पृथ्वी पर 7 महादेश मौजूद हैं | हर एक महा देश अपने आप मेँ बहुत ही अनोखा और खूबसूरत हैं | इन्हीं सातों महा देशों में सिर्फ एक महा देश को छोड़ दें तो , बाकी बचे महा देशों में कुल मिलाकर 7.3 अरब लोग बसते हैं | पूरे सौर-मंडल में यहीं 6 महा देश ऐसे हैं , जहां इंसानों का अस्तित्व बसता हैं | खैर इंटरनेट पर आपको इंसानों के द्वारा सजाये गए 6 महा देशों के बारे में काफी कुछ पढ़ने को मिलेगा | परंतु बीहड़ और सुनसान माने जाने वाला महा देश अंटार्कटिका के बारे में आपको (antarctica facts in hindi) शायद ही कभी कुछ पढ़ने को मिले |
आज मित्रों ! हम इंसानों के द्वारा रहने अयोग्य माने जाने वाला महा देश अंटार्कटिकाके बारे (antarctica facts in hindi) काफी कुछ रहस्यमय और अद्भुत बातों को इस लेख में जानेंगे | तो , कृपया अपने कुर्सी की पेटी बांध लीजिए और तैयार हो जाइए एक अनोखे सफर के लिए , जिसे आप इस लेख के माध्यम से महसूस करने जा रहें हैं |
अंटार्कटिका से जुड़ी काफी कुछ हैरान कर देने वाली बातें – Amazing Antarctica Facts In Hindi.
1. दुनिया की सबसे ठंडी जगह है अंटार्कटिका (-2 degree Celsius) :-
आमतौर पर हमारे देश भारत में तापमान -8 डिग्री सेलसिअस से ले कर 51 डिग्री सेलसीअस तक अनुभव होता हैं | खैर यह तो कुछ नहीं हैं , क्योंकि कनाडा जैसे देशों मेँ सर्दी मेँ तापमान -20 डिग्री सेलसीअस तक चला जाता हैं | परंतु आपको जान कर के हैरानी होगा की अंटार्कटिका में आज तक का सबसे कम तापमान -89.2 डिग्री सेलसीअस रेकॉर्ड किया गया हैं |
जुलाई 21 , 1983 में रुषि वोस्टोक स्टेशन के पास इतने कम तापमान को रेकॉर्ड किया गया था |
2. पृथ्वी की सबसे सुखी जगह हैं अंटार्कटिका (Most Dry Place Of The World)
आप शायद सोच रहें होंगे की दुनिया की सबसे सुखी जगह सहारा जैसा कोई रेगिस्तान ही होगा | परंतु मेँ आपको यहाँ बता दूँ की आपका ऐसा सोचना बिलकुल भी सही नहीं हैं , क्यूंकी अंटार्टिका दुनिया की सबसे ठंडी जगह होने के साथ-साथ सबसे सुखी जगह भी हैं|
Dry Valley’s से नाम से परिचित अंटार्कटिका की घाटियां दुनिया की सबसे सुखी और बीहड़ जगह हैं , जहां आपको न तो कोई पानी की स्रोत और न ही कोई बर्फ देखने को मिलेगा |
3. कई सौ मिल के रफ्तार से बहती हैं यहाँ की हवा (320 km/h) :-
शीर्षक पढ़ के झटका लगा ना ? लगाना ! जरूर ही लगा होगा | खैर मेँ आपको बता दूँ की ऊपर का शीर्षक सम्पूर्ण रूप से सही हैं | हमने इस से पहले बृहस्पति और नेपचुन जैसे ग्रहों में बहने वाली तेज रफ्तार हवाओं के बारे में सुना था |
परंतु क्या आप जानते हैं! अंटार्टिका में बहने वाली हवा 320 km/h तक पहुँच जाता हैं | वाकई मे अंटार्टिका से जुड़ी रोचक बातों को (antarctica facts in hindi) यहाँ लिखते हुए मुझे भी काफी हैरानी हो रही हैं |
4. पूरा महा देश ढका हुआ है बर्फ की चादर से :-
किसी जगह कई फीट और किसी जगह कई सौ मीटर तक बर्फ के चादर से अंटार्कटिका ढका हुआ हैं | इस महा देश की 99% हिस्सा बर्फ से दुनिया से छुपी हुई हैं |
आपको अगर अंटार्कटिका जाने का मौका मिलेगा तो , क्या आप कभी अंटार्टिका जाना चाहेंगे ?
5. मीठा पानी का भंडार है अंटार्कटिका :-
पृथ्वी की तीन-चौथाई हिस्सा पानी से ढका हुआ हैं | हर तरह आपको समंदर और पानी के बड़े-बड़े स्रोत देखने को मिलेगा | परंतु विडंबना की बात यह हैं की इतनी मात्रा में पानी होने के बावजूद हम इंसानों को सिर्फ और सिर्फ मीठा यानि मधुर पानी ही भाता हैं |
अंटार्टिका में पूरे दुनिया की 70% मीठा पानी का स्रोत मौजूद हैं | इसके अलावा अंटार्टिका की 90% जमी हुई बर्फ मीठा पानी से बना हुआ बर्फ हैं | वाकई में अंटार्कटिका से जुड़ी बातें (antarctica facts in hindi) काफी दिलचस्प हैं |
6. पूरी दुनिया को तबाह कर सकता हैं अंटार्कटिका (पूरी दुनिया की समुद्री स्तर को बढ़ा सकता है 16 फीट तक ):-
शीर्षक पढ़ कर आपको घबराने की जरूरत नहीं हैं | परंतु हाँ ! सजग जरूर होना हैं | Global Warming के चलते अंटार्कटिका की पश्चिमी हिस्सा काफी तेजी से पिघल रहा हैं |
हाल ही के एक रिपोर्ट से पता चला है की ; अगर अंटार्कटिका का यह पश्चिमी हिस्सा पूरा पिघल जाता हैं तो , पूरे दुनिया की समुद्री स्तर मेँ 5 मिटर या 16 फीट की इजाफा देखने को मिलेगा | समुद्री स्तर का इतना बढना पूरे दुनिया के लिए बहुत ज्यादा खतरा है |
7. अंटार्कटिका की बर्फ होती है , इतनी मोटी (1.6 km) :-
अगर आप किसी भी हिल स्टेशन या बर्फीली जगहों पर पहले जा चूकें हैं तो , आपको तो पता ही होगा की उन जगहों पर बर्फ की चादर कितनी मोटी होती हैं | इन जगहों पर करीब-करीब 1 फीट से ले कर 20-25 फीट तक बर्फ जमी हुई होती हैं |
परंतु आपको जानकार कर के बहुत अजीब लगेगा की पृथ्वी पर ऐसी भी जगह हैं जहां बर्फ की चादर 1.6 km तक मोटी होती हैं | अंटार्टिका महा देश की ज़्यादातर जमीन औसतन 1.6 km मोटी बर्फ की चादर से ढकी हुई हैं और कई-कई जगह बर्फ 3 से 4 km तक भी मोटी हो जाती हैं |
क्या आपको अंटार्टिका से जुड़ी ऐसी अनोखी बातें (antarctica facts in hindi) पहले से पता थी?
8. अंटार्कटिका के बर्फीली घाटियों के अंदर छिपी हुई है 3km ऊंची पर्वत :-
मैंने अभी-अभी अंटार्टिका मेँ जमी बर्फ की चादरों का जिक्र किया हैं | पर यहाँ में जिस बात को अभी बोलने जा रहा हूँ , वह बात सुनकर आप शायद ही अपने कानों पर विश्वास कर पाएँ |
दरअसल बात यह हैं की , अंटार्टिका के मोटी-मोटी बर्फ के चादर तले कई सारे विराट आकार के पर्वत छुपी हुई हैं | इन्हीं पर्वतों मेँ से सबसे मुख्य Gamburtsev Mountain हैं | 3 km ऊंची और 1200 km लंबी यह पर्वत शृंखला 4.8 km मोटी बर्फ की चादर से दुनिया से छुपी हुई हैं |
9. अंटार्टिका के अंदर सो रही हैं 3.7 km चौड़ी झील :-
शीर्षक पढ़ कर कुछ समझ में आया ! मेँ यहाँ पर एक झील की सोने की बात इसलिए कर रहा हूँ की , यह झील पूरी तरीके से निर्जीव यानी जमी हुई हैं | 3.7 km की आकार वाले इस झील को ” Lake Vostok ” कहते हैं |
इसके अलावा मेँ आपको यहाँ बता दूँ की पूरे अंटार्टिका के तल मेँ 200 से ज्यादा बड़ी-बड़ी झील मौजूद हैं | अंटार्टिका से जुड़ी इस तरीके के गज़ब की बातों को (antarctica facts in hindi) जानकार आपको कैसा लग रहा हैं ? जरूर बताएं |
खैर अगर आपको रसायन विज्ञान और वनस्पति विज्ञान से जुड़ी रोचक बातों को पढ्ना पसंद हैं तो , उन लेखों को भी एक बार देख सकते हैं |
10. दुनिया की सबसे लंबी पर्वत शृंखलाओं मेँ से एक मौजूद है अंटार्कटिका मे (3,500 km long) :-
मित्रों ! अगर आप अब तक हिमालय को दुनिया की सबसे लंबी पर्वत शृंखला मानते थे , तो कृपया इस बात को जान लीजिए |
अंटार्टिका मे मौजूद Transantarctic Mountain Range 3,500 km लंबी पर्वतों की शृंखला हैं , जो की अंटार्टिका को पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्र मे बांटता हैं | इसको दुनिया की सबसे लंबी पर्वत शृंखलायों मेँ से एक माना जाता हैं |
11. Vinson Massif – आखिर अंटार्कटिका मे क्यूँ इतनी खास है यह जगह :-
अगर आप कभी अंटार्टिका जाने का मौका मिले तो एक बार Vinson Massif नाम के जगह पर जाना न भूलें | क्योंकि यह जगह पूरे अंटार्टिका मेँ मौजूद सबसे ऊंची जगह हैं | 4.9 km की ऊंचाई पर मौजूद इस जगह से करीब-करीब आधी अंटार्टिका दिखती हैं |
12.गलती से खोजा गया था अंटार्टिका को :-
मित्रों ! आपको जानकर बहुत ज्यादा अजीब लगेगा की अंटार्टिका को गलती से खोजा गया था , परंतु यह बात सत्य हैं | 1820 तक अंटार्टिका का अस्तित्व पृथ्वी पर नहीं था | 1820 में इसे सबसे पहले आविष्कार किया गया , परंतु विडंबना की बात यह हैं की इसे 20 साल बाद यानी 1860 मेँ महा देश का उपाधि मिला |
सच मेँ दोस्तों अंटार्टिका की ऐसी अद्भुत बातों को (antarctica facts in hindi) जानकर मुझे तो काफी गज़ब का महसूस हो रहा हैं |
13. अंटार्कटिका (Antarctica) पर पहुंचने वाले सबसे पहले इंसान थे :-
1820 मेँ खोजे जाने के बावजूद 90 सालों तक वहाँ पर किसी ने भी जाने की जुर्रत नहीं की | खैर नॉर्वे की आविष्कारक Roald Amundesen ने 1911 में अंटार्टिका पर इंसान के रूप से सबसे पहले कदम रखा |
14. क्या आम इंसान जा सकता हैं अंटार्टिका पर ? Anarctica
मन में यह सवाल तो जरूर उठता होगा की , क्या हम कभी अंटार्टिका तक जा सकते हैं ? तो , मित्रों ! इस का सीधा सा जबाव हैं नहीं ! क्योंकि अंटार्टिका पर सिर्फ वैज्ञानिक ही जा सकते हैं |
1959 दिसम्बर 1 को हुई अंटार्टिका संधि के हिसाब से यहाँ सिर्फ शोध हो सकता हैं | आज यहाँ पर 48 देशों का शोधागार मौजूद हैं |
15. अंटार्कटिका की कुल आबादी है मात्र 4000 :-
जैसा की मैंने ऊपर ही बता दिया है की , यहाँ सिर्फ शोधकर्ता और वैज्ञानिक ही आ सकते हैं | इसलिए अंटार्टिका पर कोई आम आदमी न होने के कारण इसकी आबादी बहुत ज्यादा कम हैं |
गर्मियों में जहां एक तरफ अंटार्टिका की आबादी 4000 तक पहुँच जाता हैं , वहीं दूसरी तरफ सर्दियों के दौरान इसकी आबादी 1000 तक घट कर सीमित हो जाता हैं |
16. अंटार्कटिका (Antarctica) पर जन्मी दुनिया की इकलौती इंसान :-
अंटार्टिका से जुड़ी अनोखी बातों (antarctica facts in hindi ) की सूची मेँ अब बारी आती हैं , एक अनोखी बात की | 1979 जनवरी को जन्मी Emile Marco Palma दुनिया का सिर्फ एकलौता ऐसे इंसान हैं , जो की अंटार्टिका पर जन्मी हैं |
हालाँकि ! इनका जन्म अंटार्टिका पर जान बुझ कर कराया गया था , क्योंकि अंटार्टिका मेँ जन्म लेने के कारण उनका भी एक हिस्सा अंटार्टिका पर होता हैं | इसी हिसाब से वह अंटार्टिका महा देश की इकलौता नागरिक भी हुईं |
तो , मित्रों ! क्या आप भी अंटार्टिका पर कभी जन्म लेना चाहेंगे ! सोच कर के बताइएगा | आपका एक जबाव हमें बहुत खुशी पहुंचता हैं |
17. अपने शरीर के ही बलबूते किया अंटार्कटिका को पार :-
पूरी की पूरी (99%) अंटार्टिका बर्फ से ढका हुआ हैं | हर तरफ यहाँ आपको बर्फ ही बर्फ नजर आएंगे | इसलिए यह जगह स्कीअर्स के लिए जन्नत से कम नहीं हैं |
इंग्लैंड की Felicity Aston पृथ्वी की इकलौती ऐसी इंसान हैं , जिन्होंने ने सिर्फ अपने शरीर की ताकत के बलबूते पूरी की पूरी अंटार्टिका को स्की कर के पार कर लिया हैं |
उन्होंने 1,744 km लंबी बर्फीले रस्ते को सिर्फ अपने स्की से ही लांघ लिया हैं | मेँ आपको और भी बता दूँ की Felicity प्रथम महिला भी हैं जिन्होंने ऐसा एक करिश्मे वाला काम कर के दिखाया हैं |
18. यह कीड़ा हैं अंटार्कटिका मे सबसे अधिक पाए जाने वाला एक मात्र प्राणी :-
-89 डिग्री सेलसीअस की ठंड में शायद ही कोई प्राणी ज्यादा देर तक जिंदा रह सकता हैं | खैर कुदरत मेँ कुछ करिश्में वाले प्राणी ऐसे भी हैं , जो की अंटार्टिका जैसे दुनिया की सबसे ठंडी जगहों पर अपना विस्तार आसानी से कर लेते हैं |
मेँ यहाँ बात कर रहा हूँ Nematode Worm की | हालाँकि आपको अंटार्कटिका मेँ पेंगुइन और सील जैसे जानवर भी देखने को मिलेंगे | परंतु उनकी संख्या बहुत ही कम होती हैं |
Nematode Worm नाम का यह कीड़ा पूरे अंटार्टिका मेँ सबसे ज्यादा पाया जाता हैं , मानो जैसे अंटार्टिका का स्थायी सदस्य हो |
19. पेडों का नामुनिसान भी नहीं हैं यहाँ पर :-
भारी मात्रा से बर्फ से ढके होने के कारण अंटार्टिका में आपको एक भी पेड़ देखने को नहीं मिलेगा| जी हाँ ! एक भी नहीं |
तो , अगर आप पेड़ों से बहुत ज्यादा प्यार करते हैं ; तो अंटार्टिका आपके लिए सही जगह नहीं हैं |
मेँ यहाँ आपको और भी बता दूँ की , अंटार्टिका पर मात्र दो प्रजाति के फूलदार पौधे उगते हैं | तो , अगर आप चाहें तो कम से कम उन दोनों पौधों को अंटार्टिका पर देख ही सकते हैं |
20. खतरे में है आज का अंटार्टिका :-
सदियों से अपने सुंदर बर्फीले पर्वतों और ग्लेसिअर के कारण इतराता हुआ अंटार्टिका आज बहुत बड़े खतरे मेँ हैं |
Global Warming के चलते अंटार्टिका की 87% ग्लेसिअर आज पिघल कर पानी बन जाने की स्थिति मेँ आ चूकें हैं | इसके अलावा अंटार्टिका के ऊपर ही आपको ओज़ोन स्तर में होने वाला छेद भी नजर आएगा| तो , आज हमारा यह कर्तव्य बनता हैं , की हम अंटार्टिका को बचाने मे हर संभव मदद करें |
खैर, आज के इस लेख को समाप्त करने का समय आ गया हैं | परंतु जाने से पहले एक बात आप सभी से कहना चाहूँगा| कुदरत ने काफी परिश्रम से इस सुंदर दुनिया को बनाया हैं | इसलिए हमें यानी हम इंसानों को ही इसका ख्याल रखना हैं |
हमारे गलतियों के कारण प्रदूषण बढ़ रहा हैं | प्रदूषण के चलते हमारी प्रकृति दिन व दिन बिगड़ती जा रही हैं | कहीं बाढ़ तो कहीं भुखमरी | हर जगह हा हा कार ही आपको नजर आएगा | तो , मित्रों अपने जीवन से अपना थोडा अमूल्य समय निकाल कर एक-एक पौधा आप सभी लगाने का प्रयास जरूर करें |
यकीन मानिए अगर हम सब एक-एक भी पौधा लगाते हैं , तो अंटार्टिका की पिघलने जैसी बड़ी-बड़ी समस्या को भी आसानी से हम हल कर सकते हैं |
धन्यवाद !