बहुत ही विचित्र सी बात है प्रकृति के संदर्भ में, इसी प्रकृति में ही विशालता व क्षुद्रता की एक बहुत ही अनूठा संगम देखने को मिलता है। जो की शायद ही किसी दूसरे वस्तु या व्यक्ति में देखने को मिले। ब्रह्मांड में मौजूद विशाल और महाकाय खगोलीय पिंडों से लेकर हमारे शरीर के अंदर मौजूद अरबों परमाणुओं तक हर किसी चीज़ में हमें प्रकृति की रचनात्मकता का बोध मिलता है। वैसे अगर इसी दरमियान जीव जगत को ही देखें तो, वहाँ पर भी आपको आकार और शक्ति में एक बहुत ही बड़ी विविधता नजर आएगी। वैसे तो हर कोई बड़े-बड़े चीजों व प्राणियों की बारे में बात करता हैं, परंतु कभी कोई छोटी-छोटी चीजों और प्राणीयों की बात नहीं करता है। इसलिए आज हम एक बहुत ही छोटी सी प्राणी चींटी (ants facts in hindi) के बारे में बात करेंगे।
चींटी (ants facts in hindi) एक ऐसा जीव हैं जिसके बारे में हमनें बचपन के दौरान कई किस्से-कहनियाँ सुनी हुई हैं| परंतु आज हम लोग इस जीव से कुछ ऐसी तथ्यों व बातों को उजागर करेंगे जो की शायद ही आपको किसी किस्से या कहानी में सुनने को मिलेगा| वैसे और एक बात यह भी हैं की, अगर आप जीव-जंतुओं सी जुड़ी बहुत सारे रोचक बातों को जानना पसंद करते हैं, तो मैंने इससे पहले जीव-जंतुओं के ऊपर भी एक स्वतंत्र लेख लिखा हैं जिसे आप चाहें तो पढ़ भी सकते हैं।
तो, अब चलिए लेख में आगे बढ़ते हैं और चींटीओं के बारे में जानते हैं।
विषय - सूची
चींटीओं के बारे में बहुत ही अद्भुत बातें – Ants Facts In Hindi :-
मैंने आगे एक-एक करके चींटीयों से जुड़ी गज़ब की बातों (ants facts in hindi) का जिक्र किया हैं| तो, इसे आप थोड़ा धैर्य के साथ पढ़िएगा|
1. अपने शरीर के वजन से इतने गुना ज्यादा वजन उठा सकती हैं, चींटियाँ ! :-
अगर मेँ आपसे पुछूँ की , आप अपने शरीर के वजन के हिसाब से कितना भर उठा सकते हैं? तो शायद सभी का उत्तर होगा की, हम लोग अपने शरीर के भार के लगभग वजन उठाने में सक्षम हैं (वैसे यह भी कुछ-कुछ लोगों के लिए कठिन होगा)|मित्रों! यहाँ पर आप लोगों को मेँ बता दूँ की, एक चींटी अपने शरीर के वजन से 50 गुना ज्यादा भार यानी वजन उठा सकता हैं| जी हाँ ! 50 गुना ज्यादा!
2. हमेशा क्यों एक कतार में चलती हैं चींटियाँ :-
अब आप लोगों ने चींटीयों को गौर से देखा होगा तो: आपके मन में भी यह सवाल आया होगा की , आखिर यह चींटियाँ वास्तविक तौर से क्यों एक कतार बना कर चलती हैं? तो, मित्रों इसका जवाब है “फेरोमोन्स” (Pheromones)| वैसे अधिक जानकारी के लिए मेँ बता दूँ की फेरोमोन्स पशुओं में पायी जाती हैं, जो की एक तरह से आकर्षण करने वाला हौरमोन होता हैं|
3. चींटीयों की भी अपनी एक समाज होती हैं ! :-
जी हाँ ! आपने सही सुना| चींटीयों (ant’s facts in hindi) की भी अपनी एक समाज होती हैं और जहां मौलिक तौर पर हर एक चींटी अपनी ही एक स्वतंत्र किरदार होता हैं| वैसे चींटीयों की समाज में तीन तरह के चींटी पाई जाती हैं, पहला रानी मादा चींटी, दूसरा कर्मी मादा चींटी और तीसरा नर चींटी|
4. प्रजनन के बाद रानी मादा चींटी के साथ होता हैं यह दुखद घटना :-
नर चींटी के साथ प्रजनन करने के बाद मादा रानी चींटी की जो शुख्म पंख होते हैं, वह बड़े ही अजीब तरीके से गिर जाते हैं|
5. एक बहुत बड़ी खासियत होती है नर चींटी की:-
नर चींटी के पास एक से दूसरे जगह तक जाने के लिए पंख होता है| वह इन पंखों प्रजनन के हेतु एक से दूसरे जगह तक जाने के लिए इस्तेमाल करते हैं | वैसे कर्मी मादा चींटीयों के पास पंख नहीं होती हैं|
6. कर्मी मादा चींटी प्रजनन नहीं कर सकती हैं :-
बहुत ही अजीब लगता हैं, परंतु मादा रानी चींटी ही सिर्फ प्रजनन कर सकती हैं| दूसरे कर्मी मादा चींटी प्रजनन के लिए सक्षम ही नहीं होती हैं|
7. दुनिया की सबसे बड़ी व खतरनाक चींटी हैं “बुलेट चींटी”, इसके डंक से हो सकता हैं मौत! :-
पनामा के जंगलों में आपको दुनिया की सबसे बड़ी चींटी (ants facts in hindi) को देखने को मिलेगा| वैसे मेँ आपको बता दूँ की यह चींटियाँ 1.6 इंच तक लंबी हो सकती हैं| आकार में इतने बड़े होने के कारण इन्हें “बुलेट चींटी” भी कहा जाता हैं|
वैसे आकार में बड़े होने के साथ ही साथ यह चींटियाँ बहुत ही खतरनाक हैं | लगभग 2,250 बुलेट चींटी अगर किसी इंसान को काट दें तो, उसकी मौत तक हो जाती हैं | इसलिए इन्हें जहरीली चींटियाँ भी कहा जाता हैं|
8. हिम युग के जमाने से पृथ्वी पर बचीं हुई हैं चींटियाँ :-
हिम युग के दौरान पृथ्वी पर मौजूद ज़्यादातर प्राणियों का अस्तित्व ही मीट गया| परंतु रोचक बात तो यह है की, हिम युग के इतने प्रतिकूल वातावरण के बावजूद चींटियाँ अपने छोटे आकार के कारण बचीं रहीं और अब तक पृथ्वी में अपनी अस्तित्व बचा कर रखी हुई हैं|
9.पृथ्वी के सिर्फ इन जगहों पर चींटियाँ देखने को नहीं मिलती हैं ! :-
आर्कटिक सर्कल (Arctic Circle) और अंटार्टिका (Antarctica) सिर्फ ऐसे दो जगहे हैं जहां पर आपको चींटियाँ देखने को नहीं मिलती हैं| इसके अलावा अन्य सभी महा देशों में आपको तरह-तरह किस्म व प्रकारों के चींटियाँ देखने को मिल सकती हैं|
10. इतने प्रजाति के चींटियाँ मौजूद हैं पृथ्वी पर :-
एक शोध से पता चला है की, पृथ्वी पर 12,000 से भी ज्यादा प्रकार के चींटियाँ मौजूद है। वैसे यह एक बहुत ही दुर्लभ बात है, क्योंकि सिर्फ एक जीव के इतने प्रकार शायद ही कहीं देखने को मिले।
11. पृथ्वी पर चींटियों की आबादी हैं इतनी, सुनकर यकीन नहीं आएगा ! :-
आज के समय में पृथ्वी पर चींटियों की कुल आबादी लगभग 10,00,000,000,000,000,000 है। तो, आप कह सकते हैं की पृथ्वी पर इंसानों की संख्या से चींटियों की संख्या ज्यादा है।
12. अतीत में चींटियाँ होती थी इतनी बड़ी ! :-
वैज्ञानिकों “Titanomymra giganteum” नाम के बहुत ही प्राचीन चींटी के अवशेष मिले हैं| उसी अवशेष पता चला है की, अतीत में चींटी आज के मुक़ाबले काफी बड़ी होती थी, लगभग 6 इंच तक|
13. उष्णकटिबंधीय इलाकों में कुल जीवों की आबादी का 25% हिस्सा हैं चींटियों की :-
जी हाँ ! आपने सही सुना उष्णकटिबंधीय (Tropical) इलाकों में चींटियों की आबादी यहाँ पर मौजूद कुल जीवों की आबादी का 25% हैं|
14. चींटियों की औसतन आयु होती हैं इतनी :-
जो भी जीव इस संसार में आया हैं, उसे एक न एक दिन यहाँ से जाना ही हैं| इसी कारण के लिए हर एक जीव का अपना ही एक पूर्व-निर्धारित आयु यानी जीवन काल होती हैं| चींटियों (ants facts in hindi) की भी जीवन काल होती हैं, जो की लगभग 15 सालों तक होती हैं|
मेँ आपको बता दूँ की, कुत्तों से चींटियों की जीवन काल लंबी होती हैं|
15. चींटियाँ बना सकती हैं अपना ही एक “सुपर ब्रेन” ! :-
सुनकर बहुत ही बड़ा झटका लगेगा, परंतु यह बात पूर्ण रूप से सत्य हैं| भले ही एक चींटी का दिमाग छोटा हो, परंतु चींटियाँ आपस में मिलकर एक “सुपर ब्रेन” को बना भी सकते हैं | इनके अलावा अन्य कोई जीव सुपर ब्रेन को बनाने में अक्षम हैं |
16. दुनिया की सबसे जानलेवा चींटी “औस्ट्रालियन बुलडॉग अंट” :-
1930 के दशक में क्या यकीन करेंगे, 3 मौतें चींटियों के काटने से हुआ था | इन मौतों के पीछे का कारण “औस्ट्रालियन बुलडॉग अंट/चींटी” था|
17. पानी में तैरने के लिए चींटियाँ बना सकती हैं, “बेड़ा” :-
जब हाल ही में अमेज़न के जंगलों में आग लगी हुई थी, तब वहाँ पायी जाने वाली चींटियों की एक प्रजाति (Fire Ant) आग के चपेट से बचने के लिए अपने द्वारा दिये गए अंडों को एक साथ जोड़ कर पानी में तैरने लायक एक “बेड़ा” को उन्होंने प्रस्तुत कर लिया था | यह बेड़ा नदी में कई मिल दूर तक इन चींटियों को सहज तरीके से ले जाने में सक्षम था| चींटियाँ भले ही आकार में छोटी हों, परंतु उनकी बुद्धिमान की प्रशंसा तो करनी ही पड़ेगी|
वैसे अमेज़न के जंगलों में लगे हुए आग से याद आया की, मैंने इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगे आग के ऊपर भी एक लेख लिखा हैं| इस लेख में आप लोगों को इसके कारण से लेकर इसको रोकने के लिए किए जाने वाले प्रयासों के बारे में बताया हैं| तो, अगर आप इस विषय पर और अधिक जानना चाहते हैं, तो उस लेख को भी अवश्य ही एक बार जरूर पढ़ें|
18. इस चींटी के काटने से लगता हैं 240 वॉल्ट का झटका ! :-
जी हाँ! शीर्षक को सही तरीके से पढ़ा हैं| बुलेट चींटी की काटने से शरीर के अंदर 240 वॉल्ट का झटका लगने के बराबर ही झटका लगता हैं| वैसे मेँ आपको और भी बता दूँ की, इस चींटी के काटने से शरीर के अंदर दर्द 24 घंटों से भी ज्यादा समय तक रहता हैं|
19. चींटियों के पास कान नहीं होता हैं :-
चींटियाँ सुन नहीं सकती हैं| वह वस्तु से निकलने वाली तरंगों के माध्यम से सुन सकती हैं| ऐसे में उनके पास कान होना या न होना एक ही बात हैं|
20.चींटियों के पास फेफड़े भी नहीं होते हैं :-
चींटियों के पास कान के साथ ही साथ फेफड़े भी नहीं होते हैं| तो अब कुछ लोग यह सवाल करेंगे की, फिर चींटियाँ सांस कैसे लेती हैं| तो, मेँ आपको बता दूँ की चींटियाँ अपने पैरो में मौजूद छोटे-छोटे छिद्रों से सांस लेती हैं|
इसी के जरिए उन्हें और फेफड़ों की जरूरत भी नहीं पड़ती हैं|
21. इंसानी दिमाग का मुक़ाबला कर सकता है 40,000 हजार चींटियों का दिमाग ! :-
अब तक हम लोग सोच रहे थे की, इंसान ही इस पृथ्वी में सबसे ताकतवर और बुद्धिमान प्राणी हैं| परंतु दोस्तों अब आपके सोच को बदलने का वक़्त आ गया हैं, क्योंकि यह बात और ज्यादा सही नहीं हो सकती हैं| वैज्ञानिक मानते हैं की; 40,000 चींटियों के दिमाग को अगर हम एक साथ जोड़ दें तो वह एक इंसानी दिमाग के ही तरह काम कर सकता हैं|
वाकई में दोस्तों चींटियाँ (ant’s facts in hindi) कभी इतनी बुद्धिमान हो सकती हैं, इसके बारे में मैंने शायद ही कभी सोचा होगा| खैर इसके बारे में क्या राय हैं, जरूर ही बताइएगा|
22. चींटियों के पास होते हैं, दो पेट :-
चींटियों के अंदर एकता की भावना बहुत ही ज्यादा होती हैं| वैसे मेँ बता दूँ की, चींटियों के पास एक नहीं परंतु दो-दो पेट होते हैं| पहला पेट खुद अपने खाने को हजम करता हैं और दूसरा पेट दूसरों के लिए खाने को संगृहीत करके रखता हैं| ऐसे में आप सोच ही सकते हैं की, चींटियाँ कितनी भद्र होने के साथ ही साथ समझदार भी होती हैं|
वे लोग हर वक़्त अपने दल के साथ ही रहती हैं और एक दूसरे की मदद भी करती हैं|
23. इन चींटियों का घोंसला होता है इतना बड़ा :-
“औस्ट्रालियन ग्रीन अंट” नाम के एक चींटी की प्रजाति दुनिया भर के अंदर अपने बड़े-बड़े घोसलों के लिए परिचित हैं| वैसे अधिक जानकारी के लिए बता दूँ की, इन चींटियों के घोंसले लगभग 12 पेड़ों तक फैले हुए होते हैं| तो, अब आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं की वास्तव में यह घोंसले कितने बड़े होंगे|
यहाँ पर गौरतलब बात यह भी है की, इंसानों के भांति ही चींटियाँ अपना घोंसला एक सटीक योजना के साथ बनती हैं| जहां पर वे सुरक्षित और आसानी से रह सकते हैं|
24. चींटियों के एक घोंसले में हो सकते हैं, 30 करोड़ से भी ज्यादा चींटी :-
चींटी के कुछ बहुत ही बड़े घोंसलों के अंदर 30 करोड़ से भी ज्यादा चींटी मौजूद हो सकते हैं| वैसे इन घोंसलों को “सुपर कॉलोनी” (Super Colony) भी कहा जाता हैं| देखा जाए तो सुपर कॉलोनी देखने को ज़्यादातर नहीं मिलते हैं, कुछ खास और अनुकूल जगहों पर ही यह देखने को मिलते हैं|
इसके अलावा इन घोंसलों में बहुत ही व्यवस्थित ढंग से हर एक चीज़ को बनाया जाता हैं| जिससे एक घोंसला चींटियों के लिए रहने के उपयुक्त हो पाए| इसके अंदर चींटियों के अंडों के लिए एक बहुत ही खास जगह भी बनी हुई होती हैं|
25. चींटियों के अंदर भी होती हैं लड़ाइयाँ :-
प्राचीन काल में जैसे एक राजा दूसरे राजा के ऊपर आक्रमण करके उसके राज्य के ऊपर अपना कब्जा करना चाहता था, ठीक उसी तरह ही चींटियों के अंदर भी किसी दूसरे घोंसले को कब्जा करने के लिए लड़ाइयाँ होती हैं| खैर ऐसी लड़ाइयों के लिए स्वतंत्र रूप से एक “चींटियों का फौजी दल” बनाया जाता हैं| जो की शत्रु फौजी दल से लोहा लेता हैं|
ऐसे में जो दल विजेता होता है, वह दल शत्रु के घोंसले पर कब्जा कर लेता हैं|
26. पृथ्वी पर एक इंसान के तुलना में मौजूद हैं इतनी चींटियाँ! :-
आपको सुनकर बहुत ही अटपटा लगेगा, परंतु बात पूरी तरीके से पक्की हैं| तो, सुनिए पृथ्वी पर मौजूद हर एक इंसान के लिए लगभग 10 लाख चींटियाँ मौजूद हैं| इसलिए अगर कहा जाए की दुनिया में सबसे आबादी बाले प्राणी (कीड़ा) का नाम तो वह शायद चींटी ही होगा|
27. दुनिया की सबसे समझदार कीड़ा! :-
लगता हैं की, शायद मेरे शब्द खत्म हो जाएंगे परंतु चींटियों के बारे में तारीफ शायद ही खत्म हो| वैसे मेँ बता दूँ की, चींटियों (ants facts in hindi) को दुनिया की सबसे समझदार कीड़ा का खिताब मिला हैं| वैज्ञानिकों का कहना है की, चींटियों के अंदर 2,50,000 से भी ज्यादा दिमाग के कोशिकाएं होती हैं|
28. चींटियों का यह प्रजाति खेती भी करता हैं! :-
अब और क्या कहूँ, शायद ही ऐसा कोई काम है जो की चींटियों को पता नहीं होगा| “Leafcutter Ant” नाम के चींटियों की एक प्रजाति “Mushroom” का खेती भी करता हैं| यह मशरूम उनके द्वारा बनाए गए एंटीबाइओटिक के आधार पर बनता हैं|
29. चींटियों के खून का कोई रंग नहीं होता हैं! :-
लोगों का मानना है की, चींटियों के खून का रंग नीला है। परंतु यह बात सत्य नहीं हैं, चींटियों के खून का कोई रंग नहीं होता हैं| इसलिए आप इसे देख भी नहीं सकते हैं।
30. दुनिया का सबसे लंबा चींटियों का घोंसला है 965 km लंबा! :-
क्या आप कभी सोच सकते हैं, दुनिया का सबसे लंबा चींटियों (Ants Facts In Hindi) का घोंसला 965 km तक लंबा हैं| वाकई में कहाँ चींटी और कहा 965 km लंबा घोंसला| परंतु मित्रों यह बात सत्य है और इस घोंसले को आप साउथ-अमेरिका में देख सकते हैं| खैर इस बात से यह तो पता चल गया की, सिर्फ आकार के दृष्टि पर हमें किसी को कम नहीं आंकना चाहिए|
चींटियों की इन बातों को कोई नहीं, बताता हैं परंतु यह सारी की सारी बहुत ही अद्भुत और अज्ञात बातें हैं|
31. आदमखोर चींटियों से जरा बच के रहिएगा! :-
दुनिया में चींटियों की एक ऐसी भी प्रजातियां है जो की काफी कुख्यात हैं| इन्हीं में से एक प्रजाति का नाम हैं “Driver Ant”| कहा जाता है की, एक तरीके से आदमखोर चींटी और यह अपने रास्ते में आने वाले हर एक चीज़/जीव को खा जाते हैं| वैज्ञानिकों का कहना है की, यह चींटियाँ आसानी के साथ इंसान तथा घोड़ों को चट कर जाती हैं|
32. चींटियों का फौजी दस्ता होता हैं इतना बड़ा! :-
मैंने इससे पहले भी चींटियों की फौजी दस्तों के बारे में जिक्र किया हैं| परन्तु वहाँ पर मैंने इनके आकारों के बारे में कुछ नहीं कहा हैं| खैर अब सुनिए चींटियों की एक-एक फौजी दस्ता 100 मीटर तक लंबे हो सकते हैं|
33. दुनिया की सबसे छोटी चींटी हैं सिर्फ 2 मिलीमीटर का! :-
जी हाँ! दोस्तों 2 मिलीमीटर जितनी ही एक चींटी दुनिया की सबसे छोटी चींटी हैं|
34. हर एक घोंसले का अलग ही गंध होता हैं! :-
वर्तमान के समय में पृथ्वी पर मौजूद जीतने भी चींटियों के घोंसले हैं उन सभी का गंध अलग-अलग हैं| अलग-अलग गंध होने के कारण घोंसले के अंदर शत्रु के घुसपैठ के बारे में पता चलता हैं|
35. चींटियों ने एक बार आसमान से गिरे हुए एक स्काई डाइभर की जान भी बचाई थी :-
जन मुरे नान के एक स्काई डाइभर आसमान से गिर कर सीधे “फिरे अंट के घोंसले” परे गिरे| जिससे उनकी जान बच पाई थी|
Sources :- www.colonialpest.com.