Universe

सौर-मंडल की सबसे ठंडी जगह, जिसके बारे में शायद ही आपको पता हो? – Coldest Place Of Solar System

चाँद की ये ठंडी जगह, खोल सकती है कई अनसुलझे रहस्यों के कारणों को!

हमारी पृथ्वी एक ऐसे सौर-मंडल में बसी हुई है, जहां हर पल विचित्र घटनाए होती रहती हैं। जीवन हो या कई अद्भुत जगहें (coldest place of solar system), इस सौर-मंडल में आपको सब मिल जाएगा। वैसे देखा जाए तो, अब तक हमारा सौर-मंडल दूसरे सौर-मंडलों से काफी ज्यादा अलग रहा है। क्योंकि, इस सौर-मंडल में इंसान जो बसते हैं! और ये इंसान हमेशा कुछ न कुछ अन्तरिक्ष में कारनामे करते ही रहते हैं। तो एक ऐसा ही काफी रोचक विषय आज मुझे मिला हैं; जिसे सुनकर शायद आपके कान खड़े हो जाएँ!

सौर-मंडल की सबसे ठंडी जगह - Coldest Place Of Solar System.
सौर-मंडल की सबसे ठंडी जगह। | Credit: NASA.

ये विषय है सौर-मंडल की सबसे ठंडी जगह (coldest place of solar system) के बारे में। वैसे भारत में गर्मी का मौसम अब काफी ज्यादा सर चढ़ कर बोलने लगा है और इसी बीच मैने सोचा की शायद आपको सौर-मंडल की इस ठंडी जगह के बारे में जानकर थोड़ी राहत मिल जाए। खैर ये विषय एक काफी चर्चे में रहने वाला विषय बन गया है और हम आज इसी विषय को ले कर कई सारे अच्छी चीजों को जानेंगे। तो, क्या आप तैयार हैं, इस दिलचस्प टॉपिक के बारे में जानने के लिए! अगर हाँ, तो लेख के अंत तक मेरे साथ बने रहिए।

तो, चलिये अब लेख में आगे बढ़ते हुए इस विषय को और गहराई से जानते हैं।

सौर-मंडल की सबसे ठंडी जगह आखिर कौन सी है? – Coldest Place Of Solar System! :-

आप लोगों को पता होना चाहिए कि, अन्तरिक्ष पहले ही काफी ज्यादा ठंडा (coldest place of solar system) है। वैज्ञानिकों के अनुसार अन्तरिक्ष का तापमान औसतन -270.45 डिग्री सेल्सियस रहता है। इसके बाद आपको जानकर हैरानी होगी कि, ये तापमान ब्रह्मांड में सबसे कम संभव तापमान (एब्सोल्यूट ज़ीरो) से थोड़ा ही ज्यादा है। इतने कम तापमान में चीजों के अंदर मौजूद अणुओं कि गतिविधि भी काफी कम हो जाती है। वैसे सवाल उठता है कि, आखिर ये ब्रह्मांड इतना ठंडा कैसे हुआ।

Infrared Photo of Moon.
चाँद का इन्फ्रारेड फोटो। | Credit: Live Science.

वैज्ञानिकों के अनुसार ब्रह्मांड खाली जगहों से भरा हुआ है। खाली जगह होने के कारण, वहाँ कोई भी चीज़ तापमान को सोख कर जगह को गरम नहीं रख सकती है। तो यहाँ और एक सवाल उठता है कि, हमारा सौर-मंडल आखिर कितना ठंडा है! आमतौर पर किसी भी चीज़ के तापमान को, उसकी सतह से आने वाली इन्फ्रारेड और माइक्रोवेब की तरंगों से आंका जाता है। इसके अलावा सौर-मंडल के अंदर मौजूद किसी भी चीज़ की सतह के ऊपर पड़ने वाली सूर्य की किरणों की मात्रा भी उस चीज़ कि तापमान को दर्शाता है।

वैसे अन्तरिक्ष में चीजों के तापमान को आंकना कोई सरल चीज़ नहीं है। ये हमेशा से काफी ज्यादा कठिन रहा है। खैर कुछ वैज्ञानिकों के अनुसार, अन्तरिक्ष के बारे में विश्लेषण करना काफी ज्यादा कठिन होता है, क्योंकि अन्तरिक्ष खुद में ही एक पहेली है और इस पहेली को सुलझाने के लिए काफी ज्यादा मेहनत लगती है। जब भी हम अन्तरिक्ष के किसी सिस्टम के ऊपर विवेचना करते हैं, तब हम उसके पूरी सटीकता के बारे में गारंटी नहीं दे सकते हैं।

क्या कहते हैं वैज्ञानिक? :-

कई वैज्ञानिकों ने काफी सालों से सौर-मंडल (coldest place of solar system) की सबसे ठंडी जगह के बारे में ढूँढने का प्रयास किया है। ये ही वजह है कि, साल 2009 में नासा के “Lunar Reconnaissance Orbiter” ने चाँद के बारे में एक बहुत ही खास बात को ढूंढ कर निकाला था। ओर्बिटर के हिसाब से चाँद में मौजूद कुछ क्रैटर (Crater) ही सौर-मंडल के सबसे ठंडे जगह हो सकते थे। हालांकि! इसके पक्ष में कुछ अमेरिकी वैज्ञानिकों ने एक बहुत ही गज़ब कि बात कही थी। उनके हिसाब से चाँद के क्रैटर सौर-मंडल के सबसे ठंडे जगहों में से हो सकते हैं। क्योंकि इन क्रैटर्स के अंदर लगभग न के बराबर ही रोशनी घुस पाती है।

सौर-मंडल की सबसे ठंडी जगह - Coldest Place Of Solar System.
लुनर ओर्बिटर की फोटो। | Credit: NASA.

वैज्ञानिकों का कहना है कि, चाँद के क्रैटर न बल्कि सिर्फ रोशनी से परंतु सतही तापमान से भी काफी ज्यादा अछूते रहते हैं। इसके अलावा वैज्ञानिक ये भी कहते हैं कि, क्रैटर के चारों तरफ मौजूद दीवार इतनी ऊंची है कि, क्रैटर के केंद्र तक कभी कोई रोशनी पहुँच नहीं सकती है।

क्रैटर की सतह कैसी है?

ये क्रैटर की सतह इतनी ठंडी हैं कि, आप कभी इसका अंदाजा अपने सपनों में भी नहीं लगा सकते हैं। मित्रों! इसके अलावा मैं आप लोगों को बता दूँ कि, क्रैटर की सतह काफी ज्यादा पुरानी है। क्योंकि इसके ऊपर काफी समय से कोई रोशनी पड़ी नहीं है और इसके बारे में हमें ज्यादा कुछ पता भी नहीं है।

कई अरबों वर्षों से अंधकार के पीछे छुपी ये क्रैटर की सतह, अपने अंदर काफी सारे रहस्यों को समेटे हुए भी रख सकती है। इसलिए वैज्ञानिकों को इस ठंडी सतह के बारे में काफी ज्यादा रुचि है। उनके अनुसार सतह काफी ज्यादा ठंडी होने के कारण, इसके ऊपर पानी हो सकता है। पानी बर्फ के रूप में जमा हो कर यहाँ शायद काफी समय से मौजूद हो और हम इसके बारे में कुछ जानते ही नहीं हो। या कभी हमने इसके बारे में जानने का प्रयास ही नहीं किया हो।

क्या इन ठंडी जगहों पर कई राज छुपे हुए है? :-

अब सबसे हैरान कर देने वाली बात ये है कि, अब लोगों को लगता है कि, चाँद की इन ठंडे जगहों पर (coldest place of solar system) कई सारे राज छुपे हुए है। खोज-कर्ताओं के हिसाब से इन जगहों पर कई सारे ओर्गानिक मॉलिक्यूल भी मौजूद रह सकते हैं। बता दूँ कि, ये मॉलिक्यूल किसी भी जगह पर जीवन की उत्पत्ति को समर्थन दे सकता है। वोलाटाइल मॉलिक्यूल के होने के भी यहाँ पूरे-पूरे संभवना हो सकते हैं। इन वोलाटाइल मॉलिक्यूल्स में कार्बन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड, डाइनाइट्रोजेन और आर्गन भरपुर मात्रा में मौजूद रहते हैं।

खैर सूत्रों से पता चला है कि, चाँद में मौजूद इन क्रेटर्स की सतह का तापमान -248.15 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच जाता है। परंतु एक चौंका देने वाली बात ये है कि, इन क्रेटर्स का तापमान इस से भी कम हो सकता है। तो, जरा सोचिए कि आखिर इन क्रेटर्स का असल तापमान कितना कम होगा। इतने कम तापमान में इन जगहों कि हालत कैसी होगी और यहाँ पर देखने लायक कौन-कौन सी चीज़ मौजूद होगी। वैसे इन जगहों के अलावा बाकी कई जगहें हैं, जहां पर सतह का तापमान काफी कम हो जाता है। बता दूँ कि, ऐसी ही एक जगह है प्लूटो।

सौर-मंडल की सबसे ठंडी जगह - Coldest Place Of Solar System.
चाँद के क्रेटर्स की फोटो। | Credit: NASA.

प्लूटो के सतह का तापमान लगभग -238.75 डिग्री सेल्सियस तक होता है। परंतु दोस्तों, यहाँ पर एक और मजेदार बात सामने आ जाती है। कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि, नेपच्यून की बाहरी कक्षा में मौजूद “Oort Cloud” सौर-मंडल की सबसे ठंडी जगहों में से एक हो सकती है। हालांकि! ये बात अभी भी स्पष्ट नहीं हैं कि, ये क्लाउड सौर-मंडल के अंदर आता है या नहीं! अगर आ जाता है तो, ये शायद सबसे ठंडी जगहों में से एक बन सकती है।

निष्कर्ष – Conclusion :-

वैज्ञानिकों ने कहा है कि, ऊर्ट क्लाउड का तापमान लगभग -268.15 डिग्री सेल्सियस तक हो सकता है। इसलिए इसके बारे में अभी काफी सारे तथ्य जुटाना बाकी और जरूरी है। परंतु इस क्लाउड को अगर हम सौर-मंडल के अंदर नहीं गिनते है, तब चाँद पर ही हमें सबसे ठंडी (coldest place of solar system) जगह देखने को मिल जाएगी। खैर हम काफी भाग्यशाली है कि, हमें पृथ्वी पर रहने का मौका मिला है, क्योंकि यहाँ सबसे कम तापमान भी चाँद या उर्ट क्लाउड के सामने कुछ भी नहीं है। साल 1983 में पृथ्वी का सबसे न्यूनतम सतही तापमान -89.2 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड किया गया था।

सौर-मंडल की सबसे ठंडी जगह ।
“Oort Cloud” की फोटो। | Credit: Astronomy Magazine.

परंतु आज हमारे पास ऐसी तकनीक हैं, जिसके जरिए हम काफी ठंडे वातावरण को पैदा कर सकते हैं। वैज्ञानिकों ने प्रयोग शाला के अंदर -273.15 डिग्री सेल्सियस के तापमान को कृत्रिम रूप से हासिल कर लिया हैं।

Source :- www.livescience.com

Bineet Patel

मैं एक उत्साही लेखक हूँ, जिसे विज्ञान के सभी विषय पसंद है, पर मुझे जो खास पसंद है वो है अंतरिक्ष विज्ञान और भौतिक विज्ञान, इसके अलावा मुझे तथ्य और रहस्य उजागर करना भी पसंद है।

Related Articles

Back to top button