पृथ्वी और चंद्रमा (mystery rocket in moon) के बीच आए दिन कुछ न कुछ विचित्र घटनाएं होती ही रहती हैं। इसलिए हमारी दृष्टि चंद्रमा के हर एक पहलू पर निरंतर रहती हैं। मैंने आपको इससे पहले अपने कई लेखों में चाँद से जुड़ी कई रोचक बातों को बताया है, परंतु आज मैं जिस चीज़ के बारे में आप लोगों को बताने जा रहा हूँ, उसको सुनकर शायद आपके कान भी अपने ऊपर यकीन नहीं कर पाएंगे। क्योंकि ये बात ही कुछ ऐसी हैं, जो की काफी ज्यादा अनजान और कई सारे रहस्यों से भरा हुई है।
हम सौर-मंडल के बाहर और यहाँ तक की हमारी आकाशगंगा के बाहर भी दूसरी सभ्यताओं के बारे में अक्सर तलाश करते रहते हैं। परंतु अगर मैं कहूँ कि, चंद्रमा पर परग्रही शायद हो सकते हैं, तब आपका भाव इस बात को लेकर कैसा हो सकता हैं? मित्रों! चंद्रमा पर हमारे वैज्ञानिक पहले भी जा चुके हैं और अगर हमें उस जगह कुछ भी जीवन संबंधित मिल जाता है। तब हमारे लिए ये एक बहुत ही बड़ा खोज हो सकती हैं। तो, क्या वाकई में चाँद पर परग्रही मौजूद हैं? या ये सिर्फ एक अफवाह मात्र ही है।
चलिए आज हम ऊपर दिए गए उसी सवाल के जवाब को नीचे लेख में आगे बढ़ते हुए ढूँढने का प्रयास करते हैं। आशा है आप लोग इस लेख के जरिए मेरे साथ अंत तक जुड़े रहेंगे और बहुत सी नई चीजों को जानने का प्रयास करेंगे।
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चंद्रमा पर दिखा एक रहस्यमयी रॉकेट! – Mystery Rocket In Moon! –
हाल ही में अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने चाँद पर एक दुर्लभ चीज़ को देख लिया है। नासा के अनुसार उसने चाँद (mystery rocket in moon) पर एक रहस्यमयी स्पेसक्राफ्ट के भग्नावशेष को ट्रैक कर लिया है। अभी तक ये पुष्टि नहीं हुई है कि, आखिर ये स्पेसक्राफ्ट किसका है! कुछ लोगों कि माने तो ये परग्रही सभ्यता का भी हो सकता है। वैसे नासा कि ओर से इसकी औपचारिक पुष्टिकरण अब तक नहीं आया है। मित्रों, कहीं ये स्पेसक्राफ्ट वाकई में किसी दूसरी सभ्यता का तो नहीं हैं! क्योंकि सारे सबूत उसी ओर भी सकंते कर रहें हैं।
इसी साल मार्च के महीने में नासा ने चाँद के फार साइड में एक स्पेसक्राफ्ट कि क्रैशिंग साइट को फोटो खींच कर विश्लेषण कर रहा था। विश्लेषण करने के बाद पता चला है कि, इस क्रैशिंग साइट पर दो पास-पास मौजूद क्रैटर (गड्ढे) बने हुए हैं। जो कि संभव हैं उसी स्पेसक्राफ्ट के चाँद पर क्रैश लैंडिंग के कारण ही बना हो। अब इन दोनों ही क्रेटर्स को देख कर वैज्ञानिकों का दिमाग चकरा जा रहा हैं। उनके मन में खास कर के उस रहस्यमयी रॉकेट के बारे में कई सारे सवाल उठ रहें हैं।
खैर रहस्यमयी रॉकेट के फोटो को नासा के “Lunar Reconnaissance Orbiter (LRO)” ने खींचा हैं। बता दूँ कि, फोटो को खींचा तो काफी पहले ही गया था; परंतु इसको दुनिया के सामने रिलीज इसी महीने यानी जून 24 को ही किया गया हैं। इस फोटो में दो ओवरलैप हो चुके क्रेटर को एक साथ देख जा सकता हैं।
आखिर कैसे बना होगें इस तरह के अनजान क्रेटर! :-
कुछ वैज्ञानिकों के हिसाब से जब रहस्यमयी स्पेसक्राफ्ट चाँद (mystery rocket in moon) के सतह से टकराया होगा, तब उसकी रफ़्तार लगभग 9,200 km/h तक रहीं होगी। और ये ही वजह है कि, चाँद की सतह पर इतने बड़े-बड़े दो क्रेटर अब बन चुके हैं। परंतु क्रेटर के बनने का अजीबो-गरीब पैटर्न और इसके आसपास के इलाके में मौजूद कुछ अनोखे चीजों के कारण, अब ये क्रैश लैंडिंग काफी ज्यादा चर्चा का विषय बन गया है। हालांकि! कुछ वैज्ञानिकों ने इन क्रेटर्स के बनने के पीछे के कारणों को अलग ही बताया है। उनके हिसाब से ये स्पेस क्राफ्ट अन्तरिक्ष में मंडरा रहे स्पेस जंक का ही नतीजा है।
उनके हिसाब से जब ये स्पेस क्राफ्ट का मलवा घूम-घूम कर चाँद के फार साइड पर जा टकराता है, तभी ये दोनों क्रेटर्स बने हुए हैं। कुछ वैज्ञानिकों ने तो इस स्पेस क्राफ्ट के मलवे को चाँद की ओर्बिट में देखने का दावा भी कर डाला है। खैर अभी भी ये स्पेस क्राफ्ट किसका हैं और कहाँ से आया है, इसके बारे में अभी तक कोई सटीक जानकारी नहीं मिल पाई है। सूत्रों से ये भी पता लगा है कि, ये स्पेस क्राफ्ट “SpaceX” के द्वारा साल 2015 लाँच किए गए “Falcon X” रॉकेट का है। बहरहाल चाँद पर मौजूद स्पेसक्राफ्ट का मलवा इसके सेकंड स्टेज का बताया जा रहा है।
हालांकि! इस बात में भी एक अलग ही ट्विस्ट आ चुका है। एक अलग रिपोर्ट में ये बताया गया है कि, स्पेसक्राफ्ट का ये मलवा फैलकन-एक्स रॉकेट नहीं है। वास्तव में ये मलवा एक चीनी रॉकेट का है। दरअसल बात ये है कि, 2014 में चीन ने “Change’s 5-T1” नाम के एक रॉकेट को लाँच किया था और उसी रॉकेट के अपर स्टेज का मलवा आज चाँद पर मौजूद हैं।
चीन कर रहा है मना! :-
परंतु एक हैरान कर देने वाली बात ये है कि, चाँद (mystery rocket in moon) पर गिरे इस रॉकेट के मलबे को देख कर खुद चीन ने एक काफी चौंका देने वाला बयान दिया है। चीनी अन्तरिक्ष एजेंसी ने चाँद पर मिले इस स्पेसक्राफ्ट को पहचानने से नकार दिया है। उनका कहना है कि, ये रॉकेट उनका है ही नहीं। दरअसल बात ये है कि, उनका रॉकेट साल 2014 में रिटर्न ट्रिप के दौरान ही पृथ्वी के लोवर ओर्बिट में जल कर खाक हो गया था। ऐसे में ये सवाल उठता है कि, आखिर ये रॉकेट है किसका? कहीं ये एलियन्स का तो नहीं हैं!
अभी तक नासा के अनुसार चाँद पर उसके 47 अलग-अलग स्पेसक्राफ्ट के मलवे गिर चुके हैं, परंतु किसी भी रॉकेट के मलबे ने इस तरह के डबल-क्रेटर को नहीं बनाया है। वैसे वैज्ञानिक अभी रॉकेट के इस इम्पैक्ट के बारे में सटीक कुछ नहीं बता पा रहें हैं, परंतु उनके अनुमान के हिसाब से रॉकेट का मलवा चाँद के “Hertzsprung crater” के पास मार्च 4 को गिरा होगा। वैसे उनके हिसाब से इम्पैक्ट का टाइम लगभग सुबह के 7.25 तक रहा होगा। खैर एक क्रेटर का आकार लगभग 18 मीटर तक और दूसरे क्रेटर का आकार लगभग 16 मीटर तक हो सकता है।
बता दूँ कि, टक्कर के कारण कई सौ मील ऊपर तक लुनर डस्ट बिखरा हुआ नजर आया है। परंतु जिस किसी भी कारण की वजह से ये दोनों क्रेटर बने हैं, इनका किसी भी साधारण कारण से कोई संबंध नहीं है। क्योंकि इस तरह के घटना का होना कोई सामान्य बात नहीं है और सिर्फ रॉकेट का मलवा ऐसे दो क्रेटर नहीं बना सकते हैं!
क्या इन क्रेटर्स को एलियन्स ने बनाया होगा! :-
चाँद (mystery rocket in moon) पर इस तरह के बड़े-बड़े कृत्रिम क्रेटर्स सिर्फ और सिर्फ स्पेस जंक के कारण ही संभव हो सकते हैं और काफी सारे वैज्ञानिकों का भी ये ही मानना है। परंतु जिस हिसाब से रॉकेट का मलवा चाँद पर बिखरा पड़ा है, उसको देख कर किसी भी नतीजे पर पहुँच पाना बेहद ही ज्यादा मुश्किल है। हालांकि! कई अमेरिकी वैज्ञानिकों का ये मानना है कि, अगर ये रॉकेट चीनिओं का नहीं हैं और न ही स्पेस-एक्स का हैं तो शायद ये रॉकेट परग्रहीओं का भी हो सकता है।
जिसको की अब नासा शायद दुनिया से छुपा रहा हो। वैसे इससे पहले भी नासा ने कई बार दुनिया के लोगों से कई तरह के बातों को खुफ़िया रखा हुआ है। वैसे कारण जो भी हो, अगर नासा के वैज्ञानिकों को इन दोनों क्रेटर्स के बारे में कुछ न कुछ अजीब लग रहा है। तब इसके कई सारे गड़े पहलू हो सकते हैं, जिनको कि सामने आना बेहद ही जरूरी है। आपकी इसको लेकर क्या राय हैं, जरूर ही बताइएगा।
Source – www.livescience.com