विज्ञान और मानव, दोनों आपस में काफी जुड़े हुए हैं क्योंकि दोनों के मिलन से ही हम आज इतनी विकसित हो पाए हैं। प्राचीन काल से मानव ने इस प्रकृति और ब्रह्मांड को समझने के लिए विज्ञान की मदद ली है। परंतु कई बार हमें ऐसी चीजों को समझने का मौका मिला है, जो शायद विज्ञान से भी परे हैं। हालांकि, यह बात भी सच है कि फोटोन जैसे मौलिक कणों के बारे में समझ कर हमें काफी मौलिक जानकारी मिली है, जो हमारी समझ को और भी बेहतर और सटीक बना देती है।
फोटोन (Photon Facts in Hindi) के बारे में जब भी बात आती है, तब ज़्यादातर लोगों को अपने बचपन में पढ़ी हुई चीजों की याद आती है। फिर भी, काफी सारे लोगों को फोटोन से जुड़ी मूलभूत बातों के बारे में पता नहीं होता है। इसलिए, आज के हमारे इस लेख में हम फोटोन से जुड़ी कुछ मूलभूत बातों को जानने के साथ-साथ, इसके कुछ बेहद ही रोचक तथ्यों को भी जानने का प्रयास करेंगे, ताकि आप लोगों को फोटोन से जुड़ी हर एक जानकारी बेहतर तरीके से समझ में आ जाए।
तो, चलिए अब लेख में आगे बढ़ते हुए इसे शुरू करते हैं और देखते हैं कि आखिर ये फोटोन क्या है और इससे जुड़ी रोचक बातें क्या-क्या हैं! वैसे, आप लोगों से अनुरोध है कि लेख को आरंभ से लेकर अंत तक ज़रूर पढ़िएगा।
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फोटोन के बारे में पूरी जानकारी! – Photon Facts in Hindi
सबसे पहले यह सवाल आता है कि आखिर यह फोटोन (Photon Facts in Hindi) क्या चीज है? तो, मैं आपको बता दूं कि फोटोन असल में एक छोटा इलैक्ट्रोमैग्नेटिक एनर्जी पैकेट है, जो ब्रह्मांड की हर एक मौलिक क्रिया में अहम भूमिका निभाता है। सबसे पहले फोटोन के बारे में आइंस्टीन ने बताया था। कहा जाता है कि जब भी प्रकाश किसी माध्यम में यात्रा करता है, तो यह फोटोन के जरिये ही संभव हो पाता है। इसलिए प्रकाश के एक रूप को फोटोन कण के रूप में भी जाना जाता है। आपकी अधिक जानकारी के लिए बता दूं कि प्रकाश के कण को “Light Quantum” भी कहते हैं, जो प्रकाश को ही दर्शाता है।
वैसे, एक बात यह भी है कि फोटोन कण वाकई में वजन रहित होते हैं। और आपको जानकर हैरानी होगी कि यह ब्रह्मांड में इकलौती ऐसी चीज है जो प्रकाश की गति से यात्रा कर सकती है। इसलिए इसकी अहमियत अंतरिक्ष विज्ञान में काफी ज्यादा बढ़ जाती है। मित्रों, आपकी अधिक जानकारी के लिए बता दूं कि फोटोन जैसे कणों के जरिये ही हम ब्रह्मांड के कई सारे छुपे हुए रहस्यों को जान सकते हैं। इसलिए फोटोन हमेशा से ही हमारे लिए काफी खास रहा है क्योंकि इसके आस-पास ही हमारे ब्रह्मांड की मौलिक चीजें घूमती हैं।
फोटोन (Photon Facts in Hindi) के बारे में एक और खास बात यह है कि इसके पास संवेग (मुमेंटम) होता है। हालांकि, इसके पास वजन न होने के कारण इसका संवेग बाकी चीजों से काफी अलग होता है। वैसे, एक बात यह भी है कि फोटोन के जरिये ही “Photoelectric Effect” संभव हो पाता है। इसलिए इसके पास ऊर्जा और संवेग दोनों का होना काफी जरूरी है।
फोटोन कैसे पैदा होता है?
अब लोगों के मन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि आखिर यह फोटोन (Photon Facts in Hindi) कैसे बनता है? तो, मैं आपको लेख के इस भाग में इसी के बारे में बताने जा रहा हूँ। वैसे तो, फोटोन को पैदा करने के लिए कई सारे तरीकों का इस्तेमाल किया जा सकता है, परंतु यह पैदा होने के लिए एक काफी बुनियादी प्रक्रिया को अपनाता है। कहने का मतलब यह है कि फोटोन को पैदा करने के लिए एटम के अंदर इलेक्ट्रॉन को ऊर्जा दी जाती है, जिससे इलेक्ट्रॉन अपने पहले ऑर्बिट की तुलना में काफी ऊपरी ऑर्बिट में स्थापित हो जाता है।
इसके बाद जब इलेक्ट्रॉन किसी उच्च ऑर्बिट (High Orbit) से किसी निम्न ऑर्बिट (Low Orbit) में गिरता है, तब ऊर्जा का उत्सर्जन होता है, जिससे फोटोन जैसे कणों का जन्म होता है। खैर, यहां एक रोचक बात यह भी है कि जब भी किसी फोटोन कण का जन्म होता है, तब उसके अंदर एक खास तरह की ऊर्जा मौजूद रहती है, जो किसी एक खास फ्रिक्वेंसि के साथ जुड़ी होती है। अब आप यह सोच रहे होंगे कि आखिर यह फोटोन हमारे लिए इतने खास क्यों हो गए हैं?
तो, मैं आपको बता दूं कि फोटोन के कई सारे उपयोग हो सकते हैं, जिनके बारे में हम आगे बात करेंगे। परंतु आपकी अधिक जानकारी के लिए बता दूं कि फोटोन हमारे बेहद मौलिक प्रक्रियाओं के लिए काफी जरूरी हैं। इसलिए फोटोन के बारे में हमेशा से ही काफी चर्चाएं हुई हैं और इसके बारे में कई शोध भी हो रहे हैं।
फोटोन हमारे लिए क्यों जरूरी है –
तो, चलिए अब लेख के इस भाग में फोटोन (Photon Facts in Hindi) के महत्व के बारे में कुछ चीजों को समझने का प्रयास करते हैं। फोटोन का ज्यादातर इस्तेमाल लेजर लाइट में होता है। आपको बता दूं कि लेजर लाइट असल में फोटोन से ही बनी होती है, जिसके अंदर काफी सारे फोटोन एक समान तरंगदैर्घ्य (Wavelength) में, एक समान दिशा की ओर यात्रा करते हैं। ये लेजर ज्यादातर कांच और गैस जैसे मीडियम में देखने को मिलते हैं। वैसे इन्हें विज्ञान की भाषा में गेन मीडियम भी कहा जाता है।
इसके अलावा, फोटोन के उत्सर्जन की तीव्रता के आधार पर किसी भी सतह या वस्तु से किस वेबलेंथ में प्रकाश उत्सर्जित होता है, उसे फोटोन के जरिये निर्धारित किया जाता है। आपको बता दूं कि फोटोन के जरिये कॉस्मिक चीजों के मौलिक गुणों के बारे में सरल और सटीक रूप से पता लगाया जा सकता है। इससे हमें स्पेस साइंस में काफी बढ़त मिलती है, जिससे काफी जटिल चीजों के बारे में पता लगाना भी काफी आसान हो जाता है। मित्रों, आपको इसके बारे में क्या लगता है, टिप्पणी करके जरूर बताइएगा।
वैसे, फोटोन (Photon Facts in Hindi) को कई क्वांटम कंप्यूटर में रैंडम नंबर जेनरेशन के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। मित्रों, ये नंबर जेनरेटर कई बार फोटोन का इस्तेमाल करके कई सारे जटिल गणनाओं को भी संभव कर देते हैं। इसलिए इन उपकरणों का इस्तेमाल स्पेस साइंस में काफी ज्यादा किया जाता है। इससे हमें ब्रह्मांड के कई सारे छुपे हुए रहस्यों के बारे में भी पता चलता है।
फोटोन से जुड़े कुछ बेहद ही रोचक बातें! :-
मित्रों! लेख के इस भाग में मेँ आप लोगों को फोटोन (Photon Facts in Hindi) से जुड़े कुछ बेहद ही रोचक बातों के बारे में बताऊंगा, इसलिए इस भाग को जरा गौर से पढ़िएगा।
- जैसा कि मैंने आपको पहले ही बता रखा है, फोटोन का कोई वजन नहीं होता है।
- फोटोन का कोई अपना पॉजिटिव या नेगेटिव चार्ज नहीं होता है।
- एक फोटोन काफी ज्यादा स्थिर होता है और इसे नष्ट भी किया जा सकता है।
- ये कण वेव पैटर्न में यात्रा कर सकते हैं।
- ये कण इलेक्ट्रॉन जैसे मौलिक कणों के साथ प्रतिक्रिया कर सकते हैं।
- वैक्यूम में यात्रा करते वक्त ये लगभग प्रकाश की गति से गति करते हैं।
- फोटोन को किसी भी वस्तु द्वारा अवशोषित (Absorb) किया जा सकता है, जिससे प्रकाश ऊर्जा (Light Energy) ऊष्मा ऊर्जा (Heat Energy) में तब्दील हो जाती है।
- लाइट की ही तरह एक्स-रे, रेडियो तरंग और माइक्रोवेव भी फोटोन (Photon Facts in Hindi) के जरिये बनते हैं।
- फोटोन के कणों को हम नहीं देख सकते हैं, परंतु प्रकाश की तीव्रता के अनुसार इसका अनुमान लगा सकते हैं।
- प्रलाइट की फ्रीक्वेंसी फोटोन पर निर्भर करती है।
फोटोन से जुड़ी ऐसी बातें, जो आपकी होश उड़ा देंगी:
- लाइट में मौजूद ऐनेर्जी की मात्रा को फोटोन के जरिये मापा जाता है और इसके ऊपर प्रकाश की वेवलेंथ निर्भर होती है।
- लंबी तरंगदैर्घ्य (वेवलेंथ) वाली तरंग में फ्रीक्वेंसी कम होती है।
- छोटी वेवलेंथ वाली तरंग में फ्रीक्वेंसी ज्यादा होती है।
- सबसे अधिक ऊर्जा गामा तरंगों में होती है।
- गामा किरणों में फोटोन की ऊर्जा लगभग 100 keV तक हो सकती है।
- दृश्य प्रकाश (Visible Light) में फोटोन (Photon Facts in Hindi) की ऊर्जा की मात्रा 1 eV तक होती है।
- फोटोन को बोसोन कण का एक रूप भी माना जाता है।
- फोटोन पर गुरुत्वाकर्षण का ज्यादा प्रभाव पड़ता है।
- फोटोन की ऊर्जा और उसका संवेग (Momentum) दोनों अहम चीजें हैं।
- फोटोन अपने-आप नष्ट नहीं हो सकते।
- एक ही ऐनेर्जी ऑर्बिटल पर एक साथ कई सारे फोटोन रह सकते हैं।