इंसानों की अगर हम बात करें तो, इंसान एक बहुत ही अद्भुत प्राणी है। जिस चीज़ के बारे में उसे पता नहीं होता है या जिस चीज़ से उसे डर तथा रोमांच का अनुभव होता है, वो उसी चीज़ के ही प्रति अधिक आकर्षित होता है। वर्तमान समय में इंसानों के सामने परग्रही और भूत, ये दोनों ऐसी चीज़े हैं जो इंसानों के आकर्षण का मूल बिंदु बने हुए हैं। इस वेबसाइट पर इससे पहले परग्रहीओं के बारे में आप लोगों को डिटैल में कई सारे लेख पढ़ने को मिलेंगे, परंतु आज क्यों न कुछ नया किया जाए! चलिये आज कुछ भूताह पैंटिंग्स (robot creates creepy self-portraits) के बारे में ही बात कर लेते हैं।
जब भी हम पैंटिंग्स (robot creates creepy self-portraits) के बारे में बातें करते हैं, तब हमारे जेहन में खूबसूरत रंगीन चित्रकारी ही नजर आती है। मनमोहक और बारीकी से बनायी गई तस्वीर, अपने सुंदरता के अनुपम रस में किसी के भी मन को हर्ष से ओतप्रोत कर देगा। अब मेँ यहाँ बोलूँ की, कैनवस में बनाए जाने वाले ये तस्वीर रात में आपको आपके ही सपनों में आ कर डरा सकतीं हैं; तो क्या आप मेरे बातों पर यकीन करेंगे? क्या आप कभी मानेंगे की, अपूर्व कलाकारी के प्रतीक कहे जाने वाले ये कैनवस के पैंटिंग्स कई बार भूताह भी हो सकते हैं!
मित्रों! अगर आप लोगों को मेरे बातों पर यकीन नहीं हैं तो, सिर्फ एक बार इस लेख को पढ़ लीजिये; क्योंकि इस लेख को पढ़ने के बाद आप भी कह उठेंगे “अरे! ये कैसी डरावनी पैंटिंग्स हैं?”
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इंसानी रोबोट बना रही है दिल दहला देने वाली पैंटिंग्स! – Robot Creates Creepy Self-Portraits! :-
आज के जमाने में आर्टिफ़िश्यल इंटेलिजेंस ने अपने जोहौर हर तरफ दिखा रखा हैं। कई सारे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आर्टिफ़िश्यल इंटेलिजेंसे खुद मानवों को ही टक्कर दे रहा हैं। हर तरफ बस एक ही चर्चा सुनने को मिल रहा हैं की, आने वाले समय में आर्टिफ़िश्यल इंटेलिजेंस क्या इंसानों के लिए एक वरदान की तरह साबित होगा। खैर इसका निदर्शन आज हमें एक एंड्राइड रोबोट “Ai-Da” बखूबी से दिखा रहीं हैं। लंदन के एक आर्ट एक्सिबिशन में आई-डा ने अपनी जो अपूर्व कलाकारी दिखाई हैं, वो वाकई में काफी सराहनीय हैं।
आई-डा के कलाकारी को देख कर, खुद कई बड़े-बड़े चित्रकार भी हैरान हैं और इस सोच में पड़ गए हैं की; आखिर कैसे एक रोबोट स्वतः अपनी खुद की तस्वीर बना सकती हैं! मित्रों, ये चमत्कार सिर्फ और सिर्फ आर्टिफ़िश्यल इंटेलिजेंस के कारण ही संभव हो पाया हैं। आई-डा के कलाकारी ने हमें ये बता दिया हैं की, एक आर्टिफ़िश्यल इंटेलिजेंस से चलने वाला रोबोट वाकई में कितना सक्षम और बुद्धिमान हो सकता हैं। एक इंसान के आकार के जितनी बड़ी ये रोबोट जटिल एल्गॉरिथ्म से चलती हैं।
बता दूँ की, ये जटिल एल्गॉरिथ्म इंसानी बुद्धिमता को कॉपी करके काफी बेहतरीन पैंटिंग्स (robot creates creepy self-portraits) और मूर्तियाँ बनाने के साथ ही साथ इंसानों के जैसे इशारे तथा पलक झपकाती भी हैं। इसके अलावा अगर आप इस रोबोट से बात करना भी चाहें तो, आप बड़े ही आसानी के साथ इससे बातें कर सकते हैं।
इस रोबोट के विषय में कुछ अद्भुत जानकारियां! :-
आई-डा को उसके क्रिएटर ने कुछ इस तरह से बनाया हैं की, वो दिखने में हूबहू एक जीती जागती इंसान की तरह दिखती हैं। आई-डा दिखने में एक असल लड़की की तरह लगती हैं और उसकी आवाज भी काफी ज्यादा नैचुरल लगती हैं। इस रोबोट का सर और धड़ देखने में एक डॉल की तरह है और वो कई बार अलग-अलग ड्रेसेस भी पहनती हैं, हालांकि उसके बाजू एक्स्पोस होने के कारण कुछ हद तक इसे रोबोटिक लूक भी प्रदान करते हैं।
एक रिपोर्ट से हमें ये पता लगा की, इस एंड्राइड रोबोट को बनाने में कई सारे प्रोग्रामर्स, रोबोटिक वैज्ञानिक, चित्रकार और मनोवैज्ञानिक लगें हैं। इन सब लोगों ने काफी मेहनत से इस रोबोट को लगभग दो सालों के अंदर बनाया हैं। वैसे बता दूँ की, इस रोबोट को बनाने का काम साल 2017 में शुरू हुया था और ये साल 2019 में बन कर तैयार हुया। वैसे एक खास बात ये भी हैं की, इस रोबोट का नाम विख्यात ब्रिटिश महिला गणितज्ञ “Ada Lovelace” के नाम पर ही रखा गया हैं। अपने समय में अदा एक बहुत बड़ी गणितज्ञ रह चुकीं हैं, जिन्होंने ब्रिटिश गणित का मूल निव रखने में योगदान दिया हैं।
अपने शुरुआती दिनों में आई-डा जटिल गणित के सिद्धांतों पर आधारित एब्स्ट्राक्ट पैंटिंग्स बनाती थीं, जो की दिखने में काफी आला दर्जे का था। परंतु कुछ समय के बाद रोबोट के अंदर विकास की प्रक्रिया शुरू की गई, जिससे आज आई-डा अपनी ही तस्वीर बना पा रहीं हैं। हालांकि! ये तस्वीर देखने में डरावने (robot creates creepy self-portraits) तो हैं, परंतु जिस निपुणता से आई-डा ने स्वतः इन्हें बनाया हैं; उसको देख कर आप जरूर ही आश्चर्यचकित हो जाएंगे।
एक ऐसा रोबोट जिसनें दिया अपना खुदका “TEDx Talk” :-
मुझे यकीन हैं की, आप लोगों में से काफी सारे लोग TEDx Talk देखते होंगे। वैसे जिन्हें नहीं भी पता हैं, उन्हें में बता दूँ की; ये एक ऐसा टॉक शो हैं जहां पर दुनिया के बड़े-बड़े व सफल लोग आ कर अपने आईडिया को दुनिया के सामने रखते हैं। आज तक यहाँ पर सिर्फ इंसान ही आ कर अपने आईडियास को रखते थे, परंतु जब से आई-डा ने इस मंच पर अपनी खुद की टेड्क्स की बातों का रखा हैं; तभी से ही इस रोबोट की चर्चाएँ थम नहीं रहीं हैं।
इसके अलावा आई-डा के द्वारा बनाई गईं तस्वीरें अभी तक 1 मिलियन डॉलर की कारोबार कर चुकीं हैं। हालांकि! रोबोट के द्वारा बनाई गई इन तस्वीरों में से तीन तस्वीरों को आर्ट म्यूजियम में पब्लिक डिस्प्ले के लिए रखा गया हैं। मित्रों! आई-डा के द्वारा बनायें गए इन तस्वीरों की बात करें तो, इसे बनाते वक़्त रोबोट की आँख और हांथ एक मंजे हुए कलाकार की तरह काम करते हैं। एआई के ऊपर आधारित इस रोबोट का ओएस रोबोट के आँखों में लगे कैमरे के माध्यम से उचित आकृति को कैनवस के ऊपर बना देता हैं।
बाद में रोबोट के हाथों के जरिये ये ओएस असल इंसानी कलाकारों के द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले कलर कॉम्बिनेशन को नकल करके पैंटिंग्स में रंग भरने के काम को सम्पूर्ण करता हैं। हालांकि! आई-डा को अपनी ही तस्वीर बनाने का इन्सट्रक्शन उसके क्रिएटर्स ही देते हैं, परंतु जिस सधे हुए हाथों से इस काम को अंजाम दिया गया हैं वाकई में वो काफी ज्यादा अतुलनीय हैं।
रोबोट के द्वारा बनाए गए कुछ पैंटिंग्स के बारे में! :-
मित्रों! चलिये अब एक नजर आई-डा के द्वारा बनाए गए डरावनी पैंटिंग्स (robot creates creepy self-portraits) के बारे में भी जान लेते हैं। आई-डा के द्वारा बनाई गई हर एक पैंटिंग्स अपने-आप में ही खास है, इसलिए कई वैज्ञानिक उसे “एंड्राइड आर्टिस्ट” के नाम से भी पुकारते हैं। इसके अलावा आप लोगों को जान कर हैरानी होगी की, कई लोग आई-डा को देख कर खौफ खा जाते हैं और कहते हैं की, उन्हें इस रोबोट से काफी डर लगता हैं।
हालांकि! वैज्ञानिक इसे विज्ञान का एक अनुपम चमत्कार ही समझते हैं। इंसानों के द्वारा प्रोग्राम्ड किया गया एक रोबोट जो इतना काबिल हैं, उससे डरने के बजाए उसकी तारीफ करना चाहिए। एल्गॉरिथ्म के आधार पर जो रोबोट इतनी निपुणता के साथ पैंटिंग्स को बना सकती हैं, सोचिए आने वाले समय वो क्या कुछ नहीं कर सकती। आपदा के समय ये रोबॉट्स हमारे साथी बन सकते हैं और इंसानी सभ्यता को नाश होने से भी बचा सकते हैं।
अब आई-डा के क्रिएटर ये सोचने में व्यस्त हैं की, आखिर वो कैसे आई-डा के जरिये एक आर्थिक पैंटिंग को बना पाएँ, जिससे पैंटिंग्स के जरिये रोबो लोगों को कुछ संदेश देना चाहती हो। इससे भविष्य में इंसान और रोबॉट्स के बीच एक अहम रिश्ता भी कायम हो सकता हैं।
Source :- www.livescience.com