ब्रह्मांड में काफी सारे ग्रह और आकाशगंगाएँ मौजूद हैं। परंतु इन आकाशगंगाओं में सबसे अच्छी जो आकाशगंगा है वो हैं हमारी “मिल्की वे”, क्योंकि इस आकाशगंगा में न जाने कितने अजीबो-गरीब व दिलचस्प चीज़ें छुपे हुई हैं। वैज्ञानिक बताते हैं कि, मिल्की-वे के अंदर हमारा जो सौर-मण्डल है वो ही अपने-आप में ही एक अजूबा है। साथ ही साथ इसके अंदर मौजूद ग्रह (Uranus Facts In Hindi) भी कहीं न कहीं हम लोगों को अपनी और आकर्षित करते हैं। वैसे सौर-मंडल के ग्रहों के बारे में काफी कुछ बातें होते रहती हैं, परंतु इनके ऊपर ज्यादा गहराई से बातें नहीं होती।
इसलिए आज मैंने इस लेख के जरिये सौर-मण्डल के सबसे रहस्यमयी ग्रहों में से एक यूरेनस (Uranus Facts In Hindi) के बारे में कुछ खास बातों को आप लोगों तक पहुंचाने का सोचा है। इसलिए आज का हमारा ये लेख पूरी तरीके से यूरेनस के आस-पास ही रहेगा। तो, आप लोगों से सविनय निवेदन है कि; इस लेख को आरंभ से ले कर अंत तक जरूर पढ़िएगा। जिससे आप लोगों को मेरे द्वारा कहीं गई बातें ज्यादा बेहतर ढंग से समझ में आ जाए। इसके अलावा आप इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर भी कीजिएगा, ताकी ये बातें ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँच जाए।
तो, चलिये अब लेख में आगे बढ़ते हुए; इसके मुख्य विषय पर आते हैं और शुरू करते हैं। आशा है कि, आप लोगों को ये लेख जरूर ही पसंद आएगा।
विषय - सूची
यूरेनस के कुछ दिलचस्प बातें! – Uranus Facts In Hindi :-
लेख के इस भाग में मैंने आप लोगों को यूरेनस (Uranus Facts In Hindi) के बारे में सबसे दिलचस्प बातों को बताया हैं, तो इसे जरा गौर से पढ़िएगा।
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काफी तेजी से घूमता है यूरेनस! :-
हमारे सौर-मण्डल में कई तरह के ग्रह मौजूद हैं, परंतु उनमें से सबसे खास ग्रह है यूरेनस (Uranus Facts In Hindi)। मित्रों! इस ग्रह कि पहली सबसे खास बात ये है कि, ये अपने अक्ष के चारों और काफी तेजी से घूमता है। वैज्ञानिकों के अनुसार यूरेनस अपनी ओर्बिट की चारों और लगभग 17 घंटे और 14 मिनटों के अंदर एक चक्कर पूरा कर लेता है।
हालांकि! एक बात ये भी है कि, इस ग्रह के घूमने की दिशा सौर-मण्डल के अन्य ग्रहों से पूरा विपरीत होती है। इसलिए ये ग्रह बाकी ग्रहों से काफी ज्यादा अद्भुत है।
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काफी धीरे-धीरे सूर्य की परिक्रमा करता है यूरेनस! :-
मित्रों! आप लोगों को जानकर हैरानी होगी कि, यूरेनस जब सूर्य की चारों तरफ परिक्रमा करने लगता है, जब इसकी गति काफी धीमी होती है। साथ ही साथ सूर्य से काफी ज्यादा दूर होने के कारण, ग्रह का कक्षा भी काफी ज्यादा बड़ा हो जाता है। वैज्ञानिकों के अनुसार हर 84 वर्षो में यूरेनस सिर्फ एक बार सूर्य की पूर्ण परिक्रमा कर पाता है। इसलिए आप खुद ही सोच सकते हैं कि, इस ग्रह पर एक साल कितना लंबा होता होगा। क्योंकि पृथ्वी तो काफी तेजी से 365 दिनों में ही सूर्य की एक परिक्रमा कर लेता है।
साथ ही साथ यूरेनस को लगातार 42 वर्षों तक सूर्य की सीधी रोशनी मिलती है। तो, लगातार इसके ऊपर 42 सालों तक दिन ही रहता है।
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इन्सानों के द्वारा सिर्फ एक स्पेसक्राफ्ट को भेजा जा चुका हैं यूरेनस पर! :-
अकसर आप लोग न्यूज़ वगेरा में सुनते ही होंगे कि, तरह-तरह से अन्तरिक्ष यान और सैटेलाइट्स चाँद और मंगल के ऊपर भेजे जा रहें हैं। परंतु क्या आपने कभी सुना हैं ऐसे किसी स्पेसक्राफ्ट ना नाम जो यूरेनस के ऊपर भेजा गया हो। मित्रों! यूरेनस (Uranus Facts In Hindi) के बारे में तो आज कल कोई ज्यादा बात भी नहीं करता हैं, तब इसके ऊपर स्पेसक्राफ्ट छोड़ना तो बहुत ही दूर की बात हो गई।
हालांकि! आप लोगों को जानकर हैरानी होगा कि, अब तक सिर्फ एक स्पेसक्राफ्ट ऐसा हैं; जो यूरेनस तक पहुँच पाया हैं। वैसे उस स्पेस क्राफ्ट का नाम हैं “वोएजर-2″। 1986 में पृथ्वी से लाँच किया गया ये स्पेसक्राफ्ट, अन्तरिक्ष में मानव सभ्यता का नाम प्रकाशित कर रहा है। वैज्ञानिकों की मानें तो, ये स्पेसक्राफ्ट यूरेनस से लगभग 81,500 km के दूरी से ही फ़्लाइ-वाय कर गया था। जो कि, एक बहुत ही बड़ी बात है।
इसके अलावा इसने यूरेनस के चाँद और इसके काफी दिलचस्प चीजों की तस्वीरों को खींच कर पृथ्वी पर भेजा हुआ है। आप लोगों को क्या लगता है, क्या हमारे लिए आज भी यूरेनस एक रहस्यमयी ग्रह हैं? कमेंट कर के जरूर ही बताइएगा।
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काफी ठंडा है यूरेनस! :-
जब हम बात यूरेनस (Uranus Facts In Hindi) जैसे ग्रहों की करते हैं, तब हमारे मन में कहीं न कहीं एक बर्फीली सी जगह सामने आ ही जाती है। मित्रों! इस तरह के खयाल हमारे मन में आना काफी ज्यादा लाज़िमी हैं। क्योंकि यूरेनस जैसे ग्रह हम लोगों से व सूर्य से काफी ज्यादा दूर मौजूद होते हैं। इसलिए इन ग्रहों को बर्फीले ग्रहों का भी नाम दिया जाता है, क्योंकि इनके ऊपर हमेशा बर्फ की एक मोटी सी चादर फैला हुई रहती है।
रिपोर्ट के अनुसार यूरेनस की सतह का औसतन तापमान -224°C तक रहता है, जो की पूरे सौर-मण्डल में सबसे ठंडा है। ग्रह के इतने ठंडे होने की वजह वैज्ञानिक इसके ऊपरी वातावरण में मौजूद मिथेन गैस को बताते हैं। जो की जलवायु को काफी ज्यादा ठंडा कर देती है।
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यूरेनस के चाँद के नामों को “William Shakespeare” ने रखा है :-
मित्रों! आप लोगों को जानकर बेहद ही हैरानी होगी कि, अन्तरिक्ष में भी विलियम शेक्सपियर का काफी ज्यादा बोलबाला था। यूरेनस (Uranus Facts In Hindi) के चाँद के नामों को भी, विलियम शेक्सपियर जी ने ही रखा था। आप लोगों कि अधिक जानकारी के लिए बता दूँ कि, इन चाँद के नामों में “Oberon, Titania और Miranda” जैसे यूरेनस के चाँद भी शामिल हैं।
वैसे यहाँ एक खास बात ये भी हैं कि, ये सारे के सारे चाँद काफी ठंडे और काले हैं। सुदूर इलाकों के ये उप-ग्रह आज भी हम इन्सानों के पहुँच से काफी दूर हैं। शायद आने वाले समय में हमें इनके बारे में ज्यादा जानकारी मिल सके। खैर यूरेनस के उप-ग्रहों में सबसे खास हैं “मीरंडा”। आप लोगों को बता दूँ कि, इसके ऊपर काफी सुंदर बर्फ के झरने और चमकीले सतह हैं। जो कि काफी ज्यादा खास नजर आते हैं।
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काफी नया है ये ग्रह! :-
आप लोगों को बता दूँ कि, यूरेनस मॉडर्न युग में खोजा गया सबसे नया ग्रह हैं। आँखों से देखे जाने वाले काफी ग्रहों को हमारे पूर्वजों ने काफी प्राचीन युग से ही पहचान लिया था। परंतु यूरेनस उन ग्रहों में से एक हैं, जो की सिर्फ आँखों से ही देखे जाने वाले ग्रहों में सबसे आखिर में खोजा गया ग्रह हैं।
यहाँ एक खास बात ये भी हैं कि, दूरविन के आविष्कार के बाद सबसे पहला खोजा गया ग्रह यूरेनस ही हैं। अधिक जानकारी के लिए बता दूँ कि, इस ग्रह को साल 1781 में पहली बार खोजा गया था। मित्रों! सबसे पहले इस ग्रह का नाम इंग्लैंड के भूत पूर्व राजा “जर्ज-3” के नाम के ऊपर “जर्ज स्टार” रखा गया था। परंतु बाद में इसे बदल कर प्राचीन ग्रीक देवता “Ouranos” के नाम पर यूरेनस रखा गया।
निष्कर्ष – Conclusion :-
मित्रों! हमारे सौर-मण्डल में यूरेनस (Uranus Facts In Hindi) आकार में तीसरा सबसे बड़ा ग्रह हैं और अगर हम वजन की बात करें तो, ये चौथा सबसे वजनी ग्रह हैं। हालांकि! एक खास बात यहाँ ये भी हैं कि, ये ग्रह सौर मण्डल की सबसे कम सघन ग्रह हैं। इसके अलावा ये सिर्फ एक ऐसा ग्रह हैं जो की किसी ग्रीक देवता के नाम पर बना हुआ हैं। बाकी ग्रहों के नाम करण रोमन देवताओं के आधार पर किया गया हैं।
वैसे आप लोगों को इस ग्रह के बारे में सबसे खास और अनोखी कौन सी चीज़ लगी, कमेंट कर के जरूर ही बताइएगा।
Source :- www.space facts.com, www.universetoday.com.