संसार में खूबसूरत चीजों की कमी नहीं है। यहाँ आपको नीले समंदर से लेकर अलौकिक अंतरिक्ष के तस्वीरें देखने को मिलेंगी। आप बचपन से पढ़ते आए होंगे की, इंसान अपने बुद्धि-कौशल के बल पर कई सुंदर इमारतें और संरचना बनाने में सक्षम हो चुका हैं। परंतु क्या कभी इंसान प्रकृति की सुंदरता के साथ प्रतियोगिता कर सकता हैं! गौर कीजिएगा की इंसान कभी भी प्राकृतिक सुंदरता को टक्कर नहीं दे सकता है। इसलिए तो मित्रों! नॉदर्न लाइट्स (aurora borealis facts in hindi) जैसे भव्य चीजों की लोग तारीफ करने से कभी नहीं कतराते हैं। कुल मिलाकर आप ये कह सकते हैं की, कुदरत की इस गज़ब की संरचना का मुक़ाबला कोई नहीं कर सकता हैं।
तो, मित्रों आज हम इस लेख में एक बार फिर से इसी भव्य चीज़ नॉदर्न लाइट्स (aurora borealis facts in hindi) के बारे में बातें करेंगे। क्योंकि इसके बारे में अभी भी बहुत सारी रोचक बातों को जानना बाकी है। वैसे बता दूँ की, इससे पहले भी मैंने नॉदर्न लाइट्स के बारे में एक स्वतंत्र लिखा हैं, जिसके अंदर आप लोगों को इससे जुड़ी कई मूलभूत बातों के बारे में पता चलेगा। तो, मेँ आप लोगों से आग्रह करना चाहूँगा की उस लेख को अवश्य ही एक बार जरूर देखें।
खैर चलिये अब आगे बढ़ते हैं और नॉदर्न लाइट्स से जुड़ी कई अनोखे बातों को जानते हैं।
नॉदर्न लाइट्ससे कई जुड़ी रोचक बातें – Interesting Aurora Borealis Facts In Hindi :-
मित्रों! आगे आप लोग नॉदर्न लाइट्स (aurora borealis facts in hindi) से जुड़ी कई दिलचस्प बातों को पढ़ने वाले है। इसलिए आप लोगों से सविनय अनुरोध हैं की, लेख को अंत तक पढ़िएगा।
1. पृथ्वी का चश्मा “Aurora Borealis” :-
जैसे हम लोग अपने आँखों के लिए चश्मा पहनते है, ठीक उसी तरह ही पृथ्वी का भी एक प्राकृतिक चश्मा हैं। जी हाँ! दोस्तों पृथ्वी के इस चश्मे का नाम हैं “Auroa Borealis”। जब भी हम चश्मा पहनते हैं तो, हमारे चश्मे में लगे लेंस प्रकाश के किरणों में जीस तरह रंग-विरंगे दिखते हैं ठीक उसी तरह Aurora भी देखने में रंग-विरंगी हैं।
वायुमंडल में मौजूद ऑक्सिजन और नाइट्रोजन के कण, सूर्य से आने वाली ऊर्जा के कणों के साथ प्रतिक्रिया करके, ध्रुवीय आसमान में हरा, नीला और बैंगनी रंग के किरणों को बनाते हैं। इन किरणों को देख कर किसी का भी दिल, एक विशेष अनुभूति के स्मृतियों से चहक उठेगा। इन किरणों को ध्रुवीय इलाकों में स्थित देश के लोग ही देख सकते है। हम लोगों को इन किरणों को देखने के लिए इन इलाकों में जाना होगा।
2. ध्रुवीय आकाश में हर वक़्त मौजूद रहती हैं ये रोशनियां! :-
आपको जानकर हैरानी होगा की, ये रोशनियां मूलतः काफी ऊंचाई वाले इलाकों में दिखाई पड़ती हैं। वहाँ ये हमेशा मौजूद रहती हैं जो की एक बहुत ही गज़ब की बात हैं। क्योंकि ज़्यादातर लोगों ये लगता हैं की, ये सिर्फ कुछ खास समय के लिए ही दिखाई देते हैं।
दरअसल बात ये हैं की, काफी ज्यादा ऊंचाई वाले इलाकों में (खास तौर पर ध्रुवीय इलाकों में) पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र बहूत ही ज्यादा शक्तिशाली होता हैं। इसलिए यहाँ मौजूद इलेक्ट्रॉन चुंबकीय क्षेत्र के प्रभाव से ऊर्जा के कण में भी परिवर्तित हो जाता हैं, जो की अरोरा के बनने में मदद करता है।
3. ध्रुवीय इलाकों को छोड़ कर इन इलाकों में भी दिखाई देती हैं “Aurora Borealis”! :-
मैंने अभी-अभी ऊपर ही कहा हैं की, मूलतः नॉदर्न लाइट्स (aurora borealis facts in hindi) हमें ध्रुवीय इलाकों में देखने को मिलती है। परंतु इस बात में भी एक तरह की रोचकता हैं। कहने का तात्पर्य ये है की, ध्रुवीय इलाकों को छोड़ कर कुछ ऐसी जगह भी मौजूद हैं जहां से आप इन आकर्षक रोशनीयों को देख सकते हैं। तो, आखिर ये जगह कौन-कौन से है चलिये आगे जानते हैं!
मित्रों! एक रिपोर्ट से पता चला हैं की, नॉदर्न लाइट्स को आप मेक्सिको तथा अलास्का के बीहड़ों से भी देख सकते हैं। हालांकि गौरतलब बात ये भी है की, इन्हें इन जगहों से एक खास समय में ही देखा जा सकता है। इसलिए अगर आप सोच रहें हैं की, आप इन्हें साल भर आप इन जगहों से देख सकते हैं तो आप गलत है।
वैसे और एक रिपोर्ट ये भी दर्शाता हैं की, ग्रीनलैंड के कुछ इलाकों में ये साल के हर दिन दिखाई पड़ता है। वैसे चौंकाने वाली बात तो ये हैं की इनको इन जगहों से दिन में भी देखा जा सकता है।
4. “Aurora Borealis” को लेकर नासा ने भी दिखाई दिलचस्पी :-
अगर आप सोच रहें हैं की नॉदर्न लाइट्स सिर्फ आपको ही आकर्षक लगता हैं तो जरा ठहरिए, आप अकेले नहीं हैं। जी हाँ! मित्रों नासा ने भी अरोरा के ऊपर काफी दिलचस्पी दिखाई है। इसलिए इसके बारे में अधिक तथ्य जुटाने के लिए नासा ने “Auroral Spatial Structures Probe” नाम का एक रॉकेट भी छोड़ा है।
इसे अमेरिका के अलास्का से सीधे नॉदर्न लाइट्स के दिशा में छोड़ा गया था। इसके अंदर 7 ऐसे जटिल उपकरण लगे थे जो की पृथ्वी के वायुमंडल में मौजूद थर्मो स्पियर में होने वाली बदलाव को जांच कर अरोरा के बनने के प्रक्रिया को ज्यादा बेहतर तरीके से हमें समझा पाए। वैसे और एक रोचक बात मेँ आप लोगों को बता दूँ की, अरोरा को अंतरिक्ष में मौजूद ISS से भी आसानी से देखा जा सकता है।
5. नॉदर्न लाइट्स की खोज प्राचीन काल से हो चुका था :-
नॉदर्न लाइट्स (aurora borealis facts in hindi) को अगर आप देखेंगे तो, मित्रों आपको लगेगा की ये एक बहुत ही आधुनिक चीज़ है। परंतु ऐसी अवधारणा सत्य नहीं हैं। देखने में अत्याधुनिक लगने वाला ये रोशनी वास्तव में बहुत ही पुरानी हैं। वैज्ञानिकों का कहना हैं की, इन रोशनीयों की खोज बहुत ही प्राचीन काल से हो चुका था।
साल 1621 में नॉदर्न लाइट्स के बारे में सबसे पहला पुष्टिकरण गैलीलियो गैलिली ने ही दिया था। परंतु कुछ वैज्ञानिक कहते हैं की, इन रोशनियों की खोज ईशा पूर्व 567 में ही हो चुका था।
6. हर 11 साल में इन रोशनियों के साथ होता है कुछ खास! :-
हर 11 साल में नॉदर्न लाइट्स के साथ एक बहुत ही गज़ब की घटना घटित होता है। हर 11 साल में सूर्य में सोलर एक्टिविटी जिसे की विज्ञान के भाषा में “High Solar Sunspot Activity” भी कहा जाता हैं वो घटित होता हैं। जिसकी वजह से सूर्य से आने वाले ऊर्जा के कणों के तीव्रता में भारी बृद्धि हो जाता है।
इसी करण से नॉदर्न लाइट्स की तीव्रता भी बृद्धि हो जाती हैं और ध्रुवीय आसमान गाढ़े लाल रंग से रंगीन हो जाता है।
7. यह रोशनी दिखाई देने के साथ ही साथ सुनाई भी देती है! :-
नॉदर्न लाइट्स (aurora borealis facts in hindi) के बारे में शायद ये सबसे ज्यादा रोचक बात होगा। मित्रों! क्या आप यकीन करेंगे की, लोगों को ये रोशनी सुनाई भी देती है।
फ़िनलैंड और डेनमार्क के रहने वाले लोगों का कहना हैं की, जब भी आसमान में अरोरा बनी हुई होती हैं तब उन्हें एक अजीब सी “शशशश…” सी ध्वनि सुनाई देती है। एक रिपोर्ट से ये भी पता लगा की, वाकई में अरोरा से कई सारे शब्द निकल सकते हैं जो की एक माइक्रोफोन में भी रेकॉर्ड हुआ है।
8. नॉदर्न लाइट्स को देखने के लिए आप लोगों को इन जगहों पर जाना पड़ेगा! :-
अरोरा को देखने के लिए आप लोगों को अलास्का के “Fairbanks”, कनाडा के “Manitoba”, ग्रीनलैंड के “Reykjavik”, आइसलैंड तथा नॉर्वे और साइबेरिया जाना पड़ेगा। इसके अलावा भी ऐसे बहुत सारी जगह है, जहां पर आप इन रोशनियों को देख सकते है।
9. नॉदर्न लाइट्स की तरह ही आप देख सकते हैं “Southern Lights” को भी! :-
मित्रों! अगर आप नॉदर्न लाइट्स (aurora borealis facts in hindi) को देख नहीं पा रहें हैं तो, आप “Southern Lights” को ही देख लीजिए। “Aurora Australis” से जाने जाना वाले इस रोशनी को आप औस्ट्रालिया और न्यूज़ीलैंड तथा “टासमनिया” से भी देख सकते है।
10. Aurora Borealis हैं सौभाग्य का प्रतीक! :-
Scandinavian देश के लोगों का मानना हैं की, नॉदर्न लाइट्स किसी भी व्यक्ति के जीवन में सौभाग्य ला सकती है, इसलिए इसे देखना बहुत ही शुभ माना जाता हैं।
Source :- www.mentalfloss.com, www.thetimes.co.uk.