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क्या आप जानते हैं, हमारे शरीर के मृत कोशिकाओं से बनते हैं धूल के कण! – Is Dust Mostly Dead Skin!

इंसानों के लिए धूल क्यों है खतरनाक, आखिर कैसे ये हमें बीमार बना सकता है ? जानिए इस लेख में।

पृथ्वी की सतह और इसका वायुमंडल सौर-मंडल में स्थित अन्य ग्रहों की सतह तथा वायुमंडल से काफी अलग है इसी कारण आप इसके वायुमंडल में जीवन की अस्तित्व को देख पाते हैं। यूं तो हमें नियमित रूप से जीवन के स्रोत ब्रह्मांड में स्थित कई सारे ग्रहों में मिलते ही रहते हैं, परंतु अभी तक इसके बारे में कोई पुष्टीकरण नहीं मिला है। वैसे एक गज़ब की बात ये हैं की, पृथ्वी न केवल जीवन की सत्ता के लिए प्रसिद्ध है परंतु ये निर्जीव चीजों के लिए भी काफी ज्यादा परिचित है। पृथ्वी की धूल (is dust mostly dead skin) से लेकर इसकी मिट्टी तक हर एक जगह कुछ न कुछ हमें सीखने को मिल ही जाता है।

धूल के कण के बारे में जानकारी - Is Dust Mostly Dead Skin?
धूल के कण किसे कहते हैं?| Credit: Entropy.

मित्रों! आज के लेख में हम ऐसे ही साधारण सी लगने वाले एक बहुत ही असाधारण चीज़ के बारे में चर्चा करेंगे। तो, आखिर वो चीज़ क्या है, आइये जानते हैं? दोस्तों! वो चीज़ है धूल जिसके बारे में कुछ न कुछ आप अवश्य ही जानते होंगे क्योंकि ये तो पृथ्वी की लगभग हर  जगह पर मौजूद है। हम इसकी उत्पत्ति और इसके प्रकारों के बारे में जानने के साथ ही साथ इससे होने वाले खतरनाक प्रभावों के बारे में भी जानेंगे।

तो, आप लोगों से मेरा सविनय अनुरोध हैं की साधारण से लगने वाली इस असाधारण चीज़ के बारे में जानने के लिए इस लेख को आरंभ से अंत तक पढ़िएगा। यकीन मानिए धूल के कणों को लेकर आपकी सोच ही बदल जाएगी।

आखिर धूल के कण किसे कहते हैं? – What Is Dust In Hindi? :-

अगर आप थोड़ा गौर से सोचेंगे तो, आपको पता चलेगा की हमें हमेशा धूल (is dust mostly dead skin) के कण दिखाई नहीं देते है। जब भी हम किसी छिद्र से आने वाले प्रकाश के किरणों में देखते हैं, तो ही हमें ज़्यादातर धूल के कणों की मौजूदगी का अहसास मिलता है। इसलिए एक गज़ब की बात ये है की, हर समय धूल के कण हमारे चारों तरफ होने के बावजूद ये हमें हमेशा दिखाई नहीं देते है।

धूल के कण के बारे में जानकारी - Is Dust Mostly Dead Skin?
धूल को हम प्रकाश के किरणों में ही देख सकते है | Credit: Live Science.

वैसे हम अगर धूल की परिभाषा (what is dust in hindi) को जानने का प्रयत्न करें तो, “धूल वास्तव में किसी पदार्थ के महीन कण या जीवित शरीर से निकलने वाली मृत कोशिका तथा कई अन्य सूक्ष्म कणों के संगम से बनने वाली चीज़ है”। इसके अंदर आप पराग के कण तथा अन्य जैविक और अजैविक कणों को भी देख सकते हैं।

धूल के कण पृथ्वी के वायुमंडल का एक हिस्सा है। वैसे बता दूँ की, पृथ्वी के अलावा भी चाँद और मंगल में भी आप धूल के कणों की उपस्थिति देख सकते हैं। वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि, धूल के कण से भी हम पानी बना सकते हैं। जी हाँ! आप लोगों ने सही सुना हम चाँद की धूल के कण से भी पानी बना सकते है और इसके बारे में भी आप लोगों को हमारे इस विज्ञानम के वेबसाइट पर पढ़ने को मिलेगा। तो, अगर आप उसके बारे में जानने के लिए इच्छुक है तो उस लेख को एक बार देखना न भूलें।

अब चलिये लेख में आगे बढ़ते है और धूल आखिर किससे बना हुआ होता है उसके बारे में जानते हैं।

क्या सच में हमारी मृत कोशिकाओं से भी धूल के कण बनते है! – Is Dust Mostly Dead Skin? :-

लोगों के मन में एक विचार ये भी रहता है की, जो चीज़ निर्जीव है वो सिर्फ निर्जीव चीजों के मेल से ही बनी हुई हो सकती है। परंतु क्या ये बात सच में सही हैं? जरा सोचिए की आखिर धूल (is dust mostly dead skin) के कण सिर्फ मिट्टी तथा पदार्थों के महीन कणों से ही बने हुए होंगे या इसके अतिरिक्त भी अन्य कई सारे चीज़ें होंगी।

मित्रों! बता दूँ की, धूल में हमारे शरीर से निकलने वाली मृत कोशिकाएं भी होती है। जी हाँ! आप लोगों ने बिलकुल सही सुना हमारे शरीर निकलने वाली मृत कोशिकाएं भी धूल के कई उपादानों में से एक है। परंतु ध्यान रखेंगे की, सिर्फ मृत कोशिकाओं से ही धूल नहीं बना हुआ होता है। इसलिए धूल को दो प्रकारों में बांटा जाता है।

धूल के पहले प्रकार को घर के अंदर पाये जाने वाला धूल (indoor dust) तथा इसके दूसरे प्रकार को घर के बाहर पाये जाने वाला धूल (outdoor/outside dust) कहते है।

धूल के कण के बारे में जानकारी - Is Dust Mostly Dead Skin?
घर के अंदर मिलने वाला धूल होता है आपके शरीर के लिए हानिकारक | Credit: Bakerly Heating And Air Conditioning.
1) घर के अंदर पाई जाने वाली धूल (Indoor Dust) :-

मूल रूप से इस धूल (is dust mostly dead skin) में घर के अंदर पाये जाने वाले चीज़ मौजूद रहते है। ज़्यादातर इसके अंदर जीवों का बाल, पालतू जानवरों की रूसी (dander), कपड़ों की रेसें, कागज के महीन कण, इंसानी त्वचा के मृत कोशिका, खाने का महीन कण  को देखने को मिलता है।

इसके अंदर ज़्यादातर जीवों से निकलने वाले अवशेष रहते हैं, जो की उनके लिए बेकार हो चुके होते है। इसलिए आप एक प्रकार से कह सकते है की, धूल के अंदर भी हमारे मृत कोशिका मौजूद रहती है।

Outside dusty area.
घर के बाहर का धूल होता है कीटों के प्रजनन करने का स्थान | Credit: EOS Org.
2) घर के बाहर पाई जाने वाली धूल (Outdoor Dust) :-

इस धूल में हमें घर के बाहर मौजूद पदार्थ तथा जीवों के अवशेष मिलते है। उदाहरण के लिए पराग के कण, मिट्टी के कण, वाहनों के टायर या धुएँ से बनने वाला महीन कण और कीटों के अवशेष (पंख) आदि देखने को मिलते है। मित्रों! इस प्रकार के धूल में कई बैक्टीरिया और वायरस की मात्रा भी ज्यादा होता है।

वैसे देखा जाये तो दोनों ही प्रकार के धूल के कण हमारे लिए हानिकारक हैं, क्योंकि इससे हमें कई सारे बीमारियां हो सकती है हालांकि ज़्यादातर ये बीमारियाँ उतनी गंभीर नहीं होती है परंतु कई दफा ये कुछ-कुछ व्यक्तियों में कई खतरनाक एलर्जि के लिए भी जिम्मेदार हो सकती है।

धूल के हानिकारक प्रभाव – Dangerous Effects Of Dust :-

Photo of Dust Mites.
धूल में मौजूद रहता है Dust Mite | Credit: Youtube.

मित्रों! लेख के इस भाग में हम धूल (is dust mostly dead skin) के खतरनाक प्रभावों के बारे में जानेंगे, इसलिए इस भाग को भी गौर से पढ़िएगा।

    • धूल जहां अत्यधिक मात्रा में पाया जाता है, वहाँ पर कई सारे बीमारी पैदा करने वाले बैक्टीरिया और वायरस को भी पाया जाता है। धूल के माध्यम से कई सारे किट अपने प्रजनन के प्रक्रिया को भी अंजाम देते है। इसलिए घर के अंदर कहीं अगर ज्यादा धूल जम रहा है तो ये आपके परिवार तथा आपके लिए काफी ज्यादा नुकसान दाई है।
    • धूल में एक खास तरह का किट रहता है जिसे की “Dust Mites” के नाम से भी जाना जाता है। ये धूल में मौजूद जैविक कणों को खा कर बढ़ता है और आमतौर पर बिस्तर के अंदर (चद्दर या मेट्रस के अंदर) रहता है। वैज्ञानिक कहते हैं की, इन कीटों के रहने के कारण कई सारे वायु जनित बीमारियां भी होती है।
    • मित्रों! धूल से सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों को होता है, जिन्हें किसी तरह का एलर्जि होता है। मुख्य तौर पर धूल में हजारों प्रकार के “Allergens” पाया जाता है जो की तरह-तरह के एलर्जि के जिम्मेदार माने जाते है। इसलिए जिन लोगों को धूल से एलर्जि है उन लोगों को हमेशा ये सलाह दिया जाता है की, अपने पास एलर्जि की दबाई रखें रहें।
    • धूल से कुछ-कुछ व्यक्तियों में सर दर्द, छींक, आँखों में खुजली, त्वचा में खुजली होना, नाक से पानी बहना, सर चकराना आदि लक्षण पाये जाते है। हालांकि ये भी एलर्जि से जुड़ी लक्षणों से हूबहू मिलता है परंतु कई बार ये एलर्जि भी नहीं होता है।

निष्कर्ष – Conclusion :-

धूल के कई सारे खतरनाक प्रभावों को जानने के बाद, शायद आप ये सोच रहें होंगे की इससे आखिर कैसे बचा जाए! खैर चलिये इसके बारे में भी मेँ आप लोगों को कुछ बता देता हूँ। धूल से बचने के लिए आप नियमित रूप से घर की सफाई करते रहिए अगर आपके पास वैक्यूम क्लीनर है तो आप उससे भी घर को साफ कर सकते है। हर हफ्ते अपने बिस्तर को अच्छे से साफ करें।

Dust cleaning is important.
धूल को साफ करना बहुत ही जरूरी है | Credit: Pre Quality Office Cleaning.

घर की सफाई करने के वक़्त छत पर लगे पंखे से लेकर फर्श तक आपको हर एक चीज़ को साफ करना पड़ेगा। इस वक़्त अगर आप हल्के गीले कपड़े से चीजों को साफ करते हैं तो उससे धूल बहुत ही अच्छे तरीके से साफ हो जाएगा। आप इसके अलावा घर में Eucalyptus तेल और पानी को मिलाकर एक खास स्प्रे बना सकते हैं जिससे आपको धूल को साफ करने के लिए बहुत ही आसानी होगी


Source :- www.moderncastle.com.

Bineet Patel

मैं एक उत्साही लेखक हूँ, जिसे विज्ञान के सभी विषय पसंद है, पर मुझे जो खास पसंद है वो है अंतरिक्ष विज्ञान और भौतिक विज्ञान, इसके अलावा मुझे तथ्य और रहस्य उजागर करना भी पसंद है।

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