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समुद्र की गहराई में मिली एक बहुत ही अजीब मछली, अपने सिर के अंदर से देखती है!

अनंत गहराई में रहने वाली ये मछली कहीं एलियन तो नहीं हैं? जानिए एक विशेष रिपोर्ट।

पृथ्वी पर समुद्र की गहराई इंसानों के लिए एक बहुत ही बड़ी पहेली है। इसे सुलझाना इंसानों के लिए एक बहुत ही बड़ी चुनौती हैं और आज भी इंसान इसे सुलझाने में ही लगा है। अंतरिक्ष और समंदर, दोनों ने ही आज इंसान को बहुत ही दुविधा और अनिश्चितताओं में ड़ाल दिया है। कई रहस्यमयी चीजों और गतिविधिओं से भरी हुए ये दोनों ही जगहे वाकई में एक बहुत ही बड़ी खोज का विंदु बन गया हैं। जहां हर एक दिन कोई एक नई चीज़ की खोज होती है और उस पर गहन शोध भी किया जाता है। जैसे की अभी-अभी एक अजीबो-गरीब मछली (deep-sea fish) को खोजा गया है।

समंदर में मिली एक बहुत ही अजीबो-गरीब मछली - Bizarre Deep-Sea Fish.
बार्लेए मछली की फोटो | Credit: Sam Keven

मछलियों का नाम (deep-sea fish) जब भी आता है, तब हमारे मन में एक पानी में तैरती हुए जीव का छवि सामने आती है। जिसके पास एक चपटा शरीर और बाहर की और निकलने वाले कुछ पर मौजूद रहते हैं। ज़्यादातर देखने में बहुत ही सुंदर और आकर्षक लगने वाला ये जीव, हमेशा समंदर या किसी जल राशि में ही पाया जाता है। हम जीतनी भी मछलियों को अपनी आँखों से देख पाते हैं, वो सभी जल राशि की सतह पर विचरण करते रहते हैं। परंतु समुद्र जैसी बहुत ही बड़ी जलराशिओं में, कई मछलियाँ ऐसे भी होती हैं जो कभी भी सतह पर आती ही नहीं है।

इसलिए ऐसी मछलियाँ हमेशा से इंसानों की नजरों से दूर, समुद्र की अनंत गहराई में छीपी हुई मिलती हैं। ये मछलियाँ भी हमारे लिए एक तरह से एलियन ही हैं, क्योंकि इनके बारे में हम ज्यादा कुछ नहीं जान पाते हैं।

अपने सर से देखता है ये अजीब मछली! –  Deep-Sea Fish! :-

अमरीकी समुद्री-तट पर वैज्ञानिकों ने एक बहुत ही अजीबो-गरीब मछली ( deep-sea fish) को अपने कैमरे में कैद किया है। ये मछली कैलीफर्निया के “Monterey Bay” में देखी गई है। इस मछली का सर हरे रंगा का उभड़ा हुआ हैं और पारदर्शी भी हैं। माथे पर गोल-गोल दो आँखें हैं, जिससे ये मछली देखती है। मित्रों! आप लोगों को मैं बता दूँ कि, आँखों का ऐसी जगह पर होना एक बहुत ही बड़ी और अजीब बात है। क्योंकि मछलियों की आँखें माथे के दोनों किनारे पर होती हैं, ना की माथे के बीच में।

समंदर में मिली एक बहुत ही अजीबो-गरीब मछली - Bizarre Deep-Sea Fish.
भेंटाना की फोटो | Credit: Monterey Bay.

खैर इस अजीब से मछली का नाम “Barreleye Fish” है। विज्ञान की भाषा में इस मछली को “Macropinna microstoma” के नाम से भी बुलाते हैं। ये मछली देखने में बहुत ही दुर्लभ और खास है। एक हैरान कर देने वाली बात ये हे कि, इस मछली को खोजने के लिए वैज्ञानिकों ने लगभग अपने 5,600 प्रोब को समंदर में भेजा है, परंतु प्रोब ने इसे सिर्फ 9 बार ही खोजा है।  तो आप खुद ही सोच सकते हैं कि, ये मछली कितनी दुर्लभ होगी। वैसे इसे अभी-अभी वैज्ञानिकों ने “MBARI ROV Ventana” के द्वारा इसे एकबार फिर खोजा है।

जिस वक़्त इस मछली को समंदर में देखा गया था, उस समय आरओवी (Remotely operated underwater vehicle) समंदर के सतह से 650 मीटर गहराई में मौजूद था। इतनी गहराई में किसी भी मछली का होना कोई आम बात बिलकुल भी नहीं हैं, क्योंकि बहुत सी मछलीओं की प्रजातियाँ सतह से थोड़ी नीचे ही पाई जाती हैं। वैसे बता दूँ कि, जिस जगह पर इस मछली को देखा गया है वो प्रशांत महासागर के सबसे गहरे इलाकों में से एक है।

इस मछली को देखना है बहुत-बहुत ही दुर्लभ! :-

जब आरओवी ने इस मछली (deep-sea fish) को खोज लिया था, तब पूरे वैज्ञानिकों के गुट में खलबली मच गई। कई वैज्ञानिकों को तो, अपनी आँखों पर विश्वास ही नहीं हो पा रहा था। ऐसी दुर्लभ चीज़ को देख कर कोई भी हैरान हो ही जाएगा। इसलिए इस घटना को वैज्ञानिक अपने जीवन में घटित होने वाले सबसे बड़ी घटनाओं में शामिल कर रहें हैं। खैर आरओवी से आ रही रोशनी में मछली का सर हरे रंग से चमक रहा था। इसी चमक के कारण वैज्ञानिक इस मछली की आँखों को भी देखने में सक्षम हो पाए। वैसे मछली के आँखों के आगे एक पारदर्शी तरल-पदार्थ से भरा हैं, जो इस रोशनी में दिखाई दे रहा था।

Launching Of Ventana.
भेंटाना को लौंच करते हुए वैज्ञानिक | Credit: Wibiotic

एक खास बात ये है की, मछली की आँखें प्रकाश की और काफी ज्यादा संवेदनशील हैं और जब आरओवी की रोशनी इस मछली के ऊपर गिरी तब इसकी दोनों ही आँखें सीधे खड़ी हो कर आरओवी की और देख रहीं थी। वैसे आँखों के पास ही दो कैप्सुल के आकार के गहरे रंग के अंग मौजूद हैं, जिससे ये मछली सूंघ सकती है। वैज्ञानिकों के अनुसार ये मछली जापान के पास मौजूद बैरिंग समंदर से लेकर कालीफ़र्निया के बाजा तक के इलाके में रहती है। वैसे कुछ वैज्ञानिक इस मछली के रहने के अवस्थिति के बारे में भी बताते हैं। जो की मेँ आपको आगे बताऊंगा।

मछली के बारे में कुछ विशेष बातें! :-

अनुमान के हिसाब से ये मछली समंदर के सतह से लगभग 200 मीटर से 1000 मीटर के गहराई में रहती है। वैसे कुछ वैज्ञानिक ये भी कहते हैं की, ये मछली ज़्यादातर समंदर के सतह से 600 मीटर से 800 मीटर की गहराई में रहती हैं। समुद्र की इतनी गहराई में प्रकाश की किरणें नहीं पहुँच पाती हैं और यहाँ घने अंधेरे के अलावा कुछ नहीं होता हैं। तो, आप इस जगह की अंतरिक्ष के काले-घने वातावरण के साथ भी तुलना कर सकते हैं।

वैसे अभी भी वैज्ञानिकों को ये नहीं पता है कि, आखिर कैसे ये मछली समंदर की इतनी गहराई में रह सकती है। वे कहते हैं कि, उनके पास अभी इस मछली के बारे में ज्यादा कुछ जानकारी नहीं हैं और वो अभी ज्यादा जानकारी जुटाने के लिए प्रयास कर रहें हैं। वैज्ञानिकों के हिसाब से ये मछली खुद हिलती-डुलती नहीं हैं। तो, तैरने कि बात तो छोड़ ही दें। उनके हिसाब से ये मछली अपने खाने के लिए केवल Zooplankton और Jellyfish के ऊपर निर्भर रहती है।

खाने के ये दोनों ही स्रोत जब मछली के पास आते हैं, तभी ये मछली उसको खाती हैं। हालांकि! कई बार मछली को अपने खाने के पीछे मंडराता हुआ भी देखा गया है। जब ये अपने खाने के पास पहुंचती हैं, तब ये एक झटके में ही अपने जीभ के जरिए खाने को अपने मुंह में ले लेती है।

निष्कर्ष – Conclusion :-

जब अपने शिकार के पास ये मछली (deep-sea fish) पहुँचती हैं, तब इसकी दोनों ही आँखें खड़े हो कर सिर्फ इसके शिकार पर ही केंद्रित हो जाती हैं। शिकार करते वक़्त इसकी आँखें सिर्फ और सिर्फ शिकार की परछाई को ही देख सकती हैं। आप लोगों को और भी बता दूँ कि, इस मछली की हरी आँख सूर्य से आने वाले प्रकाश के किरणों को भी अपने अंदर सोख लेती है।

समंदर में मिली एक बहुत ही अजीबो-गरीब मछली -
मछली के रहने की जगह । | Credit: New America

वैज्ञानिकों के अनुसार इसके सर के पास मौजूद तरल पदार्थ से भरा पारदर्शी स्तर, इसे जेलीफिश जैसे खतरनाक जीवों के डंक से बचाता है। हालांकि! अभी ये एक अनुमान मात्र ही है। इस मछली से जुड़ी ज़्यादातर बातें वैज्ञानिकों के द्वारा किए गए अनुमान से ही प्रेरित हैं। वैसे वैज्ञानिक ये भी कहते हैं कि, इस मछली को वो लोग एक्वारियम के अंदर रख भी नहीं सकते हैं। क्योंकि इनके रहन-सहन के ढंग और वातावरण के बारे में हमें कुछ नहीं पता हैं।

मित्रों! कुल मिला कर आप ये कह सकते हैं कि, आज भी हमारे समंदर की अनंत गहराई में कई ऐसे जीव मौजूद हैं जिनके बारे में हमें अभी जानना बाकी है। वैसे मोंटेरी बे के पास एक ऐसे एक्वारियम को जल्द ही खोला जाएगा, जहां पर समंदर की काफी गहराई में रहने वाले जीवों को रखा जाएगा। खैर अब देखना ये है कि, हमें ये अजीबो-गरीब मछली आखिर कब तक एक्वारियम में देखने में मिलेगी।

Source :- www.livescience.com

Bineet Patel

मैं एक उत्साही लेखक हूँ, जिसे विज्ञान के सभी विषय पसंद है, पर मुझे जो खास पसंद है वो है अंतरिक्ष विज्ञान और भौतिक विज्ञान, इसके अलावा मुझे तथ्य और रहस्य उजागर करना भी पसंद है।

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