What Happens If Sun Disappears – सूर्य की 30 दिन के अनूपस्थिती में क्या होगा? दोस्तों यह जो सवाल है देखने में तो यह बहुत ही छोटा और सरल सा लगता है| परंतु वास्तव में यह अपने आप में एक बहुत बड़ा रोचक बात है| मनुष्य की आँख को प्रकृति ने बड़े ही नाजुक ढंग से बनाया है|
जितना यह सुंदर है उतना ही यह sophisticated भी है| स्रुष्टि ने हमारे शरीर के हर एक अंग को बहुत ही बारीकी से तराशा है| हमारे आँखों से कार्य करने का पहलू प्रकाश के ऊपर निर्भर करता है|
तो, जब प्रकाश की बात आती है तो हमारे मन में एक सूर्य निश्चित रूप से बनता ही बनता है| बिना प्रकाश के हम नहीं देख सकते| हमारे आँखों के अंदर मौजूद Rod cell और Cone cell हमारे आँखों को कार्यक्षम बनाते हैं| इनको विज्ञान की भाषा में photoreceptor cell भी कहा जाता है जो की प्रकाश के अनुसार काम करते हैं| यूँ तो ब्रह्मांड अंधकार की चादर औढ़े सदियों से हमें विस्मित कर रहा है| परंतु हमेशा से सूर्य की रोशनी इस विस्मितता को हमारे मन से दूर करता हुआ आ रहा है|
विषय - सूची
सूर्य की 30 दिन के अनुपस्थिती के शुरुआती दौर:-
सूर्य नहीं निकला तो क्या होगा ? यह जो सवाल हैं यह आलोक के प्रतीक सूर्य के अस्तित्व से जुड़ी हुई है और हमारा यानी पृथ्वी का अस्तित्व सूर्य से जुड़ा हुआ है| सूर्य नहीं तो , हम नहीं| वेसे तो इंटरनेट पर सूर्य की 30 दिन के अनूपस्थिती के संदर्भ से जुड़ी आपको पढ़ने को ढेर सारी आर्टिकल मिल जाएंगे |
परंतु हम आज आपको इस लेख के माध्यम से ऐसे बातों को आपके सामने रखने जा रहे हैं जो की आपको निश्चित रूप से भौं-चक्का कर देगा| आगे आने वाले इस लेख के भागों में आपको सूर्य के 30 दिन की अनूपस्थिती में आपके शरीर के ऊपर होने वाले बदलाव , जीव-जगत के ऊपर असर आदि बहुत सारे अद्भुत बातें जानने को मिलेंगे|
तो बिना किसी देरी किए चलिये जानते हैं सूर्य की 30 दिन के अनूपस्थिती सूर्य नहीं उगा तो क्या होगा? What Happens If Sun Disappears?
सूर्य की 30 दिन के अनूपस्थिती से ब्रह्मांड मे मचेगा हड़कंप:-
दोस्तों अगर आपको सूर्य के 30 की अनूपस्थिती के विषय में जानना है तो आपको सबसे पहले इसके उत्पत्ति और इसके गज़ब के Fact’s के बारे में जानना ही पड़ेगा|
मित्रों सूर्य के न-उगने का स्वाभाविक रूप से एक से अधिक कारण हो सकते हैं| पहला कारण तो पृथ्वी खुद होगा| क्या? पृथ्वी खुद! जी हाँ पृथ्वी खुद| आमतौर पर पृथ्वी अपने अक्ष में घूमता ही रहता है|
अगर किसी कारण वश उसका spinning motion रुक गया तो सूर्य का भी उगना बंद हो जाएगा| इसमें दूसरा कारण हो सकता है की सूर्य का अंतरिक्ष में विलय हो जाना| वैज्ञानिकों का मानना है की अगर सूर्य किसी दूसरे नक्षत्र या comet ( जो आकार में सूर्य से भी बड़ा हो)से टकरा जाए तो सूर्य का अस्तित्व ही उससे समाप्त हो जाएगा|
सूर्य की विलय के तुरंत बाद:-
इसके अलावा तीसरा करम हो सकता है सूर्य के चमक में कमी आना| इससे हमें सूर्य का अस्तित्व तो होगा परंतु उसका पहचान नहीं होगा| हमने हमारे last article में इसके बारे में विस्तार से आलोचना भी किया है|
तो , सूर्य की 30 दिन के अनुपस्थिती से सबसे पहले तो हमारे सौर-मंडल में अस्थिरता आएगा| हमारी सूर्य से दूरी लगभग 149.6 million k.m है| प्रकाश को सूर्य से पृथ्वी तक आने के लिए 8 मिनट और 20 सेकंड लगते है| इसलिए जाहिर सी बात यह होगी की सूर्य की आखिरी किरण हमारे तक सूर्य की विलय के 8 मिनट और 20 सेकंड के बाद पहुंचेगी|
परंतु यहाँ हैरानी की बात यह है की सूर्य अब भी हमें एक छोटे से बिन्दु की भांति आकाश में चमकता हुआ नजर आएगा| सूर्य के आखिरी किरण के पहुँचने के साथ ही साथ पूरे सौर-मंडल में अंधकार की छाया ठंड के मौसम में कोहरा की भाँति छा जाएगा|
सौर मंडल के आठों के आठ ग्रह अपने अक्ष पथ से भटक जाएंगे| हम जो आसमान में चाँद और मंगल जैसे ग्रहों के देख रहे हैं , वह अब हमें नहीं दिखेंगे| यह सब ग्रह काले गोले जैसे अंतरिक्ष में घूमते रहेंगे| हमारी earth के low orbit में जो ISS(International space station) है वह भी हमें दिखाई नहीं देगा| नीले रंग का आसमान , चमकीले धूमकेतु , छोटे छोटे asteroids सब एक झटके में हमारे नजरों के सामने से गायब हो जाएंगे|
ग्रहों पर प्रभाव :- Effect Of Sun Disappearance On Planets
सूर्य की 30 के अनूपस्थिती में सौर-मंडल में विनाश का तांडव देखने को मिलेगा| हर एक ग्रह का Gravitational pull खतम हो जाएगा| Jupiter जैसे gas giants के वातावरण में काफी खतरनाक बदलाव नजर आएगा|
इन सभी के उप-ग्रह इनसे दूर छिटक कर चले जाएंगे| कुछ उप-ग्रह तो उनके मुख्य ग्रह से टकरा कर विलय भी हो जाएंगे| एक सिद्धांत की माने तो सौर मंडल की हर एक ग्रह एक कतार में आ जाएगी और पहले के गोला-कृति अक्ष पथ के विपरीत इन सभी ग्रहों का अक्ष पथ एक सीध में होगा| हर एक ग्रह की spinning speed पहले के हिसाब से 30 km/s ज्यादा हो जाएगा|
पृथ्वी जैसे जिन जिन ग्रहों में वायुमंडल है , उन सभी ग्रहों से इस मंडल का नामु-नीसान ही मीट जाएगा| इससे यह सब ग्रह बहुत खतरनाक अंतरिक्ष के cosmic ray के प्रभाव में आ जाएंगे|
सूर्य की 30 दिन के अनूपस्थिती का पृथ्वी पर प्रभाव:- Effect On Earth
अब जब अंतरिक्ष में जन्मा विनाश का बिगुल पृथ्वी में गुँजेगा ;तो स्वाभाविक है की यहाँ प्रलय तो आना ही है| सूर्य की 30 दिन के अनूपस्थिती का प्रभाव सबसे पहले हम इंसानों को ही नजर आएगा|
वैसे तो हमने पहले से ही बता रखा है की , सूर्य के न-उगने का एक कारण पृथ्वी के rotation का बंद होना है , तो इस से पृथ्वी के एक हिस्से में 30 दिन तक दिन और दूसरे हिस्से में 30 दिन तक रात हो कर रहेगी|
इस से तापमान में बहुत तेजी से बदलाव होगा| एक तरफ की तापमान जब 60 डिग्री से ज्यादा हो जाएगा तो दूसरी तरफ की तापमान -40 डिग्री से भी नीचे चला जाएगा| एक तरफ रेगिस्तान जैसा माहौल तो दूसरी तरफ बर्फ़ीला बीहड़ का मंजर|
सूर्य की 30 दिन के अनूपस्थिती से जलवायु पर प्रभाव:-
इसी कारण पृथ्वी में जीवन दोनों हिस्सों के पतले से मिलन स्थल पर ही संभव हो पाएगा| बाकी जगह जीवन की नाश के बाद बाद चारों तरफ अंधकार समा जाएगा| सिर्फ कुत्ते , बिल्ली जैसे जीव इस घनघोर अंधेरे में एक दूसरे को देख पाएंगे|
हमें इस अंधकार के देखने के लिए कृत्रिम night vision का उपयोग करना पड़ेगा| धीरे धीरे सूर्य की 30 दिन के अनूपस्थिती ( If Sun Disappears) के चलते पृथ्वी के सतह का तापमान 300k से गिर कर एक महीने में 75k तक पहुँच जाएगा| अगर सूर्य एक महीने से ज्यादा नहीं उगा तो सारी धरती बर्फ की सिल्ली के रूप में नजर आएगी| इससे सारे समंदर Jupiter के satellite Europa का Pwyll region की तरह जम कर बर्फ की विस्तृत क्षेत्र बन जाएगा|
पैड-पौधों और जीवों पर प्रभाव:-
इस समय अगर मनुष्य को बचना होगा तो वह पंडुवी के माध्यम से गहरे समंदर में गोता लगा कर पृथ्वी के core की ताप से अपना जीवन बचा सकता है| सूर्य के किरण के अभाव से photosynthesis बंद हो जाएगा , जो की मनुष्य के लिए जीना दुश्वार कर देगा| एक एक दाने के लिए युद्ध होगा| यहाँ गौर करने की बात यह की हमारे Food Chain के आखिरी कड़ी विघटक या Scavenger बहुत लंबे समय तक जिंदा रहेंगे| इसके अलावा Giant Oak जैसे पैड अपने root system के जरिए जिंदा रहेंगे(कई दशकों तक भी)|
हमारी जो आँखों की पुतलियाँ हैं , यह आलोक के स्पर्श से परिचालित होती हैं| 30 दिन तक बीना किसी आलोक के ( प्राकृतिक) हमारी eye cell खुद व खुद degenerate होना शुरू कर देंगी| इसी कारण से आगे चलकर हमारे आँखें पूर्ण रूप से काम करना बंद भी कर सकते हैं| इसके अलावा सूर्य के किरण के अभाव से हमें अति-आवश्यक पोषक तत्व vitamin-D भी हमें नहीं मिलेगी| इससे बच्चों में osteomalacia , rickets जैसे कई calcium deficiency बीमारी हमको हो जाएगी|
एक महीने सूर्य के अनुपस्थिती के बाद:- If Sun Disappears For 30 Days Aftermath
अगर हम विज्ञान की द्रुष्टि से देखें तो सूर्य की न-उगने जैसे अ-स्वभावीक बात का होने का संभावना बहुत ही कम है| हाँ ! अगर पृथ्वी पर विश्व युद्ध छिड़ जाए और इसमें अति-परमाणु बॉम्ब का इस्तेमाल हो जाए तो यह संभव है| खैर यह तो वक़्त ही बताएगा पर हम आपको इतना बता सकते हैं की , सूर्य के प्राकृतिक रूप से खतम होने का समय में और 6 billion साल बाकी हैं| परंतु इतना तो आपको मानना पड़ेगा की सृष्टि का आरंभ है तो अंत भी निश्चित है|
वैसे एक अद्भुत बात यह है की , एक महीने तक अगर सूर्य न भी उगे तो एक organism ऐसा है जो आराम से इस परिस्थिति में रह लेगा| जानना चाहते है , वो कौन है? तो सुनिए, वो है Extremophiles बैक्टीरिया| यह एक दुर्लभ प्रजाति के pro-bacteria हैं , जो की पृथ्वी पर करोड़ों साल से रहते हुए आ रहे हैं| इनका जो cell wall होता हैं , यह उनको बहुत extreme condition मे भी जिंदा रहने के लिए उनको मदद करता है| – What If Sun Disappears
लेख की इस आखिरी भाग में हम हमारे प्रिय पाठकों से आग्रह करेंगे की , आपको यह लेख कैसा लगा और आप सूर्य के अनूपस्थिती के बारे में क्या सोचते हैं| नीचे दिये गए reply सेक्शन में कॉमेंट करके जरूर बताएँ|