Facts & Mystery

स्मार्टफोन के बारे में ऐसी जानकारी पढे बिना यकीन नहीं आएगा! – Smartphone Facts In Hindi

NASA इस्तेमाल करता हैं एंड्रॉइड का फोन, दुनिया के सबसे महंगे स्मार्टफोन की कीमत हैं 724 करोड़ रुपये!

विज्ञान के इस अत्याधुनिक युग में स्मार्टफोन (smartphone facts in hindi) भला किसको नहीं चाहिए! वर्तमान समय में पूरी पृथ्वी में 3 अरब से ज्यादा स्मार्टफोन यूजर हैं। भारत में केवल 50 करोड़ से ज्यादा स्मार्टफोन यूजर आज मौजूद हैं। वैसे बाजार से स्मार्टफोन खरीदते वक़्त हम लोग फोन की विशेषताओं को तो अवश्य ही देखते हैं, परंतु उससे संबंधित कुछ बहुत ही रोचक बातों के ऊपर कभी भी ध्यान नहीं देते हैं। आपका स्मार्टफोन अपने अंदर ही एक बहुत ही खास उपकरण हैं। इससे कई तरह के दिलचस्प बातें जुड़ी हुई हैं।

स्मार्टफोन के बारे में रोचक बातें - Smartphone Facts In Hindi.
दुनिया का सबसे महंगी स्मार्टफोन | Credit: Lpv Forum.

आपका स्मार्टफोन (smartphone facts in hindi) फोटो खींचने, म्यूजिक प्ले करने, फिल्म दिखाने तथा PUBG जैसे गेम खिलाने के अतिरिक्त भी बहुत प्रकार के अन्य काम करने में सक्षम होता है। आज के इस लेख में हम लोग स्मार्टफोन से जुड़ी कुछ छुपी हुई बातों को जानने के साथ ही साथ इसकी कुछ अन्य विशेषताओं के बारे में भी जानने का प्रयास करेंगे। वैसे PUBG से याद आया की, मैंने इससे पहले भी इस गेम के विषय में एक लेख लिखा है। उस लेख में मैंने आप लोगों को इस गेम के कई अनजान बातों को बताया है। तो, अगर आप भी मेरी तरह PUBG खेलते हैं; तो उस लेख को एक बार अवश्य ही पढ़ कर देखें।

खैर अब चलिये लेख को आगे बढ़ाते हुए, स्मार्टफोन के विषय में कई अद्भुत बातों को खोज कर निकालते हैं।

विषय - सूची

स्मार्टफोन से जुड़ी कुछ बहुत ही अनजान बातें – Smartphone Facts In Hindi :-

मैंने आगे स्मार्टफोन (smartphone facts in hindi) से जुड़ी कई आश्चर्यचकित कर देने वाली बातों का जिक्र किया हैं, इसलिए आपसे अनुरोध हैं की लेख को आरंभ से लेकर अंत तक थोड़ा धैर्य के साथ पढ़ें।

1. गूगल ने एंड्रॉइड (Android) को नहीं बनाया हैं! :-

जी हाँ ! दोस्तों आप लोगों ने शीर्षक को सही पढ़ा हैं। आप से आज तक शायद यह कहा गया होगा की, एंड्रॉइड जो हैं वह गूगल ने बनाया हैं। परंतु यह बात सत्य नहीं हैं। गूगल ने मौलिक रूप से एंड्रॉइड को नहीं बनाया हैं। दरअसल बात यह हैं की, एंड्रॉइड जो हैं यह 2005 में एक स्टार्ट-अप कंपनी के हिसाब से बाजार में आयी थी।

उस दौर में यह डिजिटल कैमेरे की ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने के लिए प्रयासरत थी, परंतु उसी साल गूगल ने इस स्टार्ट-अप कंपनी को लगभग 378 करोड़ रूपय में खरीद लिया। साल 2005 से लेकर आज तक एंड्रॉइड को गूगल सिर्फ विकसित करती रही हैं। तो, इस हिसाब से देखा जाए तो गूगल ने एंड्रॉइड को नहीं बनाया हैं।

2. एप्पल ने अनजाने में ही बना डाला था iPhone को! :-

स्मार्टफोन (smartphone facts in hindi) की अगर कहीं बात हो रहीं हो और वहाँ पर एप्पल के iPhone की बात न हो ऐसा कभी हो नहीं सकता है। वैसे क्या आप जानते हैं, एप्पल ने अपने लाजबाव स्मार्टफोन iPhone को अनजाने में ही बना डाला था।

जी हाँ! दोस्तों आप लोगों ने सही सुना। एप्पल के संस्थापक स्टीव जॉब्स ने एक बार अपने एक इंटरव्यू कहा था की, वह लोग iPad को बनाने में लगे थे परंतु बाद में कंपनी की योजना में परिवर्तन के चलते उन लोगों ने iPhone को पहले बना डाला। वाकई में इस बात को सुनने के बाद ऐसा लगता हैं की, कई बार अनजाने में किया गया आविष्कार भी कितनी असरदार हो सकता है़।

3.एप्पल के उपकरणों के विज्ञापन में हमेशा 9:41 ही क्यों बजे होते हैं? :-

अगर आपने भी एप्पल के स्मार्टफोन (smartphone facts in hindi) या किसी अन्य उपकरण के विज्ञापन को गौर से देखा है तो, आप जान पाएंगे की उस विज्ञापन में दिखाई जाने वाली उपकरण में हमेशा 9:41 ही बजे होते हैं! अब आपके मन में सवाल उठेगा की आखिर हमेशा 9:41 ही क्यों बजे होते हैं?

स्मार्टफोन के बारे में रोचक बातें - Smartphone Facts In Hindi
एप्पल फोन और 9: 41 का समय

तो, मित्रों सुनिए। एप्पल जो हैं अपने किसी भी नई उपकरण को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने के लिए औसतन 40 मिनट लंबी एक प्रेजेंटेशन को प्रस्तुत करती हैं। जिसके अंदर उस नई उपकरण की विशेषताएं और कीमत को भी बताया जाता हैं। परंतु जब इस प्रेजेंटेशन को अपने ग्राहकों तक एप्पल पहुंचाती हैं तब तक एक मिनट की देरी हो चुकी होती हैं। इसलिए समय को जितना हो पाए उतना सटीक तौर पर दिखाने के लिए हमेशा विज्ञापन में एप्पल के उपकरणों में 9:41 बजे हुए होते हैं।

वैसे इसके पीछे और एक वजह यह भी हैं की, जब पहली बार स्टीव जॉब्स ने दुनिया के सामने पहले iPhone को प्रदर्शित किया था तो उसमें पहले से ही 9:41 AM का समय सेट हुआ था (जो की एक आकस्मिक घटना थी)। तो, तभी से यह समय हर एक एप्पल के उपकरणों के विज्ञापन में सेट की गई।

4.सैमसंग अपने फोन बनाने से ज्यादा एप्पल के iPhone को बनाती है! :-

कैसा लगा शीर्षक को पढ़ कर? यकीन नहीं हो रहा हैं न! मुझे भी नहीं हुआ था जब मैंने इस बात को पहली बार पढ़ा था। परंतु मित्रों बता दूँ की यह बात सत्य हैं। दुनिया की सबसे बड़ी स्मार्टफोन की कंपनी सैमसंग अपने फोन को बनाने से ज्यादा एप्पल के iPhone के लिए कई तरह के पार्ट्स बनाती हैं।

हाल ही के एक रिपोर्ट से पता चला हैं की, सैमसंग जो हैं यह iPhone के लिए NAND Flash memory chips, DRAM Chips तथा OLED Display जैसे पार्ट्स बनाती हैं। और भी बता दूँ की, एप्पल के लिए जितनी पार्ट्स सैमसंग बनाती हैं उतनी संख्या में वह अपने स्मार्टफोन के लिए पार्ट्स नहीं बनाती हैं।

5. NASA भी इस्तेमाल करता है एंड्रॉइड के स्मार्टफोन! :-

अगर आपको लगा रहा है कि एप्पल के iPhone दुनिया के सबसे ज्यादा ताकतवर स्मार्टफोन (smartphone facts in hindi) है तो आप गलत है। जी हाँ! दोस्तों NASA भी खुद इस बात की पुष्टि करण देता है। अपने ISS पर दूर-संचार के उपकरणों को जाँचने के लिए NASA खुद एंड्रॉइड स्मार्टफोन का इस्तेमाल करता है।

NASA ने जिंजरब्रीड एंड्रॉइड को दूर संचार के उपकरणों को अन्तरिक्ष में कम ऊर्जा में चलाने के लिए इस्तेमाल किया था, क्योंकि IOS के मुक़ाबले एंड्रॉइड ज्यादा लचीला और इस्तेमाल करने में आसान है। तो, मित्रों अब कहिए एंड्रॉइड ज्यादा ताकतवर हैं या IOS? वैसे मेरे हिसाब से दोनों ही ऑपरेटिंग सिस्टम के अंदर अपनी-अपनी खामियां और खासियत हैं। इसलिए दोनों ऑपरेटिंग सिस्टम के अंदर चुनाव करना थोड़ा मुश्किल तो अवश्य ही हैं।

6. पूर्ण रूप से iPhone एप्पल का नहीं हैं! :-

अब शीर्षक को पढ़ कर कुछ लग कहेंगे की, भाई यह आप क्या बोल रहे हो! परंतु मित्रों! जरा मेरे बातों को भी सुन लीजिए। एप्पल का जो iPhone हैं वह “Cisco” नाम की एक कंपनी की ट्रेडमार्क (Trademark) के आधार पर रजिस्टर हुआ था। बाद में एप्पल और सिस्को के अंदर काफी विवाद भी हुआ था।

7. स्मार्टफोन इंफ्रारेड तरंगों को देख सकता हैं :-

इंसानी आँखें हालांकि एक बहुत ही जटिल और सक्षम अंग हैं, परंतु इसके भी अपनी हदें हैं। हम लोग इंफ्रारेड तरंगों को अपने आँखों से नही देख सकते हैं। परंतु मित्रों! हमारा जो स्मार्टफोन (smartphone facts in hindi) है वह आसानी से इंफ्रारेड तरंगों (Infrared Waves) को देख सकती हैं।

दरअसल स्मार्टफोन कs कैमरे में मौजूद इमेज सेंसर इंफ्रारेड तरंगों को एक नीले प्रकाश की रेखा के तौर पर देख पाती हैं। आप इसे अपने स्मार्टफोन के डिस्प्ले के अंदर भी देख पाएंगे। मित्रों! वैसे इस प्रकार की कई खूबियां आपके स्मार्टफोन के अंदर पहले से मौजूद हैं, बस आपको उसके बारे में जानना हैं।

8.स्मार्टफोन के बाजार में एंड्रॉइड का हिस्सा लगभग 80% से भी ज्यादा है! :-

जैसा की हर किसी को पता ही होगा की, हमारे देश तथा पूरे विश्व में एंड्रॉइड के यूजर IOS के यूजर से ज्यादा हैं। क्योंकि IOS एंड्रॉइड के उपकरणों से काफी महंगी आती हैं। वैसे मित्रों आप लोगों को जानकर हैरानी होगी की, 87% स्मार्टफोन यूजर पूरे पृथ्वी पर एंड्रॉइड के ही हैं।

IOS के यूजर आज 12% ही हैं। वैसे इस बात को भी नहीं भूलना चाहिए की, IOS के उपकरण आपको सिर्फ एप्पल से ही खरीदना पड़ेगा परंतु एंड्रॉइड के जो उपकरण हैं वह आप लोग कई सारे अन्य-अन्य कंपनियों से खरीद सकते हैं। इसलिए स्मार्टफोन के बाजार में भी एप्पल की हिस्से दारी एंड्रॉइड के मुक़ाबले काफी कम हैं।

9. दुनिया के सबसे महंगे स्मार्टफोन की कीमत हैं करीब-करीब 724 करोड़  रुपये! :-

कुछ पलों के लिए आप लोग एप्पल के लगभग 1.5 लाख कीमत वाले iPhone 11 मेक्स प्रो को भूल जाइए और एक नजर 724 करोड़ रूपय के इस चमचमाती हुई स्मार्टफोन (smartphone facts in hindi) के ऊपर डालिए। मित्रों! 18 कैरेट सोने तथा “Pink Diamond” से जड़े हुए यह स्मार्टफोन एप्पल की iPhone 6 है।

724 करोड़ रूपय वाले स्मार्टफोन की तस्वीर!
724 करोड़ रूपय वाले स्मार्टफोन की तस्वीर! | Credit: Daily Express.

इसे दुनिया के सबसे महंगी स्मार्टफोन की मान्यता मिली हैं। वैसे इसके नीचे 363 करोड़ रूपय बाली एक दूसरी फोन भी मौजूद हैं। जो की शायद दुनिया की दूसरी सबसे महंगी स्मार्टफोन हैं। वैसे मित्रों! जरा कमेंट कर के बताइएगा की इतनी महंगी स्मार्टफोन को कौन-कौन इस्तेमाल करते होंगे।

10. साल 1973 में की गई थी मोबाइल फोन से सबसे पहली कॉल! :-

अप्रैल 3 साल 1973 यह वह दिन था जब मोबाइल फोन से सबसे पहली कॉल की गई थी। मोटोरोला के उस समय में सबसे प्रसिद्ध इंजीनियर Martin Cooper ने अपने प्रतियोगी इंजीनियर Joel Engel को न्यूयॉर्क के सड़क से फोन किया था।

वैसे बता दूँ की, उनके द्वारा की गई इस पहले मोबाइल फोन कॉल में उन्होंने एंजेल को कहा था की, क्या तुम्हें पता हैं मेँ तुम्हें कहाँ से कॉल कर रहा हूँ”? बाद में यह कॉल इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों से छप कर रह गई।

11. दुनिया का पहला स्मार्टफोन साल 1997 में ही बन गया था! :-

मेँ यहाँ पर एप्पल की iPhone या सैमसंग की गैलक्सि के बारे में बात नहीं करूंगा। मेँ यहाँ पर बात कर रहा हूँ, Ericsson कंपनी की GS88 मोबाइल फोन की। यूं तो इसे वास्तविक तौर पर आज के स्मार्टफोन से तुलना नहीं किया जा सकता हैं, परंतु इसे दुनिया की सबसे पहलीस्मार्टफोन” का नाम मिला था।

उस समय इसकी खूबियां को देख कर लोग इसे स्मार्टफोन के नाम से पुकारने लगे थे। बाद में यह नाम आज के एंड्रॉइड तथा IOS के ऊपर चलने वाली मोबाइल फोन के लिए इस्तेमाल होने लगी और इन्हें आज स्मार्टफोन कहा जाने लगा। वैसे क्या आप इस बात को जानते थे?

12. दुनिया का सबसे लोकप्रिय मोबाइल iPhone नहीं परंतु हैं, नोकिया1100 है! :-

आप को जानकर यकीन नहीं होगा कि, दुनिया का सबसे लोकप्रिय मोबाइल नोकिया 1100 सेट है। इस मोबाइल ने एप्पल के iPhone को भी काफी पीछे कर दिया था। इसको पूरी पृथ्वी में काफी ज्यादा प्रसिद्धि मिली। इसलिए इस मोबाइल के करीब-करीब 25 करोड़ से भी ज्यादा सेट बिक गए।

World's most popular phone.
दुनिया की सबसे लोकप्रिय फोन नोकिया 1100 | Credit: Cashify.

मित्रों! अधिक जानकारी के लिए यहाँ और भी बता दूँ की, इस फोन को दुनिया के सबसे मजबूत फोन का खिताब भी मिला है। आज-कल जहां स्मार्टफोन आसानी से टूट जाते हैं, वहीं ये महा-शक्तिशाली फोन फेंकने से भी नहीं टूटता है। आप चाहें तो खुद इसकी परीक्षा अपने घर पर कर सकते हैं।

13. स्मार्टफोन को अत्यधिक इस्तेमाल करने से हो सकती है यह फोबिया(Phobia), जानकर उड जाएंगे होश :-

तकनीक ने हमें स्मार्टफोन विकसित करके दिया है, जिसका की हम बहुत ही अच्छे तरीके से उपयोग कर सकते हैं। परंतु आज कल ज़्यादातर लोग स्मार्टफोन को इतनी भारी मात्रा में इस्तेमाल करने लगे ही की, यह एक तरह से नशा सा बन चुका है। खाना-पीना सब कुछ छोड़ कर हर कोई अपने स्मार्टफोन के अंदर घुसा रहता है।

वैसे इससे हमारी आँखों पर प्रभाव तो पड़ता   हैं, परंतु इसके साथ-साथ हमें एक फोबिया भी अपने चपेट में ले लेता है। हद से ज्यादा स्मार्टफोन इस्तेमाल करने से नोमोफोबिया (Nomophobia) नाम की एक बीमारी हम को हो सकती है। आज के समय में इस बीमारी से लगभग 2 अरब से ज्यादा लोग पीड़ित हैं।

वैसे इस बीमारी में लोग अपने स्मार्टफोन को घर से बाहर निकलते वक़्त अपने साथ लेकर निकलते हैं (छोटे से छोटे काम के लिए भी)। स्मार्टफोन जब नहीं बज रहा होता है तब भी उसके बजने का अनुभव होना  इस फोबिया का दूसरा लक्षण है। वैसे मेरा एक यहाँ पर सवाल हैं, क्या आपको भी इन लक्षणों से जूझना पड़ रहा हैं? जरूर ही बताइएगा।

14. हम औसतन अपने स्मार्टफोन को हर दिन कम से कम इतनी बार देखते हैं! :-

आज की जीवनशैली में स्मार्टफोन (smartphone facts in hindi) को इस्तेमाल करना लोगों के लिए एक तरह से अनिवार्य ही हो चुका हैं। इसकी वजह से घर बैठे ही कई सारे कार्य हो जाते हैं। इंटरनेट और स्मार्टफोन दोनों ने मिलकर पूरे संसार को जैसे सिमटा कर रख दिया है।

वैसे स्मार्टफोन को इस्तेमाल करने वाला व्यक्ति रोज अपने फोन को कम से कम 150 बार चेक करता है। एक और सर्वे से यह भी पता चला है कि, हम प्रति 6 मिनट के अंदर अपने स्मार्टफोन को ऑन करके देखते ही देखते हैं। तो, इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं की आज की पीढ़ी स्मार्टफोन के ऊपर कितनी ज्यादा आदि हो चुकी होगी।

15.पृथ्वी पर स्मार्टफोन की संख्या लोगों से भी ज्यादा हैं! :-

वर्तमान के समय के हिसाब आज पृथ्वी पर 8 अरब से भी ज्यादा मोबाइल फोन के सेट मौजूद हैं। ऐसा सिर्फ इसलिए हो रहा है की, हम लोग नियमित रूप से तकनीक के साथ ही साथ स्मार्टफोन को भी बदल रहें हैं।

इससे पर्यावरण तो प्रदूषित हो ही रहा है, इसके साथ ही साथ हमारे शरीर के ऊपर भी काफी ज्यादा हानिकारक प्रभाव पड़ रहा है। अगर ऐसा ही चलता रहा, तो एक दिन स्मार्टफोन से बने पहाड़ हमें दिखने लगेंगे। वैसे अधिक जानकारी के लिए बता दूँ की, औसतन प्रति स्मार्टफोन यूजर के पास आज के समय में लगभग 2 स्मार्टफोन होने की संभावना हैं।

16. फिनलेंड में होती हैं स्मार्टफोन फेंकने की प्रतियोगिता :-

क्या आप कभी यकीन करेंगे की, स्मार्टफोन (smartphone facts in hindi) फेंकने की प्रतियोगिता भी इस दुनिया में होती है। नहीं न! तो सुनिए फिनलेंड में स्मार्टफोन थ्रोविंग चैंपियनशिप” होती हैं। इस प्रतियोगिता में जो प्रतियोगी सबसे दूर एक स्मार्टफोन को फेंकने में सक्षम होगा वह प्रतियोगी इस प्रतियोगिता को जीत जाएगा।

स्मार्टफोन के बारे में रोचक बातें
स्मार्टफोन फेंकने की प्रतियोगिता | Credit: Trplisher.

इस प्रतियोगिता को साल 2000 में शुरू किया गया था, और वर्तमान के समय में इस प्रतियोगिता में पुरुषों के लिए 97 मीटर (स्मार्टफोन फेंकने की दूरी) तथा महिलाओं के लिए 40 मीटर (स्मार्टफोन फेंकने की दूरी) का रिकॉर्ड दर्ज हैं।

17. एक स्मार्टफोन आज भी अंतरिक्ष में पृथ्वी की चक्कर काट रहा हैं! :-

गूगल ने साल 2013 में Nexus नाम के फोन को अंतरिक्ष में लॉंच कर दिया था इससे गूगल ये जानना चाहता था की, स्मार्टफोन के पार्ट्स के ऊपर अंतरिक्ष का क्या प्रभाव पड़ता है। इसके चलते यह स्मार्टफोन दुनिया का ऐसा पहली स्मार्टफोन बन गया जो की खुले अंतरिक्ष में आज भी पृथ्वी की चक्कर काट रहा है।

18. 1969 में NASA द्वारा इस्तेमाल करने वाले कम्प्यूटर से भी आज का स्मार्टफोन ज्यादा ताकतवर हो चुका हैं! :-

1960 का दशक इंसानों के लिए काफी ज्यादा रोमांच से भरा हुआ दशक था। क्योंकि इस दशक में ही हम लोगों ने चांद पर अपना पहला कदम रखा था। वैसे ये जानकरी अवश्य ही अटपटी लगेगी परंतु उस समय NASA के द्वारा इस्तेमाल होने वाले कम्प्यूटर आज के हमारे स्मार्टफोन से भी बहुत ज्यादा कमजोर थे।

19. आप एक दिन में अपने स्मार्टफोन के स्क्रीन को 2,600 से भी ज्यादा बार छूते हैं! :-

एक सर्वे से यह पता चला है की, औसतन एक स्मार्टफोन (smartphone facts in hindi) यूजर एक दिन में अपने स्मार्टफोन के स्क्रीन को 4.7 घंटे देखने के साथ ही साथ 2,600 से भी ज्यादा बार छूता है।

वैसे अगर कोई व्यक्ति अपने स्मार्टफोन से काफी ज्यादा लगाव रखता हैं, तो वह रोज अपने स्मार्टफोन के स्क्रीन को 5,400 से भी ज्यादा बार छूता है।

20. दुनिया के पहले फोन का वजन 1kg था :-

जहां आज-कल के स्मार्टफोन का औसतन वजन 200 ग्राम तक है, वहीं दूसरी तरफ दुनिया के पहले व्यावसायिक फोन का वजन लगभग 1.1kg था।

 

Sources :- www.thelisttv.com, www.ehorus.com, www.bestlifeonline.com, www.factsite.com.

Bineet Patel

मैं एक उत्साही लेखक हूँ, जिसे विज्ञान के सभी विषय पसंद है, पर मुझे जो खास पसंद है वो है अंतरिक्ष विज्ञान और भौतिक विज्ञान, इसके अलावा मुझे तथ्य और रहस्य उजागर करना भी पसंद है।

Related Articles

Back to top button