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अंतरिक्ष का ये दानव अपने मुँह से उगल रहा है कई अरबों सूर्य! – Cosmic Monster Spits Energy!

इसमें मौजूद सिर्फ एक चम्मच पदार्थ का वजन ही है 1 अरब टन, तो सोचिए धमाका कैसा होगा!

अंतरिक्ष एक पहेली हैं। इसे आप जिस दिन समझ गए, उस दिन शायद आप ब्रह्मांड के सबसे ज्ञानी मानव होंगे। परंतु व्यक्तिगत रूप से मुझे ऐसा लगता है कि, हम हमारे अंतरिक्ष के बारे में 0.0000000001% से भी कम बातों को ही जानते हैं। जब भी मैं आप लोगों को कुछ नई चीज़ के बारे में बताता हूँ, तभी ब्रह्मांड के कहीं कोने में बहुत सी अलग नई चीज़ें जन्म ले रहीं होती हैं। ब्रह्मांड हर रोज परिवर्तित होता रहता है, इसलिए ब्रह्मांड के बारे में जानते रहना एक नियमित कार्य है। सुपरनोवा हो या अंतरिक्ष का कोई अजीब सा सितारा (cosmic monster star spits energy), हर एक चीज़ के बारे में हम धीरे-धीरे व सटीक तथ्य के बारे में जरूर जानेंगे।

वैसे जब बात एक अजीब से सितारे (cosmic monster star spits energy) की उठ ही गयी है, तो चलिए आज इसके बारे में ही जान लेते हैं। मित्रों! ब्रह्मांड में इस तरह के अजीब सितारों का होना कोई नई बात नहीं हैं। हर तरफ ऐसे ही अलग व बहुत ही खास सितारे बिखरे पड़े हैं। बस असल बात ये हैं कि, हम इनके बारे में नहीं जानते हैं। ये सितारा अपने-आप में ही बहुत ही खास हैं। ये इतना शक्तिशाली है कि, शायद ही आप इसके बारे में कभी सोच सकते हैं।

तो, चलिए लेख में आगे बढ़ते हुए इस सितारे के बारे में जान लेते हैं।

ब्रह्मांड का ये दानव उगल रहा है कई सारे सूर्य कों! – Cosmic Monster Star Spits Energy! :-

ब्रह्मांड में जब भी शक्तिशाली ऊर्जा का उत्सर्जन होता है वो या तो मैग्नेटार्स(Magnetar)” या न्यूट्रान स्टार(Neutron Star)” से ही होता है। परंतु वैज्ञानिकों को इसका एक अलग ही पहलू दिखा है, उन्हें ये स्टारक्वेक (तारों पर भूकंप)” लगता है। पृथ्वी पर जैसे “अर्थक्वेक (पृथ्वी पर भूकंप)” होता है, वैसे ही सितारों पर “स्टारक्वेक(Starquake)” होता है। एक बहुत ही सघन मैग्नेटिक स्टार जब अपनी चरम सीमा से फटता है, तब उस सितारे से इतनी भारी ऊर्जा निकलती है कि, उसकी तुलना आप कई अरबों सूर्य से कर सकते हैं। खैर ऐसे सितारे ब्रह्मांड में काफी अलग और खास होते हैं और इनके बारे में जानना बहुत ही जरूरी है।

अंतरिक्ष में ऊर्जा उगलता दानव! - Cosmic Monster Spits Energy.
सुपरनोवा की फोटो, जिससे ऐसे धमाके संभव हो पाते हैं। | Credit: The Atlantic.

असल में मैग्नेटार और न्यूट्रान स्टार दोनों ही एक समान है। इन सितारों (cosmic monster star spits energy) के पास बाकी सितारों की तुलना में काफी शक्तिशाली मैग्नेटिक फ़ील्ड होता हैं। वैसे इन सितारों के बारे में एक खास बात और भी हैं कि, ये बिना किसी चेतावनी के बहुत ही तेजी से फटते हैं। इन सितारों का विस्फोट इतना तीव्र होता है कि, कई करडों प्रकाशवर्षों (Light Years) तक ब्रह्मांड जगमगा जाता है। खैर इनका विस्फोट जितना तीव्र होता हैं, उतनी ही जल्दी गायब भी हो जाता हैं। वैज्ञानिकों के लिए ये सितारे किसी अजूबे से कम नहीं हैं।

ब्रह्मांड में ये सितारे काफी ज्यादा चमकीले होते हैं। इतने चमकीले कि हजारों सूर्यों के प्रकाश को भी पीछे छोड़ दें। इसलिए वैज्ञानिकों के लिए इनको अनुध्यान करना इतना कठिन होता है। परंतु, जब बात इनके फटने कि आती है, तब शायद ही कोई वैज्ञानिक इसके बारे में सटीक जानकारी दे सकता है। इसलिए इनके बारे में सटीक तथ्य जुटा पाना भी कई बार काफी दिक्कतों वाली बात हो जाती है।

इनके धमाके होते हैं काफी ज्यादा भव्य! :-

वैसे वैज्ञानिकों के लिए इन सितारों (cosmic monster star spits energy) के सटीक धमाकों को देखना थोड़ा मुश्किल हैं। परंतु, इनसे निकलने वाली कई अरबों फ्लैयर्स” (धमाके से उत्पन्न होने वाली ऊर्जा कि तरंग) में से किसी एक को पकड़ना थोड़ा आसान रहता है। इन फ्लैयर्स से आप धमाके के बारे में भी पता लगा सकते है। वैज्ञानिकों को पता चला है कि, एक मैग्नेटार से करीब-करीब इतनी ऊर्जा निकल जाती है जितना हमारा सूर्य 100,000 वर्षों में प्रदान कर सकता है। परंतु बात ये हैं कि, ये ऊर्जा सिर्फ सैकंड के 1/10 हिस्से तक ही रहती है।

Scluptor Galaxy Photo.
स्क्लप्टर गैलेक्सी के इस जगह पर मिला ये दानव। | Credit: NASA.
इसकी कुछ खास बातें! :-

एक न्यूट्रान स्टार तभी जन्म लेता है, जब एक बहुत ही बड़ा सितारा खत्म होता है। जब वो सुपरनोवा में खत्म हो रहा होता है, तब उसके केंद्र में मौजूद इलेक्ट्रॉन, प्रोटोन और न्यूट्रान काफी कम जगह पर कांप्रेस हो जाते हैं। वैसे दवाब, शक्तिशाली ग्रैविटी और मैग्नेटिक फ़ील्ड के रोटेशन के कारण ये सितारा न्यूट्रान स्टार में बदल जाता है। एक न्यूट्रान स्टार प्रारंभिक अवस्था में लगभग 1.3 से 2.5 सोलर मासेस (सूर्य का द्रव्यमान) तक रहता है। एक सोलर मासेस 330,000 पृथ्वी के समान होता है। वैसे यहाँ पर एक बहुत ही हैरान कर देने वाली बात भी है. 330,000 पृथ्वी को अगर आप मात्र 20 किलोमीटर व्यास वाले वृत्त में कांप्रेस करके रख देंगे, तो जरा सोचिए क्या होगा!

न्यूट्रान स्टार के अंदर सघनता (Density) अपनी चरम सीमा पर होती हैं। मात्र एक चम्मच पदार्थ का वजन (न्यूट्रान स्टार के) 1 अरब टन के करीब होता है। इतना ही नहीं इनका मैग्नेटिक फ़ील्ड भी इतना मजबूत होता है कि, अगर इसके पास से कोई पदार्थ गुजरेगा तो ये न्यूट्रान स्टार के सतह से इतने बल से टकराएगा जितना कि 1,000 हाइड्रोजन बम एक साथ फटने पर निकाल सकते हैं। तो, आप जरा सोचिए कि ये स्टार कितने शक्तिशाली हो सकते हैं।

अंतरिक्ष का दानव! :-

मैग्नेटार वो सितारे (cosmic monster star spits energy)  होते हैं, जिनका मैग्नेटिक फ़ील्ड बाकी न्यूट्रान स्टार से भी 1,000 गुना ज्यादा होता है। इसलिए कई बार इन्हें अंतरिक्ष का दानव” भी कहते हैं। पहले तो न्यूट्रान स्टार ही इतने ज्यादा खतरनाक होती हैं और ऊपर से उनसे भी 1,000 गुना ज्यादा अधिक मैग्नेटिक फ़ील्ड। वाकई में आप जरा सोचिए ये स्टार कितने ताकतवर हो सकते हैं। ये सितारे मैग्नेटिक फ़ील्ड में ब्रह्मांड के सबसे ताकतवर चीज़ हैं। इनके सामने अब तक कोई टिक नहीं पाया है। हमारा सूर्य इनके सामने चमक के मामले में फीका पड़ जाता हैं, और वो तब भी जब ये अपने चरम सीमा पर नहीं चमक रहे होते हैं।

अंतरिक्ष में ऊर्जा उगलता दानव! - Cosmic Monster Spits Energy.
अंतरिक्ष के दानव। | Credit: Scientific American.

वैज्ञानिक कहते हैं, अपनी साधारण अवस्था में भी ये सितारे सूर्य से लगभग 100,000 गुना ज्यादा अधिक चमकदार होते हैं। हालांकि! जिस विस्फोट को वैज्ञानिकों ने अभी-अभी पकड़ा है, वो “Scluptor Galaxy” में हुआ है। बता दूँ कि, ये गैलक्सी पृथ्वी से लगभग 13 लाख प्रकाश वर्ष दूरी पर मौजूद है। बता दूँ कि, क्योंकि इसके अंदर इतने शक्तिशाली अंतरिक्ष के दानव (मैग्नेटार) छुपे हुए हैं, इस गैलक्सी को अंतरिक्ष के दानवों का घर” भी कहते हैं।

वैसे धमाके से निकलने वाले फ़्लेयर्स को वैज्ञानिकों ने अप्रेल 15, 2020 को पकड़ा था। इसे पकड़ने में वैज्ञानिकों ने “Atmosphere–Space Interactions Monitor (ASIM)” नाम वाले उपकरण को इस्तेमाल में लिया था। ये उपकरण अंतराष्ट्रीय अंतरिक्ष संस्थान में मौजूद है। इस उपकरण में आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस को इस्तेमाल किया जाता है, इसलिए ज़्यादातर इस उपकरण का काम स्वतः ही हो जाता है। खैर जिस फ़्लेयर्स को इस उपकरण ने पकड़ा था वो सिर्फ 00.16 सैकंड के लिए ही डीटैक्ट हुआ था।

निष्कर्ष – Conclusion :-

अभी वैज्ञानिक 00.16 लंबे इस फ़्लेयर को थोड़ा लंबा कर के विश्लेषित कर रहें हैं। इसकी अवधि को अब 2 सेकंड तक कर दिया गया है, जिससे हम इसे और भी बेहतर ढंग से देख सकते हैं। हालांकि! इसे सही तरीके से विश्लेषण करने के लिए दो सालों से अधिक का समय लगा है। तो आप सोच सकते हैं कि, अंतरिक्ष विज्ञान में 2 सेकंड लंबे डेटा को सही तरीके से प्रोसेस होने में कितना समय लगता है। खैर विश्लेषण करते वक़्त वैज्ञानिकों ने मैग्नेटर से आने वाली ऊर्जा के आउटपूट को सितारे के (cosmic monster star spits energy) मैग्नेटिक फ़ील्ड में आने वाले वैरिएशन के साथ तुलना करके देखा जाता है।

Photo of Atmosphere–Space Interactions Monitor.
“Atmosphere–Space Interactions Monitor” की फोटो। | Credit: Earth Observation.

हालांकि! जब मैग्नेटर से काफी तीव्र ऊर्जा के तरंगें आने लगती हैं, तब पता चलता हैं कि इस मैग्नेटर में कोई विस्फोट हुआ है। अभी तक 3,000 न्यूट्रान तारों को खोजा गया है। जिसमें मात्र 30 ही मैग्नेटार हमें मिल पाए हैं। हालांकि! अभी जिस मैग्नेटार के धमाके को खोजा गया हैं, वो अब तक खोजे गए सबसे दूर होने वाले मैग्नेटर का धमाका है। वैज्ञानिकों का मानना हैं, ऐसे धमाके शायद सितारों में होने वाले “स्टारक्वेक” के कारण ही होते हैं।

Source:- www.livescience.com

Bineet Patel

मैं एक उत्साही लेखक हूँ, जिसे विज्ञान के सभी विषय पसंद है, पर मुझे जो खास पसंद है वो है अंतरिक्ष विज्ञान और भौतिक विज्ञान, इसके अलावा मुझे तथ्य और रहस्य उजागर करना भी पसंद है।

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