
दोस्तों मानव विकास के इतने वर्षो के बाद भी , हम ब्रह्माण्ड के एक बेहद ही छोटे हिस्से का ही पता लगा पाए है। और ना जाने ब्रह्माण्ड अपने अंदर कितने ही रहस्यों को छुपाये हुए है। इसी वजह से 25 अप्रैल 1990 को अनंत ब्रह्माण्ड में झाकने के लिए अब तक के सबसे महत्वाकांक्षी telescope “Hubble” को लॉन्च किया। Hubble telescope का काम अनंत ब्रह्माण्ड में झांककर अनदेखी तस्वीरें भेजना और ब्रम्हांड के रहस्यों पर से पर्दा उठाना था । पर समय के साथ मानव के खोज का दायरा बढ़ता चला गया और Hubble telescope इसे पूरा कर पाने में सक्षम नहीं था। इस बात को ध्यान में रखते हुए नासा ने नए पीढ़ी के टेलिस्कोप पर काम करना शुरू दिया। जिसे शुरुआत में next generation space telescope यानि NGST नाम दिया गया था | पर बाद में इसका नाम बदल कर James Webb space telescope कर दिया गया। नासा का यह telescope , मानव इतिहास के सबसे ऐतिहासिक Hubble telescope की जगह लेगा | जो की करीब 29 साल से लगातार काम कर रहा है।
नासा का James Webb space telescope मौजूदा Hubble telescope से लगभग 100 गुना ज्यादा शक्तिशाली होगा। जो उन आकाशगंगाओ का पता लगा सकता है जो ब्रह्माण्ड के शुरुआती काल में बने थे। तो आइये दोस्तों इस लेख में हम जानते है नासा के भविष्य के James Webb space telescope के बारे में।

विषय - सूची
क्या है जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप | James Webb Space Telescope Overview
James Webb Telescope एक infrared telescope है , जिसका निर्माण अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA , यूरोपियन स्पेस एजेंसी ESA और कनाडाई स्पेस एजेंसी CSA के आपसी सहयोग से किया जा रहा है। इस mission का मुख्य उद्देश्य Hubble telescope की जगह लेने और ब्रम्हांड के बारे में वैज्ञानिको की जानकारियों को बढ़ाना है।
अत्याधुनिक Technology से लैस यह Telescope अंतरिक्ष के गहराइयों में और दूर झाकने में अभूतपूर्व सहयोग प्रदान करेगा। इसका Resolution और संवेदनशीलता बेहद ही बेहतर है, जहाँ Hubble telescope का व्यास 2.4 मीटर था वही इस telescope का व्यास 6. 5 मीटर है।
जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप का उद्देश्य | James Webb Space Telescope Goals
NASA का यह Telescope अनंत ब्रह्माण्ड के बेहद ही गहराई में झाकने में सक्षम होगा। यह उन आकशगंगाओ की पड़ताल करेंगे जो Big Bang के बाद सबसे पहले अस्तित्व में आये थे। अर्थात यह telescope हमारे ब्रम्हांड के सबसे पहले प्रकाश , तारो और आकाशगंगाओ का अध्ययन कर सकेगा | जिसकी मदद से वैज्ञानिक हमारे ब्रम्हांड के जन्म के बारे में और भी अच्छे तरीके से जान सकेंगे | साथ ही वैज्ञानिक हमारे ब्रम्हांड के शुरुआती तारो और आकाशगंगाओ के बारे में भी अधिक जानकारिया जुटा सकेंगे
साथ ही यह Telescope हाल ही में खोजे गए “TRAPPIST-1” ग्रह प्रणाली के ग्रहो की पड़ताल कर यह पता लगाने की कोशिश करेगा की क्या इन ग्रहो पर जीवन संभव है या नहीं। यह Telescope हमारे सौरमंडल के शुरूआती ग्रहो बृहस्पति और शनि के उपग्रहों जैसे की Europa , Titan और Enceladus पर जीवन के अस्तित्व की खोज भी करेगा।
वैज्ञानिको के अनुसार इस Telescope का मुख्य उदेश्य ब्रम्हांड के उत्पत्ति के शुरुआत में जन्मे आकाशगंगाओ , तारो और ग्रहो के फार्मेशन का अध्ययन करना है। अतः ऐसा करने के लिए इसे अपने भूतकाल में देखना होगा। चुकी ये तारे और आकाशगंगाये हमरे पृथ्वी से कई प्रकाश वर्ष दूर है इसके कारण इनके प्रकाश को पृथ्वी तक आने में कई प्रकाश वर्ष का समय लग जाता है। इसलिए हम ब्रम्हांड में जितना ज्यादा दूर देख सकते है उतना ही हम अतीत में पीछे देख रहे होंगे, और यह telescope ब्रम्हांड के उत्पत्ति को देखने में सक्षम होगा।

जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप की खास बातें | James Webb Telescope Facts
1. इसमें लगा एक बेहद ही खास infrared camera
James Web Telescope में Infrared camera का इस्तेमाल किया जायेगा जो अंतरिक्ष में ज्यादा दुरी तक देखने में सक्षम होगा। इसका infrared camera बेहद ही dense , gas clouds के परे आसानी से देखने में सक्षम होगा।
2. इसमें लगा है एक बेहद ही संवेदलशील camera
इसका कैमरे बेहद ही संवेदनसील है जिन्हे सूर्य की किरणों से बचाना बेहद ही जरुरी है। इसे सूर्य की किरणों से बचाने के लिए वैज्ञानिको ने एक टेनिस कोर्ट के आकर के , पांच स्थाई sun shield तैयार किया गया है। sun shield के पांच Layer , इंसानी बाल से भी छोटे है जो Infrared कैमेरा और उसके सेंसरों को प्रोटेक्ट करने का काम करेंगे।
3. Hubble telescope से 100 गुना ज्यादा शक्तिशाली है यह telescope
यह telescope Area में हबल Telescope से 6 गुना बड़ा है और साथ ही उसका Mirror Size भी लगभग 3 गुना बड़ा है। जो के इसे Hubble telescope से कई गुना शक्तिशाली और संवेदलशील बनता है। और अगर सीधे भाषा में कहा जाए तो यह telescope Hubble space telescope से करीब 100 गुना जयदा शक्तिशाली होगा
3. इस telescope को Lagrange L2 point में किया जाएगा स्थापित
James Web Telescope का orbit पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर दूर होगा । और इसे धरती और चन्द्रमा के बीच मौजूद Lagrange L2 point पर स्थापित किया जाएगा | जहा इसे धरती का चक्कर लगाने के लिए काम से काम ईंधन का इस्तेमाल करना होगा | जिससे इसका जीवन कई साल ज्यादा हो जाएगा |
4. एक बार ख़राब होने पर Hubble telescope की तरह नहीं किया जा सकेगा repair
James Webb space telescope को अपने ऑर्बिट तक पहुंचने में 1 माह का समय लग जायेगा। पृथ्वी से ज्यादा दूर होने के वजह से एक बार ख़राब होने के बाद उसे फिर से Repair नहीं किया जा सकेगा। इसी वजह से वैज्ञानिक उसे पूरी तरह बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते।
5. मार्च 2021 तक किया जा सकता है Launch
शुरुआत में उसका launch date मई 2018 रखा गया था। फिर इसे बढ़ाकर 2019 किया गया। और फिर इसे मई 2020 को लांच किये जाने की योजना थी। पर एक बार फिर इसके launch को आगे बढाकर मार्च 2021 करदिया गया है। 25 दिंसबर 2021 को ये टेलीस्कोप अंतरिक्ष में भेजा जा चुका है, छह महीने बाद ये आपको अंतरिक्ष के चित्र भेजेगा।
6. 10 साल तक काम कर सकेगा James Webb space telescope
इसका अनुमानित बजट 8.8 Billion Dollar है पर देरी के चलते इसके budget बढ़ने के आशंका है। लांच किये जाने के 6 माह बाद यह काम करना शुरू कर देगा। इसकी अनुमानित उम्र करीब 10 साल रखी गयी है