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ब्लैक होल जन्म दे रहा है “सितारों” को! – Black Hole ‘Giving Birth’ To Stars

ये ब्लैक होल देता है नए-नए सितारों को अपनी कोख से जन्म!

ब्रह्मांड में कुछ चीज़ें ऐसी हैं जिनको आप चाह कर भी नहीं समझ सकते हैं। जब आप एक सीमा पर पहुँच जाएंगे, तो आपको लगेगा की आप तो उस चीज़ के बारे में बिलकुल ही अंजान हैं। आपको तो उस चीज़ के बारे में 1% भी बातें नहीं पता है। मित्रों! इस तरह की चीज़ें साधारण इंसान तो दूर कई असाधारण वैज्ञानिकों के दिमाग में भी कशमकश की परिस्थिति पैदा कर देती हैं। ब्लैक होल (black hole giving birth to stars) का नाम तो आप लोगों ने जरूर सुना होगा। सुनेंगे भी क्यों नहीं, आखिर ब्रह्मांड के सबसे रोचक विषय में एक ब्लैक होल भी तो आता है।

ब्लैक होल जन्म दे रहा हैं नए सितारों को - Black Hole Giving Stars.
ब्लैक होल की फोटो। | Credit: Phys.org

खैर जब भी ब्लैक होल (black hole giving birth to stars) की बात आती है, तब सब के मन में एक काले व डरावने खगोलीय पिंड का चित्र आता है। हमारी कल्पनाओं की अवधारणाएं कुछ इस तरीके से बन चुकी हैं कि, हम जब भी ब्लैक होल के बारे में सोचेंगे तब हम सिर्फ ब्लैक होल को एक खतरनाक चीज़ की तरह ही देखेंगे। हम कभी भी ब्लैक होल को अच्छी दृष्टि से नहीं देखते हैं। हमारे मन में ब्लैक होल का नाम सुनकर सिर्फ विनाश और विध्वंस का ही नजारा सामने आता है।

ऐसे में आज का लेख शायद आपके ब्लैक होल को लेकर मौजूद दृष्टिकोण को ही बदल कर रख दे।

सितारों को जन्म देता हुआ ब्लैक होल! – Black Hole Giving Birth To Stars! :-

वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक ऐसे ब्लैक होल (black hole giving birth to stars) के बारे में पता लगाया है, जो सितारों और आकाशगंगाओं को निगलने के बजाए उसे जन्म दे रहा है। जी हाँ! आप लोगों ने बिलकुल सही सुना, अंतरिक्ष में एक ऐसा ब्लैक होल भी है जो की सितारों को निगलने के बजाए उन्हें जन्म दे रहा है। मित्रों! ये ब्लैक होल हमारी पास के आकाशगंगा के केंद्र में मौजूद है। वैसे जो-जो सितारे इस ब्लैक होल से बन रहें हैं, वो सभी एक कतार में सजे हुए हैं। जैसे की कोई “Umbilical Cord” ही बना हुआ है।

ब्लैक होल जन्म दे रहा हैं नए सितारों को - Black Hole Giving Stars.
तारों को बनाता हुआ ब्लैक होल । | Credit: Astronomy Magazine

बता दूँ कि, ये कॉर्ड वैसे गैस और ड़स्ट से बना हुआ है। पृथ्वी से 3.4 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर मौजूद ये ब्लैक होल वाकई में आकार में काफी ज्यादा बड़ा है। जिस आकाशगंगा में ये ब्लैक होल स्थित है, उसका नाम “Henize 2-10” है। खैर इस ब्लैक होल के अंदर से 500 प्रकाश वर्ष लंबी एक सितारों की कतार निकल रही है, जो कि ब्रह्मांड की ओर 16 लाख किलोमीटर/घंटा की रफ्तार से आगे बढ़ रही है। ये पास मौजूद एक बहुत ही बड़े तूफान में शामिल हो कर और भी कई सारे नए सितारों को बना रहा है।

मित्रों! नासा के हबल स्पेस टेलिस्कोप के साथ ये पहली बार होगा जब किसी 1 अरब सितारों से कम वाले आकाशगंगा में नए सितारों को जगमगाते हुए उसने देखा है। कहने का मतलब ये हैं कि, सितारों का जन्म होते हुए देखा है। वाकई में ये एक बहुत ही बड़ी बात है, क्योंकि अकसर ऐसी घटनाएँ हमें काफी कम देखने को मिलती हैं। आपका इसको ले कर क्या कहना है, जरूर बताइएगा।

क्या ये आकाशगंगा खास है? :-

वैज्ञानिकों को लग रहा था कि, हेन 2-10 के अंदर कुछ तो हो रहा है, कुछ खास और कुछ असाधारण! मित्रों, आप लोगों को बता दूँ कि, वैज्ञानिकों को जो अनुभव हेन 2-10 के बारे में हो रहा था वो हकीकत निकला। वाकई में हेन 2-10 के अंदर एक बहुत ही असाधारण घटना घट रही थी। इसके अंदर नए सितारों का जन्म हो रहा था। जो कि इस छोटे सी आकाशगंगा को बहुत ही ज्यादा खास बना देता है। वैसे इस ब्लैक होल ने पास के 230 प्रकाश वर्ष लंबे इलाके में सितारों को बना कर चारों और फैला दिया है।

ब्लैक होल जन्म दे रहा हैं नए सितारों को।
हेन 2-10 गैलक्सि की फोटो। | Credit: NASA

परंतु एक खास बात ये है कि, ये खोज हबल टेलिस्कोप के बिना कभी संभव नहीं हो पाती। बिना हबल स्पेस टेलिस्कोप के वैज्ञानिक कभी भी इस गैलक्सी की इतने बारीकी से फोटो नहीं ले पाते और न ही इस गैलेक्सी की खासियत के बारे में हमें कभी पता चल पाता। वैसे हबल से ली गई फोटो में वैज्ञानिकों को एक घुमावदार कॉर्क-स्क्रू” वाला पैटर्न देखा है। जो कि शायद, सितारों का ब्लैक होल से निकलने के दौरान बनता हैं। मित्रों! जरा सोच कर ही देखिए, एक ब्लैक होल के अंदर से जन्म लेते हुए कई सारे सितारे। सोच कर ही कितना आकर्षक लग रहा है।

वैसे जो ये घुमावदार पैटर्न वैज्ञानिकों को मिला है, ये हकीकत में नवजात सितारों का क्लस्टर है। इसी क्लस्टर से ही बाद में बड़े और जगमगाते सितारे बनते हैं। इसलिए वैज्ञानिक इसे “Nursery Of Stars” भी कहते हैं। खैर इससे पहले भी वैज्ञानिकों को इस तरह के घटनाएँ दिखाई पड़ी हैं। परंतु इन सब घटनाओं को वैज्ञानिकों ने पहले इतने गंभीरता से नहीं लिया था। इसलिए ये बात पहले छुप कर रह गई थी।

इस तरह से वैज्ञानिकों को पता चला ब्लैक होल के बारे में! :-

जब वैज्ञानिकों ने ब्लैक होल (black hole giving birth to stars) की छान-बिन ज्यादा गंभीरता से की, तब पता लगा कि ये ब्लैक होल बाकी ब्लैक होल्स के जैसा नहीं है। आम तौर पर एक सुपर-मैसिव ब्लैक होल एक साधारण ब्लैक होल के मुक़ाबले कई अरबों-खरबों गुना बड़ा होता है। जब वैज्ञानिकों ने देखा कि, इस सुपर-मैसिव ब्लैक होल के अंदर से लगातार सितारे बाहर निकल रहें है, तब उन्हें महसूस हुआ कि, इस ब्लैक होल में कुछ तो खास बात हैं!

Cork-screw pattern near black Hole.
कर्क-स्क्रू पैटर्न। | Credit: New Scientist.

पृथ्वी से मात्र 3 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर, हबल ने हेन 2-10 कि एक ऐसी फोटो ली जो कि काफी ज्यादा क्रिस्टल क्लियर थी। इसके अलावा उसने स्पेक्ट्रोस्कोपिक सबूतों भी इक्कठा कर लिया। जिससे ब्लैक होल से निकल रहें सितारों का गुच्छा अच्छे से दिखाई पड़ रहा था। इससे ये साबित हो रहा थी की, वाकई में इस ब्लैक होल ने नए सितारों को जन्म दिया है। ब्लैक होल के पास जहां सितारों को खत्म हो जाना होता है, वहीं इन सभी सितारों का जन्म भी हो रहा था। जितनी भी बार इस बात को बोल लूँ, परंतु हर बार मुझे भी ये बोलते हुए काफी अजीब लग रहा है।

ब्लैक होल हमेशा से ही विनाशकारी खगोलीय चीजों में गिना गया है। इसके बारे में अचानक से इस तरह की खोजें किसी को भी काफी अजीब लगेगा। क्योंकि हमारा दिमाग जिस बात से पहले कई बार परिचित है, उस बात पर एक नई बात जोड़ने में थोड़ा समय तो लगता हैं।

निष्कर्ष – Conclusion :-

वैज्ञानिकों के हिसाब से ब्लैक होल (black hole giving stars) अपने पास के इलाकों से सितारों और अलग-अलग खगोलिय पिंडों को अपने अंदर ले कर, बाद में उन्हें प्रकाश के रफ्तार से बाहर निकाल देता है। मित्रों! ब्लैक होल के अंदर से निकल रहे इन सितारों का वेग इतना होता है कि, शायद ही आप इसके बारे में कभी सोच पाएं। खैर इतने तेजी से किसी मिसाइल कि तरह ब्लैक होल के अंदर से निकल रहा ये “खगोलीय जेट” सितारों के बनने के प्रक्रिया में काफी ज्यादा महत्वपूर्ण होता है।

Dwarf Galaxy Photo.
ड्वार्फ गैलेक्सी का फोटो | Credit: Flickr.

अगर सही तापमान में इस जेट के पास मौजूद स्टैलर गैस क्लाउड जेट से मिल जाते हैं, तब नए सितारों के बनने कि प्रक्रिया शुरू होती हैं। हालांकि! ये प्रक्रिया काफी ज्यादा जटिल होती है। अगर जेट ने स्टैलर गैस क्लाउड को हद से ज्यादा गर्म कर देता है, तब ये इतना ज्यादा गरम हो जाता है कि, फिर ये लौट कर जिस हिसाब से ठंडा होना चाहिए (सितारों के बनने के लिए) उस तरह से ठंडा ही नहीं हो पाता है।

परंतु जिस हिसाब से हेन 2-10 के पास मौजूद ब्लैक होल जेट छोड़ रहा है, वो सितारों को बनने के लिए एक बहुत ही अनुकूल माहौल देता है। खैर अभी इस विषय पर और भी ज्यादा शोध होना बाकी है, इसलिए हमें इसके लिए पहले से ही तैयार हो कर प्रतीक्षा करनी चाहिए।

Bineet Patel

मैं एक उत्साही लेखक हूँ, जिसे विज्ञान के सभी विषय पसंद है, पर मुझे जो खास पसंद है वो है अंतरिक्ष विज्ञान और भौतिक विज्ञान, इसके अलावा मुझे तथ्य और रहस्य उजागर करना भी पसंद है।

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