अंतरिक्ष हमारे लिए किसी पहेली से कम नहीं हैं। क्योंकि यहाँ हर वक़्त कुछ न कुछ अद्भुत घटित होता रहता है। मित्रों! आप लोगों को जानकर हैरानी होगी कि, अंतरिक्ष में कई तरह की घटनाएँ ऐसे भी हैं, जिन्हें हम जानते तो हैं, परंतु उनके बारे में हम ज्यादा बात करते ही नहीं हैं। ये ब्रह्मांड या यूं कहें कि, हमारे आस-पास मौजूद अंतरिक्ष काफी तेजी से घूम (Everything In Space Moving) रहा है। सिर्फ हमारा सौर-मण्डल ही नहीं, परंतु पूरा का पूरा आकाशगंगा गति-शील है। सुन कर ये बात जितनी अटपटी लग रही हैं, हकीकत में ये उससे भी ज्यादा रोचक है।
जी हाँ, मित्रों! अंतरिक्ष (Everything In Space Moving) की हर एक चीज़ कभी स्थिर हो कर नहीं रहती है। वैसे यहाँ हम इन्हीं चीजों के बारे में बातें करेंगे और देखेंगे कि, आखिर क्यों ऐसा बोला जा रहा है। दोस्तों, आज का ये लेख काफी ज्यादा रोचक व ज्ञान-वर्धक होने वाला है। इसलिए इस लेख को आप जरूर ज्यादा से ज्यादा शेयर कर के बहुत लोगों तक पहुंचाएगा। ताकि, ज्यादा से ज्यादा लोग इसके बारे में जा पाएंगे। इसके अलावा आप लोगों से भी अनुरोध है कि, लेख को आरंभ से ले कर अंत तक जरूर पढ़िएगा।
तो, चलिये अब लेख में आगे बढ़ते हुए, इसे शुरू करते हैं और देखते हैं कि, आखिर ये असल मुद्दा क्या है।
विषय - सूची
अंतरिक्ष गति-शील है! – Everything In Space Moving! :-
वैज्ञानिकों के अनुसार बिग-बैंग के तुरंत बाद से ही अंतरिक्ष (Everything In Space Moving) की हर एक चीज़ काफी तेजी से गति-शील है। ब्रह्मांड की हर एक चीज़ काफी तेजी से घूम रही है। उदाहरण के लिए आप पृथ्वी, सूर्य या हमारे आकाशगंगा “मिल्की वे” को ही देख लीजिए। ये हर एक कॉस्मिक चीज़ें किसी न किसी के चारों तरफ घूम रहीं है। परंतु यहाँ एक अहम सवाल ये उठता है कि, आखिर क्यों अंतरिक्ष की हर एक चीज़ गतिशील है? मित्रों, इसी सवाल के जवाब को तो हम इस लेख में ढूँढने की कोशिश करेंगे।
वैसे इस सवाल के जवाब को ढूँढने के लिए, सबसे पहले हमें ये देखा होगा कि, आखिर अंतरिक्ष में मौजूद ये चीज़ें किस पदार्थ से बनी हुई हैं। कुछ वैज्ञानिक ये बताते हैं कि, ब्रह्मांड की शुरुआत बिग-बैंग से हुई है, जहां हर एक चीज़ एक छोटी सी विंदु से बनी है। मित्रों, इसी बिन्दु से ही बाद में फैलाव की प्रक्रिया शुरू हो कर, आज के अंतरिक्ष का निर्माण हुआ है। जिसका ये मतलब है कि, आज हम जितनी भी चीजों को देख रहें हैं, वो सभी फैलाव के कारण ही हुआ हैं। इसलिए ये फैलाव आज भी जारी हैं। ताकि नई-नई चीजों की बनावट शुरू हो सके।
बिग-बैंग के धमाके के ऊर्जा के कारण, आज तक ब्रह्मांड की हर एक चीज़ एक-दूसरे से दूर होते जा रहें हैं। वैसे बताते हैं कि, बिग-बैंग तो सिर्फ एक शुरुआत था; अब तो असल चीज़ें होने बाकी हैं। कहने का मतलब ये हैं कि, आज भी हमारा ब्रह्मांड फैल कर बड़ा होता जा रहा हैं और इसके अंदर नए-नए चीज़ें बन रहें हैं। जो की, एक काफी ज्यादा दिलचस्प बात हैं। क्योंकि इसके बारे में ज्यादा कोई बात नहीं होता हैं।
क्या हैं इस गति का रहस्य? :-
वैज्ञानिक अंतरिक्ष (Everything In Space Moving) के गतिशील होने के पीछे कई सारे कारणों को बताते हैं। परंतु क्या आप जानते हैं, अंतरिक्ष में इससे भी कई सारे चीज़ें जिनके बारे में हमें भनक तक नहीं हैं। बताते हैं कि, अंतरिक्ष में होने वाले मोशन का मूल कारण ब्रह्मांड के फैलाव को बता रहा हैं। परंतु यहाँ और एक दिलचस्प बात ये हैं कि, ये मोशन सिर्फ बड़े-बड़े चीजों के ऊपर प्रभाव डालता हैं। इसके अलावा एक बात ये भी हैं कि, इसका प्रभाव ज़्यादातर हमें सुदूर इलाकों में मौजूद चीजों में दिखाई पड़ता हैं। क्योंकि शायद ये चीज़ें हकीकत में कभी मोशन में न रहें हो!
हालांकि! एक बात तय हैं कि, हमारे ब्रह्मांड का आकार बढ़ रहा हैं। क्योंकि अंतरिक्ष में मौजूद हर एक चीज़ के बीच की दूरी धीरे-धीरे बढ़ रहा हैं। वैसे अब लोगों के मन में ये सवाल जरूर आ रहा होगा कि, अगर सिर्फ बड़े चीजों के ऊपर ब्रह्मांड का फैलाव प्रभाव डाल रहा हैं; तो छोटे चीजों के ऊपर कौन प्रभाव डाल रहा हैं? तो, मित्रों! मेँ आप लोगों को बता दूँ कि, अंतरिक्ष में मौजूद ज़्यादातर छोटे चीजों के ऊपर रोटेशनल मोशन ही प्रभाव डालता हैं। और शायद इसी के कारण ये चीज़ें गतिशील भी होते हैं।
आप लोगों की अधिक जानकारी के लिए बता दूँ कि, ब्रह्मांड में ज्यादा रोटेशनल मोशन के कारण चीज़ें गतिशील होते हैं। क्योंकि इन्हीं प्रभावों के कारण ही, हमारी पृथ्वी आज गतिशील हैं। वैसे आप लोगों को इसके बारे में क्या लगता हैं, कमेंट कर के जरूर ही बताइएगा। आप लोगों के कमेंट हम पढ़ते हैं और इससे हमें खुशी भी मिलती हैं। इसलिए आप जरूर ही अपना राय कमेंट के जरिये रखिएगा।
अंतरिक्ष और ब्रह्मांड का फैलाव! :-
मित्रों! हमारे ब्रह्मांड में कई सारे कॉस्मिक चीज़ें मौजूद हैं। और हर एक चीज़ की अपनी ही एक कहानी हैं। क्योंकि ये ब्रह्मांड हमारे लिए बहुत ही ज्यादा रहस्यमयी हैं। क्योंकि इसके अंदर कई सारे राज छुपे हुए रहते हैं। खैर अगर मेँ अंतरिक्ष (Everything In Space Moving) में मौजूद छोटे चीजों की बात करूँ तो, इनके ऊपर और एक प्रभाव काफी ज्यादा काम करता हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार अंगुलर मुमेमन्ट्म के कारण ये संभव हो पाता हैं।
दोस्तों! ये ही वजह हैं कि, आज के समय में हमारा ब्रह्मांड इतने तेजी से फैल रहा हैं। वैसे अंगुलर मुमेमन्ट्म के कारण दो चीज़ें एक-दूसरे को अपनी और भी आकर्षित करते हैं। इससे अगर इन चीजों के बीच टक्कर या ये एक-दूसरे से दूर हो कर नहीं जाते हैं; तब ये एक-दूसरे के पास रह कर एक-दूसरे के चारों तरफ घूमने लगते हैं। मित्रों! ये प्रक्रिया देखने में सिम्पल व प्रभावशाली होने के कारण, ज्यादातर वैज्ञानिक इसी को ही सच मानते हैं। क्योंकि इस प्रभाव के उदाहरण हमें काफी सारे जगहों पर देखने को मिलते हैं।
वैसे इस प्रभाव की सबसे खास बात ये हैं कि, ये अंतरिक्ष में मौजूद छोटी सी छोटी चीज़ से लेकर बड़ी सी बड़ी चीजों तक काम करती हैं। कहने का मतलब ये हैं कि, चावल के दानों से ले कर बड़े-बड़े ब्रह्मांड तक; तक प्रभाव सब के ऊपर अपना प्रभाव डालता हैं। मित्रों! अगर हम यहाँ हमारे सौर-मण्डल को देखें, तो हमें अंगुलर मुमेमन्ट्म के प्रभाव को काफी ज्यादा महसूस होगा। क्योंकि ये काफी ज्यादा कॉमन हैं।
निष्कर्ष – Conclusion :-
हमारे ब्रह्मांड में ऐसे कई सारे चीज़ें मौजूद हैं, जिन्हें हम नजरंदाज कर देते हैं। परंतु उन्हीं चीजों के अंदर ही हमारे सवालों के जवाब छुपे हुए रहते हैं। कहने का मतलब हैं कि, हमारे सौर-मण्डल में ही हमें कई सारे जवाब मिल जाते हैं; जिसकी तलाश हम सुदूर अंतरिक्ष (Everything In Space Moving) के इलाकों में करते रहते हैं। खैर ब्रह्मांड में मौजूद हर एक चीज़ के गति को समझने के लिए हमें कुछ मूलभूत बातों को पहले समझना होगा। कहने का मतलब ये हैं कि, ब्रह्मांड के चीजों में होने वाले गति के कारण काफी ज्यादा स्पीनिंग ऊर्जा बनता हैं।
इसी ऊर्जा के कारण बाद में हमारे ब्रह्मांड में फैलाव को देखा गया हैं। मित्रों! हमारा सौर-मण्डल भी एक काफी तेजी से घूमने वाला विशालकाय कॉस्मिक ऑब्जेक्ट हैं। जिसे अंगुलर मुमेमन्ट्म ने हमेशा ही गतिशील बना कर रखा हैं। और इसी के कारण ही, ये आज तक एक बार भी नहीं रुका हैं। हालांकि! जब आकाशगंगाओं की घूमने की बात आती हैं, तब इसके केंद्र में डार्क मैटर की बात आती हैं। इसे हम न तो देख सकते हैं और न ही महसूस।
ये एक ऐसी चीज़ हैं, जिसने पूरे ब्रह्मांड में अपनी प्रेसेंस फील कराई हैं। और इसी के कारण ही शायद आज इतने बड़े आकाशगंगाएँ घूम रहें हैं।
Source :- www.livescience.com