विषय - सूची
प्रस्तावना – Introduction :-
सबसे पहले आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएँ | मित्रों ! आज हम एक ऐसे जमाने में जी रहें हैं , जहाँ विज्ञान बहुत ज्यादा उन्नत हो चुका हैं | हाल ही के समय में विज्ञान ने कई सारे खोज कर लिया है , जिस से हमारा जीवन दिन-प्रति दिन बेहतर होता जा रहा हैं | खैर मैंने इस से पहले रसायन विज्ञान तथा वनस्पति विज्ञान के बारे में काफी कुछ रोचक बातों का जिक्र कर लिया हैं | परंतु मैंने अभी तक हमारे खुद के शरीर के विषय मेँ ज्यादा कुछ नहीं लिखा हैं | तो , आज वह समय है जब मेँ आपसे टीका करण (importance of vaccination in hindi) के विषय पर कई अंजान बातों का जिक्र करूंगा |
मित्रों ! प्राचीन समय में लोग प्लेग और पोलिओ जैसे कई घातक महामारी के कारण अपना जीवन गवा बैठते थे | टीका करण (importance of vaccination in hindi) की कमी इस घातक असुविधा का मूल कारण था | लोगों को सही तरीके से टीके (importance of vaccination in hindi) नहीं लग पाते थे या लोगों के अंदर इस विषय पर उतनी जागरूकता नहीं थी , जिसके कारण कई अमूल्य जीवनों का बलिदान चढ़ता था |
आज के समय में टीका करण इतनी ज्यादा उन्नत हो चुका है की , इससे हम पोलिओ और चिकन फॉक्स जैसे बीमारियों का जड़ से इलाज व निदान करने में सक्षम रह पाएँ हैं | इसके अलावा मित्रों में आपको बता दूँ की आज के समय में एड्स जैसे बीमारियों का भी टीका ढूंढा जा रहा हैं , जिससे इस का भी जल्द से जल्द निदान किया जा सके |
टीका करण क्या हैं ? – What is Vaccination in Hindi ? :-
मित्रों टीका करण के विषय मेँ कोई भी बात जानने से पहले , हमें जानना होगा की आखिर टीका (Vaccine) किसे कहते हैं | तो , मित्रों टीका एक प्रकार की ऐसी प्रणाली है , जिससे किसी भी जीवित प्राणी के अंदर एक निर्दिष्ट बीमारी (एक व एक से अधिक बीमारियों के लिए भी) से लढने की ताकत को कृत्रिम रूप से बढ़ाया जाता हैं |
आमतौर पर हर एक टीका (importance of vaccination in hindi) बीमारी को प्रतिरोध करने के लिए एंटीबॉडी (antibody) को शरीर के अंदर बनाता हैं | खैर जब हम सब छोटे थे तो , हम सभी को ऐसे कई सारे टीके लगे हुए होंगे , क्योंकि इन्हीं टीकों की बदौलत आज हम स्वस्थ हैं | बचपन से ही इन्हीं टीकों ने हमारे शरीर के अंदर कई प्रकार के एंटीबॉडी का निर्माण करते हुए , हम को कई सारे बीमारियों से बचाया हैं |
जब भी किसी शिशु को टीका (importance of vaccination in hindi) दिया जाता हैं , तब उसके कंधे या पैरो के आसपास के जगह पर एक सुई के सहारे किसी भी बीमारी का एक कमजोर नमूना (sample) उस के शरीर के अंदर भेजा जाता है | जब यह नमूना शरीर के अंदर पहुँच जाता हैं , तब यह उस बीमारी के अनुसार एंटीबॉडी का निर्माण करता है और हमें उस रोग से भी बचाता हैं |
में आपको और भी बता दूँ की जब एक बार किसी भी एंटीबॉडी का निर्माण हो जाता हैं , तब वह एंटीबॉडी हमारे शरीर के अंदर जीवन भर प्राकृतिक रूप से मौजूद रहता हैं |
टीका करण करवाने का महत्व – Importance Of Vaccination In Hindi :-
मित्रों ! सीधा-सीधा कहूँ तो टीका सब के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं , चाहे वो एक बच्चा , बुद्ध व्यक्ति या स्वस्थ वयस्क आदमी हो | इसलिए आज हर एक देश के अंदर जन्मे अपने-अपने नागरिकों के लिए एक निर्धारित टीका करण (importance of vaccination in hindi) की सूची बनाई गई हैं |
औसतन एक शिशु को उसके छटे जन्मदिन तक 14 टीके लगते हैं | कई वैज्ञानिक टीका करण को ही शरीर के रोग-प्रतिरोधी शक्ति का एक अहम हिस्सा मानते हैं | इसलिए टीका करण हमारे लिए बहुत मायने रखता हैं क्योंकि यह हर प्रकार से हमारी मदद करता है |
टीका करण की एक संखिप्त इतिहास – History of Vaccination :-
वैसे तो टीका करण की प्रथा बहुत प्राचीन समय से चली आ रही हैं, परंतु 1796 मेँ सबसे पहले आधुनिक टीका करण का इजात हुआ | एडवर्ड जेनर ने इसी साल दुनिया की सबसे पहला टीका को खोज कर निकाला था | उस समय पृथ्वी भर के वैज्ञानिकों ने इस खोज को काफी सरहना किया था |
इसके बाद 1798 मेँ स्माल फॉक्स का टीका निकाला गया था , जिससे इंसानों के शरीर के अंदर होने वाले इस भयानक रोग को सफलता पूर्वक रोका गया | जेनर से काफी ज्यादा प्रेरित हो कर लुईस पाश्चर ने इंसानों के कोलेरा का टीका निकाला|
1890 से ले कर 1950 के अंदर काफी सारे टीकों का निर्माण हुआ , जिसमें BCG का टीका भी हैं | 1950 के बाद की सालों मेँ अत्याधुनिक कम्प्यूटर और तकनीक के जरिए कई सारे टीकों का आधुनिकरण किया गया , जिसमें सल्क पोलिओ टीका भी शामिल हैं |
मेँ आपको बता दूँ की इसी सल्क पोलिओ टीका के वजह से आज पृथ्वी के कई सारे देशों से पोलिओ को निदान किया जा चुका हैं | मित्रों ! आज कई सारे टीके इंसानों के लिए मौजूद हैं , जो की कई सारे बीमारियों को हमारे शरीर पर नहीं होने देती हैं , और एक बात इन्हीं टीकों के जरिए आज हमारा भारत पोलिओ और चीकन फॉक्स जैसे रोगों से मुक्त हैं |
टीकों से जुड़ी कुछ रोचक बातें – Amazing Facts about Vaccines in Hindi:-
आपने इस से पहले ब्लैक होल , चाँद और भूताणुओं के विषय पर काफी कुछ रोचक बात पढ़ा होगा , परंतु क्या आपने इससे पहले किसी टीका (importance of vaccination in hindi) के विषय मेँ कुछ रोचक बात पढ़ा हैं ? नहीं ना ! इसलिए मित्रों मेँ यहाँ पर आपको कुछ ऐसे टीकों से जुड़ी दिलचस्प तथ्य बताऊंगा जिस के बारे में आपने शायद ही सुना होगा |
तो , देरी किस बात की चलिए जानते हैं टीकों से जुड़ी कुछ रोचक बात |
1. हर एक टीके की जान है – व्हाइट ब्लड सेल (WBC) :-
मित्रों! एक बात का आप हमेशा ध्यान रखना की , हमारा जो शरीर है यह काफी ज्यादा चालक हैं | प्रकृति में अगर किसी भी जीव को जिंदा रहना हैं तो , उसको चालक होना ही पड़ेगा | खैर जब हमारे शरीर के अंदर किसी भी प्रकार का टीके को लगाया जाता हैं तो , शरीर के अंदर मौजूद WBC (white blood cell) उसी टीके के अंदर मौजूद भूताणुयों या किटाणुओं को प्रतिरोध करने वाला एंटीबॉडी का निर्माण करता हैं |
इसलिए अगर हमारे शरीर के अंदर WBC न होता तो , किसी भी प्रकार का टीका सही प्रकार से काम नहीं कर पाता | WBC ही एक टीके की जान हैं |
2. इन रोगों को दुनिया से लुप्त कर दिया हैं टीकों ने :-
मैंने ऊपर ही टीकों के जरिए लुप्त हुए कुछ रोगों के बारे में जिक्र किया हैं | परंतु और भी रोग है जो की टीकों के जरिए आज लुप्त हो चुके हैं और उन्हीं रोगों के अंदर रिंडर पेस्ट और रूबेला आदि शामिल हैं |
3. दुनिया की सबसे प्राचीन उपचार प्रणाली (medical treatment) हैं – टीका करण :-
आपको क्या लगता हैं , टीका करण की प्रणाली कितनी पुरानी होगी ? मित्रों ! टीका करण की प्रणाली हजारों साल पुरानी प्रणाली है , जिसे की सबसे पहले चीनी लोग इस्तेमाल करते थे | खैर मेँ आपको और भी बता दूँ की, किसी भी प्रकार की एंटीबायोटिक या एनेस्थेसीया के इजात के कई हजारों साल पहले ही टीकों का आविष्कार हो चुका था|
इसलिए तो टीकों को (importance of vaccination in hindi) दुनिया का सबसे प्राचीन उपचार प्रणाली (medical treatment) कहा जाता हैं |
4. टीकों का किसी भी प्रकार का मुख्य साइड इफेक्ट नहीं होता हैं :-
आपने जब भी किसी भी औषधि के बारे मेँ सुना होगा तो , आपके मन मेँ सबसे पहले उस के साइड इफेक्ट को जानने की जिज्ञासा तो जरूर ही उठा होगा | खैर बाकी औषधियों का तो पता नहीं , परंतु हाँ ! ज़्यादातर टीकों का किसी भी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं होता हैं |
इसलिए तो टीकों को बड़ी आसानी से बिना चिंता किए शिशुओं को दिया जाता हैं | मित्रों ! और एक बात टीकों से आपको क्षण भर भी डरने की जरूरत नहीं हैं , क्योंकि यह हमारे लाभ के लिए ही लगाए जाते हैं | अगर यह आज न होता तो न जाने हम कितने सारे रोगों के चपेट में आ चुके होते | टीकों से होने वाले साइड इफेक्ट बहुत ही दुर्लभ हैं और टीकों की आधुनिकरण के वजह से यह आज देखने को ही नहीं मिलते हैं |
6. आपके जीवन को अकेला 51% बचाता है एक टीका :-
शीर्षक मेँ लिखा हुआ एक-एक शब्द बिलकुल सच हैं | टीकों की ताकत बहुत ज्यादा होती हैं | हाल ही मेँ वैज्ञानिकों ने टीकों के ऊपर एक अध्ययन किया था , जिसमें की उन्होंने एक फ्लू के भूताणु (Flu) को एक रोग के नमूने के हिसाब से इस्तेमाल किया था |
खैर उनके अध्ययन से यह पता चला की , जिन शिशुओं को किसी भी कारण से फ्लू के टीके नहीं लग पाए उन शिशुओं की बचने की क्षमता 51% घाट गया और जिन शिशुओं को यह टीका सही समय पर लगाया गया था , उन शिशुओं की बचने की क्षमता 51% बढ़ गया था |
इसलिए मित्रों ! इंसानों के बच्चों को सही समय पर सही टीके लगने जरूरी हैं | इन्हीं टीकों से आप और हम आज कई स्वस्थ काम कर पा रहें हैं |
खैर आब इस लेख को समाप्त करने का वक़्त आ गया है , परंतु जाने से पहले आप सभी लोगों से एक बात आग्रह करना चाहूँगा की , जितना हो सके इस लेख को शेयर कीजिए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग टीकों के विषय मेँ जान पाएंगे | इस से लोगों के अंदर जागरूकता बढ़ेगी और हमारा देश एक स्वस्थ देश बनेगा |