प्रकृति ने अगर कुछ छीना भी है तो उसे दिया भी है। इसे कुदरत का ही करिश्मा कहिए लाख मुसीबतों के बाद भी जिंदगी को हंसकर जिया जा सकता है। अगर आपको कुदरत से शिकायत है, तो Rahma Haruna की कहानी आपकी सारी शिकायतें दूर कर देगी. एक स्वस्थ बच्चे के रूप में जन्म ले ने वाली Rahma के न तो हाथ थे और न ही पैर. उन्हें आने-जाने के लिए हमेशा किसी और का सहारा लेना पड़ता था. एक प्लास्टिक के कटोरे तक उनकी ज़िंदगी सीमित हो कर रह गई थी।
इन तकलीफ़ों के बावजूद Rahma के चेहरे पर हर वक़्त मुस्कान रहती. हाल ही में एक ख़बर आई कि 25 दिसंबर को Rahma ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया. उनकी उम्र 19 साल थी और उनके शरीर ने बढ़ना बंद कर दिया था।
Rahma नाइजीरिया की रहने वाली थीं. एक बहुत गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली Rahma का एक छोटा सा सपना था कि वो अपने इलाके में छोटी-सी दुकान खोलें, जहां रोज़मर्रा की चीज़े मिलें. Rahma तब चर्चा में आईं, जब उनकी तस्वीर एक पत्रकार ने अख़बार में छापी. इस तस्वीर में प्लास्टिक के कटोरे में बैठी Rahma को उनका दस साल का भाई उठाए हुए था। Story Source: Dailymail