Physics

Higgs Field and Graviton का पूरा विज्ञान | Higgs Field and Graviton In Hindi.

क्या आपने God Particle के बारे में इन तथ्यों को जाना है?

Higgs Field and Graviton के ऊपर एक पहल नजर| – Introduction to Higgs Field and Graviton In Hindi.

आज के इस 21st सेंचुरी में Higgs Field and Graviton (हिग्स बोसोन और ग्रेविटोन) भौतिक विज्ञान का सबसे दिलचस्प विषय है| इसके साथ-साथ ( moreover ) Higgs Field and Graviton विज्ञान का एक ऐसा पहलू है, जिसे आज के वैज्ञानिक ठीक से समझ नहीं पाएँ है|

जी हाँ! दोस्तों यह एक रहस्य से घिरा हुआ विषय है| मित्रों, जैसे की मैंने अपने सूर्य से जुड़े लेख और शुक्र की Terraforming के आर्टिकल में बताया था की हमारा विज्ञान आज भी कई सारे सवालों का जवाब नहीं दे सकता है। इसी प्रकार से ( likewise ) विज्ञान Higgs Field and Graviton की संज्ञा को आज भी सही तरीके से दे नहीं पाया है|

तो, मित्रों इसीलिए ( therefore ) में आज इस लेख में Higgs Field and Graviton के ऊपर चर्चा करने जा रहा हूँ| क्यूँकी विज्ञानम (VIGYANAM) पर हम आपको इस तरीके के रोचक बातों को अवगत कराते रहना ही हमारा काम है| इसीलिए ( Hence ) अधिक ज्ञानवर्धक व दिलचस्पी से भरी हुई बातों को जानने के लिए इस लेख को पढ़ते रहिए|

मित्रों , मैंने यहाँ पर इस लेख को Higgs Field और Graviton के रूप में दो भागों में बाँटा है| इसलिए ( therefore ) लेख के पहले भाग में आपको Higgs Field और दूसरे भाग में Graviton पढ़ने को मिलेगा|

मित्रों परंतु लेख में आगे बढ्ने से पहले चलिये जान लेते हैं Higgs Boson क्या है| क्योंकि की ( because ) यह Higgs Filed को ज्यादा बेहतर तरीके से समझने में हमारी मदद करेगा|

वास्तविक में क्या है Higgs Boson ? – What Exactly Is the Higgs Boson In Hindi ?

Higgs Field and Graviton का पूरा विज्ञान - Higgs Field and Graviton in Hindi.
कणिका Credit: Science alert

Higgs Boson के ऊपर कई समय से कई सारे वैज्ञानिक शोध करते आ रहे हैं| दिलचस्पी से भरी बात यह है की इन्हीं शोधो के दौरान ( meanwhile )  हर एक वैज्ञानिक ने अपना ही एक Higgs Boson पर रिसर्च की है। वो , कहते हैं ना की सफल व्यक्ति के पीछे हर कोई भागता है| ठीक इसी प्रकार से  Higgs Boson जैसे सफल विषय पर हर एक वैज्ञानिक अपना ही एक मत रखना चाहता था।

1960 के दशक में Peter Higgs ने सबसे पहले Higgs Boson की सही तरीके से खोज की थी| Peter Higgs के साथ-साथ उनके दल में Robert Brout और Francois Engler भी शामिल थे। वैज्ञानिकों का यह दल Higgs Field के विषय को एक नया दिशा देने में सक्षम रहा| इसी वजह से Peter Higgs को Higgs Filed and Graviton का जन्मदाता भी कहा जाता है।

1964 के नबंबर में Peter Higgs ने Higgs Field and Higgs Bosons की खोज की थी| उनकी इस खोज के तुरंत ( immediately )  बाद Gerald Guralnik और Tom Kibble ने भी Higgs Filed पर अपना थ्योरी प्रकाशित की| परंतु ( But ) उनका थ्योरी Higgs जी की तरह सब को मान्य नहीं हुई।

वर्ष 1964 के आखिरी के दिनों में Peter Higgs , Robert Brout और Francois Engler को Higgs Field के लिए नोवल पुरस्कार मिला| अब चलिए Higgs Field and Graviton के इस लेख में आगे बढ़ते हुए Higgs Boson की संज्ञा को जानते है।

Higgs Boson की संज्ञा | – Defination of Higgs Boson In Hindi.

Higgs Field and Graviton का पूरा विज्ञान - Higgs Field and Graviton in Hindi.
Hadron Collider Credit: Universe Today

Higgs Boson वास्तविक में एक वाहक कणिका (Carrier Particle) है| विशेष ( Specifically ) रूप से यह Higgs Field के वाहक कणिका के रूप में काम करता है| अगर आसान भाषा में कहें तो यह हमारे शरीर में बहता हुआ खून की तरह है| जिसका काम Higgs Field में ऊर्जा का संचार करना है।

Boson को और भी बेहतर ढंग से समझने के लिए उदाहरण ( For example ) Photon को ले सकते हैं| जैसे Photon Electromagnetic Field के लिए ऊर्जा के मौलिक एकक प्रतीक है , ठीक इसी तरह ( Likewise ) Boson Higgs Field के ऊर्जा का मौलिक एकक है|

साधारण तौर पर Boson के तीन प्रकार होते हैं| पहला ( First ) W Boson , दूसरा  ( Second ) Z Boson और तीसरा ( Third ) Gluon | यह तीन प्रकार के Bosons कणिका , Nuclear Force को दो भागों में बांटते हैं| उन्हीं दो भागों में पहला ( First ) है ताकतवर Nuclear Force और दूसरा ( Second ) है कमजोर Nuclear Force .

W और Z Bosons कणिका कमजोर Nuclear Force को सूचित करते हैं| वहीं Gluon Boson ताकतवर Nuclear Force को सूचित करते हैं।

The Classification Of Bosons | Higgs Boson and Graviton
The Classification Of Bosons

Higgs Boson के ऊपर थोड़ी और जानकारी :-

बाकी अन्य अति-आणवीक कणिकायों के विपरीत Boson कणिका बहुत जल्दी विघटित (Disconnected)  हो जाता है| इसीलिए ( Hence ) यह पार्टीकल कोलाईडर में बहुत कम समय के लिए उत्पन्न होता है| हालाँकि! ( however ) 2013 में Higgs की खोज ने Boson पर नया प्रकाश डालने की अपनी कोशिशो में सक्षम रहा है। जेनेवा में मौजूद Hadron Collider को Boson के उत्पत्ति का मूल स्रोत माना गया है|वैसे आपको जान करके हैरानी होगी की| Boson कणिका ही आपके अस्तित्व का मूल कारण है| अगर ( in fact ) Boson कणिका ही न होता तो , इस संसार में कोई भी वस्तु का निर्धारित द्रव्य मान ही नहीं होता|

हर एक वस्तु प्रकाश की तरह बिखर कर इस अंतरिक्ष में तैरता हुआ नजर आता| Higgs Field and Graviton की इस लेख में में आपको और भी बता दूँ की! जैसे संसार की हर एक वस्तु अपने आकार से जानी जाती है| ठीक इसी तरह ( likewise ) Boson कणिका भी गुरुत्वाकर्षण बल (Gravitational Force) के इर्दगिर्द अपना अस्तित्व को बरकरार करके रखता है| इसी कारण से ( For this reason ) हमारा शरीर या दुनिया का हर कोई वस्तु Boson कणिका के बिना अधूरा है| समय-समय पर इसे God Particle का नाम दिया गया है| Boson कणिकायों का महत्व हमारे जीवन में बहुत ज्यादा है , जिसकी कल्पना कर पाना भी हमारे सोच से परे ( beyond ) है|

मित्रों! Higgs Field and Graviton के ऊपर आधारित इस लेख में, यहाँ ( Here ) बारी आती है Higgs Field की| तो , चलिए एक नजर उस पर भी डाल लेते हैं|

Higgs Field क्या है ? – What is Higgs Field In Hindi ?

The Higgs Field and Higgs Boson In Hindi

मैंने आपको पहले ही Higgs Boson के बारे में बता रखा है| इसीलिए ( therefore ) आपको Higgs Field को समझने में कोई दिक्कत नहीं होगी| मित्रों! अगर में आपको पुछूँ की ऐसे एक वस्तु या पदार्थ का नाम बताइए जिसका कोई वजन ही न हो तो , आपका जवाब क्या होगा? यहाँ ( here ) शायद कुछ लोग हवा का नाम लेंगे| परंतु ( but ) मित्रों में आपको बता दूँ की हवा का भी अपना वजन होता है| खैर कभी आपने यह सोचा है की एक वस्तु का वजन कहाँ से आता है? इस के पीछे का कारण क्या है?

मित्रों, ऊपर ( above ) दिए गए सवालों का जवाब सिर्फ एक ही है और वह जवाब है Boson के द्वारा निर्मित Higgs Field| इसके बाद ( next ) आपको यह सुन के हैरानी होगी की , संसार में जीतने भी जीव-जन्तु , पैड-पौधे , वस्तु मौजूद हैं यह सब Higgs Field के संरचना से निर्मित है| यहाँ ( here ) पर Peter Higgs ने अपना एक थिओरी रखा | जो कि बाद में ( later ) Higgs Field के नाम से जाना गया| तो, मित्रों यह Higgs Field है क्या? चलिए जानते है|

Higgs Field की संज्ञा :- Defination of Higgs Field In Hindi.

किसी भी साधारण चुंबकीय और गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र की तरह( similarly ) Higgs Field भी एक क्षेत्र है| इसी क्षेत्र में वस्तुओं की मौलिक कणिकाएँ अपने वजन के हिसाब से एक निर्धारित संरचना में अपने आपको सजा कर रखते है| विशेष ( specifically ) रूप से अगर वस्तु बड़ा है ,तो यह Higgs Field से ज्यादा प्रतिक्रिया करेगा और अगर वस्तु छोटा है तो वह Higgs Field से कम प्रतिक्रिया करेगा| यहाँ ( here ) पर आपको साफ-साफ नजर आएगा की , किसी भी वस्तु का आकार मौलिक रूप से उस वस्तु की Higgs Field के संरचना पर निर्भर करता है|

फिर भी ( nevertheless ) अगर Higgs Field को एक ऊर्जा का क्षेत्र कहें तो इसमें कोई गलती नहीं होगी| उदाहरण ( for example ) के लिए यहाँ ( here ) में एक छोटी मछली और एक बड़ी मछली को ले रहा हूँ| थोड़ा गौर से ध्यान-पूर्वक सोचिएगा! ठीक है! अगर हम इन दोनों ( बड़ी और छोटी ) को समंदर में छोड़ देते हैं, तो कौन सबसे फुर्तीले तरीके से समंदर के क्षेत्र के हिसाब से सहज तरीके से तैर पाएगा? छोटी मछली ना! क्योंकि ( because ) , छोटी मछली की आकार बड़ी की तुलना में कम है और वह आसानी से ज्यादा जगह पा कर फुर्तीले तरीके से समंदर में तैर सकता है| वहीं ( meanwhile ) बड़ी मछली का आकार बड़ा होने के कारण वह ठीक तरीके से तेजी से तैर नहीं पाएगी|

तो, मित्रों ठीक इसी ( likewise ) प्रकार से Higgs Field भी काम करता है| अगर Higgs Field छोटा होगा तो उसमें बहने वाली ऊर्जा ज्यादा होगी और वह ताकतवर होगा| वही ( meanwhile )  दूसरी और बड़ी Higgs Field की ऊर्जा कम होगी और वह कमजोर होगा|

आपके लिए एक जरूरी सूचना :-

मित्रों! आपको बताने के लिए ही मैंने मछलियों का उदाहरण ( For example ) लिया है| इसे आप गंभीर रूप से Higgs Field की संरचना के साथ जबरदस्ती जोड़ने का प्रयास ना करें| Higgs Field में Electron और Top Quark को प्रयोग में लिया जाता है| इन दोनों कणिकायों ( electron और top quark ) का आकार तो समान होता है | परंतु ( but ) सब-ज़ीरो कणिका होने के कारण दोनों कणिकायों की संरचना में काफी विभेद दिखाई पड़ता है|

मित्रों! अब तक आपने Higgs Field and Graviton के ऊपर आधारित इस लेख में Higgs Boson और Higgs Field के विषय में जान लिया है, जो की ऊपर ( above ) मैंने बता रखा है| अब यहाँ ( here ) बारी आती है , Higgs Mechanism की|  जी हाँ मित्रों| अब में आपको Higgs Mechanism के बारे में बताने जा रहा हूँ|

Higgs Mechanism क्या है? – What is Higgs Mechanism In Hindi

Higgs Field and Graviton का पूरा विज्ञान - Higgs Field and Graviton in Hindi.
Higgs Mechanism Credit: Physics stack exchange

हालाँकि ( however ) Higgs Boson के बारे में आप लोगों ने यहाँ बहुत कुछ जान लिया है| परंतु ( but ) Higgs Mechanism के बारे में क्या आप जानते है? नहीं ना! Higgs Mechanism का मूल-निव 1961 में प्रसिद्ध वैज्ञानिक Julian Schwinger ने रखा था | उन्होंने अपने शोधो में इस Mechanism में बहुत काम किया था| परंतु ( but ) विडंबना की बात यह है की , उन्होंने कभी इस बारे में दुनिया के सामने किसी प्रकार का कोई जिक्र नहीं किया|

खैर उन्होंने तो इस बारे में कोई जिक्र नहीं किया | परंतु ( but ) सन 1965 में Peter Higgs ने  विश्व दरबार में अपने थिओरी के जरिए Higgs Mechanism का सही रूप प्रकाशित किया| उनके द्वारा दिए गए यह Mechanism Quantum विज्ञान के Superconductivity के नियमों पर आधारित था| मित्रों ! जब भी में इस Mechanism के बारे में बात करता हूँ तो , पता नहीं क्यूँ मेरे दिल में एक अद्भुत प्रकार का भाव खिल उठता है| इसी समय ( in the meantime ) मेरे दिमाग में एक अलग सा विचार उत्पन्न होता है| जानना चाहते हैं , वो विचार क्या है! तो, सुनिए आप जो यह जो विशेष ( specifically ) का Mechanism है, यह हमारे जीवन में आपके अनजाने ही आपके ऊपर एक बहुत बड़ा प्रभाव डालता है|

बिना Higgs Mechanism के संसार का कोई भी कणिका वजन रहित हो जाएगा| इसी कारण से कोई भी वस्तु बिना वजन के अंतरिक्ष में तैरता रहेगा| मुख्य रूप से इसी कारण ( for this reason ) के लिए Higgs Mechanism आज इतना महत्वपूर्ण है| इसी Mechanism के चलते Boson संरचना में बदलाव नजर आते हैं| इसी कारण से ( for this reason ) उनके symmetry में भी काफी सारे परिवर्तन देखने को मिलते हैं|

Higgs Mechanism कैसे दुनिया के सामने आया ?

हालाँकि ( although ) 1961 में Julian ने इस Mechanism का निव रख दिया था| परंतु ( but ) इस Mechanism को सर्वप्रथम 1962 में Philip Warren ने सही रूप से विकसित करके दुनिया के सामने रखा था| यही Mechanism बाद में ( later ) Higgs Field and Graviton का पूर्वज के रूप में परिचित हुआ|

Higgs Mechanism इसके आविष्कार के समय में Quantum विज्ञान में अभूतपूर्व खोज था| यह अपने साथ-साथ Gauge Theory को भी साथ ले कर चला था| इसके साथ-साथ ( in addition ) यह Mass Generation के साथ भी सही तरीके से सांझा करता था| 8 अक्टूबर 2013 यह वो दिन था , जब भौतिक विज्ञान में एक नया सा विषय शामिल हुआ| विश्व के सबसे बृहत पार्टीकल कोलाइडर LHC (Large Hadron Collider) में Higgs Field का जन्म हुआ| दुनिया बासी उस समय यह खोज Peter Higgs के अथक परिश्रम के बदौलत अपने आँखों के सामने देख रहे थे|

खैर मैने Higgs Field and Graviton के ऊपर आधारित इस लेख में आपको Higgs Boson से ले कर Higgs Field तक सारी जानकारी दे दिया है| परंतु ( but ) ऐसे भी कई जानकारियाँ अब भी बाकी हैं जिसको आपके सामने रखना बहुत जरूरी है| इसलिए ( for this purpose ) मैंने अब Higgs Boson से जुड़ी कुछ रोचक तथ्यों को आपके सामने रखने जा रहा हूँ| आशा करता हूँ! की आपको यह पसंद आएगा| तो, चलिए बिना किसी देरी किए शुरू करते हैं|

Higgs Boson से जुड़ी रोचक तथ्य :- Amazing Fact’s of Higgs Boson In Hindi.

  1. इस का वास्तविक नाम God Particle नहीं है !

झटका लगा ना! मुझे भी लगा था जब ( when ) मुझे इसके बारे में पता लगा था।  यहाँ ( here ) पर बहुत सारे लोग हैरान हो जाते हैं| Leon Ledermann जिहोने यह नाम Boson को दिया था , उन्होंने ने भी  अपनी किताब में साफ-साफ इसके बारे में जिक्र नहीं किया है। वाह! मान गए Ledermann साहब! मित्रों, इसलिए किसी भी चीज़ पर यकीन करने से पहले आप उसके बारे में अच्छे से जान लें|

क्योंकि ( because )  अधिक जानकारी आपको ही फायदा पहुंचाएगी| इसलिए अगर आप इस तरीके के ज्ञानवर्धक लेख पढ़ना चाहते हैं तो , आप हमारे ब्लैकहोल , Antimatter और ऐसे ही कई सारे विज्ञान पर लिखी लेखों को आसानी से हमारे वेबसाइट पर पढ़ सकते हैं|

2. Higgs Boson को लेकर हुआ था नोवेल पुरस्कार में विवाद :-

Higgs Field and Graviton के ऊपर आधारित इस लेख में मैने आपको बहुत सारे अनोखी बातों को बताया है| परंतु ( but ) ठहरिए ! अभी और भी अनोखी बातों को जानना बाकी है| उदाहरण ( for example ) स्वरूप आपको जान के हैरानी होगी की , Higgs Boson की खोज वास्तविक में 7000 लोगों ने की थी| जी हाँ! आपने सही सुना 7000 लोगों ने| Peter Higgs के साथ-साथ Gerald Guralnik , Francois Englert , Tom Kibble आदि इसमें प्रमुख है।

वाकई में Higgs Field and Graviton के ऊपर आधारित यह लेख बहुत सारे रोचक बातों से भरा हुआ है, इसलिए ( for this reason ) में आपको यह लेख पढ़ने के लिए बोल रहा हूँ|

3. शायद हमने Boson कणिका को निकाल लिया है ! :-

मित्रों! विज्ञान के क्षेत्र में कोई भी चीज़ स्थाई नहीं होती| विशेष रूप से ( specifically ) नए – नए खोजे गए कणिका (Particles) । इसलिए ( likewise ) Boson के ऊपर भी हम सटीक रूप से अब भी कुछ टिप्पणी नहीं कर सकते| इसलिए  ( likewise ) हमारा यह कर्तव्य बनता है की, हम Boson के बारे में और शोध करके इसके असली गुणों को पहचाने| और एक चीज़! इसके आविष्कारक को अच्छे से ढूंढ कर निकाले|

4. Hardon Collider की हैरान कर देने वाला आकार :-

Higgs Boson को जहाँ से आविष्कार किया गया है , वह यंत्र अपने आप में ही एक अजूबा है| Hardon Collider दुनिया का सबसे जटिल यंत्र है| जमीन के 100 मिटर नीचे मौजूद 27 किलोमिटर लंबी यह यंत्र कई सारे चुम्बकों से बनी हुई है| विशेष ( specifically ) रूप से इसको खास और एक चीज़ बनाता है| यह यंत्र कई खरबों Proton को एक साथ लेकर प्रकाश के 99.9999% गति तक किसी भी वस्तु पर टकराने में सक्षम है|

Higgs Field and Graviton का पूरा विज्ञान - Higgs Field and Graviton in Hindi.
Large Hadron Collider- The Particle Accelerator

इसमें लगे विद्युत के तारों को अगर हम एक साथ एक सीध में रखें तो, इसकी कुल लंबाई 2,75,000 km होगी| इतनी लंबी तार पृथ्वी को सात बार घेर कर लपेट सकता है| इसी प्रकार से Hadron की और भी कई रोचक बातें है | परंतु ( but ) हम इसके बारे में किसी दूसरे लेख में बात करेंगे।

5. Hadron collider पृथ्वी को कभी भी तबाह नहीं करेगा! :-

यह जो बात है , यह मुझे लगता सब ने पहले से सुना होगा| परंतु ( but ) फिर भी ( nevertheless ) मुझे ऐसा लगा की इसके बारे में बात करना सही रहेगा| कुछ लोग के कहते थे की यह ब्लैल्क होल का निर्माण कर सकता है| परंतु ( but ) मित्रों ! यह मात्र एक अफवाह है| Hadron Collider कोई भी ब्लैक होल बनाने में सक्षम नहीं है|

इसलिए ( therefore ) आपको रत्ती भर भी चिंता करने की जरूरत नहीं है| वाकई में लोग क्या-क्या बोल देते है|

6. Higgs mechanism ही हमारे ब्रह्मांड को इतना अनोखा बनाता है! :-

मित्रों! हमारा अंतरिक्ष अजूबों से भरा हुआ है| इसमें बहुत प्रकार के अजीबो-गरीब पदार्थ मौजूद है| परंतु ( but ) कुछ ऐसे भी कणिका भी है जो की हमारे अंतरिक्ष में बहुत रहस्यमय तरीके से हमारे ब्रह्मांड के मौलिक पदार्थों को बनाते हैं| उन्हीं मौलिक कणिकायों में Higgs Boson कणिका सबसे मुख्य है|

जब से ( since ) ब्रह्मांड बना है , तब से यह ब्रह्मांड में मौजूद हर एक वस्तु को उसका सही वजन हासिल करने में मदद कर रहा है| विशेष ( specifically ) यह कणिका हमारे मौलिक आणविक कणिका Proton , Electron और यहाँ तक की Quarks के वजन को निर्धारित करते हैं| इसीलिए ( therefore ) Boson हमारे ब्रह्मांड का सबसे महत्वपूर्ण कणिका है|

मित्रों! ऊपर ( Above ) आपने Boson कणिका के विषय में बहुत सारे रोचक बातों को जान लिया| इसलिए ( therefore ) अब यहाँ बारी आती है Graviton की| क्योंकि ( because ) यह लेख Higgs Field and Graviton के ऊपर आधारित है|

तो चलिए मित्रों जानते है , Graviton के बारे में|

क्या है Graviton ? – What is Graviton In Hindi.

Higgs Field and Graviton का पूरा विज्ञान - Higgs Field and Graviton in Hindi.
Graviton कणिका Credit: You Tube

अगर आपको याद तो , Higgs Field and Graviton के ऊपर आधारित इस लेख में मैंने पहले ही Photon का जिक्र कर चुका हूँ| जैसे Photon Electromagnetic क्षेत्र में ऊर्जा का संचार करता है| ठीक इसी तरह ( likewise ) Graviton गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र में गुरुत्वाकर्षण शक्ति का संचार करता है|

वैसे तो ( although ) Photon , Boson और Graviton तीनों अलग-अलग कणिकाएँ है| परंतु ( but ) इन सभी का कार्य मोटा-मोटा तरीके से समान ही है| इसके अलावा ( furthermore ) इन सभी कणिकायों में और भी एक समानता है और वो समानता है इन कणिकायों का वजन रहित होना| जी हाँ ! मित्रों यह तीनों कणिकाएँ वजन-रहित है| इसके वजन-रहित होने की वजह इनका मौलिक-कणिका के गुण को दर्शाता है|

यहाँ और के विषय पर गौर करने की जरूरत है| Graviton को इसकी घूमने की दिशा ( spin ) और भी अनोखा बना देती है| Photon कणिका से विपरीत ( on the contrary ) यह एक 2 spin कणिका है| Graviton को आज तक कोई भी वैज्ञानिक ने वास्तविक रूप में खोज कर नहीं निकाला है| इसी कारण से ( for this reason ) यह एक काल्पनिक कणिका है| हालाँकि ( although ) इसके ऊपर अभी भी शोध चल रहा है|

एक विशेष नजर Graviton पर :-

मित्रों! गुरुत्वाकर्षण बल एक कमजोर बल होता है| इसीलिए ( hence ) इसको परिवहन करने वाला मौलिक-कणिका भी वस्तु के साथ बहुत ही कमजोर तरीके से प्रतिक्रिया करता है| इसके अलावा ( besides this ) इसको ढूंढ पाना भी बहुत मुश्किल है| परंतु ( but ) यहाँ ( here ) पर एक गौर करने वाली चीज़ भी है| अगर कोई Graviton को खोजना चाहता है , तो वह गुरुत्वाकर्षण शक्तियों से बनी तरंगों के मदद से इसको शायद खोज सकता है|

Graviton के बारे में रोचक तथ्य| – Amazing Graviton Fact’s In Hindi.

मित्रों Higgs Field and Graviton के ऊपर आधारित इस लेख में अब बारी Graviton की आती है| अभी के लिए ( for instance ) आपने सिर्फ Graviton क्या है ! वह सिर्फ जाना है| परंतु ( but ) में यहाँ पर Graviton के विषय में रोचक तथ्यों को बताऊंगा|

    1. बाकी अन्य कणिकायों के विपरीत ( on the contrary ) Graviton एक काल्पनिक और रहस्यमयी कणिका है| इसकी अस्तित्व का पुष्टि अभी तक विज्ञान ने किसी भी प्रकार के शोध के माध्यम से नहीं किया है|
    2. ब्लैकहोल Graviton के समागम से बना हुआ होता है| हाँ जी! दोस्तों इस प्रकार की थिओरी को कई वैज्ञानिकों ने खुद माना है| Quantum Mechanics के अंदर यह संभव है| Graviton अंतरिक्ष के समय के प्रतिक्रिया करके , इसके द्रव्य मान को परिवर्तित करके ब्लैकहोल का निर्माण करता है|
    3. Graviton attraction particle का भी इजात करता है| कई थिओरी के हिसाब से यह संभव है|
    4. Graviton के बिना जनरल रिलेटीविटी की थिओरी संभव नहीं हो पाता|

Higgs Field and Graviton तथा  Black-hole के बीच में संबंध :-

मित्रों! दूसरे आयामों के बारे में आपने पहले से जरूर ही कई सारे कहानी सुनी ही होगीं। परंतु ( but ) क्या आप जानते है की इनके पीछे का हकीकत क्या है? क्या आप जानते हैं व्लैकहोल के संरचना के पीछे कैसे Graviton कणिकायों का हाथ है? अगर नहीं जानते तो कृपया इस लेख को पढ़ते रहिए।

हमने अपने जीवन में सिर्फ तीन आयामों के चीजों को ही देखा है| में , आप सब और संसार का हर एक वस्तु तीन आयामों से तो ही बना हुआ है| इसीलिए ( for this reason ) तो हमारे संसार को 3D कहा जाता है। परंतु ( but ) Boson कणिका जो है , यह 2D और इसके नीचे के आयामों को भी उप स्थापित करता है| आसान भाषा में कहा जाए तो , Boson कणिका और आयाम एक-दूसरे के परी पूरक है| आमतौर पर हमारे आसपास मौजूद हर एक जीव और वस्तु ऊपर-नीचे , आगे-पीछे और दायें-बाएँ जा सकता है| परंतु ( but ) Boson कणिका 3D के साथ 2D प्लेन में भी आसानी से गति कर सकते हैं।

इसके अलावा ( in addition ) अगर हम अलग आयामों को प्राप्त करना चाहते हैं| तो, हमें अति क्षुद्र ब्लैक होल की बारे में भी सोचना पड़ेगा| अगर हम किसी भी प्रकार से क्षुद्र ब्लैक होल बना भी लेते है| तो , उस समय हमें आयामों की संख्या , इसके अंदर मौजूद ऊर्जा और ब्लैकहोल के आकार को भी देखना पड़ेगा| कई सारे थिओरी यह भी कहते है की Hadron Collider में वास्तव में ब्लैकहोल बनाता है| परंतु ( but ) मित्रों आप ही सोचिए इतने क्षुद्र ब्लैकहोल का जीवन काल कितना कम होता होगा| वैज्ञानिकों ने इन ब्लैक-होल के जीवन काल को 10^-27 सेकंड बताया है|

Graviton और गुरुत्वाकर्षण बल :-

कई सारे वैज्ञानिक यह मानते हैं की , Graviton को Hadron में बनाया जा सकता है| परंतु ( but ) मित्रों जरा सोचिए Graviton एक कमजोर कणिका है | इसका ज्यादा समय तक टिकना संभव नहीं है| फिर भी ( nevertheless ) हम मान लेते हैं की Graviton का जन्म Hadron में किया जा सकता है| परंतु ( but ) अगर ऐसा भी होता है तो , Graviton को extra dimension में विलय होने से कोई भी रोक नहीं सकता है|

इसको अगर समझना चाहे तो , हम पटाखे का उदाहरण ( for example ) ले सकते है| जैसे पटाखे से छिटक कर कणिका निकलते है | ठीक इसी प्रकार से ( likewise ) Hadron collider से Graviton कणिका छिटक कर बाहर निकलते है| collider से निकलने के बाद Graviton बाहर मौजूद एक्सट्रा डाइमैन्शन में विगठित हो जाते है| यहाँ ( here ) पर अगर हमें Graviton को देखना है तो , हमें थोड़ी बारिकी से अध्ययन करना पड़ेगा| Graviton निकलते समय में हल्का सा आवेग और ऊर्जा के तरंगों में परिवर्तन लाते हैं|

यकीन मानिए अगर आप इस बदलाव को सही तरीके से नहीं देखेंगे , तो आप इसे दुबारा नहीं देख पाएंगे| मित्रों! विज्ञान की दुनिया में छोटी सी छोटी चीज़ को भी आपको महत्व देना पड़ेगा|

Graviton की हमारे जीवन में भूमिका :-

मित्रों हमारे लिए खाने की भांति Graviton कणिका हमारे जीवन में बहुत ज्यादा महत्व रखता है| हालाँकि ( although ) हम इसे अपने आँखों से तो नहीं देख सकते | परंतु ( but ) इसका कार्य हमारे दैनिक दिनचर्या में काड़ी ज्यादा गुरुत्व पूर्ण है| हम जो खाने को निगलते हैं , इसमें Gravity या Graviton मदद करता है| हम जब चलते है तो Graviton एक बल की तरह हमारे पैरो के जरिये हमारी चलने मदद करता है|

इसके साथ-साथ ( in addition ) Graviton के बदौलत हम किसी भी वस्तु को पकड़ सकते है| Graviton की वजह से हर एक वस्तु पर गुरुत्वाकर्षण बल काम करता है| अगर Graviton ही नहीं होगा तो गुरुत्वाकर्षण बल हमारे शरीर या किसी भी वस्तु पर सही तरीके से काम नहीं कर पाएगा| शायद Graviton अभी के लिए काल्पनिक होगा| परंतु ( but ) जल्द ही इसे वैज्ञानिक खोज कर निकालने वाले है|

निष्कर्ष :-

Higgs Filed and Graviton का पूरा विज्ञान - Higgs Filed and Graviton in Hindi.

हर एक सफर का अपना ही एक अंत होता है| मित्रों ! ठीक इसी प्रकार से ( likewise ) Higgs Field and Graviton के ऊपर आधारित इस लेख का भी अंत करने का वक़्त आ गया है| परंतु ( but ) इतनी जल्दी भी क्या है! थोड़ा धैर्य और बना कर रखें| मित्रों! मैंने आपको इस लेख में पूरे समय Higgs Field और Graviton के विषय में कई सारे तथ्य प्रदान किया है | इसलिए में यहाँ पर आपसे आग्रह करना चाहूँगा की आप इस लेख को अच्छे से पढ़ कर आपके हिसाब से सही लगे तथ्यों को बाहर निकाल कर reply में मुझे बताएं|

खैर दोस्तों! अगर आप इस लेख के तरह अंतरिक्ष के विषय में रोचक बातों को जानने में रुचि रखते है , तो आप हमारे इससे जुड़ी अन्य लेखों को भी पढ़ सकते है| हमने शुक्र , बृहस्पति , बुध के ऊपर कई सारे लेख पहले से लिख रखा है| इसके अलावा ( in addition ) मैंने हाल ही में रसायन विज्ञान ऊपर एक रोचक लेख , प्राणी विज्ञान के ऊपर एक ज्ञानवर्धक लेख और सूर्य के ऊपर एक अनोखी व दिलचस्पी वाला लेख भी लिख चुका हूँ| चाहें तो आप उसे भी आसानी से विज्ञानम के वेबसाइट पर पढ़ सकते हैं|

मित्रों! अब जाते जाते और एक बात कहना चाहूँगा| मैंने आज इस लेख पर Boson और Graviton जैसी काल्पनिक कणिकायों के बारे में आपको बताया है| इसलिए ( hence ) यह मेरा फर्ज़ बनता है की , में आपको इनके वास्तविकता के बारे में सही से पुष्टि विज्ञान के जरिए करवाऊँ | जो की मुझे लगता है ऊपर ( above ) मैंने कर दिया है|

धन्यवाद!!!

Bineet Patel

मैं एक उत्साही लेखक हूँ, जिसे विज्ञान के सभी विषय पसंद है, पर मुझे जो खास पसंद है वो है अंतरिक्ष विज्ञान और भौतिक विज्ञान, इसके अलावा मुझे तथ्य और रहस्य उजागर करना भी पसंद है।

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