मित्रों! मैंने पहले ही आपको फोबिया (types of Phobia and its treatment) के बारे में काफी कुछ बताया हैं, परंतु अभी भी फोबिया के बारे में काफी कुछ जानना बाकी हैं। फोबिया के उस लेख में मैंने आपको फोबिया क्या हैं और इसके क्या-क्या लक्षण होते हैं, उसके बारे में बताया हैं। लेकिन कहीं भी इसके इलाज या प्रकारों के बारे में नहीं बताया हैं, क्योंकि ये अपने-आप में ही एक महत्वपूर्ण विषय हो जाता हैं। इसलिए मैंने सोचा की क्यों न इसे एक अलग से ही लेख में आप लोगों को समझा दिया जाए। तो, आपका इसको लेकर क्या ख्याल हैं?
क्या आप फोबिया (types of Phobia and its treatment) के प्रकार और इलाज के बारे में जानना चाहते हैं? अगर आपका जवाब हाँ, है तो आप बिलकुल सही लेख को पढ़ रहें हैं। इस लेख में हम फोबिया से कैसे छुटकारा पा सकते हैं और इससे कैसे लढ सकते है, उसके बारे में ही जानेंगे। तो! दोस्तों इस लेख को जरा गौर से अंत तक पढ़िएगा, क्योंकि ये लेख बहुत ही ज्यादा जरूरी होने वाला हैं।
खैर चलिये अब लेख को आरंभ करते हैं और जानते हैं फोबिया से आखिर कैसे जीता जा सकता हैं, तथा इसके कितने रूप हैं?
फोबिया के प्रकार और इसका इलाज! – Types Of Phobia And Its Treatment! :-
लेख के इस भाग में हम फोबिया (types of Phobia and its treatment) के प्रकार और इसके इलाज के बारे में ही बात करेंगे, परंतु इसमें थोड़ा सा ट्विस्ट हैं। ट्विस्ट ये की, पहले मेँ आपको फोबिया के प्रकार और बाद में जा कर इसके उपचार के बारे में बताऊंगा; ताकि आपको विषय को समझने में ज्यादा सहज हो।
ये होते हैं फोबिया के कुछ प्रकार (मुख्य)! :-
1. अगोराफोबिया (Agoraphobia) :-
फोबिया (types of phobia and its treatment) के प्रकारों की सूची में पहले स्थान पर आता हैं, Agoraphobia। इस फोबिया से ग्रसित व्यक्ति खुले स्थान में रहने से डरता हैं। जी हाँ! आप लोगों ने सहीं सुना, इस फोबिया के चलते व्यक्ति बाहर किसी बड़े-खुले स्थान में नहीं आता हैं। अगोराफोबिया से पीड़ित व्यक्ति अकसर भीड़ से डरता हैं। जहां ज्यादा लोग या भीड़ होता हैं, वहाँ जाने से इस फोबिया से ग्रसित व्यक्ति बचता हैं।
इसलिए इस फोबिया में लोग अपने घर में ही बंद हो कर रह जाते हैं, जिससे सामाजिक मेल-मिलाव लगभग न के बराबर ही हो जाता हैं। बता दूँ की, ये फोबिया अगर हद से ज्यादा बढ़ गया तो व्यक्ति को आपात कालीन परिस्थितियों का भी सामना करना पड़ सकता हैं।
2. सोशल फोबिया (Social Phobia) :-
सोशल फोबिया (types of phobia and its treatment) से पीड़ित व्यक्ति अपने-आप को समाज से अलग-थलग करके रखता हैं। उसे समाज में होने वाली घटनाएँ या समाज में रहने वाले लोगों से कोई मतलब नहीं होता हैं। अगर वो संयोगवश समाज में आ भी जाता हैं, तो उसके अंदर का डर उसे समाज के अंदर जीने की इजाजत नहीं देता है।
ये फोबिया आज के जमाने में काफी ज्यादा लोगों के अंदर पाया जा रहा हैं, क्योंकि इंटरनेट की दुनिया में आज कोई बाहर जा कर लोगों से मिलने का खतरा क्यों उठाए और ऊपर से इस कोरोना ने हालातों को और भी खराब कर दिया हैं। बता दूँ की, इस फोबिया से पीड़ित व्यक्ति ऑनलाइन समान ऑर्डर करना तथा फोन पर बात करने से भी काफी ज्यादा डरता हैं।
3. ग्लोसोफोबिया (Glossophobia) :-
इस फोबिया से ज़्यादातर लोग जरूर परिचित होंगे, कहने का तात्पर्य ये हैं की; ग्लोसोफोबिया को आप लोगों ने खुद कई बार महसूस भी किया होगा। यकीन नहीं आ रहा हैं तो सुनिए, ग्लोसोफोबिया से पीड़ित व्यक्ति डर के मारे बोल नहीं पाता। ध्यान रखने वाली बात ये हैं की, साधारण परिस्थितियों में व्यक्ति बोलने में सक्षम हैं परंतु जब वो बहुत सारे लोगों के सामने आ जाता हैं तो उसका डर उसे बोलने तक भी नहीं देता हैं।
इसके अलावा इस फोबिया से ग्रसित व्यक्ति लोगों के सामने आने से भी डरता हैं। जब भी वो लोगों के सामने आने का सोचता हैं, तो उसका दिल उसे इतना डरा देता है की; वो कुछ क्षण के लिए सोचना भी बंद कर देता हैं।
4. एक्रोफोबिया (Acrophobia) :-
ज़्यादातर लोगों को ऊंचाई से काफी ज्यादा डर लगता हैं। वैसे बता दूँ की, इसी डर को ही एक्रोफोबिया (types of phobia and its treatment) कहा जाता हैं। इस फोबिया से पीड़ित व्यक्ति अकसर ऊंचाई वाली जगह जैसे पर्वत, ऊंचे-ऊंचे पुल और इमारतों में जाने से डरता हैं।
संयोगवश अगर एक्रोफोबिया से पीड़ित व्यक्ति किसी ऊंचे स्थान पर चला जाए तो, उसे चक्कर आने और बेहोशी सी महसूस होने लगता हैं। इसलिए इस फोबिया से ग्रसित लोगों को ऊंचे स्थान पर जाने से बचना चाहिए।
5. डेंटोंफोबिया (Dentophobia) :-
फोबिया के इस पूरे सूची में ये फोबिया सबसे ज्यादा अजीब और चौकाने वाला हैं। डेंटोंफोबिया से पीड़ित व्यक्ति डेन्टिस्ट (Dentist) के पास जाने से डरता हैं। जब भी वो डेन्टिस्ट या किसी डेंटल प्रोसीजर के बारे में सुनता हैं तो, उसके पसीने छूट जाते हैं। मित्रों! ध्यान देने वाली बात ये हैं की, ये फोबिया ऐसे ही किसी को नहीं होता हैं।
यानी अगर कोई व्यक्ति किसी प्रकार के डेंटल प्रोसीजर से होने वाली ट्रौमा से गुजरा हैं, तो ही उसे इस तरह का फोबिया हो सकता हैं। वैसे ये फोबिया देखा जाए तो, काफी नुकसान दायी भी हैं। क्योंकि इस फोबिया के चलते आपके लिए जरूरी डेंटल ट्रीटमेंट को कराना भी काफी मुश्किल हो सकता हैं।
मित्रों! आप लोगों ने ऊपर कुछ फोबियास के बारे में जाना! तो आप मुझे बताएं की, क्या आपको इनमें से कुछ फोबियास महसूस होते हैं या नहीं। वैसे इसके अलावा भी कई अन्य फोबियास हैं, जो की इंसानों के अंदर पाया जाता हैं।
फोबिया के उपचार क्या-क्या हैं? :- Treatment Of Phobia :-
लेख के इस भाग में हम फोबिया (types of phobia and its treatment) के कुछ उपचारों के बारे में बातें करेंगे, जो की हर उस व्यक्ति के लिए जरूरी हैं जो किसी न किसी फोबिया या मन में छुपी डर से छुटकारा पाना चाहता हैं। तो, चलिये एक नजर इन इलाजों के ऊपर डालते हैं।
1.कोग्निटीव बिहविरल थेरेपी (Cognitive Behavioral Therapy) :-
Cognitive Behavioral Therapy को अकसर फोबिया के क्षेत्र में काफी असरदार पाया गया हैं। इस थेरेपी के अनुसार फोबिया से पीड़ित व्यक्ति को नियंत्रित ढंग से डर पैदा करने वाली वस्तुएँ दिखाई जाती हैं, जिससे धीरे-धीरे व्यक्ति के मन से डर कम होने लगता हैं। इसके अलावा थेरेपी में व्यक्ति को कई तरीकों से समझाया जाता हैं की, वो जिस चीज़ से डर रहा हैं वास्तव में वो चीज़ डरने योग्य ही नहीं हैं।
2. बीटा ब्लॉकर (Beta Blockers) :-
बीटा ब्लॉकर से फोबिया (types of phobia and its treatment) के चलते हो रहें शारीरिक लक्षणों को काफी हद तक कम किया जा सकता हैं। इसके अलावा फोबिया के कारण व्यक्ति को जो घबड़ाहट होती हैं, वो भी बीटा ब्लॉकर के जरिये कम किया जा सकता हैं। हालांकि! इस दबाई को लेने से कई सारे साइड इफैक्ट भी नजर आ सकते हैं।
3. एंटीडीप्रेसेंट्स (Antidepressants) और ट्रानक्विलैजर्स (Tranquilizers) :-
Serotonin reuptake inhibitors (SSRIs) नाम के जैसे एंटीडीप्रेसेंट्स को खाने से फोबिया (types of phobia and its treatment) को काफी हद तक नियंत्रण में रखा जा सकता हैं। इससे दिमाग के अंदर सिरोटोनिन का स्तर बढ़ जाता हैं जिससे व्यक्ति को बहुत अच्छा महसूस होता हैं।
Benzodiazepines जैसे ट्रानक्विलैजर्स को इस्तेमाल करने से भी फोबिया से लढा जा सकता है। इससे व्यक्ति को घबडाहट से काफी जल्दी आराम मिलता हैं और ये काफी सटीक तरीके से भी काम करता हैं। वैसे ध्यान रखने वाली बात ये भी है की, इसे आप हर एक व्यक्ति को नहीं दे सकते हैं। जो व्यक्ति एल्कोहौल जैसे नशीले द्रव्यों का सेवन करता हैं उसे ये दिया नहीं जा सकता हैं, जिसका ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है ।
Sources :- www.healthline.com, www.medicalnewstoday.com.