मैंने इससे पहले भी कई बार आप लोगों को परमाणु बॉम्ब तथा सुपरनोवा जैसी अंतरिक्ष में घटने वाली अन्य प्रकार के विस्फोटों के बारे में बताया हैं। हालांकि देखा जाए तो सुपरनोवा (Supernova) से अधिक शक्तिशाली और उज्ज्वल (Bright) विस्फोट आपको अंतरिक्ष में शायद ही देखने को मिले, परंतु हाँ! एक ऐसा विस्फोट भी है जो की आने वाले समय में अंतरिक्ष में हो तहलका मचा सकता हैं तथा यह पूरी की पूरी अंतरिक्ष को थर्रा भी सकता है। खैर मेँ यहाँ बात कर रहा हूँ, बीटलजूस स्टार (Betelgeuse star in hindi) के बारे में।
जी हाँ! दोस्तों, यह एक ऐसा सितारा है जो की किसी टाइम बॉम्ब की तरह हमारे अंतरिक्ष में मौजूद है और किसी भी वक़्त फटने की अवस्था में है। तो, बीटलजूस स्टार (Betelgeuse star in hindi) के बारे में आज हम लोग कई सारे तथ्यों के बारे में जानेंगे और पता लगाएंगे की अगर यह फट जाता है तो इसका प्रभाव क्या होता है।
तो, चलिए अब लेख में आगे बढ़ते हुए इस अनोखे लेख को आरंभ करते हैं।
विषय - सूची
आखिर यह बीटलुजस स्टार क्या हैं ? – What Is Betelgeuse Star In Hindi ? :-
तो, बीटलुजस स्टार (betelgeuse star in hindi) एक तरह का बहुत ही चमकीला सितारा है, जिसे की आप अपनी आँखों से रात के खुले आसमान में देख सकते हैं। मित्रों ! इसके अलावा मेँ और भी बता दूँ की यह सितारा पूरे ब्रह्मांड में मौजूद 11 वां सबसे चमकीला सितारा भी है। “ओरिओन” (Orion) तारा मंडल में यह दूसरा सबसे चमकीला सितारा भी है।
पृथ्वी से 700 प्रकाश वर्ष दूरी पर मौजूद यह सितारा देखने में लाल रंग का है। वैसे गौरतलब बात यह भी है की, यह एक “रैड जायंट (Red Giant Star) ” सितारा हैं, जो की हमें अपनी खुली आँखों में दिखाई देने वाला सबसे बड़ा सितारा है। हमारे सूर्य की तुलना में इसका घनत्व (Density) 20 गुना ज्यादा है और अंतरिक्ष में यह 30 km/s की रफ्तार से गति भी कर रहा है।
धीरे-धीरे बुझ रहा है ये सितारा – A Enormous Dimming Star :-
आकार में किसी रेड जायंट की तरह होने के कारण, बीटलुजस (betelgeuse star in hindi) अपनी चमक धीरे-धीरे खो रहा है। खैर इसके बारे में वैज्ञानिकों के पास कुछ विशेष तथ्य नहीं हैं | कुछ वैज्ञानिकों का कहना हैं की, हम आज जिस बीटलुजस स्टार को देख रहें हैं, वह पहले के मुक़ाबले काफी ज्यादा अपनी चमक खो चुका हैं और इसका कारण शायद इसके अंदर होने वाला सुपरनोवा विस्फोट भी हो सकता है। परंतु यहाँ चौंकाने वाली बात यह हैं की, वैज्ञानिकों को यह पता ही नहीं की आखिर इसमें सुपर नोवा विस्फोट हुआ भी है या नहीं!
कुछ यह भी कहते हैं की, अभी तक इसमें किसी प्रकार का विस्फोट नहीं हुआ है। परंतु हाँ ! आने वाले समय में शायद इसमें विस्फोट हो जाए। हालांकि इतना निश्चित है की, आज से लेकर आने वाले 10,000 साल के अंदर ही अंदर यह बहुत ज़ोर से फटने वाला है।
अंतरिक्ष में मौजूद यह टाइम बॉम्ब क्या सच में फटेगा ! :-
आज के इस लेख को पढ़ कर लोगों के मन में यह सवाल जरूर ही उठा होगा कि, आखिर यह क्या सच में फटने वाला है? शायद हाँ और ना भी, इसको लेकर वैज्ञानिक कहते हैं की, शायद अभी-अभी ही बीटलुजस (betelgeuse star in hindi) स्टार के अंदर विस्फोट हो रहा हो और शायद अभी-अभी ही वह अस्तित्व खो चुका हो।
खैर मेँ आपको यहाँ बता दूँ की, वैज्ञानिकों के अनुसार अगर कोई सितारा अंतरिक्ष में धीरे-धीरे अपनी चमक खो रहा है तो शायद वह अब फटने की कगार पर आ गया है। परंतु यहाँ ध्यान में रखने वाली बात यह भी है की, वैज्ञानिकों का यह सिद्धांत गलत भी हो सकता हैं| इसके अलावा एक गज़ब की बात यह भी है की, सितारों के चमक में होने वाली फेर-बदल मौलिक तौर पर उनके अंदर होने वाली घनत्व (Density) की बदलाव के कारण होता है| जिससे उनको चमक देने वाली रासायनिक प्रतिक्रिया एक संतुलित अवस्था में नहीं हो पाती और इसके परिणाम स्वरूप सितारों की चमक में कमी व बढ़ोतरी भी दिखाई पड़ती है।
आज के समय में वैज्ञानिक कह रहें हैं की, अगर बीटलुजस का विस्फोट होता हैं तो यह एक बहुत ही दुर्लभ घटना होगी, क्योंकि अंतरिक्ष में हमारे इतने नजदीक आज तक शायद ही कोई इतना बड़ा सुपरनोवा विस्फोट घटा हों ! खैर क्या यह विस्फोट हमारे पृथ्वी पर बुरा प्रभाव डालेगा ? चलिए इसका जवाब आगे इस लेख में जानते हैं|
इस टाइम बॉम्ब के फटने से कैसा होगा इसका प्रभाव ? :-
जब बीटलुजस (betelgeuse star in hindi) फटेगा, तब कई हफ्तों तक इसके आस-पास मौजूद अंतरिक्ष रोशनी से जगमगा उठेगी।इससे कई सौ प्रकाश वर्ष तक अंतरिक्ष में हर तरफ रोशनी ही रोशनी होगी, जिसे हम शायद देख भी पाएं। परंतु सबसे रोचक बात तो यह है की, पृथ्वी से मात्र 700 प्रकाश वर्ष दूरी पर होने वाला यह सुपर नोवा विस्फोट पृथ्वी पर कोई भी बुरा असर नहीं डाल सकता।
इसके अलावा मैं आपको बता दूँ की, हमारे पृथ्वी का बाहरी चुंबकीय क्षेत्र इतना शक्तिशाली है की, बाहर से आए किसी भी रेडियोएक्टिव तरंगों को आसानी से विकिरित कर सकता है। मित्रों ! यहाँ सबसे रोचक बात तो यह की, विस्फोट (Explosion) के बाद निकलने वाली प्रकाश की किरणें रात के वक़्त हमारे चाँद की भांति आसमान में नजर आएंगी| कुछ-कुछ वैज्ञानिक यह भी कहते हैं की, यह प्रकाश के किरणें हमारे आसमान में लगभग एक साल तक लगातार नजर आएंगी जो की शायद चाँद से भी ज्यादा चमकीला हो। हालांकि यह कब होगा इसके बारे में अभी तक किसी को कुछ पता नहीं हैं।
बीटलुजस स्टार से जुड़े कुछ रोचक तथ्य – Interesting Facts Of Betelgeuse Star In Hindi :-
मित्रों ! लेख के इस भाग में मेँ आप लोगों को बीटलुजस स्टार से जुड़े (Betelgeuse star Facts in hindi) कुछ बहुत ही दिलचस्प तथ्यों को व्यक्त करूंगा, तो इसे गौर से पढ़िएगा।
1. “बीटलुजस” का आखिर मतलब क्या हैं ? :-
“बीटलुजस” शब्द मूल रूप से अरबी शब्द “याद अल-जावजा” से आया हैं जिसका मतलब हैं, ” केंद्र में होना “|
2. सूर्य से 1000 गुना ज्यादा बड़ा हैं :-
मैंने ऊपर पहले भी कहा था की, यह सितारा घनत्व (Density) में सूर्य के मुक़ाबले 20 गुना ज्यादा अधिक हैं| परंतु यहाँ मेँ आपको और भी बता दूँ की आकार में भी यह सूर्य से 1000 गुना ज्यादा बड़ा हैं|
3. मात्र 1 करोड़ साल ही पुराना हैं यह सितारा :-
आप जानकर यकीन नहीं होगा, परंतु मित्रों यह बात पूर्ण रूप से सत्य हैं| बीटलुजस सितारा बहुत ही ज्यादा नया हैं| मेरे कहने का तात्पर्य यह है की, यह सितारा सिर्फ 1 करोड़ साल ही पुराना है। मित्रों ! आपको यहाँ लग रहा होगा की, 1 करोड़ साल भी बहुत ही लंबा वक़्त है। परंतु दोस्तों बता दूँ की, हमारे अंतरिक्ष में कई अरबों साल पुरानी खगोलीय पिंड मौजूद हैं और उसकी तुलना में यह सितारा बहुत ही नया है।
4. कभी भी हो सकता हैं इसमें धमाका :-
बीटलुजस सितारा (Betelgeuse star Facts in hindi) एक प्रकार से टाइम बॉम्ब की तरह ही है। कब और कैसे फटेगा यह कहना बहुत ही मुश्किल है। हालांकि रोचक बात यह हैं की इससे निकलने वाला रोशनी पृथ्वी पर एक साल के लिए एक नए चाँद को जन्म देगी।
कहने का तात्पर्य यह है की, धमाके से निकलने वाली चमक इतनी होगी की यह रात में चाँद के भांति ही आसमान में पूरे एक साल तक चमकता रहेगा।
5. 25 प्रकाश वर्ष से जुड़ी एक हैरान कर देने वाली बात :-
वैसे तो अंतरिक्ष में अकसर सुपरनोवा के धमाके होते ही रहते हैं, परंतु गज़ब की बात तो यह है की पृथ्वी से अगर 25 वर्ष के दूरी पर भी एक सुपरनोवा फटता है तो उसका प्रभाव हमारे पृथ्वी पर काफी बुरा होगा| इसलिए तो कहा जाता है की, भले ही अन्य जगहों पर सुपर नोवा के धमाके हो। परंतु पृथ्वी से 25 प्रकाश वर्ष दूरी के अंदर कोई भी सुपर नोवा धमाका न हो।
Sources :- www.astronomytrek.com, www.forbes.com, www.space.com, www.meriam-webster.com.