ही अजीबों गरीब और विचित्र हैं। जिन्होने आज तक वैज्ञानिको को हैरत में डाला हुआ हैं। तो आइये दोस्तों इस लेख में हम जानेंगे हमारे ब्रह्मांड में खोजे गए विचित्र और अद्भुत तारों के (Amazing Stars In Hindi) बारे में। जिन्होंने अपनी खोज के बाद से ही दुनियाभर के वैज्ञानिको को हैरत में डाला हुआ है।
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KIC 8462852 (A star that keeps mysteriously dimming)
दोस्तों इस तारें को Tabby Star के नाम से भी जाना जाता हैं। जो कि हमारे धरती से करीब 1470 प्रकाश वर्ष की दुरी पर Cygnus Constellation में मौजुद है। अगर हम इस तारे कि बात करे तों यह काफी हद तक हमारे सुर्य की तरह ही एक F-type main sequence star हैं। इस तारे की सबसे शुरूवाती खोज Kepler Telescope द्वारा कि गई थी, और तभी से यह तारा चर्चा का विषय रहा हैं। जिसको सबसे मुख्य कारण था इसके Brightness मे आने वाली कमी जिसका कोई निश्चित अंतराल नहीं था। सामान्य तौर पर किसी तारें के brightness में आने वाली कमी के कारण, इसके Orbit में मौजूद Asteroids or planets को माना जाता है। पर ऐसा होने पर इसका एक निश्चित अंतराल होता हैं।
पर इस तारें के साथ ऐसा नहीं था यह तारा अचानक और बार-बार करीब 20 प्रतिशत तक dim हो जाता था। जिसके बाद कुछ वैज्ञानिकों का कहना था कि शायद इस तारे (Amazing Stars In Hindi) के आस-पास किसी बेहद ही विकसित Alien सभ्यता का वाश हो सकता हैं। जिसने इस तारे के आस-पास किसी विशाल Mega structure का निर्माण किया हैं। वैज्ञानिक लंबे समय से इस तारे के Brightness में होने वाली कमी के असल कारणों कों जानने की कोशिस कर रहा हैं, पर अभी तक कोई बड़ी सफलता हाथ नहीं लगी हैं।
HD140283 (एक तारा जो ब्रह्मांड से भी ज्यादा उम्रदराज है)
दोस्तों इस तारें को Methuselah Star के नाम से भी जाना जाता है। ये तारा हमारी धरती से करीब 200 प्रकाश वर्ष की दुरी पर libra constellation में मौजूद है। यह मुख्य रूप से एक विशालकाय तारा है जिसमें धातू की मात्रा काफी कम है, इसे अब तक का खोजा गया सबसे oldest star माना जाता है। ये तारा खोज के बाद से ही वैज्ञानिकों के बीच चर्चा का विषय रहा है। जिसका मुख्य कारण हैं इसकी उम्र जो कि जो कि इसे हमारे ब्रम्हांड से भी पुराना बनाती हैं।
जब वैज्ञानिकों ने इसकी दूरी, रचना और ढांचे का अध्ययन कर इसकी अनुमानित उम्र जानने की कोशिस कि तो उन्हे पता चला कि यह तारा करीब 14 .5 अरब वर्ष पुराना हो सकता है। जो कि लगभग नामुमकिन था क्योंकि हमारे ब्रम्हांड की उत्पति आज से करीब 13.8 अरब वर्ष पहले Big Bang की वजह से हुई थी।
ऐसे में अगर इस तारें की अनुमानित उम्र सही हैं तों इसका निर्माण ब्रम्हाण्ड की उत्पत्ति से पहले हुआ था। जो कि वर्तमान में मौजूद Astrophysics के नियमों और वैज्ञानिक सिंध्दांती के हिसाब से नामुमकिन हैै। क्योकि Big bang के बाद ही हमारे ब्रम्हाण्ड में मौजूद सभी पदार्थ और उर्जा का जन्म हुआ था। ऐसे में वैज्ञानिकों का कहना था कि यह इस तारे (Amazing Stars In Hindi) कि सही उम्र नहीं हो सकती और वे आने वाले समय में इस तारे की सही उम्र को जानने की कोशिश करेगें।
Stephenson 2-18 ( ब्रह्मांड का सबसे विशाल तारा)
दोस्तों यह एक Red hyper gaint star (लाल महाविशाकाय तारा) है जो कि पृथ्वी से 19 हजार प्रकाश वर्ष (Light Years) दूर है। इस तारें को Hyper gaint star की श्रेणी में रखा गया हैं, तो की हमारे ब्रम्हांड में पाये जाने वाले बेहद ही विशालकाय एवं दुर्लभ तारे होते हैं। ये तारा हर पल अपने द्रव्यमान (Mass) को अंतरिक्ष में छोड़ रहा है। मैं बात कर रहा हूँ Stephenson 2-18 स्टार की जिसका रेडियस सूर्य से 2150 गुना ज्यादा है, यानि 2150 सूर्यों को एक लाइन में आप फिट कर-दें तब जाकर आप इस स्टार की चौड़ाई को नाप सकोगे। इसकी आयतन (Volume) की बात करें तो ये अपने असीम आकार में कमसेकम 10 अरब सूर्यों को समा सकता है और पृथ्वी की बात करें तो ये अपने अंदर करीब 1 लाख 40 हजार खरब पथ्वियों को समा सकता है। अगर आप इसे सौर-मंडल में फिट कर देते हो तो ये अपने विशाल आकार के कारण Uranus ग्रह की ओरबिट को भी अपने में समा लेगा।
यह तारा हमारे आकाशगंगा Milky Way के करीब मौजूद है। आने वाले समय में वैज्ञानिक इस तारे के Size ,Age , Composition और Structure के बारे में , और अधिक जानकारी जुटाने की कोशिश करेंगें।
My Camelopardalis (दो तारे जो एक दूसरे को छूने ही वाले हैं )
यह एक Binary Star System हैं जो कि हमारी धरती से करीब 13,000 light years की दुरी पर Giraffe constellation में मौजूद हैं। इस Binary star system में दो तारे एक common balance point में एक दुसरे का चक्कर लगातें हैं | इसमें सबसे बडें star का Mass हमारे सुर्य का 38 गुना और छोटे Star का mass हमारे सूर्य का 32 गुना हैं | जो कि इन्हे अब तक के खोजे गए सबसे विशाल Binary star system में से एक बनता है। इस binary star system की सबसे खास बात यह है , कि इसमें मौजूद दोनो ही stars एक दुसरे के बेहद ही नजदीक मौजूद हैं। जिनके कारण अपना एक चक्कर पुरा करने में मात्र 1.2 दिनां का समय लगता हैं।
जिस पर वैज्ञानिकों का कहना हैं कि ये दोनो हि तारे एक-दुसरे से इतना ज्यादा नजदीक मौजूद हैं | कि इनका outermost layer एक दुसरे को touch करता हैं। और धीरे-धीरें इनका एक दूसरे में Merger हो रहा हैं। ये दोनो ही तारे (Amazing Stars In Hindi) बेहद ही Young stars हैं जिनका जन्म आज से करीब 2 Million सालों पहलें ही हुआ था। और ये तारे अभी तक पूरी तरह म्अवसअम भी नहीं हुए हैं। (most amazing and unique stars)
HV 2112 (A neutron star inside red gaint star )
दोस्तों यह अब तक का खोजा गया पहला Thorne zytkow object हैं। जो कि हमारी धरती से करीब 2,00,000 light years की दुरी पर एक Small Magellanic Cloud में मौजूद हैं। दोस्तों मैं आपकों बता दुं कि Thorne zytkow object ऐसे Hybrid stars होते हैं। जिनका जन्म किसी विशालकाय Red supergiant star और Neutron star के बीच हुए collision की वजह से होता हैं। इस तरह के Object की सबसे पहले कल्पना 1975 में वैज्ञानिकों Kip thorne और Anna zytkow ने कि थी। उनके अनुसार जब एक Red supergiant star और एक Neutron star एक दुसरे के बेहद ही नजदीक या एक Binary star system में मौजूद होते हैं|
तो कई बार इनका एक-दुसरे से collision हो पाता हैं। जिसमें विशालकाय Red supergaint star दुसरे Neutron star को अपने अंदर समा लेता हैं। और Neutron star धीरे-धीरे इसके अंदर में चला जाता हैं। इस तरह के hybrid star को Thorne zytkow object के नाम से भी जाना जाता हैं। (most amazing and unique stars)
R136a1 (Brightest star of the universe)
दोस्तों यह तारा हमारे ब्रम्हाण्ड में खोजा गया सबसे Brightest star हैं जो की हमारी धरती से करीब 1,63,000 Light years की दुरी पर मौजूद हैं। यह तारा हमारी आकाशगंगा का चक्कर लगा रहे एक Satellite galaxy , Large Magellanic Cloud में स्थित है। यह तारा हमारे ब्रम्हाण्ड में खोजा गया अब तक का सबसे brightest star है। जिसका mass हमारे सुर्य से करीब 305 गुना ज्यादा है।
R136a1 ( Brightest star of the universe )यह तारा RMC 136 primary cluster में मौजूद हैं। जहां इस तरह के कई और massive और Bright star मौजूद होते हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार इस तारे का जन्म आज से कुछ लाख सालों पहलें हुआ था। यह तारा इतना bright हैं की अगर इस तारे को हमारे सूर्य की जगह रख दिया जाए तो इसका प्रकाश हमारे सूर्य से करीब 94000 गुना ज्यादा होगा।
EBLM j0555 -57Ab (Smallest star of Universe)
दोस्तो इस तारें को अब तक का खोजा गया सबसे smallest star माना जाता हैं। जो की हमारी धरती से 600 light years की दुरी पर Pictor constellation में मौजूद हैं। यह तारा इतना छोटा है कि इसका आकार (Amazing Stars In Hindi) हमारे सौरमंडल के सबसे विशालकाय ग्रह जुपिटर से थोड़ी ही बड़ा है।
पर इसने छोटे आकार के बावजूद इसका mass jupiter ग्रह के mass का 85 गुना हैं। वैज्ञानिकी के अनुसार इस तारे का आकार और mass केवल इतना ही है कि इस पर fusion शुरू हो सके। जहां इसमें मौजूद hydrogen , helium में fuse हो कर energy emit करता है।
धन्यवाद दोस्त आज के लिए बस इतना ही आपको इन तारों में से कौन सा तारा सबसे अजीबों-गरीब और विचित्र लगा हमें नीचे comment कर जरूर बताए।