हाल ही में वैज्ञानिकों को ब्रह्मांड में एक बहुत ही खास चीज़ के बारे में पता चला है। मित्रों आप लोगों को बता दूँ कि, ये चीज़ कुछ और नहीं बल्कि “न्यूट्रॉन स्टार” (Heaviest Neutron Star Ever Observed) है। शायद आप लोगों ने पहले भी हमारी वैबसाइट पर न्यूट्रान स्टार के बारे में कुछ न कुछ पढ़ा होगा, परंतु आज के इस लेख में हम जिस न्यूट्रान स्टार के बारे में बात करने जा रहें हैं, वो न्यूट्रान स्टार दूसरे न्यूट्रान स्टार से काफी ज्यादा अलग है। खैर अगर आपको जानना है कि, ये तारा अलग किस लिए है, तब आपको आगे इस लेख को पढ़ना होगा।
मित्रों! गौरतलब बात ये है कि, आज मैं जिस न्यूट्रान स्टार (heaviest neutron star ever observed) के बारे में बात करने जा रहा हूँ, वो स्टार ब्रह्मांड का सबसे वजनी न्यूट्रान स्टार है। इसलिए दूसरे सितारों से ये सितारा वाकई में काफी ज्यादा खास है। न्यूट्रान स्टार के बारे में ये खोज कोई साधारण बात नहीं है। ये एक बेहद ही असाधारण खोज है, क्योंकि अन्तरिक्ष में एक न्यूट्रान स्टार कि भूमिका काफी ज्यादा महत्वपूर्ण होती है। आप कह सकते हैं कि, इन्हीं न्यूट्रान स्टार के जरिए ही आकाशगंगाओं का भाग्य बदलता रहता है।
तो, इन सितारों के बारे में हमारे लिए जानना काफी ज्यादा जरूरी बन जाता है। इसलिए मैं आप लोगों से अनुरोध करूंगा कि, मेरे साथ अंत तक इस लेख में बने रहिए और इस सितारे से जुड़े कई रोचक बातों को जानिए।
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ब्रह्मांड का सबसे वजनी “न्यूट्रॉन स्टार” मिल गया है वैज्ञानिकों को! – Heaviest Neutron Star Ever Observed! :-
बाकी कुछ कहने से पहले आप लोगों को ये जान लेना बेहद ही जरूरी है कि, ब्रह्मांड का सबसे भारी न्यूट्रान स्टार (heaviest neutron star ever observed) अपने पास मौजूद दूसरे सितारे को काफी तेजी से निगल रहा है। हर एक सेकंड लगभग 700 बार अपने अक्ष पर घूमते हुए इस महा वजनी (Massive) न्यूट्रान स्टार ने अपने आस-पास के इलाकों में काफी ज्यादा तहलका मचा दिया है। “PSR J0952-0607” नाम के इस भारी न्यूट्रान स्टार को साल 2017 में खोजा गया था और ये पृथ्वी से लगभग 3,000 प्रकाश वर्ष दूर है। खैर अधिक जानकारी के लिए बता दूँ कि, ये “Sextans” तारा मण्डल के अधीन आता है।
अगर हम इसके वजन कि बात करें तो, ये हमारे सूर्य से लगभग 2.5 गुना ज्यादा वजनी है। जो कि इसको अब तक का सबसे भारी न्यूट्रान स्टार बनाता है। खैर न्यूट्रान स्टार के बारे में अगर हम बात करें तो, ये “खगोलीय लाश” (Stellar Corpses) होते है। कहने का मतलब ये है कि, ये किसी भी सुपरनोवा विस्फोट के बाद बचा-खुचा मलवा है। जब ब्रह्मांड के किसी भी विशालकाय सितारे का अंत समय आ जाता है, तब ये सुपरनोवा विस्फोट के जरिए फट कर अपना जीवन चक्र पूरा कर लेता है और उसी से ही न्यूट्रान सितारे कि उत्पत्ति होती है।
हालांकि! इन सितारों कि ये खास बात है कि, इनके आकार के हिसाब से ये सितारे काफी ज्यादा सघन (Dense) होते हैं। कुछ वैज्ञानिक ये भी मानते हैं कि, ये सितारे ब्रह्मांड के सबसे भारी व सघन चीजों में से एक हैं। हालांकि! ब्लैक होल्स को छोड़ दें तो, पूरे अन्तरिक्ष में इन से सघन चीज़ शायद ही आप लोगों को कहीं देखने को मिले। वैसे मित्रों, क्या आप भी मेरे बातों से सहमत हैं?
आखिर कैसे ढूंढा जाता है इन न्यूट्रॉन स्टार को! :-
न्यूट्रान स्टार (heaviest neutron star ever observed) को ढूंढना थोड़ा सा कठिन है। क्योंकि ये सितारे आरंभ से ही घूमते रहते हैं और इसी दौरान ये रेडियो वेव्स, एक्स-रे और गामा-रे आदि तरंगों को अन्तरिक्ष में लगातार उत्सर्जित करते रहते हैं। ऐसे में सिर्फ और सिर्फ इन्हीं तरंगों को पकड़ कर ही वैज्ञानिक किसी भी न्यूट्रान सितारे की अवस्थिति को पता लगा पाते हैं। खैर कई बार वैज्ञानिक न्यूट्रॉन सितारों को “Cosmic Light Houses” के नाम से भी बुलाते हैं, क्योंकि ये ब्रह्मांड को जगमगा देते हैं।
वैसे एक खास बात ये भी है कि, बार-बार धीरे-धीरे धडक-धडक (Pulsing Nature) हो कर रोशनी प्रदान करने के कारण, इन्हें “Pulsars” भी कहते हैं। अन्तरिक्ष में पल्सर काफी धीरे-धीरे यानी हर एक सेकंड में सिर्फ बार ही घूम पाते हैं। परंतु PSR J0952-0607 हर एक सेकंड 700 बार घूम कर एक अलग ही रेकॉर्ड बना दिया है। इसलिए इसे ब्रह्मांड का सबसे तेजी से घूमने वाला न्यूट्रान स्टार भी कहा जा सकता है। इस न्यूट्रान स्टार के विशेष गुणों के कारण, वैज्ञानिक बाकी न्यूट्रॉन स्टार्स के बारे में भी काफी कुछ जानने में सक्षम हो पाएंगे।
वैज्ञानिकों को लगता है कि, जब कोई भी न्यूट्रान स्टार काफी ज्यादा वजनी हो जाता है, तब ये अपने वजन के चलते अपने अंदर ही बिखर जाता है। इसके चलते एक नए ब्लैक होल का निर्माण होता है और उसके बाद तो आप जानते ही हैं क्या होता है। हालांकि! वैज्ञानिकों को ये नहीं पता होता है कि, आखिर कितने भार तक न्यूट्रान स्टार अपने-अंदर ही टूट कर नष्ट हो जाते हैं। शायद इस नए न्यूट्रान स्टार से हमें कुछ जानने को मिलें।
आखिर क्या खास बात है इस न्यूट्रॉन स्टार के अंदर! :-
मित्रों! सबसे चौंका देने वाली बात ये है कि, वैज्ञानिकों को अभी तक न्यूट्रॉन स्टार (heaviest neutron star ever observed) के अंदर कौन सी पदार्थ है, उसके बारे में कुछ भी नहीं पता है। कहने का मतलब ये है कि, न्यूट्रान स्टार के अंदर जो कुछ भी हैं, वो अभी तक अन्तरिक्ष में किसी ने नहीं देखा है। क्योंकि ये पदार्थ कुछ इस अवस्था में हैं, जिसके बारे में कल्पना भी कोई नहीं कर सकता हैं। इसके अलावा कई वैज्ञानिकों का ये मानना है कि, न्यूट्रान स्टार के अंदर के पदार्थ को “Quarks” कहा जाता है। ये क्वार्क्स प्रोटोन और न्यूट्रान्स को ले कर बना होता है।
खैर एक गज़ब कि बात ये है कि, न्यूट्रान स्टार के अंदर का माहौल इतना सघन है कि; 1 क्यूबिक इंच (एक चम्मच जितना) पदार्थ का वजन लगभग 10 अरब टन के बराबर है। एक अजीब बात ये भी है कि, न्यूट्रान स्टार के गुणों को वैज्ञानिक जितना भी समझने का प्रयास करते हैं, वे लोग उतना ही उलझते जाते है। मानों ऐसा लगता है कि, ये एक पहेली के अंदर ही और एक पहेली है। वैसे PSR J0952-0607 के साथ दूसरा भी एक सितारा है, जिसके वजह से ये दोनों मिलकर एक बाइनरी सिस्टम को बनाते हैं।
वैसे इस बाइनरी सिस्टम का नाम “Black Widow Pulsar” है। इस सिस्टम का नाम “ब्लैक विडो मकड़ी” के नाम से लिया गया है, जो कि प्रजनन के बाद अपने ही साथी को निगल जाती है। PSR J0952-0607 भी ब्लैक विडो मकड़ी कि तरह ही, अपने साथी सितारे को धीरे-धीरे निगल रहा है। इसलिए वैज्ञानिक लगातार PSR J0952-0607 के बढ़ते वजन को माप रहें हैं।
निष्कर्ष – Conclusion :-
वैज्ञानिकों के अनुसार इस न्यूट्रान स्टार (heaviest neutron star ever observed) का वजन हर पल बदल रहा है। जैसे-जैसे ये सितारा अपने साथी सितारे को खाता जा रहा है, उसी हिसाब से विजीवल स्पेक्ट्रम (Visible Spectrum) में बदलाव दिखाई दे रहा है। इससे हम ये अंदाजा लगा पा रहे हैं कि, न्युट्रोन सितारे के अंदर आखिर कितना पदार्थ जा चुका है। इसके अलावा स्पेक्ट्रम के विश्लेषण से साथी सितारे के घूमने के गति के बारे में भी हम काफी कुछ जान सकते हैं।
वैज्ञानिकों को अब तक 12 ब्लैक विडो जैसे बाइनरी सिस्टम के बारे में पता चला है, जिसमें से केवल 6 ही ऐसे हैं, जिन्हे वैज्ञानिक विश्लेषण करने में सक्षम हो सकें हैं। वैसे इन खोजों के कारण इतना तो तय है कि, न्यूट्रान सितारों का वजन सूर्य के तुलना में 2.35 गुना ज्यादा से लेकर -0.17 गुना तक कम हो सकता है। भौतिक विज्ञान के हिसाब से न्यूट्रान सितारों के अंदर का माहौल वाकई में काफी ज्यादा जटिल और अनोखा है।