अकसर हमारे मन में कई तरह के सवाल आते जाते रहते हैं। कुछ सवाल वास्तविकता के साथ मेल बनाए रखते हैं, तो कुछ सवाल अवास्तव ही लगते हैं। हालांकि! जो सवाल हमारे लिए अवास्तव सा लगता हो, जरूरी नहीं हैं की वो सच में अवास्तव ही हो। उदाहरण के लिए आप इस सवाल को ही देख सकते हैं, आखिर ब्रह्मांड में कितने परमाणु हो सकते हैं? (how many atoms in observable universe?) पहली नजर में देखने से ही ये सवाल काफी ऊट-पटांग या बेतुका सा लगेगा, परंतु ये जो सवाल हैं ये वास्तव में काफी ज्यादा मार्मिक हो सकता है।
ब्रह्मांड के अंदर परमाणुओं (how many atoms in observable universe) की संख्या का पता लगाना यानी किसी समंदर के अंदर पानी की बूंदों की संख्या का पता लगाना जैसा ही हैं, या इससे भी कई ज्यादा कठिन। अब बात आती हैं कि, आखिर क्यों हमें ऐसे सवालों के बारे में सोचना पड़ रहा है! तो, मित्रों आप लोगों मेँ बता देना चाहता हूँ कि, इस तरह के सवाल अकसर हमें ब्रह्मांड की जटिल बनावट और इसकी उत्पत्ति के जड़ तक ले कर जाते हैं। इसलिए इस तरह के सवाल भले ही कई लोगों को बेमेल या ऊल-जलूल लगे, परंतु एक अंतरिक्ष प्रेमी के लिए काफी ज्यादा महत्वपूर्ण हैं।
तो, एक अंतरिक्ष प्रेमी के हिसाब से आज के इस लेख को शुरू करते हुए, ब्रह्मांड के इन परमाणुओं को और भी ज्यादा पास से देखने का प्रयास करते हैं।
ब्रह्मांड में कितने परमाणु (Atom) हो सकते हैं? – How Many Atoms In Observable Universe? :-
सबसे पहली बात आप लोगों को बता दूँ कि, हमें ब्रह्मांड में मौजूद हर एक परमाणुओं (how many atoms in observable universe) को नहीं गिनना है। इसलिए जिन लोगों को ये लग रहा हे कि, हम अब एक-एक कर के इन परमाणुओं गिनेंगे, तो वो लोग अब इस सोच को बदल दें। ब्रह्मांड में मौजूद हर एक चीज़ परमाणु से बनी हुई है, हर एक छोटी से बड़ी चीज़ें कभी भी परमाणु रहित नहीं हो सकती है। इसी तरह हर एक परमाणु के अंदर इलेक्ट्रॉन, प्रोटोन और न्यूट्रान का होना भी अनिवार्य हैं। कोई भी परमाणु इस मौलिक कणों से रहित नहीं हो सकता।
मित्रों! परमाणु के अंदर मौजूद इन मौलिक कणों (इलेक्ट्रान, प्रोटोन और न्यूट्रान) के कारण ही, किसी भी पदार्थ/ तत्व (Element) के गुणों के बारे में कुछ भी निर्धारित किया जाता है, यहाँ तक कि वो पदार्थ पीरीयोडिक टैबल (Periodic Table) में कहाँ स्थित होगा ये भी इन मूलभूत कणों के संख्या के हिसाब से ही निर्धारित किया जाता है। आप अपने चारों तरफ जिस किसी भी चीज़ को देख रहें हैं, वो सभी अलग-अलग परमाणुओं के आपस में मिलन के कारण ही बने हुए हैं। तो, आप भी एक बार अंदाजा लगाएँ कि; एक ब्रह्मांड में कितने परमाणु हो सकते हैं!
चलिये आप लोगों को मैं एक हिंट दे देता हूँ, एक इंसानी शरीर के अंदर लगभग 7000000000000000000000000000 या 7x1027 परमाणु होते हैं। अब आप खुद विचार करें कि, जहां एक व्यक्ति के अंदर इतने सारे परमाणु हो सकते हैं वहाँ लगभग 93 अरब प्रकाश वर्ष विशाल ब्रह्मांड के अंदर कितने सारे परमाणु मौजूद हो सकते हैं। वाकई में इसके बारे में पता लगा पाना और वो भी सटीक ढंग से काफी ज्यादा मुश्किल हैं। परंतु, फिर भी हम इसके बारे में आगे चर्चा करेंगे।
आखिर कैसे पता लगाएँ ब्रह्मांड के अंदर कितने परमाणु हो सकते हैं? :-
अब तक इंसानों को ब्रह्मांड के असल आकार के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं हैं, इसलिए लाजिमी हैं कि; हमें अभी पूरे ब्रह्मांड में कितने परमाणु हैं (how many atoms in observable universe) वो पता नहीं चल सकता हैं। परंतु एक खास बात ये हैं कि, हम एक अनुमान कर के ओब्सेर्वेवल यूनिवर्स में कितने परमाणु हो सकते हैं; उसके बारे में पता लगा सकते हैं। बिग-बैंग के बाद से ही हमारा ये ब्रह्मांड लगातार बाहर कि और फैल रहा हैं। इसलिए, इसका आकार नियमित रूप से बढ़ रहा हैं।
हम लोगों के लिए वर्तमान के समय के हिसाब से ब्रह्मांड 13.8 अरब प्रकाश वर्ष पुराना है। परंतु, जो खास बात हैं वो ये हैं कि; हम आज ब्रह्मांड के सुदूर इलाकों में जिस आकाशगंगाओं या ग्रहों को देख रहें हैं, उन सभी चीजों से प्रकाश कि किरणें हम तक पहुँचने के लिए कई अरब प्रकाश वर्षों का समय ले रहीं हैं। इसलिए जो चीज़ें आज हमें अन्य खगोलीय चीजों से दूर लग रहीं हैं, आने वाले समय में वो चीज़ें दूसरे चीजों के मुक़ाबले हमें काफी पास भी लगेंगी। इसके अलावा ब्रह्मांड के फैलाव के कारण सभी चीज़ें एक-दूसरे से काफी दूर जा रहीं हैं।
इसलिए ब्रह्मांड के अंदर परमाणुओं कि संख्या का पता तभी लगाया जा सकता जब हम ब्रह्मांड के फैलाव का दर पता लगा पाएँ। वैज्ञानिकों के अनुमान के हिसाब से हमारा ब्रह्मांड लगभग 46 अरब प्रकाश वर्ष तक (चारों दिशाओं में) फैल चुका है। वैसे ब्रह्मांड के इस फैलाव को एक कौंस्टेंट के जरिये सूचित किया जाता हैं और इसे “कॉस्मिक माइक्रोवेब रैडीएशन” के द्वारा ही खोजा गया था। इसके अलावा हमें ब्रह्मांड के अंदर कितनी मात्रा में “मैटर” हैं इसका भी अंदाजा लगाना होगा।
इसको ले कर वैज्ञानिकों का क्या मानना हैं? :-
ब्रह्मांड का सिर्फ 5% हिस्सा ही मैटर से ही बना हुआ हैं, जिसे हम देख या महसूस कर सकते हैं। बाकी का 95% हिस्सा डार्क मैटर या डार्क ऐनेर्जी से परिपूर्ण हैं, जो कि किसी परमाणु से नहीं बनी होती हैं। इसलिए हमें सिर्फ ब्रह्मांड के 5% वाले मैटर कि और ही ध्यान केन्द्रित करना हैं। आइंस्टीन के इक्वेशन के आधार पर, ये निष्कर्ष निकाला जा सकता हैं कि; एनर्जि के जरिये ही मैटर बनता हैं और ब्रह्मांड के अंदर मैटर कि मात्रा सीमित है।
आज तक ब्रह्मांड में जितना मैटर बना हुआ होगा, उतना ही मैटर इस ब्रह्मांड में मौजूद होगा। ब्रह्मांड के अंदर मैटर का बनना और न बनना दोनों ही एक दूसरे को रद्द करते हैं। इसलिए हमेशा ही ब्रह्मांड के अंदर मैटर कि मात्रा कोंस्टंट रही होगी। इसके अलावा हमारा ब्रह्मांड हर दिशा में एक-समान ढंग से ही फैल रहा हैं। जिसकी वजह से मैटर कि मात्रा भी ब्रह्मांड के अंदर एक-समान ही हैं। आपको ब्रह्मांड में कहीं भी मैटर कि मात्रा में असंतुलन नहीं दिखेगा।
अगर हमें, ब्रह्मांड में मौजूद परमाणुओं (how many atoms in observable universe) कि संख्या के बारे में पता लगाना हैं; तब हमें ब्रह्मांड के हर एक परमाणु को किसी सितारे के अंदर रखना होगा। इससे हमें सितारे के आकार के जरिये उसके अंदर मौजूद परमाणुओं कि संख्या के बारे में पता चल जाएगा। इसके साथ ही साथ हमें हर एक एटम को हाइड्रोजन के एटम के रूप में देखना होगा।
निष्कर्ष – Conclusion :-
चलिये अब पूरे लेख के सारांश को एक साथ जोड़ कर, असल में हमारे ब्रह्मांड में कितने परमाणु (how many atoms in observable universe) हो सकते हैं उसको बारे में जानते हैं। हमारे ब्रह्मांड के अंदर लगभग 1011 से 1012 तक आकाशगंगाएँ मौजूद हैं और हर एक आकाशगंगा के अंदर लगभग 1011 से 1012 तक सितारे (Star) मौजूद हैं। हालांकि! कई शोध ये भी बताती हैं कि, ये संख्या सिर्फ एक अनुमान मात्र हैं। परंतु, फिर भी चलिये मान लेते हैं कि हमारे ब्रह्मांड में लगभग 1023 तक सितारे मौजूद हैं।
औसतन एक सितारा लगभग 1032 kg तक वजनी होता हैं, इसलिए हमारे ब्रह्मांड का वजन लगभग 1055 kg तक हो सकता हैं। अब आप लोगों को बता दूँ कि, एक ग्राम मैटर के अंदर लगभग 1024 तक प्रोटोन मौजूद होते हैं, जो कि एक हाइड्रोजन एटम के साथ एक-समान ही हैं।
इसलिए आप कह सकते हैं कि, हमारे ब्रह्मांड के अंदर लगभग 1082 या 10,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000 तक परमाणु हो सकते हैं। मित्रों! ये संख्या एक अनुमान पर आधारित हैं, जो कि सटीकता के काफी ज्यादा करीब हैं।