प्रकाश (Light Year In Hindi), ये एक ऐसी चीज़ है जिसके बिना पूरा खगोल शास्त्र ही अधूरा है। मैंने और आप लोगों के साथ मिलकर इस वेबसाइट पर अंतरिक्ष विज्ञान से जुड़ी कई बातों पर चर्चा कि है, जिसके लिए मैं आपको हृदय से धन्यवाद देता हूँ। पर हर बार की तरह इस बार मैं आपके लिए फिर से एक नया विषय लाया हूँ? क्या आपने कभी एक बात पर गौर किया है? जब भी कभी अंतरिक्ष विज्ञान के ऊपर बातचीत होती है तब प्रकाश का नाम अवश्य ही आता है! तो, सोचने वाली बात ये है की, आखिर ऐसा क्यों होता हैं? अंतरिक्ष विज्ञान में प्रकाश का इतना महत्व क्यों है, क्यों इसे हर विषय में जोड़ा जाता है, आखिर इसके पीछे वजह क्या है? चलिए जानते हैं इस लेख में।
मित्रों! कहा जाता है कि, प्रकाश (what is light year in hindi) के बिना जीवन संभव नहीं है। क्योंकि, इसी से ही जीवन को ऊर्जा मिलती है। परंतु, चौंकाने वाली बात तो ये है कि, भले ही प्रकाश के बिना एक बार जीवन शायद भी संभव हो सकता हैं परंतु इसके बिना हम कभी भी ब्रह्मांड को समझ ही नहीं सकते हैं। आज हम जिस ब्लैक होल, सुपरनोवा या धूमकेतुओं के बारे में बातें कर रहें हैं, उन सभी चीजों को हम प्रकाश के कारण ही समझ व देख पाये हैं। तो, आप कह सकते हैं कि प्रकाश के आधार पर ही हमारा ब्रह्मांड हमारी समझ में आया है।
तो, आज के लेख में क्या होगा? अवश्य ही कुछ खास तो होगा ही। मित्रों! आज के इस लेख में हम अंतरिक्ष विज्ञान के सबसे मूलभूत व बहुत ही महत्वपूर्ण यूनिट “प्रकाश वर्ष (Light Year)” के बारे में जानेंगे। इस युनिट का प्रयोग ब्रह्मांड में दूरी के लिए किया जाता है।
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“प्रकाश वर्ष” किसे कहते हैं? – What Is Light Year In Hindi? :-
अगर कोई व्यक्ति अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहता है तो, उनके लिए ये लेख मूलभूत होने के साथ ही साथ काफी जरूरी भी होने वाला है। अगर आप अंतरिक्ष विज्ञान में अपना पहला कदम रखेंगे तो, सबसे पहले आपको जो शब्द सुनने को मिलेगा वो होगा “प्रकाश वर्ष”! तो, आखिर ये प्रकाश वर्ष (what is light year in hindi) है क्या? आखिर इसकी क्या संज्ञा हैं? इसी के बारे में ही हम अभी आगे बातें करेंगे।
तो, मित्रों! अगर मैं आप लोगों को काफी सरल भाषा में समझाऊँ तो, “पृथ्वी के एक साल यानी 365 दिनों के अंदर प्रकाश अंतरिक्ष में जितनी दूरी तय करेगा उसी को ही एक प्रकाश वर्ष कहते है”। यानी आप कह सकते हैं की, पृथ्वी से अगर कोई प्रकाश आज निकलता है (16 जून 2021) तो एक साल बाद (16 जून 2022) वो अंतरिक्ष में जितनी दूरी तय कर सकेगा उसी को ही आप एक प्रकाश वर्ष कहेंगे। मित्रों! अधिक जानकारी के लिए बता दूँ की, इन्हीं प्रकाश वर्षों के आधार पर अंतरिक्ष में मौजूद खगोलीय पिंडों की दूरी को तय किया जाता है।
इसलिए, प्रकाश वर्ष के बिना अंतरिक्ष विज्ञान अधूरा है। एक खास बात और भी है कि, प्रकाश वर्ष के कारण ही हम आकाशगंगाओं तथा ब्लैक होल्स जैसे विशालकाय खगोलीय संरचनाओं के आकारों को भी माप पाते हैं। आज हम जीतनी भी खोजें अंतरिक्ष विज्ञान में देख रहें हैं ये सब प्रकाश वर्ष के कारण ही हैं। तो, आप अब खुद ही सोचिए की, हमारे लिए प्रकाश वर्ष आखिर कितना ज्यादा महत्वपूर्ण है!
आखिर एक साल में प्रकाश कितनी दूरी तय कर लेता है? :-
“प्रकाश वर्ष” (what is light year in hindi) क्या है? इसको जानने के बाद अब दूसरा बड़ा सवाल जो लोगों के मन में आता हैं वो ये है की, आखिर एक साल में प्रकाश कितनी दूरी तय कर लेता है? तो, इसका मित्रों! जो जवाब है वो है “90,00,00,00,00,000 km”। जी हाँ! आप लोगों ने सही पढ़ा, एक साल के अंदर प्रकाश लगभग 90 हजार करोड़ किलोमीटर की दूरी तय कर लेता है। मित्रों! इससे आप अब खुद ही अंदाजा लगा लें की, आखिर प्रकाश की रफ्तार क्या होगी! वैसे क्या आप बता सकते है, एक सेकंड में प्रकाश कितनी दूरी तय कर लेता है?
एक सेकंड में प्रकाश तय कर लेता है इतनी दूरी! :-
सोचिए-सोचिए! आप लोगों ने ऊपर पूछे गए सवाल के जवाब को अपने स्कूल के दौरान अवश्य ही पढ़ा होगा! खैर मैं बता देता हूँ, एक सेकंड के अंदर प्रकाश 2,99,792 km यानी लगभग 3 लाख किलोमीटर की दूरी तय कर लेता है। इसलिए प्रकाश की गति के आधार पर ही हम ब्रह्मांड के आकार को माप पाते है। दूरी मापने के लिए एकक के तौर पर प्रकाश वर्ष को लेना एक बहुत ही अच्छा निर्णय हैं, क्योंकि इससे भ्रम और गड़बड़ी नहीं होती है। इसके अलावा दूरी के इतने बड़े-बड़े अंकों को हम साधारण दूरी के मापदंडों के आधार पर कभी नहीं माप नहीं पाते।
वैसे एक खास बात ये भी है की, प्रकाश वर्ष को अंतरिक्ष में दूरी का मापदंड मानने के बाद भी हमारे लिए ये ब्रह्मांड आज भी इतना बड़ा लग रहा है। तो, सोचिए अगर हम इसके आकार को कहीं साधारण किलोमीटर के आधार पर मापने का प्रयास करते तो, हमारे लिए ये ब्रह्मांड फिर कितना बड़ा होता? खैर जो भी हो, हमने सही मापदंड का इस्तेमाल किया है और आशा है की आने वाले समय में भी अवश्य ही करेंगे।
क्या प्रकाश वर्ष हमारे अतीत को दर्शाता है? :-
अब शीर्षक पढ़ के आप लोगों को कुछ सुनी-सुनी बातें याद आ रहीं होंगी! अगर आप लोग अकसर अंतरिक्ष विज्ञान से जुड़े आर्टिकल्स या खबर पढ़ते हैं तो, आपको हमेशा एक बात देखने को मिलती है कि, अंतरिक्ष में देखना माने अतीत में देखना है! परंतु, क्या कभी आपने इस बात पर थोड़ा सा भी सोचने का प्रयास किया है कि, आखिर क्यों ऐसा बोला जा रहा है? आखिर अंतरिक्ष में देखना कैसे अतीत में देखने के बराबर है? मित्रों! एक सवाल से कई सारे सवाल फिर पैदा हो गए न! सच में यहीं तो मजा है अंतरिक्ष विज्ञान में, हमेशा ही आपको जिज्ञासा से भर कर रखता है।
खैर अंतरिक्ष में देखना अतीत में देखने के बराबर इसलिए है क्यों की, इसमें प्रकाश (what is light year in hindi) अपना महत्वपूर्ण किरदार अदा कर रहा है। आज हम ब्रह्मांड में जीतनी भी चीजों को देख रहें हैं, उन सभी चीजों से कई अरबों साल पहले से ही प्रकाश की किरणें निकल चुकीं हैं और कई अरबों साल अंतरिक्ष में यात्रा कर के बाद ही आज हमारे पास पहुँची हैं। इसलिए आज हम अंतरिक्ष के दूर किसी कोने में जिस चीज़ को देख रहें हैं, शायद आने वाले समय में वो चीज़ हो ही न या स्वरूप में वो बदल भी जाए। इसके बारे में कोई कुछ नहीं कर सकता हैं या कह सकता है।
हमने प्रकाश वर्ष को ही क्यों अंतरिक्ष में दूरी मापने के लिए उपयोग में लिया? :-
सूर्य से पृथ्वी तक प्रकाश को आने के लिए लगभग 8 मिनट 20 सेकंड का समय लगता है, तो सूरज को भी हम 8 मिनट 20 सेकंड पुराना ही देख रहें हैं। तो, यहाँ फिर से सवाल ये उठता है कि, क्यों हमने प्रकाश वर्ष (What is light years in hindi) को ही अंतरिक्ष में दूरी मापने के लिए इस्तेमाल में लिया?
अंतरिक्ष में मीटर, किलोमीटर या मील के जरिये खगोलीय चीजों के अंदर दूरी को मापना एक बहुत ही कठिन काम है। हम जिस तरह आसानी से पृथ्वी के अंदर किलोमीटर और मील से दूरी को माप लेते है, उस तरह हम अंतरिक्ष में दूरी को नहीं माप सकते हैं। पृथ्वी से सबसे निकट तारों का समूह 7,861,000,000,000,000 मिल दूर मौजूद है, जिसे की हम “Orion Nebula” के नाम से ही पुकारते है। वैसे अगर में 7,861,000,000,000,000 मील के बजाए ये बोलूँ की ओरियन नेब्यूला हमसे 1,300 प्रकाश वर्ष दूर मौजूद है, तो आपको सुनने में कैसा लग रहा है? अवश्य ही अच्छा ही लगा है।
इसलिए मित्रों! अगर हम किलोमीटर या मील की इकाई को अंतरिक्ष में इस्तेमाल करेंगे तो, संख्याओं का पहाड़ हमारे ऊपर टूट पड़ेगा। जो की हमारे लिए एक बेवजह ही चुनौती बन जाएगा। इसके अलावा बता दूँ की, प्रकाश वर्ष को इस्तेमाल करने से हमारे लिए आंकड़ों को याद रखना तथा समझना भी काफी सहज हो जाता है। जैसे की हमारी आकाशगंगा का केंद्र हम से 27,000 प्रकाश वर्ष दूरी पर मौजूद है या हमारी पड़ोसी आकाशगंगा की हमसे दूरी 25 लाख प्रकाश वर्ष है।
निष्कर्ष – Conclusion :-
पृथ्वी से लगभग 4.35 प्रकाश वर्ष के दूरी पर “Proxima Centauri“ नाम का एक सितारा मौजूद है। जो की, सूर्य के बाद पृथ्वी से सबसे निकट सितारा है। तो, प्रोक्सिमा सेंचुरी से प्रकाश के किरणों को हमारे पास पहुँचने के लिए लगभग 4.35 वर्षों (पृथ्वी के वर्षों के हिसाब से) का समय लग रहा है। इसलिए आज हम जीस प्रोक्सिमा सेंचुरी देख रहें हैं, दरअसल वो लगभग 4.35 वर्ष पुराना प्रोक्सिमा सेंचुरी है।
हमने आज के पूरे लेख में प्रकाश वर्ष (what is light year in hindi) क्या है? ये क्यों इस्तेमाल होता है? जैसे कई बातों के बारे में जाना। परंतु, फिर भी कई ऐसी बातें हैं, जो की मेरे मन में चल रही हैं। मित्रों! कई बार हमारे मन में ये सवाल उठता है की, क्या प्रकाश वर्ष का कोई विकल्प नहीं है? क्या हम अंतरिक्ष में दूरी सिर्फ प्रकाश वर्ष से ही माप सकते हैं? तो दोस्तों, आप लोगों को बता दूँ की, प्रकाश वर्ष के अलावा भी हम अन्य इकाइयों से अंतरिक्ष में दूरी को माप सकते हैं।
वैज्ञानिक प्रकाश वर्ष के विकल्प के तौर पर “Parsec” का उपयोग करते हैं। अधिक जानकारी के लिए बता दूँ की, एक “Parsec” का अर्थ हैं “पृथ्वी के सूर्य से हर आधे आवर्तन के साथ 1 आर्कसेकंड तक अपना जगह बदलने वाले सितारे की पृथ्वी से दूरी”। अधिक जानकारी के लिए बता दूँ की, एक आर्कसेकंड माने 3.26 प्रकाश वर्ष। खैर इसके बारे में हम अवश्य ही आने वाले आर्टिकल्स में चर्चा करेंगे।