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पांच हज़ार साल पुराना निधिवन का रहस्य, जहाँ आज भी श्री कृष्णा रास रचाने आते हैं।

निधिवन रहस्य –  भारत में कई ऐसी जगह है जो अपने दामन में कई रहस्यों को समेटे हुए है। धार्मिक नगरी वृन्दावन में निधिवन एक अत्यन्त पवित्र, रहस्यमयी धार्मिक स्थान है। मान्यता है कि निधिवन में भगवान श्रीकृष्ण एवं श्रीराधा आज भी अर्द्धरात्रि के बाद रास रचाते हैं। रास के बाद निधिवन परिसर में स्थापित रंग महल में शयन करते हैं।

यही कारण है की सुबह खुलने वाले निधिवन को संध्या आरती के पश्चात बंद कर दिया जाता है। उसके बाद वहां कोई नहीं रहता है यहाँ तक की निधिवन में दिन में रहने वाले पशु-पक्षी भी संध्या होते ही निधि वन को छोड़कर चले जाते है।

जो भी देखता है रासलीला हो जाता है पागल :

वैसे तो शाम होते ही निधि वन बंद हो जाता है और सब लोग यहाँ से चले जाते है। लेकिन फिर भी यदि कोई छुपकर रासलीला देखने की कोशिश करता है तो पागल हो जाता है। ऐसा ही एक वाक़या करीब 10 वर्ष पूर्व हुआ था जब जयपुर से आया एक कृष्ण भक्त रास लीला देखने के लिए निधिवन में छुपकर बैठ गया। जब सुबह निधि वन के गेट खुले तो वो बेहोश अवस्था में मिला, उसका मानसिक संतुलन बिगड़ चूका था। ऐसे अनेकों किस्से यहाँ के लोग बताते है।

पागल बाबा

ऐसे ही एक अन्य वयक्ति थे पागल बाबा जिनकी समाधि भी निधि वन में बनी हुई है। उनके बारे में भी कहा जाता है की उन्होंने भी एक बार निधि वन में छुपकर रास लीला देखने की कोशिश की थी। जिससे की वो पागल ही गए थे। चुकी वो कृष्ण के अनन्य भक्त थे इसलिए उनकी मृत्यु के पश्चात मंदिर कमेटी ने निधि वन में ही उनकी समाधि बनवा दी।

बिना पानी के भी हरे भरे रहते हैं वृक्ष :

यहाँ  जो वृक्ष हैं  वो खुद साक्षात् भगवन श्री कृष्ण राधा और गोपियाँ हैं।  ये सभी तुलसी के वृक्ष हैं।  इतने बड़े तुलसी के वृक्ष कही नहीं होते  ये प्रमाण हैं । यह राधा कृष्ण का इन वृक्षों की जड़े एकदम खोखली हैं । इनमें कभी पानी नहीं दिया जाता फिर भी हरे-भरे रहते हैं ।

रात्रि में जीव-जंतु भी खली कर देते हैं स्थान :

इस वन में रात्रि नौ बजे के बाद कोई नहीं जाता।  रात्रि नौ बजे के बाद जाने वाला व्यक्ति सकुशल वापस नहीं आ पाता हैं क्योकि रात्रि में यहाँ महारास होता हैं । जिसमें राधा-कृष्ण के अलावा उनकी गोपियाँ होती हैं।और कोई भी व्यक्ति इस रास को नहीं देख पता हैं अगर कोई देख ले तो पागल हैं अथवा उसकी मृत्यु हो जाती हैं ।

तुलसी के पेड़ बनते है गोपियाँ :

निधि वन की एक अन्य खासियत यहाँ के तुलसी के पेड़ है।  निधि वन में तुलसी का हर पेड़ जोड़े में है।  इसके पीछे यह मान्यता है कि जब राधा संग कृष्ण वन में रास रचाते हैं तब यही जोड़ेदार पेड़ गोपियां बन जाती हैं। जैसे ही सुबह होती है तो सब फिर तुलसी के पेड़ में बदल जाती हैं। साथ ही एक अन्य मान्यता यह भी है की इस वन में लगे जोड़े की वन तुलसी की कोई भी एक डंडी नहीं ले जा सकता है। लोग बताते हैं कि‍ जो लोग भी ले गए वो किसी न किसी आपदा का शिकार हो गए। इसलिए कोई भी इन्हें नहीं छूता।

वन के आसपास बने मकानों में नहीं हैं खिड़कियां :

वन के आसपास बने मकानों में खिड़कियां नहीं हैं। यहां के निवासी बताते हैं कि शाम सात बजे के बाद कोई इस वन की तरफ नहीं देखता। जिन लोगों ने देखने का प्रयास किया या तो अंधे हो गए या फिर उनके ऊपर दैवी आपदा आ गई। जिन मकानों में खिड़कियां हैं भी, उनके घर के लोग शाम सात बजे मंदिर की आरती का घंटा बजते ही बंद कर लेते हैं। कुछ लोग तो अपनी खिड़कियों को ईंटों से बंद भी करा दिया है।

निधिवन के रहस्य का असली कारण

वास्तु गुरु कुलदीप सालूजा बताते हैं कि, सच तो यह है, कि निधिवन का वास्तु ही कुछ ऐसा है, जिसके कारण यह स्थान रहस्यमय-सा लगता है और इस स्थिति का लाभ उठाते हुए अपने स्वार्थ के खातिर इस भ्रम तथा छल को फैलाने में वहां के पंडे-पुजारी और गाईड लगे हुए हैं, जबकि सच इस प्रकार है – अनियमित आकार के निधिवन के चारों तरफ पक्की चारदीवारी है। परिसर का मख्यद्वार पश्चिम दिशा में है।

16000 वृक्ष

परिसर का नऋत्य कोण बढ़ा हुआ है और पूर्व दिशा तथा पूर्व ईशान कोण दबा हुआ है। गाइर्ड जो 16000 वृक्ष होने की बात करते हैं वह भी पूरी तरह झूठ है क्योंकि परिसर का आकार इतना छोटा है कि 1600 वृक्ष भी मुश्किल से होंगे और छतरी की तरह फैलाव लिए हुए कम ऊँचाई के वृक्षों की शाखाएं इतनी मोटी एवं एवं मजबूत भी नहीं है कि दिन में दिखाई देने वाले बंदर रात्रि में इन पर विश्राम कर सकें इसी कारण वह रात्रि को यहाँ से चले जाते हैं।।

यह भी जानें – जानिए भगवान कृष्ण की रहस्यमयी नगरी द्वारका के बारे में विचित्र बाते

साभार – विभिन्न हिन्दी स्रोत

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3 Comments

  1. ये कौन से वास्तुविद हैं “सलूजा” सबसे बड़ा धोखा तो लोगों को यही देते हैं,
    विदेशों में लोग वास्तु के हिसाब से घर नहीं बनाते तो क्या लोग खुश नहीं रहते ?
    आज यदि चमत्कार की बात हो रही है तो ये वास्तु से उसे झूठा साबित करना चाहते हैं , बात कराइये उनसे मेरी आइये एक बार वृन्दावन और वहाँ रुकिये रात भर , फिर देखते हैं क्या हाल हैं आपके वास्तु के और आपके.
    है हिम्मत सलूजा !

  2. सलूजा इतना मारूगा कि लोगो को चूतिया बनाना छोड़ देगा

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