हमेशा किसी भी इंसान या संस्थान को कामयाबी मिलती रहे, ये शायद ही कहीं संभव हैं। अकसर कुछ बड़े मुकामों को हासिल करने के लिए, काफी कठिनाईओं का सामना करना पड़ता हैं। मित्रों! विज्ञान में हुए बड़े-बड़े आविष्कारों के पीछे काफी नाकामयाबीयाँ छुपे हुए होते हैं। शायद ये ही वजह हैं कि, विज्ञान के क्षेत्र में बड़े जिगरे वाले लोगों की जरूरत पड़ती हैं, जो की लगातार असफलता को झेल पाएँ। वैसे बड़े जिगरे वाले लोगों की बात उठी हैं और हम ईलोन मस्क और स्पेस-एक्स (SpaceX Starship Launch Failed) की बात न करें, ये संभव ही नहीं हैं।
स्पेस-एक्स (SpaceX Starship Launch Failed) ने हाल ही में, अपने एक बड़े से मिशन को अंजाम दिया था; परंतु कुछ कारणों की वजह से वो नाकामयाब हो चुका हैं। तो हमारे आज का विषय इसी मिशन के ऊपर ही होगा। क्योंकि हम इस मिशन से जुड़ी काफी सारे बारीक चीजों के बारे में चर्चा करेंगे और देखेंगे कि, आखिर क्यों ये मिशन असफल हो गया। हालांकि! हम इसके अलावा इससे जुड़ी कई रोचक बातों के बारे में भी चर्चा करेंगे।
तो क्या आप तैयार हैं, एक नए व रोमांच से भरे लेख को पढ़ने के लिए? अब चलिये लेख में आगे बढ़ते हुए इसके मूल विषय के ऊपर आते हैं।
स्पेस-एक्स की स्टारशिप हुई फैल! – SpaceX Starship Launch Failed! :-
स्पेस-एक्स (SpaceX Starship Launch Failed) आने वाले समय में काफी बड़े-बड़े व महत्वाकांक्षाओं से भरे हुए मिशनों को अंजाम देने वाला हैं। परंतु इन मिशनों को सही से अंजाम देने के लिए काफी उन्नत तकनीक और सटीक तैयारी की जरूरत होगी, जो की वर्तमान समय में स्पेस-एक्स करने की कोशिश कर रहीं हैं। ये ही वजह हैं कि, पिछले कुछ समय के तुलना में अभी स्पेस-एक्स काफी ज्यादा सक्रिय हो चुकी हैं। कंपनी के द्वारा स्पेस में काफी सारे लौंच लगातार किए जा रहें हैं। जो कि सब को हैरान कर दे रहा हैं।
हालांकि! इन मिशनों के बारे में दुनिया भर में चर्चाएँ काफी ज्यादा बढ़ गई हैं। क्योंकि स्पेस-एक्स लगातार दो असफल मिशनों को अंजाम दे चुका हैं। जी हाँ! आप लोगों ने बिलकुल सही सुना, स्पेस-एक्स के पिछले दो मिशन असफल रहें हैं। सबसे लेटेस्ट मिशन की बात करें तो, ये मिशन बस कुछ मिनटों के अंदर ही खतम हो गया। क्योंकि लौंच के तुरंत बाद ही मिशन में इस्तेमाल होने वाला रॉकेट नाकामयाब हो गया। मित्रों! वाकई में ये एक बहुत ही बड़ी बात हैं।
क्योंकि इससे पहला मिशन लौंच भी कर नहीं पाया था। तो दरअसल बात ये हैं कि, स्पेस-एक्स अपने लुनर मिशनों के लिए कंपनी की सबसे खास रॉकेट “स्टार शिप” को टेस्ट कर रहीं हैं। परंतु हाल ही में स्टार शिप के लिए किए गए दोनों ही मिशन पूरी तरीके से नाकामयाब रहें हैं। आप लोगों को बता दूँ कि, आने वाले समय में ये ही रॉकेट इंसानों को चाँद तक ले कर जाने वाला हैं। तो, आप खुद सोचिए की इस रॉकेट की क्या अहमियत हैं।
नासा हैं चिंतित! :-
मित्रों! जैसा की मैंने आप लोगों को पहले ही बता रखा हैं कि, स्पेस-एक्स (SpaceX Starship Launch Failed) का स्टार शिप रॉकेट लुनर मिशनों को अंजाम देने वाला हैं। परंतु क्या आपको पता हैं, ये रॉकेट नासा के मिशनों को भी अंजाम देने वाला हैं! जी हाँ, आप लोगों ने बिलकुल सही सुना। स्टार-शिप रॉकेट न बल्कि स्पेस-एक्स परंतु नासा के लिए भी काफी ज्यादा अहम हैं। आने वाले सालों में नासा के अन्तरिक्ष यात्री इस रॉकेट के जरिये चाँद पर लैंड करने वाले हैं। तो इस रॉकेट को पूरे तरीके से सुरक्षित करके बनाना अब स्पेस-एक्स के लिए एक बहुत ही बड़ी चुनौती बन चुकी हैं।
खैर अगर हम स्पेस-एक्स कि लेटेस्ट मिशन की बात करें तो, ये रॉकेट अमेरिका के टेक्सस में बसे स्पेस-एक्स के लौंच-पैड से स्पेस की और उड़ान भरा था। मित्रों! इस मिशन की कुल लंबाई लगभग 90 मिनट का था, जिसमें रॉकेट धरती से उड़ान भर कर स्पेस में जाएगा और वहाँ से फिर वापस आ कर धरती के ऊपर लैंड करेगा। सुनने में कितना आसान सा लगता हैं, परंतु मिशन को अंजाम देना उतना ही मुश्किल होता हैं। मित्रों! मिशन के दौरान रॉकेट की ऊँचाई जब लगभग 148 km का था, तब एक हादसा हुआ।
एक ऐसा हादसा जो कि, पूरे के पूरे मिशन को ले डूबा। कहने का मतलब ये हैं कि, इतनी ऊंचाई पर रॉकेट की एक बहुत ही जरूरी उपकरण काम करना ही बंद कर दिया। ये ही वजह हैं कि, बाद में रॉकेट पूरी तरीके से आउट-ऑफ-कंट्रोल ही हो गया। मित्रों! आप लोगों को क्या लगता हैं, इस रॉकेट में ऐसा क्या हुआ होगा; जो की इसे आउट-ऑफ-कंट्रोल कर दिया? कमेंट कर के जरूर ही बताइएगा।
इस कारण से रॉकेट हुआ फैल! :-
अब लोगों के मन में सवाल जरुर आ रहा होगा कि, आखिर क्यों स्पेस-एक्स (SpaceX Starship Launch Failed) का रॉकेट फैल हुआ? तो, मित्रों मेँ आप लोगों को बता दूँ कि; रॉकेट की एक सुपर हैवि बूस्टर लौंच के कुछ समय बाद आसमान में ही फट गया। हालांकि! फटने से पहले इस बूस्टर ने अपना सारा काम सही तरीके से निभाया था, परंतु किसी भी रॉकेट में मिशन के दौरान कोई भी धमाका सही नहीं होता हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार इस बूस्टर ने लौंच के बाद सपने कोर स्टारशिप मॉड्यूल को सही तरीके से अलग कर दिया था।
हालांकि! अलग होते समय होने वाले इस धमाके ने पूरे मिशन को खतरे में डाल दिया। क्योंकि भले ही स्टारशिप का मुख्य मॉड्यूल बूस्टर से अलग हो गया हो, परंतु धमाके के बाद ये स्पेस में नियंत्रण से बाहर से चला गाय। सूत्रों के अनुसार मुख्य मॉड्यूल स्पेस में तो दाखिल हो गया, परंतु उसके बाद उसका संपर्क कमांड सेंटर से टूट गया था। पृथ्वी से रॉकेट का कोई कनैक्शन नहीं रहा।
अधिक जानकारी के लिए आप लोगों को बता दूँ कि, ये हादसा मेक्सिको के खाड़ी के ऊपर हुआ था। वैसे लौंच का फ़र्स्ट स्टेज तो सफल था, परंतु सेपारेशन के बाद इसका सेकंड स्टेज असफल रहा। खैर कई सूत्र ये भी बताते हैं कि, किसी अनजान कारण के वजह से रॉकेट का ऑटोमैटिक डीस्ट्रकशन कमांड एक्टिव हो गया था। जिससे रॉकेट खुद व खुद तबाह हो गया। हालांकि! इसके ऊपर और ज्यादा खुलासे होने बाकी हैं।
निष्कर्ष – Conclusion :-
स्पेस-एक्स (SpaceX Starship Launch Failed) के बारे में एक खास बात ये हैं कि, ये कंपनी कभी हार नहीं मानती हैं। क्योंकि इसके स्थापक खुद ईलोन मस्क कभी हार मानने वाले इंसानों में से नहीं हैं। खैर लगातार रूप से ये दोनों मिशन असफल होने के कारण, अब स्पेस-एक्स के वैज्ञानिकों के ऊपर थोड़ा ज्यादा प्रेसर होगा। इसलिए ये देखना बाकी हैं कि, आखिर कैसे ये कभी न हार मानने वाली कंपनी बाउन्स-बैक करती हैं। वैसे लौंच के 8 मिनट बाद हुआ ये विस्फोट एक खतरे कि घंटी हैं। क्योंकि आने वाले समय में इस रॉकेट में इंसान बैठे हुए हो सकते हैं।
अमेरिकी सरकार भी स्पेस-एक्स के इन नाकाम मिशनों को मॉनिटर कर रहीं हैं, क्योंकि इससे जान की नुकसान भी हो सकती हैं। आप लोगों को बता दूँ कि, स्पेस-एक्स ने इन रॉकेटों के ऊपर लगभग 16 हजार करोड़ तक का खर्चा किया हैं। हालांकि! स्पेस-एक्स के नजरिए से ये दोनों ही मिशन पूरे तरीके से असफल नहीं हैं। क्योंकि इन दोनों ही मिशनों से स्पेस-एक्स के वैज्ञानिकों को कई अहम डिज़ाइन और प्रॉपल्शन फ़ेल्युर के बारे में पता चला हैं। इसलिए मित्रों! स्पेस-एक्स के वैज्ञानिकों की जज्बे की तारीफ करनी पड़ेगी।
मित्रों! नासा के आने वाले मिशन जैसे आर्टेमिस स्पेस-एक्स के इसी स्टार-शिप के ऊपर निर्भर करता हैं। इसलिए खुद नासा भी इन टेस्ट फ्लाइट्स को हल्के में नहीं ले सकती हैं। खैर आने वाले समय में हम शायद स्टार-शिप के और कई टेस्ट फ्लाइट्स देख सकते हैं।
Source :- www.reuters.com.