Physics

ब्रह्मांड का सबसे विचित्र पदार्थ, जिसके 1 ग्राम को बनाने में लगते हैं 10 करोड़ साल

Strange facts of Antimatter In Hindi

Strange facts of Antimatter In Hindi – इस दुनिया में हर चीज़ को हम देखते हैं और महसूस करते हैं उसे पदार्थ  कहा जाता है, जो  कि ATOM यानि परमाणु से जुड़कर बनता है।  हर पदार्थ परमाणु में तीन  प्राथमिक कण  (Elementary Particles)  इलेक्ट्रॉन, न्यूट्रॉन और प्रोटॉन मौजूद  होते हैं जो कि अपना- अपना Charge रखते हैं। एक  इलेक्ट्रॉन  में जहां नेगेटिव चार्ज होता है तो प्रोटॉन में पोजिटिव चार्ज और न्यूट्रॉन बिना किसी चार्ज के परमाणु में रहते हैं। हर एक पदार्थ इसी तरह से बनता है और काम करता है।

पर आप जानकर हैरान रह जायेंगे कि जो पदार्थ और मैटर (Matter)  हम इस पृथ्वी और ब्रह्मांड में देखते हैं उससे विपरीत अवस्था वाला भी पदार्थ यानि मैटर मौजूद होता है  जो हर काम मैटर से अलग करता है। वैज्ञानिक इस विपरीत प्रोपर्टीज दिखाने वाले  मैटर को ऐंटीमैटर(Antimatter) कहते हैं।

क्या होता है  एंटीमैटर?? – What is Antimatter

एंटीमैटर भी इसी तरह एटम और उसके Elementary Particles से ही बनता है पर उनका चार्ज उसमें एकदम विपरीत होता है, यहां एलेक्ट्रोन पोजिटिव चार्ज है, तो प्रोटोन नेगेटिव है जिस कारण इन्हें Antiparticles भी कहा जाता है। जब Big-Bang हुआ था तो युनिवर्ष में मैटर और एंटीमैटर दोनों का ही निर्माण हुआ पर आज जो भी हम युनिवर्ष में देखते हैं वो केवल मैटर को ही देख पाते हैं,  आकाशगंगायें, ग्रह और तारे सभी चीज़े मैटर हैं पर वैज्ञानिक एंटीमैटर को नहीं देख पाते हैं।

 

हालांकि जितना मैटर है उतना ही एंटीमैटर भी समान मात्रा में इस ब्रह्मांड में मौजूद है पर आजतक वैज्ञानिक इसे कभी इतनी मात्रा में देख नहीं सके हैं जिस कारण इसका रहस्य आजतक कायम है।

ऐसे बनता है एंटीमैटर

युरोपियन Nuclear Organisation CERN के मुताबिक Antimatter तभी बनता है जब पार्टिक्लस को किसी हाई पावर Collider में बार-बार टकराया जाता है जिससे उसके विपरीत नेचर वाले एंटीपार्टिकल बनते हैं जिन्हें इक्टठा करके फिर ऐंटीमेटर को बनाया जाता है।

सर्न इस तरह से एक साल में केवल 10 nanogram Antimatter ही बना पाता है जो बम्ब बनाने के हिसाब से बहुत ही कम है सर्न द्वारा बनाया गया 10 नेनोग्राम Antimatter एक ग्राम का 10 करोड़वां हिस्सा है।

जिसके हिसाब से अगर सर्न 1 ग्राम Antimatter बनाना चाहे तो उसे 10 करोड़ साल लग जायेंगे पर अगर किसी भी तरह से इस एक ग्राम Antimatter को बना लिया जाता है तो ये 48 किलोटन टीएनटी की उर्जा से विस्फोट कर पायेगा जो हिरोशिमा पर गिराये गये परमाणु बम्बों से भी दो गुना ज्यादा है।

1 किलो  से ही  सबकुछ खत्म कर सकते हैं

फिलहाल सर्न के वैज्ञानिक इस बात से खुश हैं कि Antimatter बहुत कम मात्रा में ही तवाही कर सकता है जिस अगर कोई 1 किलो एंटीमीटर का बम बनाता है और उसे मैटर के साथ Annihilate (मिटा देना)  कर देता है तो उस विस्फोट की ताकत आजतक बने सभी 15 हजार परमाणु हथियारों की ताकत से भी कई गुना ज्यादा होगी।

पर सबसे बड़ी दिक्कत तो इसे बनाने की है, 10 नेनोग्राम एंटीमैटर बनाने में सर्न का कमसेकम 1.5 करोड डालर खर्च होता है जो भारतीय रूपयो में 105 करोड़ रूपये बनता है।अगर इस हिसाब से इसका 1 ग्राम भी बनाया जाये तो फिर इसका खर्च आप अनुमान भी नहीं लगा सकते कि कितना होगा और इसे बनाने में हमें कितनी ऐनेर्जी की जरूरत पड़ेगी।

1 ग्राम एंटीमीटर इस हिसाब से 1 हजार ट्रीलियन डालर के बाराबर आंका गया है जो कि भारतीयों रूपयों में 69 हजार खरब रूपये बनती है जो कि एक हिसाब से सोच से भी परे हैं।

1 ग्राम को बनाने में लगते हैं 10 करोड़ साल

दूसरी सबसे बड़ी बात अगर आप इसे बनाते हैं तो आपको हद से ज्यादा ऐनेर्जी की जरूरत पड़ने वाली है, अगर हम 1 ग्राम ऐटीमैंटर को एक दिन में बनाने की कोशिश करें तो हमें इसके लिए 2000 मेगावाट का बहुत विशाल पावर प्लांट लगाना होगा जिससे फिर हम ऐंटीमैटर को हर रोज 1 ग्राम के स्केल पर बना सकते हैं।

पर ये जो आप 2000 मेगावाट बिजली देख रहे हैं वो इतनी ज्यादा है कि इससे आप पूरे दिन 20 लाख घरों को रोशन करके रख सकते हो। पर वैज्ञानिकों के हिसाब से यही एकमात्र तरीका है जिससे वह काफी मात्रा में और कम समय में ढ़ेर सारा एंटीमैटर बना सकते हैं, दूसरे मैथड जो कि पार्टिकल्स को टकराने का है उससे इतने ऐंटीमैटर को बनाने में ही 10 करोड़ साल लग जायेंगे।

Shivam Sharma

शिवम शर्मा विज्ञानम् के मुख्य लेखक हैं, इन्हें विज्ञान और शास्त्रो में बहुत रुचि है। इनका मुख्य योगदान अंतरिक्ष विज्ञान और भौतिक विज्ञान में है। साथ में यह तकनीक और गैजेट्स पर भी काम करते हैं।

Related Articles

One Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button