अन्तरिक्ष में चमत्कार की कोई सीमा ही नहीं है! जब-जब आप अन्तरिक्ष को देखेंगे, तब-तब आपको इसके अंदर छुपे हुए कई सारे रहस्यों के बारे में पता चलता रहेगा। सदियों से पृथ्वी के वैज्ञानिक इस अन्तरिक्ष को समझने का प्रयास करते आ रहें हैं और इसको समझने के लिए, कई वैज्ञानिकों ने अलग-अलग सिद्धांत भी हमें दिये हैं। सदियों पहले आइंस्टीन जी ने प्रकाश (Jet Travelling 7 times Speed of light) को ले कर एक बहुत ही बड़ी थ्योरी रखी थी, जिसे हम आज भी सच मानते आ रहे हैं। परंतु अगर मैं कहूँ की, ये बात शायद सच न हो तो!
भौतिक विज्ञान में कहा जाता है कि, प्रकाश (Jet Travelling 7 times Speed of light) की गति के सामने कोई भी वस्तु टिक नहीं सकती। कहने का अर्थ ये है कि, प्रकाश की गति से कोई दूसरी चीज़ इस ब्रह्मांड में जा ही नहीं सकती है। हालांकि! थ्योरी के हिसाब से प्रकाश की गति से अधिक गति में जया जा सकता है, परंतु ऐसी हकीकत में कर पाना लगभग असंभव ही है। इस लिए वैज्ञानिक प्रकाश की गति को ब्रह्मांड में सबसे अधिक मानते हैं और इसी के गणित से ही अन्तरिक्ष में दूरी का अनुमान भी लगाया जाता है। तो एक हिसाब से हमारे लिए प्रकाश की गति से अधिक रफ्तार में जाना संभव ही नहीं है।
मित्रों! आज के इस लेख में हम एक ऐसी चीज़ के बारे में जानेंगे, जो शायद प्रकाश की गति को भी मात दे दे। जी हाँ, ये चीज़ एक बेहद ही दुर्लभ और खास चीज़ है, जिसके बारे में वैज्ञानिकों ने हाल ही में ढूंढ कर निकाला है। तो, चलिये अब लेख को शुरू करते हुए इस चीज़ के बारे में जानते हैं।
भौतिक विज्ञान (Physics) के नियमों को तोड़ते हुए ये चीज़! – Jet Travelling 7 times Speed of light! :-
हाल ही में सुदूर अन्तरिक्ष में एक बेहद ही शक्तिशाली टक्कर हुई है, जो की दो बहुत ही बड़े-बड़े सितारों के बीच घटित हुई है। वैज्ञानिकों के अनुसार टक्कर के बाद कुछ पार्टिकल्स इतनी तेजी से बाहर की और अन्तरिक्ष में ट्रैवल कर रहें हैं की, इनकी स्पीड (गति) प्रकाश की स्पीड से भी (Jet Travelling 7 times Speed of light) ज्यादा हो चुकी है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि, ये पार्टिकल्स प्रकाश की गति से लगभग 7 गुना ज्यादा तेजी से ब्रह्मांड में ट्रैवल कर रहें हैं। मित्रों! ये टक्कर इतनी विशाल थी कि, इससे अपार ऊर्जा निकल रही है।
हमारी सोच से भी परे ऊर्जा की ये विशाल मात्रा, ब्रह्मांड में कई असंभव कार्यों को भी संभव कर सकती है। जैसे कि किसी भी चीज़ को प्रकाश की गति से भी तेजी से ट्रैवल करवा सकती है। हालांकि! कुछ वैज्ञानिकों के अनुसार ये एक भ्रम भी हो सकता है। क्योंकि जो काम ये कर रहा है, ये कभी असल ब्रह्मांड में संभव ही नहीं हो सकता है। इसके अलावा कुछ वैज्ञानिकों ने इस भ्रम का नाम “Superluminal Motion” भी रख दिया है। मित्रों! आप लोगों को बता दूँ कि, दुनिया भर के ज़्यादातर वैज्ञानिक इस घटना को मात्र एक भ्रम के रूप में ही देख रहें हैं और उनको ये सच ही नहीं लग रहा है।
मित्रों! सबसे खास बात ये है कि, ये जो भ्रम है ये वाकई में काफी ज्यादा दुर्लभ और आकर्षक है। क्योंकि ये ब्रह्मांड में काफी कम देखने को मिलता है। तो, आप कह सकते हैं कि, ये सभी घटनाएँ हमारे लिए थोड़ी नई और खास हैं। क्योंकि इनके बारे में हमने अभी जानना ही शुरू किया है। खैर चलिये आगे इस भ्रम के बारे में विस्तार से जानते हैं।
आखिर ये भ्रम कब और कैसे होता है? :-
कई लोगों के मन में ये सवाल जरूर उठ रहा होगा कि, आखिर ये भ्रम (Jet Travelling 7 times Speed of light) ब्रह्मांड में कैसे घटता है और सबसे बड़ी बात आखिर क्यों ये होता है? तो मित्रों मैं आप लोगों को बता दूँ कि, ये घटना तभी संभव हो पाती है, जब अन्तरिक्ष में कोई एक पार्टिकल/ कण प्रकाश के गति के आसपास ही ट्रैवल करे। मित्रों! आप लोगों को जान कर हैरानी होगी कि, इस घटना में “जेट समेत पार्टिकल प्रकाश की गति के 99.99% के गति से अन्तरिक्ष में विचिरण कर रहे हैं”। जी हाँ! आप लोगों ने बिलकुल सही सुना, ये पार्टिकल अन्तरिक्ष में लगभग “1.07 अरब km/h” के रफ्तार से ट्रैवल कर रहा हैं। इसे सुन कर शॉक लगा ना!
मित्रों! हम अकसर कहते हैं कि, प्रकाश के गति के 1/1000 हिस्सा भी कोई पार्टिकल प्राप्त कर ले तो गनीमत है, परंतु यहाँ खास कर के इस घटना में पार्टिकल ने प्रकाश के गति के 99.99% हिस्से को पहले से ही प्राप्त कर लिया है। तो, शायद ये भी कभी संभव हो जाए जब कोई पार्टिकल प्रकाश के गति के समान या उससे भी ज्यादा तेजी से अन्तरिक्ष में ट्रैवल कर पाए। सच में दोस्तों, अन्तरिक्ष में सब कुछ संभव हो सकता है। आप जितना इसके बारे में सोचेंगे ये उतना ही जटिल और रहस्यमय होता जाता है।
खैर वैज्ञानिकों के अनुसार ये “कॉस्मिक जेट्स” (Jet Travelling 7times Speed of light) 2017 में घटे एक शक्तिशाली टक्कर से पैदा हुए हैं। अधिक जानकारी के लिए बता दूँ कि, 2017 में ही वैज्ञानिकों ने ब्रह्मांड में एक बहुत ही बड़ी घटना की खोज की थी, जिसमें दो बहुत ही बड़े-बड़े न्यूट्रान स्टार्स एक दूसरे से टकरा गए थे। तो, इसी टक्कर से पैदा होने वाला पहला शॉकवेब (Shockwave) वैज्ञानिकों को अभी मिली है।
आखिर कैसी थी टक्कर! :-
इस महाभीषण टक्कर ने दोनों ही न्यूट्रान स्टार्स की आंतरिक कोर (Internal Core) को इतना घना (Dense) बना दिया कि, शायद ही आप और मैं इसके बारे में कभी सोच पाएँ। सूत्रों के अनुसार टक्कर के कारण एक सूर्य के समान मास कंप्रैस हो कर एक छोटे से शहर जितने आकार के गोले में परिवर्तित हो गया था। मित्रों, सोचिए कहाँ सूर्य और कहाँ एक छोटे से शहर का आकार। वैसे ये टक्कर पृथ्वी से लगभग 1.4 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर घटित हुई थी। कुछ वैज्ञानिक ये भी बताते हैं कि, टक्कर का प्रभाव अन्तरिक्ष के स्पेस-टाइम फेब्रिक के ऊपर भी पड़ा है, जिससे इसमें कई बदलाव देखें जा रहें हैं।
गुरुत्वाकर्षण तरंगों (Gravitational Waves) में होने वाले बदलाव भी इस टक्कर के नतीजों में एक हैं। खैर एक रोचक बात ये हैं कि, इस तरीके के टक्कर के कारण स्पेस-टाइम में होने वाले कंपन के बारे में 1916 में ही पता लगाया जा चुका था। परंतु इसके सबूतों को ढूँढने के लिए वैज्ञानिकों को 100 साल से भी अधिक समय लग गया। 2017 में मिले “GW17081” नाम के एक सिग्नल से वैज्ञानिकों को ये तो पता चल चुका था कि, ब्लैक होल के अलावा भी ब्रह्मांड में कई विनाशक घटनाएँ घटित होती हैं। इसके अलावा इस सिग्नल ने वैज्ञानिकों को पहले से ही प्रकाश के गति के समान (Jet Travelling 7times Speed of light) ट्रैवल करने वाले इन पार्टिकल्स के बारे जानकारी दे दी थी।
गुरुत्वाकर्षण की तरंगों को हम अपने खुली आँखों से नहीं देख सकते हैं, परंतु Large Interferometer Gravitational Wave Observatory (LIGO) के माध्यम से हम इसे आसानी से पकड़ सकते हैं। हालांकि! टक्कर से मिलने वाले पहले शॉक वेव के बाद दुनिया भर के वैज्ञानिकों ने अपने-अपने दूरबीनों से इस घटना के ऊपर नजर रखना शुरू कर दिया।
टक्कर के मिले सबूत :-
मित्रों! टक्कर के ऊपर लगातार नजर रखने के कारण, कई वैज्ञानिकों को टक्कर से निकल रहे जेट (Jet Travelling 7times Speed of light) को देखा। जिससे इस टक्कर का एक ठोस सबूत मिल जाता है। इसके अलावा नासा जैसे दुनिया भर के कई स्पेस एजेन्सीस ने जेट्स (Jet Travelling 7 times Speed of light) के रियल-टाइम स्पीड को भी कैलकुलेट कर लिया है, जिससे हमें इसके बारे में और भी बेहतर जानकारी मिल सकेगी।
इससे पहले भी वैज्ञानिकों को कई अलग-अलग घटनाओं में चीज़ें प्रकाश के रफ्तार के जितना ट्रैवल करते हुए दिखें हैं, परंतु जेट के ये पार्टिकल्स, इनमें कुछ खास बात जरूर हैं।