टेक्नोलॉजी जिनका इस्तेमाल हम अपने फ़ायदे के लिए करते हैं। जिससे हमारा काम बहुत आसान हो जाता है। कुछ टेक्नोलॉजी तो हमारे लिए फ़ायदेमन्द साबित होती हैं पर क्या आप जानते हैं कुछ टेक्नोलॉजी ऐसी हैं जो सम्पूर्ण मानव जाति के लिए बहुत ही खतरनाक भी हो सकती हैं। तो आइए जानते हैं उन खतरनाक टेक्नोलॉजी के बारे में:
विषय - सूची
1. लॉन्ग रेंज मिसाइल
अब आप सोचेंगे कि हम तो इन मिसाइल में बैठेंगे नही तो कैसे ये मिसाइल हमारे लिए खतरनाक है। अमेरिका के लोगों ने भी ऐसा सोचा था परंतु उनकी ये सोच 9/11 के धमाके के बाद बदल गयी कि इन मिसाइल का इस्तेमाल इस तरह भी किया जा सकता है। ज़रा सोचिए कि यदि ये मिसाइल किसी नाभिकीय(Nuclear) रिएक्टर से टकरा जाए तो क्या होगा। यदि ऐसा हुआ तो उस देश की जनसंख्या लगभग खत्म ही हो जाएगी और उसकी रेडिएशन से अगले कुछ दशकों तक वहाँ कोई मनुष्य रह भी न पाए। अब आप स्वयं सोचिए की ये लॉन्ग रेंज मिसाइल कितनी खतरनाक साबित हो सकती हैं।
2. जेनेटिक इंजीनियरिंग
इस टेक्नोलॉजी का नाम सुनकर आप तो हैरान हो गए होंगे कि ये टेक्नोलॉजी कैसे खतरनाक हो सकती है। इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल DNA के बारे जानकारी लेने के लिए किया जाता है। जिससे हम उस व्यक्ति के जीन्स के बारे में अच्छे से समझ सकते हैं। पर ये टेक्नोलॉजी इंसानो के लिए बहुत ही खतरनाक है। इस टेक्नोलॉजी में डीएनए और जीन्स पर काम किया जाता है यदि किसी व्यक्ति के डीएनए ढांचे को ही बदल दिया जाए तो सोचिए कि वो इंसान कितना खतरनाक हो जाएगा। शायद उतना ही खतरनाक जितना हम फिल्मों में देखते हैं।
3. नाभिकीय(Nuclear) टेक्नोलॉजी
यह टेक्नोलॉजी भी मानव जाति के लिए बहुत खतरनाक है। क्योंकि इस टेक्नोलॉजी में प्लूटोनियम का इस्तेमाल होता है। जिस किसी देश में ये नाभिकीय बम फोड़ दिया जाए तो इसमें मौजूद प्लूटोनियम उस देश को तबाह कर देगा। और इस प्लूटोनियम की हानिकारक रेडिएशन के कारण अगले कुछ दशकों तक वहां मनुष्य का रहना बहुत खतरनाक होगा। धमाके के दौरान आस-पास के लोग जलकर राख हो जाएंगे। वहीं कुछ दूर रहने वाले लोग उसकी रेडिएशन का शिकार हो जाएंगे। जिससे उन्हें कैंसर हो सकता है या उनकी हड्डियाँ गलने लगेंगी। कहा तो ये भी जाता है कि ऐसी जगहों पर होने वाले फल भी नही खाने चाहिए क्योंकि ये रेडिएशन से प्रभावित होते हैं। आप खुद ही सोचिये ये टेक्नोलॉजी कितनी खतरनाक हो सकती है।
4. आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस
इस टेक्नोलॉजी में मशीनें अपने आप अपनी बुद्धि से कार्यों को करती हैं। तो हमे लगता है कि ये तो अच्छी बात है। पर ज़रा सोचिए कि यदि ये मशीनें अपने आप कुछ भी कर सकती हैं तो अपने फायदे के लिए हम इंसानों को भी तो नुकसान पहुँचा सकती हैं। इसलिए बिल गेट्स, एलोन मस्क और स्टीफन हॉकिन्स जैसे लोगों ने इस टेक्नोलॉजी का विरोध किया था। पर वहीं फेसबुक और गूगल इसके पक्ष में थे की ये हमारे आने वाले भविष्य के लिए बहुत लाभदायक होंगे। अब इसमें कितनी सच्चाई है ये तो भविष्य ही बताएगा।
5. ई-मनी
सुनने में तो ये शब्द बहुत साधारण सा लगता है। परन्तु इस टेक्नोलॉजी से भी हम इंसानों को बहुत नुकसान होगा। अब आप सोचेंगे कि ये ई-मनी क्या है तो ई-मनी ऐसा पैसा या ऐसी करेंसी जो इंटरनेट पर हैं। जैसे बिटकॉइन या पेपाल या कोई अन्य वॉलेट। जिसमें हम अपना पैसा रखते हैं।दुनिया के अधिकतर लोग अपना पैसा इंटरनेट पर रखते हैं। जो बहुत ही खतरनाक होता है। क्योंकि इस पैसे को कोई भी हैक करके मिनटों में चुरा सकता है या गायब कर सकता है या फिर इस पैसे का गलत इस्तेमाल भी कर सकता है। अब आप खुद ही सोचिए की ई-मनी भी हम इंसानों के लिए कितनी खतरनाक हो सकती है।