ब्रह्मांड में अनेक ग्रह और आकाशगंगाएँ मौजूद हैं। इनमें से सबसे अच्छी और दिलचस्प आकाशगंगा हमारी ‘मिल्की वे’ है। वैज्ञानिकों के अनुसार, मिल्की वे में हमारा सौरमंडल ही अपने आप में एक अजूबा है। इस सौरमंडल में स्थित ग्रह, विशेषकर यूरेनस (Uranus Facts in Hindi), हमेशा से वैज्ञानिकों और आम लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते रहे हैं।
सौरमंडल के ग्रहों के बारे में तो हम अक्सर सुनते रहते हैं, लेकिन इनके बारे में विस्तार से जानने का मौका कम ही मिलता है। आज हम इस लेख में सौरमंडल के सबसे रहस्यमयी ग्रहों में से एक, यूरेनस के बारे में विस्तार से जानेंगे।
विषय - सूची
यूरेनस की कुछ दिलचस्प बातें! – Uranus Facts in Hindi :-
लेख के इस भाग में मैंने आप लोगों को यूरेनस (Uranus Facts in Hindi) के बारे में सबसे दिलचस्प बातों को बताया हैं, तो इसे जरा गौर से पढ़िएगा।
1. काफी तेजी से घूमता है यूरेनस! :-
हमारे सौर मंडल में कई तरह के ग्रह मौजूद हैं, परंतु उनमें से सबसे खास ग्रह है यूरेनस। मित्रों! इस ग्रह की पहली सबसे खास बात यह है कि यह अपने अक्ष के चारों ओर काफी तेजी से घूमता है। वैज्ञानिकों के अनुसार, यूरेनस अपनी कक्षा के चारों ओर लगभग 17 घंटे और 14 मिनट में एक चक्कर पूरा कर लेता है।
हालांकि! एक बात ये भी है कि, इस ग्रह के घूमने की दिशा सौर-मण्डल के अन्य ग्रहों से पूरा विपरीत होती है। इसलिए ये ग्रह बाकी ग्रहों से काफी ज्यादा अद्भुत है।
2. काफी धीरे-धीरे सूर्य की परिक्रमा करता है यूरेनस! :-
यूरेनस जब सूर्य की चारों तरफ परिक्रमा करने लगता है, जब इसकी गति काफी धीमी होती है। साथ ही साथ सूर्य से काफी ज्यादा दूर होने के कारण, ग्रह का कक्षा भी काफी ज्यादा बड़ा हो जाता है। वैज्ञानिकों के अनुसार हर 84 वर्षो में यूरेनस सिर्फ एक बार सूर्य की पूर्ण परिक्रमा कर पाता है। इसलिए आप खुद ही सोच सकते हैं कि, इस ग्रह पर एक साल कितना लंबा होता होगा। क्योंकि पृथ्वी तो काफी तेजी से 365 दिनों में ही सूर्य की एक परिक्रमा कर लेती है।
साथ ही साथ यूरेनस को लगातार 42 वर्षों तक सूर्य की सीधी रोशनी मिलती है। तो, लगातार इसके ऊपर 42 सालों तक दिन ही रहता है।
3. इन्सानों के द्वारा सिर्फ एक स्पेसक्राफ्ट को भेजा जा चुका है यूरेनस पर! :-
अक्सर आप लोग न्यूज़ वगैरह में सुनते ही होंगे कि तरह-तरह के अंतरिक्ष यान और सैटेलाइट्स चाँद और मंगल पर भेजे जा रहे हैं। परंतु क्या आपने कभी ऐसे किसी स्पेसक्राफ्ट का नाम सुना है जो यूरेनस पर भेजा गया हो? मित्रों! यूरेनस के बारे में तो आजकल कोई ज्यादा बात भी नहीं करता, तब इसके ऊपर स्पेसक्राफ्ट भेजना तो बहुत ही दूर की बात हो गई।
हालांकि, आप लोगों को जानकर हैरानी होगी कि अब तक सिर्फ एक स्पेसक्राफ्ट ऐसा है जो यूरेनस तक पहुँच पाया है। वैसे उस स्पेसक्राफ्ट का नाम है “वोएजर-2”। 1986 में पृथ्वी से लॉन्च किया गया यह स्पेसक्राफ्ट अंतरिक्ष में मानव सभ्यता का नाम प्रकाशित कर रहा है। वैज्ञानिकों की मानें तो यह स्पेसक्राफ्ट यूरेनस से लगभग 81,500 किमी की दूरी से ही फ्लाई-बाय कर गया था, जो कि एक बहुत बड़ी बात है।
इसके अलावा, इसने यूरेनस के चाँद और इसकी कई दिलचस्प चीजों की तस्वीरें खींचकर पृथ्वी पर भेजी हैं। आप लोगों को क्या लगता है, क्या हमारे लिए आज भी यूरेनस एक रहस्यमयी ग्रह है? कमेंट करके जरूर बताइएगा।
4. काफी ठंडा है यूरेनस! :-
जब हम बात यूरेनस (Uranus Facts in Hindi) जैसे ग्रहों की करते हैं, तब हमारे मन में कहीं न कहीं एक बर्फीली सी जगह सामने आ ही जाती है। मित्रों! इस तरह के खयाल हमारे मन में आना काफी ज्यादा लाज़िमी हैं। क्योंकि यूरेनस जैसे ग्रह हम लोगों से व सूर्य से काफी ज्यादा दूर मौजूद होते हैं। इसलिए इन ग्रहों को बर्फीले ग्रहों का भी नाम दिया जाता है, क्योंकि इनके ऊपर हमेशा बर्फ की एक मोटी सी चादर फैला हुई रहती है।
रिपोर्ट के अनुसार यूरेनस की सतह का औसतन तापमान -224°C तक रहता है, जो की पूरे सौर-मण्डल में सबसे ठंडा है। ग्रह के इतने ठंडे होने की वजह वैज्ञानिक इसके ऊपरी वातावरण में मौजूद मिथेन गैस को बताते हैं। जो की जलवायु को काफी ज्यादा ठंडा कर देती है।
5. यूरेनस के चाँद के नामों को “William Shakespeare” ने रखा है :-
मित्रों! आप लोगों को जानकर बेहद ही हैरानी होगी कि, अन्तरिक्ष में भी विलियम शेक्सपियर का काफी ज्यादा बोलबाला था। यूरेनस (Uranus Facts in Hindi) के चाँद के नामों को भी, विलियम शेक्सपियर जी ने ही रखा था। आप लोगों कि अधिक जानकारी के लिए बता दूँ कि, इन चाँद के नामों में “Oberon, Titania और Miranda” जैसे यूरेनस के चाँद भी शामिल हैं।
वैसे यहाँ एक खास बात ये भी हैं कि, ये सारे के सारे चाँद काफी ठंडे और काले हैं। सुदूर इलाकों के ये उप-ग्रह आज भी हम इन्सानों के पहुँच से काफी दूर हैं। शायद आने वाले समय में हमें इनके बारे में ज्यादा जानकारी मिल सके। खैर यूरेनस के उप-ग्रहों में सबसे खास हैं “मीरंडा”। आप लोगों को बता दूँ कि, इसके ऊपर काफी सुंदर बर्फ के झरने और चमकीले सतह हैं। जो कि काफी ज्यादा खास नजर आते हैं।
6. काफी नया है ये ग्रह! :-
आप लोगों को बता दूँ कि, यूरेनस मॉडर्न युग में खोजा गया सबसे नया ग्रह हैं। आँखों से देखे जाने वाले काफी ग्रहों को हमारे पूर्वजों ने काफी प्राचीन युग से ही पहचान लिया था। परंतु यूरेनस उन ग्रहों में से एक हैं, जो की सिर्फ आँखों से ही देखे जाने वाले ग्रहों में सबसे आखिर में खोजा गया ग्रह हैं।
यहाँ एक खास बात ये भी हैं कि, दूरविन के आविष्कार के बाद सबसे पहला खोजा गया ग्रह यूरेनस ही हैं। अधिक जानकारी के लिए बता दूँ कि, इस ग्रह को साल 1781 में पहली बार खोजा गया था। मित्रों! सबसे पहले इस ग्रह का नाम इंग्लैंड के भूत पूर्व राजा “जर्ज-3” के नाम के ऊपर “जर्ज स्टार” रखा गया था। परंतु बाद में इसे बदल कर प्राचीन ग्रीक देवता “Ouranos” के नाम पर यूरेनस रखा गया।
7. इस वजह से है ये नीला – Uranus Facts in Hindi
यूरेनस को उसका नीला रंग मौलिक हाइड्रोजन, एटॉमिक हीलियम और मीथेन से मिलता है। इसकी सतह बर्फ से बनी हुई है और इसकी ग्रेविटी लगभग हमारी पृथ्वी की ग्रेविटी जैसी ही है। यहाँ पर जाने के बाद ग्रेविटी की वैल्यू आपके लिए 8.87 m/s² होगी, जो पृथ्वी की ग्रेविटेशनल एक्सीलरेशन का 90% है। अगर आप पृथ्वी पर 80 किलो के हैं तो इस ग्रह पर आपका वजन 73 किलो ही होगा। Voyager 2 इकलौता ऐसा ऑब्जेक्ट है जिसने यूरेनस ग्रह की इतने करीब से तस्वीरें ली हैं, लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि हमारे पास यूरेनस की और तस्वीरें नहीं हैं।
8. जेम्स वेब टेलीस्कोप से यूरेनस की तस्वीर
6 अप्रैल 2023 को जेम्स वेब टेलीस्कोप ने यूरेनस की एक बहुत ही शानदार तस्वीर को कैप्चर किया। इसमें यूरेनस के 27 में से 6 चाँद को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है और साथ ही हमें यूरेनस का रिंग सिस्टम भी इस तस्वीर में बिल्कुल स्पष्ट दिखाई दे रहा है।
यूरेनस के पास 13 रिंग्स हैं, जिनमें से 11 रिंग्स जेम्स वेब द्वारा ली गई इस तस्वीर में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि इन रिंग्स की खोज 1986 में Voyager 2 द्वारा ही की गई थी। उससे पहले वैज्ञानिक यह नहीं जानते थे कि यूरेनस ग्रह के पास भी शनि की तरह रिंग्स हैं।
इस ग्रह पर स्पष्ट रूप से दिखाई देने वाला यह सफेद क्षेत्र असल में कुछ और नहीं बल्कि यूरेनस की एक पोलर कैप है। नासा की वेबसाइट के मुताबिक, जेम्स वेब टेलीस्कोप में लगे हुए NIRCAM की वजह से हम इस पोलर कैप की इतनी स्पष्ट तस्वीरें ले पाए हैं।
निष्कर्ष – Conclusion :-
मित्रों! हमारे सौर मंडल में यूरेनस (Uranus Facts In Hindi) आकार में तीसरा सबसे बड़ा ग्रह है और अगर हम वजन की बात करें तो यह चौथा सबसे वजनी ग्रह है। हालांकि, एक खास बात यह भी है कि यह ग्रह सौर मंडल का सबसे कम सघन ग्रह है। इसके अलावा, यह सिर्फ एक ऐसा ग्रह है जिसका नाम किसी ग्रीक देवता के नाम पर रखा गया है। बाकी ग्रहों के नामकरण रोमन देवताओं के आधार पर किया गया है।
वैसे आप लोगों को इस ग्रह के बारे में सबसे खास और अनोखी कौन सी चीज़ लगी, कमेंट कर के जरूर ही बताइएगा।