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ब्रह्मांड की सबसे दूर मौजूद चीज़ की हुई खोज! – Farthest Object In The Known Universe

ये खोज बता सकती है हमारी जड़ों के बारे में, ब्रह्मांड़ में पृथ्वी कैसे बनी और कब बनी?

हमारे ब्रह्मांड (farthest object in the known universe) को लगभग बने हुए 13.8 अरब वर्ष हो चुके हैं। ऐसे में वैज्ञानिकों को इसके बारे में कई तरह की बातों को ढूँढना काफी उत्साहजनक लगता है। दुनिया में कई खगोलीय चीजों को धीरे-धीरे ढूंढा जा रहा है और ऐसे में इसके आकार में भी काफी सारे बदलाव आते हुए नजर आ रहें हैं। जब भी हमें लगता है कि, ये शायद ब्रह्मांड का अंत हो सकता है, तब वैज्ञानिकों को ये लगता है कि, अरे नहीं ये तो सिर्फ बस शुरुआत है! इसके आगे भी काफी कुछ चीज़ें मौजूद हैं।

ब्रह्मांड की सबसे दूर में स्थित चीज़ - Farthest Object In The Known Universe.
कॉस्मिक पार्टिकल। | Credit: Universe Today.

मित्रों! ब्रह्मांड (farthest object in the known universe) कि सबसे खास बात ये है कि, जिस चीज़ को हम सही मान कर काफी समय से चलते आ रहें होते हैं। बाद में वही चीज़ ही हमें कई बार गलत प्रतीत होता हुआ लगती है। हाल ही में वैज्ञानिकों को ब्रह्मांड में सबसे दूर मौजूद चीज़ के बारे में पता चला है। ये खोज एक हिसाब से एक बहुत ही बड़ा खोज बन सकतr है, परंतु इसके बारे में अभी काफी कम लोगों के पास ही सटीक जानकारियाँ उपलब्ध हैं। इसलिए आज में आप लोगों को इसी नए खोजे गए चीज़ के बारे में बताऊंगा जिसके बारे में शायद आपने पहले कभी सुना होगा।

तो, चलिए अब लेख को शुरू करते हुए इस नए चीज़ के बारे में जानते हैं।

ब्रह्मांड में सबसे दूर मौजूद चीज़! – Farthest Object In The Known Universe! :-

हाल ही एक खोज में पता चला है कि, पृथ्वी से लगभग 33.4 अरब प्रकाश वर्ष(Light Year) दूर एक बहुत ही खास आकाशगंगा मौजूद है, हालांकि इस आकाशगंगा से जो प्रकाश पृथ्वी पर आ रहा है वो 13.5 अरब वर्ष पुराना है, ब्रह्मांड के प्रकाश की गति से भी तेज फैलने के कारण ये हमें 13.5 अरब लाइट ईयर दूर दिखाई देती है पर वास्तव में ये अभी 33.4 अरब प्रकाश वर्ष दूर है ये आकाशगंगा पृथ्वी से अन्तरिक्ष में मौजूद सबसे दूर खगोलीय चीज़ है और इतने दूरी पर शायद ही कोई दूसरी चीज़ मौजूद हो सकती है। बता दूँ कि, इस आकाशगंगा का नाम “HD1” रखा गया है और कई वैज्ञानिकों के हिसाब से ये लगभग 13.5 अरब प्रकाश वर्ष पुरानी भी हो सकती है। इतने दूरी (farthest object in the known universe) पर मौजूद होने के कारण, इसके आकार और पदार्थों के बारे में उतनी सटीक जानकारी नहीं है।

ब्रह्मांड की सबसे दूर में स्थित चीज़ - Farthest Object In The Known Universe.
अन्तरिक्ष में छुपे हैं कई राज। | Credit: The Wandering King.

कुछ वैज्ञानिकों के अनुसार ये आकाशगंगा इतनr पुरानr हैं कि, इसमें सिर्फ डस्ट और गैस के कण ही नजर आते हैं। ऐसे में ब्रह्मांड कr प्रारंभिक अवस्था में कॉस्मिक डस्ट और गैस ही मूल उपादान के रूप में हर जगह मौजूद थे और शायद वही वजह है कि, हमें सुदूर ब्रह्मांड में मौजूद इस आकाशगंगा में भी यही नजर आ रहा है। बिग-बैंग के कुछ करोड़ वर्षों के बाद ही ब्रह्मांड की सबसे पहली आकाशगंगा का निर्माण हुआ था। ये आकाशगंगा आकार में हमारी आकाशगंगा मिल्की-वे से कई हजारों गुना ज्यादा बड़ी थे और द्रव्यमान में भी काफी ज्यादा सघन थी। इतने सघन(Dense) कि शायद ही आप कभी सोच पाएंगे।

वैसे कई वैज्ञानिकों का ये भी कहना है कि, ये जो पहली आकाशगंगाएँ थी, इनका मूल काम आज की आकाशगंगाओं को बनाने का था। इसलिए जितने भी आकाशगंगाएँ आज ब्रह्मांड में मौजूद हैं, सब के सब इन्हीं आकाशगंगाओं से ही बनी हुई हैं और मिल्की वे भी शायद इससे ही बनी हुई हो।

वैज्ञानिक क्या जानते हैं इस आकाशगंगा के बारे में? :-

इतने दूरी पर स्थित आकाशगंगा/ चीज़ (farthest object in the known universe) के बारे में कुछ भी सटीक रूप से कह पाना बहुत ही ज्यादा मुश्किल है और वैज्ञानिक भी इस बात को बेहद ही अच्छे तरीके से जानते हैं। सच में इतने दूरी से किसी भी आकाशगंगा के बारे में पता लगा पाना यानी भुंसे के ढेर में सुई को ढूँढने के जैसा हैं। मित्रों! इसलिए कहा जाता हैं कि, अन्तरिक्ष विज्ञान को समझना काफी ज्यादा मुश्किल हैं। वैसे बता दूँ कि, इस आकाशगंगा को लगभग 1,200 घंटों के फूटेज के विश्लेषण करके ढूंढा गया है।

ब्रह्मांड की सबसे दूर में स्थित चीज़ - Farthest Object In The Known Universe.
अन्तरिक्ष को विश्लेषित करते हुए। | Credit: NAT Geo.

खैर इसको ढूँढने के लिए लगभग चार अलग-अलग टेलिस्कोप को इस्तेमाल किया गया था। “Subaru Telescope, The VISTA Telescope, U.K Infrared Telescope और Spitzer Space Telescope” के जरिये ही इस आकाशगंगा को ढूंढ पाना सफल हुआ। वैसे एक खास बात ये हैं कि, वैज्ञानिक इस आकाशगंगा को ढूँढने के वक़्त रेड-शिफ्ट” नाम के एक घटना को देख रहें थे। सरल भाषा में कहूँ तो, रेड-शिफ्ट वो घटना हैं जहां प्रकाश कि किरणें मूड कर लाल रंग में परिवर्तित हो जाते हैं।

जब भी कोई चीज़ हम से दूर जाती हैं, तब उस चीज़ से आने वाली प्रकाश कि किरणें खुद व खुद लाल हो कर मूड जाती हैं। इसी को ही रेड शिफ्ट कहा जाता हैं। वैसे HD1 से होने वाला रेड शिफ्ट काफी ज्यादा महीन और तीव्र हैं। इतनी ज्यादा मात्रा में हो रहे रेड शिफ्ट को किसी भी स्पेस टेलिस्कोप या वैज्ञानिक के लिए समझ पाना काफी ज्यादा मुश्किल हैं।

आखिर ये आकाशगंगा कितनी दूर मौजूद हो सकता हैं? :-

कुछ वैज्ञानिकों की बातों को मानें तो पता चलता है कि, HD 1 हमारे पृथ्वी से 33.4 अरब प्रकाश वर्ष से भी ज्यादा दूर मौजूद है। इसके अलावा ये आकाशगंगा धीरे-धीरे और भी ज्यादा बड़ा होती जा रहा हैं। सूत्रों के मुताबिक ये आकाशगंगा हर एक वर्ष 100 से भी अधिक सितारों को जन्म दे रहा है जो कि, साधारण के तुलना में 10 गुना से भी ज्यादा है। इसके अलावा ये सितारे अन्य सितारों से काफी ज्यादा बड़े, चमकीले और गरम नजर आ रहें है। क्योंकि ये शायद बेहद ही खास और अहम सितारे हो सकते हैं, जो कि बाद में बाकी सितारों को बना रहे होंगे।

Beautiful Universe photo.
काफी बड़ा हैं हमारा ब्रह्मांड। | Credit: Perimeter Institute.

आप लोगों को जान कर हैरानी होगी कि, ये जो सितारों का मण्डल हैं; इसे Population III कहते हैं। सितारों का ये मण्डल ब्रह्मांड के सबसे प्रारंभिक सितारों के श्रेणी में शुमार हैं और इसके ऊपर वैज्ञानिकों कि काफी रुचि रही हैं। खैर काफी दूर (farthest object in the known universe) मौजूद ये आकाशगंगा शायद एक सुपर मैसिव ब्लैक होल भी हो सकता हैं। जिसके बारे में हम लोगों ने अभी तक कुछ भी नहीं जाना हैं। कई वैज्ञानिक तो ये भी कह देते हैं कि, HD 1 एक बहुत ही बड़ा ब्लैक होल है, जिसका वजन सूर्य से कई अरबों गुना ज्यादा है।

वैसे अभी भी HD1 के बारे में और काफी कुछ जानना बाकी हैं और आने वाले समय में हम इसके बारे में कई सारे बातों को जान भी लेंगे।

निष्कर्ष – Conclusion! :-

वैसे HD 1 के असल पहचान को देखने के लिए वैज्ञानिक X-रे के किरणों को इस्तेमाल में ले सकते हैं। एक्स-रे को इस्तेमाल करने के कारण, ब्लैक होल जीतने भी चीजों को अपने अंदर सोख रहा होगा; वो सब के सब इसके कारण पता चल जाएंगे। इसके अलावा अगर HD 1 एक ब्लैक होल होता तो, इससे निकलने वाले एक्स-रे इसके बारे में काफी कुछ जानकारी दे देते। मित्रों! आप लोगों को क्या लगता हैं, क्या HD 1 एक ब्लैक होल हो सकता हैं? या ये कुछ और ही हैं!

Photo of James wbb.
जेम्स वेब की फोटो। | Credit: College of Science.

आने वाले समय में अन्तरिक्ष से जुड़ी कई सारे बड़े खोजे होने वाले हैं। क्योंकि सुदूर में मिली (farthest object in the known universe) ये आकाशगंगा, इस बात कि और अंदेशा करा रहीं हैं कि; हमारे ब्रह्मांड में अभी भी काफी कुछ चीज़ें खोजी जानी बाकी हैं। इसके अलावा ये खोज जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप के लिए भी काफी ज्यादा महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि बाद में यही टेलिस्कोप कई सारे अहम चीजों को हमारे लिए खोजने वाला हैं।

इसके अलावा ये खोज हमारे लिए इसलिए भी गुरुत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि, इससे हमारे ब्रह्मांड के पहले बने सितारों के बारे में पता चलता है। जिससे हम ब्रह्मांड के बनने के असल कारण और प्रक्रिया के बारे में भी काफी कुछ जान सकते हैं। मित्रों! साथ ही साथ ये खोज हमें हमारे पूर्वजों की उत्पत्ति तथा जीवन के बारे में भी काफी कुछ बताने जा रही है, क्योंकि अगर सितारों से हैवी एलिमेंट्स नहीं बनते, तो शायद ही आज कोई जीवन मौजूद होता।

Source :- www.livescience.com

Bineet Patel

मैं एक उत्साही लेखक हूँ, जिसे विज्ञान के सभी विषय पसंद है, पर मुझे जो खास पसंद है वो है अंतरिक्ष विज्ञान और भौतिक विज्ञान, इसके अलावा मुझे तथ्य और रहस्य उजागर करना भी पसंद है।

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