लोगों को अंतरिक्ष के बारे में जानना खासा पसंद होता है, परंतु इससे भी ज्यादा पसंद होता है हमारे महान देश भारत के बारे में जानना और जब ये दोनों ही विषय एक साथ मिल जाए तो फिर क्या कहना। मित्रों! हम भारतीयों को आगे बढ़ते रहना पसंद है। समय के साथ-साथ ज्यादा आधुनिक और उन्नत होने की चाह हमारे रग-रग में मौजूद है। इसलिए तो हम भी हर समय अंतरिक्ष (how does India look from space) जैसे बहुत ही भविष्यवादी क्षेत्रों में ज्यादा बेहतर होने के लिए तत्पर खड़े हैं। परंतु, आज हम एक बहुत ही कम चर्चा किए जाने वाले व शानदार विषय के ऊपर प्रकाश डालने की कोशिश करेंगे।
तो, आखिर ये शानदार विषय कौन सा होने वाला है? दोस्तों! आज हम अंतरिक्ष (how does India look from space) से हमारा महान देश भारत आखिर कैसा दिखता है, उसके बारे में चर्चा करेंगे। वैसे एक खास बात ये भी है कि, भारत जैसे देश जहां दुनिया की एक बहुत ही बड़ी आबादी बसती है, वहाँ के ज़्यादातर लोगों को अंतरिक्ष से उनका देश कैसे दिखता हैं वो नहीं पता। परंतु, आप चिंता मत कीजिये क्योंक, आज हम इसी विषय को बहुत ही गहराई से विवेचना करेंगे और देखेंगे भारत के एक नए रूप को।
तो, अब चलिये लेख को आगे बढ़ाते हुए मुख्य विषय वस्तु पर आते हैं।
विषय - सूची
अंतरिक्ष से आखिर कैसा दिखता हैं भारत? – How Does India Look From Space? :-
साल 2012 से नासा ने अंतरिक्ष (how does India look from space) से पृथ्वी की रात में कोई भी तस्वीर लोगों के साथ साझा नहीं की थी। पर साल 2017 आते-आते नासा ने अंतरिक्ष से सिर्फ पृथ्वी की नहीं, परंतु भारत की भी एक बहुत ही अद्भुत तस्वीर लोगों के साथ साझा की। वैसे आप इस तस्वीर को एक ग्लोबल मैप भी कह सकते हैं, क्योंकि इसमें आप पूरे विश्व को बारीकी से देख सकते हैं। बहरहाल लोगों को काफी समय से रात में अंतरिक्ष से ली गई तस्वीरों में काफी रुचि रहीं हैं। इसलिए नासा ने इस ग्लोबल मैप को शेयर करी थी।
Visible Infrared Imaging Radiometer Suite (VIIRS) नाम के उपकरणों के जरिये रात में अंतरिक्ष से पृथ्वी की तस्वीर ली जाती है। बता दूँ कि, ये उपकरण काम करने के ढंग से एक कैमरे कि तरह ही है, परंतु इनकी जो क्षमता है ये आम कैमरे से कई गुना ज्यादा है। इसके अलावा इन्हीं उपकरणों के जरिये ही पृथ्वी की पहली तस्वीर रात में अंतरिक्ष से ली गई थी। ये पृथ्वी की सतह से रिफ़्लैक्ट होने वाली प्रकाश के किरणों को कुल 22 अलग-अलग वैभलैंथ में बाँट कर पृथ्वी कि सुंदर-सुंदर तस्वीरों को लेने में सक्षम है।
VIIRS के जरिये ली गई तस्वीरों में भारत काफी आकर्षक और सुंदर दिख रहा है। रात में ली गई इन तस्वीरों में आप भारत के बड़े-बड़े व जगमगाते हुए सहरों को आसानी से देख सकते हैं। जुगनू के जैसे धीमी व चित्ताकर्षक लगने वाले ये प्रकाश कि बिंदियाँ इस बात को दर्शाती हैं कि, आज भारत के कोने-कोने में बिजली कि तार पहुँच चुकी है। हालांकि! आज भी कुछ जगहों तक बिजली कि ये बिंदियाँ अभी पहुंचनी बाकी हैं।
अंतरिक्ष से भारत को देख कर मंत्रमुग्ध हुये राकेश शर्मा ने क्या कहा था! :-
वो था साल 1984, जब पहले भारतीय के तौर पर भारतीय वायु सेना के पायलट राकेश शर्मा ने अंतरिक्ष के लिए अपनी उड़ान भरी थी। सोवियत संघ के “सोयूज टी-11″ मिशन के चलते राकेश शर्मा जी को अंतरिक्ष में जाने के लिए चुना गया था। वैसे जब राकेश जी पहली बार अंतरिक्ष में पहुंचे तब उन्होंने भारत के उस समय के प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी जी को भारत के बारे में काफी कुछ बताया था। मित्रों! उस समय के प्रधान मंत्री श्रीमति इंदिरा गांधी जी के साथ राकेश शर्मा जी कि बात को भारतीय इतिहास के स्वर्णिम अक्षरों में रखा गया हैं।
खैर उस समय प्रधान मंत्री जी ने राकेश शर्मा जी को पूछा था कि, “ऊपर से भारत कैसा दिखता है आपको”? (how does India look from space)? वैसे इस सवाल के जवाब के तौर पर राकेश शर्मा जी ने उत्तर दिया कि, “सारे जहां से अच्छा”। यानी राकेश शर्मा जी अंतरिक्ष से भारत कि सुंदरता को देख कर इतने मंत्रमुग्ध हो गए थे कि, उन्हें पृथ्वी में बसे अन्य देशों के तुलना में भारत ही सबसे ज्यादा खूबसूरत लगी थी। बता दूँ कि, इंदिरा गांधी जी और राकेश शर्मा के बीच हुई ये बातें आज भी इतनी ताजा लगती हैं जितनी ये 37 साल पहले थीं।
खैर राकेश शर्मा जी सोयूज टी-11 मिशन के तहत अंतरिक्ष में कुल 7 दिन 21 घंटे और 40 मिनट रहे थे। बता दूँ कि, ये मिशन भारत के एलिट स्पेस एजेंसी इस्रो और सोवियत संघ के इंटरकॉसमॉस के जाइंट मिशन के कारण सफल हो पाया था। दोस्तों! 1984 का साल भारत के अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में एक काफी महत्वपूर्ण साल था। क्योंकि, इसी साल ही किसी भारतीय ने अपने कदम अंतरिक्ष में रखा था।
अंतरिक्ष से रात में ली गई इन तस्वीरों का क्या महत्व है? :-
अब नासा कुछ भी काम ऐसे ही नहीं करेगा। उसके हर एक काम के पीछे कुछ न कुछ मकसद छुपी हुई रहती हैं। अंतरिक्ष (how does India look from space) से लिए गए इन तस्वीरों के जरिये हम पृथ्वी पर रह कर ही काफी सारे जानकारियों को जूटा सकते हैं। जैसे की किसी प्राकृतिक आपदा का पूर्वानुमान लगाना। दरअसल VIIRS के जरिये पृथ्वी पर होने वाली छोटी सी छोटी सी हलचल को हम समय रहते ही भाँप सकते हैं। जिसके कारण आने वाले समय में होने वाली बाड़ या तूफानों से हम अपने-आप को बचा सकते हैं।
इसके अलावा इन तस्वीरों और VIIRS के कारण हम पृथ्वी पर चल रहें युद्ध की गतिविधि और बिजली के सप्लाई के बारे में भी अच्छा खासा जानकारी जुटा सकते हैं। वैसे वैज्ञानिकों के अनुसार इन तस्वीरों से हम कई मानवयुक्त गतिविधिओं के ऊपर भी नजर रख सकते हैं। जैसे की किसी उत्सव के दिन ज्यादा बिजली बत्तिओं का जलना और अराजकता के समय शरणार्थीओं का एक से दूसरी देश की और जाना। मित्रों! आप कह सकते हैं की; ये तस्वीर देखने में सिर्फ सुंदर ही नहीं परंतु काफी काम के भी हैं।
क्योंकि किसी भी देश में होने वाले बड़े-बड़े बदलाव आप इन तस्वीरों के जरिये देख सकते हैं। रात में लिए गए ये तस्वीरें किसी भ देश की आर्थिक विकास को दिखाता हैं, क्योंकि बिजली का कनैक्शन दोनों ही आधुनिकता और आर्थिक विकास का प्रतीक होता हैं। इसके अलावा दिन में लिए गए तस्वीरों से ज्यादा रात में लिए गए इन तस्वीरों को ज्यादा अच्छे से विश्लेषित किया जा सकता हैं।
निष्कर्ष – Conclusion :-
हालांकि! रात में लिए गिए इन तस्वीरों (how does India look from space) के काफी सारे फायदेमंद विशेषताएँ हैं, परंतु ऐसे तस्वीरों को अंतरिक्ष से लेना काफी ज्यादा कठिन होता हैं। पृथ्वी की सतह और समंदर से प्रकाश की किरणें कई अलग-अलग तरह से प्रतिबिंबित होते हैं। इसलिए उपकरणों का काफी सटीकता से काम करना बहुत ही जरूरी हैं।
इसके अलावा पृथ्वी के सतह की भौगोलिक अवस्था और ऋतुओं के कारण होने वाले बारिश और तुषार पात के कारण भी इन तस्वीरों को लेना काफी कठिन हो जाता हैं। खैर इतने कठिनाईओं के बाद भी इन तस्वीरों को जब भी हम देखते हैं, ऐसा लगता हैं की किसी बहुत ही सधे हुये कारीगर ने अपनी उच्चतम कारीगरी की जलवे बिखेर दिये हो। खैर इसमें कोई दोराहा नहीं हैं कि, भारत कि अनुपम सुंदरता कि एक झलक हमें इन तस्वीरों से देखने को मिल जाता हैं।
आशा हैं कि, आने वाले समय में हमारा देश ऐसे ही विकास करता रहें और ऐसे ही कई सारे टिम-टिमाते प्रकाश के गुच्छों का जमावड़ा हमें देखने को मिलें। आपका इसके बारे में क्या ख्याल हैं, जरूर कॉमेंट कर के बताइएगा।
Sources :- www.downtoearth.org.in