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बिग-बैंग के पहले की रहस्यमयी दुनिया! – Secret Life Before Big Bang

बिग-बैंग से नहीं हुआ है ब्रह्मांड का जन्म, ये है सच्चाई!

हमारा ब्रह्मांड अनगिनत रहस्यों (Secret Life Before Big Bang) से भरा हुआ है। इंसान भले ही कितनी भी मेहनत क्यों न कर ले, परंतु ब्रह्मांड को पूरी तरह समझना उसके लिए लगभग असंभव ही है। यह ब्रह्मांड अपने आप में ही एक पहेली है और इसे सुलझा पाना शायद हमारे लिए नामुमकिन है। ब्रह्मांड के बारे में एक बात यह भी है कि, हम इसके बारे में सिर्फ अनुमान ही लगा सकते हैं क्योंकि इतने विशाल ब्रह्मांड में हमें सबूत के नाम पर ज्यादा कुछ नहीं मिल पाता। इसलिए कई बार हमें कल्पना और सिद्धांतों के आधार पर भी चलना पड़ता है ताकि इसे हम बेहतर ढंग से समझ सकें।

वैसे तो अधिकांश वैज्ञानिक ब्रह्मांड की शुरुआत बिग बैंग को ही मानते हैं, परंतु कई सिद्धांत ऐसे भी हैं जो हमें कुछ अलग ही बताते हैं। मित्रों! बिग बैंग (Secret Life Before Big Bang) से पहले का समय आज भी हमारे लिए एक रहस्य है क्योंकि इस समय के बारे में कोई भी ठोस जानकारी हमें आज तक नहीं मिली है। इसलिए इस समय को कई वैज्ञानिक काफी रहस्यमयी मानते हैं।

तो, सवाल उठता है कि आखिर बिग बैंग से पहले का दौर कैसा था? क्या ब्रह्मांड बिग बैंग से पहले भी अपने अस्तित्व में था? दोस्तों! इस तरह के सवालों को सुनकर शायद आप भी हैरान हुए होंगे। परंतु मित्रों, मैं बता दूं कि आज हम इसी के ऊपर चर्चा करने जा रहे हैं।

बिग-बैंग से पहले की दुनिया! – Secret Life Before Big Bang :-

वैज्ञानिकों के अनुसार, बिग-बैंग (Secret Life Before Big Bang) से पहले की दुनिया काफी हद तक ब्लैक होल और डार्क मैटर से जुड़ी हुई थी। वे मानते हैं कि ये हमारे बिग-बैंग से पहले भी मौजूद थे। मित्रों, सुनकर यह बात आपको बहुत अजीब लग सकती है, परंतु हाल ही में हुए रिसर्च “Bouncing Cosmology” में इसे सच के तौर पर माना जा रहा है। नए शोध बताते हैं कि बिग-बैंग हमारे ब्रह्मांड की शुरुआत नहीं है और न ही इसी से हमारे ब्रह्मांड का विकास हुआ है। मित्रों, वाकई में यह एक बड़ी खोज है।

बिग-बैंग के पहले की रहस्यमयी दुनिया! - Secret Life Before Big Bang!
ब्रह्मांड का सिकुड़ना और फैलना।  Credit: Science Blogs

बचपन से हमें बिग-बैंग और ब्रह्मांड की शुरुआत के बारे में बताया गया है, परंतु आज ये बातें झूठी लग रही हैं। कुछ वैज्ञानिक यह भी बताते हैं कि हमारा ब्रह्मांड दो अलग-अलग चरणों में बाउंस करता रहता है, जिसके कारण हमारे ब्रह्मांड में आज इतने बदलाव नजर आ रहे हैं। सरल भाषा में कहूँ तो, हमारे ब्रह्मांड की शुरुआत काफी जटिल है। इन दोनों चरणों को वैज्ञानिकों ने “Contraction” और “Expansion” का नाम दिया है। मित्रों, आपको इसके बारे में क्या लगता है?

अगर ये दोनों चरण सच में होते हैं, तब हमारे लिए ब्लैक होल और डार्क मैटर को समझना और भी ज्यादा मुश्किल हो जाएगा, क्योंकि हमने कभी भी इन दोनों ही चीजों को इस दृष्टिकोण से नहीं देखा है। खैर, एक बात तो तय है कि समय के साथ-साथ हमें ब्रह्मांड की नई चीजों के बारे में पता चल रहा है और हमें ऐसे ही आगे बढ़ते रहना होगा।

ब्लैक-होल और डार्क मैटर! :-

जैसा कि आप लोगों ने देख ही लिया होगा, ब्रह्मांड (Secret Life Before Big Bang) के जन्म से कई चीजों का गहरा संबंध है। मित्रों, आप लोगों को जानकर हैरानी होगी कि डार्क मैटर ब्लैक होल से बने हुए हो सकते हैं! जी हाँ, आपने बिलकुल सही सुना। ब्रह्मांड में मौजूद ब्लैक होल्स ही डार्क मैटर के उत्पत्ति का कारण बन सकते हैं। वैसे यहाँ एक खास बात यह है कि ज्यादातर ये घटनाएँ ब्रह्मांड के सिकुड़ने और फैलने के दो चरणों के बीच हो सकती हैं, क्योंकि यह एक अहम समय होता है।

बिग-बैंग के पहले की रहस्यमयी दुनिया! - Secret Life Before Big Bang!
डार्क मैटर। | Credit: Space.Com.

मित्रों, कुछ वैज्ञानिक यह भी मानते हैं कि ये दो चरणें हमारे बिग-बैंग से पहले भी होते रहे हैं। इसका सीधा सा मतलब यह है कि ब्लैक होल और डार्क मैटर बिग-बैंग से पहले भी इस ब्रह्मांड में मौजूद थे। अगर ये बातें सच साबित होती हैं, तो आने वाले समय में हम ब्लैक होल के बनने के दौरान पैदा होने वाले गुरुत्वाकर्षण तरंगों को आसानी से डिटेक्ट कर सकते हैं, जो हमें डार्क मैटर के बनने की प्रक्रिया के बारे में समझाएगा।

खैर, आप लोगों को बता दूँ कि हमारे ब्रह्मांड का 80% हिस्सा डार्क मैटर से बना हुआ है, जो बिग-बैंग के बाद ही बना है। सबसे हैरान कर देने वाली बात यह है कि ब्रह्मांड में इतनी भारी मात्रा में होने के बाद भी हम इन डार्क मैटर के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानते हैं। ये किस चीज से बने हुए हैं, यह आज भी एक पहेली है। इसलिए इन चीजों पर हमेशा नजर रखनी चाहिए।

क्या कह रहें हैं वैज्ञानिक! :-

कुछ थ्योरी यह भी कहती हैं कि आज के समय में हम जिन डार्क मैटर के बारे में बातें कर रहे हैं, असल में उनके अंदर आज भी कई ब्लैक होल्स के अवशेष हो सकते हैं। क्योंकि आमतौर पर कॉस्मिक घनत्व में बदलाव के चलते कई सारे ब्लैक होल नष्ट हो जाते हैं। बाद में ये नष्ट हो चुके ब्लैक होल्स डार्क मैटर को बनाते हैं। वैसे यहाँ एक खास बात यह है कि ब्रह्मांड (Secret Life Before Big Bang) की शुरुआत यह थ्योरी एक अलग ही मायने में करती है, जिसके बारे में हमने कभी सोचा भी नहीं होगा।

Black Hole Photo.
ब्लैक होल की फोटो। | Credit: Engineering For Kids.

खैर, ज्यादातर लोगों के अनुसार ब्रह्मांड की शुरुआत एक मौलिक केंद्र बिंदु से हुई है, जो बाद में फैल कर इतना बड़ा बन चुका है। परंतु क्या आपको पता है, आज के समय में इस थ्योरी को लेकर कई सारे सवाल उठ रहे हैं! हालांकि, नई थ्योरी बताती हैं कि हमारा ब्रह्मांड “बाउंसिंग थ्योरी” के ऊपर काम करता है, जिसके अनुसार पहले यह ब्रह्मांड काफी ज्यादा कांट्रैक्ट हो जाता है और बाद में काफी तेजी से फैलने लगता है। इसलिए यह थ्योरी काफी खास है, क्योंकि इसके ऊपर ज्यादा चर्चाएँ नहीं होती हैं।

साथ ही मैं आप लोगों को बता दूँ कि ब्रह्मांड में घनत्व में बदलाव ही ब्रह्मांड के लगातार फैलने का कारण है। और कई वैज्ञानिक यह भी कहते हैं कि इसी के कारण हमारे ब्रह्मांड में बिग-बैंग जैसी घटनाएँ भी घटित होती हैं। वैसे एक बात यह भी है कि जब हमारा ब्रह्मांड काफी ज्यादा सिकुड़ कर छोटा हो जाता है, तब इसके अंदर धीरे-धीरे ऊर्जा इकट्ठा होती रहती है।

निष्कर्ष – Conclusion :-

परंतु बाद में जब ब्रह्मांड (Secret Life Before Big Bang) फैलने लगता है, तब उसी ऊर्जा से ब्रह्मांड में फोटोन जैसे कणों का जन्म होता है। वैसे ब्रह्मांड के बनने की प्रारंभिक अवस्था में घनत्व इतना अधिक रहता है कि इसके चलते वहाँ छोटे-छोटे ब्लैक होल बनने लगते हैं। बाद में ये ब्लैक होल डार्क मैटर के उत्पत्ति का कारण बनते हैं। मित्रों, ब्रह्मांड में ब्लैक होल्स से पीछा छुड़ाना इतना भी आसान नहीं है, क्योंकि ये लगभग खत्म होते ही नहीं हैं। किसी न किसी तरीके से ये अपने अस्तित्व को बचा ही लेते हैं।

बिग-बैंग के पहले की रहस्यमयी दुनिया! - Secret Life Before Big Bang!
डार्क मैटर। | Credit: Space.Com.

वैसे एक बात यहाँ यह भी है कि कॉस्मिक कर्वेचर और माइक्रोवेव बैकग्राउंड के आधार पर हम ब्लैक होल्स के उत्पत्ति और उनके व्यवहार के बारे में पता लगा सकते हैं। क्योंकि इन्हीं पैरामीटर के आधार पर हम कई मौलिक जानकारियाँ हासिल कर सकते हैं। खैर, आगे आने वाले समय में ग्रैविटेशनल वेव ऑब्जर्वेटरी के जरिये हम काफी कुछ छुपी हुई चीजों को ढूंढ सकते हैं।

क्योंकि इनके जरिये हम गुरुत्वाकर्षण बल की तरंगों के गुणों को जानने के साथ ही साथ, ये किस तरीके से प्रकाश के साथ प्रतिक्रिया करते हैं, वह भी जान सकते हैं।

Bineet Patel

मैं एक उत्साही लेखक हूँ, जिसे विज्ञान के सभी विषय पसंद है, पर मुझे जो खास पसंद है वो है अंतरिक्ष विज्ञान और भौतिक विज्ञान, इसके अलावा मुझे तथ्य और रहस्य उजागर करना भी पसंद है।

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