हमारी पृथ्वी पर लगभग 70% समुद्र का पानी (Sea Water) मौजूद है , जिसकी volume यानी आयतन लगभग 333 million cubic miles तक आंकी गई है | अब इसमें भी , 97% पानी खारा या नमकीन है , जो आमतौर पर समुद्र और groundwater में पाया जाता है |
यानी 3 % पानी ही हमारे पास मीठे पानी (Fresh Water) के रूप में विद्यमान है |
पानी की किल्लत कितनी है ?
अब गौर करने वाली बात तो ये है कि , इस 3 % में भी 2.6 % पानी polar ice caps और glaciers में ही मौजूद है , जो हमारे लिए पीने लायक तक नहीं है | यानी कुल मिलाकर , बस 0.4 % पानी ही , हम सभी को पीने लायक मिल पाता है |
WHO की एक रिपोर्ट की मुताबिक़ , लगभग 885 million लोगों को तो ये पीने लायक पानी तक नसीब नहीं है , और हर साल 3.6 million लोग , unsafe drinking water की वजह से अपनी जान गँवा देते हैं |
अभी के water consumption rate को लेकर चलें , तो साल 2025 तक 50% से ज्यादा आबादी को water shortage यानी पानी की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है !
क्यों न समुद्र के पानी (Sea Water)को मीठा करदें !
अब दोस्तों , ऐसे में हमारे मन ये ख्याल तो आना लाजमी है ,कि हमारे पास पानी का इतना बड़ा भण्डार मौजूद है , जैसे समुद्र आदि , तो क्यों न हम इनका इस्तेमाल कुछ अलग रूप से करें !
यानी, सभी समुद्र के खारे पानी को freshwater यानी मीठे पानी में बदल दें , जिससे आने वाले कई सालों तक हमें न तो पानी की किल्लत होगी और पूरी जिन्दगी, हर इंसान सभी कामों में मीठे पानी का इस्तेमाल हर काम में कर सकेगा !
अब ऐसा सोचना कोई गलत नादानी वाली बात नहीं है , क्योंकि हमारे पास कई techniques like reverse osmosis (RO), distillation, electrodialysis, and vacuum freezing मौजूद हैं , जिनकी सहायता से saline water यानी खारे पानी को मीठे पानी में बदला जा सकता है |
पर दोस्तों , जैसा कि , हर बड़े काम को करने के लिए challenges भी बड़े होते हैं , ठीक यहाँ भी इतनी बड़ी मात्रा में खारे पानी को मीठे पानी में बदलना कोई आसान काम नहीं होगा !
हमें अपनी techniques और methods को कई ज्यादा गुना बढ़ाना पड़ेगा , जो लगभग लगभग असंभव सा ही है | पर कुछ हद तक हम , खारे पानी को मीठे पानी में बदल जरूर सकते हैं , जो हमारी पानी की कमी को काफी हद तक पूरा कर सकता है !
आखिर समुद्र का पानी खारा क्यों है ? – Why Sea Water Is Sour In Taste
Researchers की studies के मुताबिक़ , लगभग ३.8 billion सालों पहले , जब earth पर oceans की formation start हुई , तो उस दौरान , पृथ्वी की सतह काफी ठंडी थी , जिसकी वजह से water vapours , cool down होने की वजह से पानी में बदल गयीं , जिसका मतलब ये था कि शुरुआता में समुद्र का पानी पूरा fresh यानी मीठा ही था |
पर जैसे जैसे समय बीतता गया, बारिश में मौजूद carbon dioxide की वजह से , river water में मौजूद rock minerals & salts की वजह से और जमीन की गहराई में मौजूद volcanic magmatic material की वजह से , लगातार समुद्रों में नमक की मात्रा बढ़ने लगी , जिसकी आज मात्रा लगभग 50 quadrillion tons हो चुकी है , जो अगर पूरी पृथ्वी पर समान रूप मेंं फैलाया जाए , तो एक 40 मंजिला इमारत बनकर तैयार हो जाएगी !
अब इतनी मात्रा में मौजूद नमक को समुद्र से निकालकर इसे मीठा बनाना , किसी चमत्कार से तो कम बिलकुल नहीं होगा !
पर अब अगर हम इस चमत्कार को , यानी समुद्र के खारे पानी को मीठे में बदलने की कोशिश करें या आगे चलकर इसे कर भी दें , तो क्या ये वाकई में हमारे लिए वरदान साबित होगा ? पर क्या आपने कभी सोचा है कि पहली बार पृथ्वी पर पानी कहां से आया था? नहीं जानते तो यहां पढ़िए – आखिर, कहां से आया पृथ्वी पर पानी? जानिए इस नये अध्ययन से
नीचे वीडियो को जरूर देखिए और जानिए असली सच्चाई और इसके परिणाम !