हमारे सौर-मंडल में पृथ्वी के ऊपर जीवन की उत्पत्ति काफी समय पहले ही हो चुकी है। हम मानवों ने न जाने कितने जुर्म पृथ्वी के ऊपर किए होंगे, जिसका नतीजा आज हमारे सामने ग्लोबल वार्मिंग के रूप में आ धमका है। ये ही वजह है कि, पृथ्वी के अलावा भी हमें रहने के लिए एक दूसरे ग्रह की जरूरत पड़ने वाली है। मंगल (Mysterious Spiders On Mars) और बुध जैसे ग्रहों के लिए हम इंसान आज काफी ज्यादा उत्सुक हो रहें हैं, क्योंकि शायद आने वाले समय में ये ग्रह ही हमारे लिए घर बनने वाले हैं। वैसे हमारी नजर इनके ऊपर काफी समय पहले ही पड़ गई थी।
मंगल (Mysterious Spiders On Mars) की बात करें तो, ये हमारे लिए आज भी रहस्य बना हुआ है। यहाँ पर मिलने वाले पानी के स्रोत से ले कर यहाँ मौजूद कुछ हैरतंगेज़ पहाड़ों तक, इस ग्रह की हर एक चीज़ हमारे लिए एक पहेली जैसी है। इससे पहले मैंने आप लोगों को, मंगल से जुड़े कई आर्टिकल्स दिये हैं, परंतु आज के हमारे इस लेख का विषय उन सभी विषयों से काफी ज्यादा खास है। क्योंकि आज हम मंगल पर मौजूद एक खास मकड़ी और एक अद्भुत नगरी के बारे में बातें करने वाले हैं।
तो, आप लोगों से अनुरोध हैं की, इस लेख को आरंभ से लेकर अंत तक जरूर पढ़िएगा। ताकि ये विषय आप लोगों को अच्छे से समझ में आ जाएं। तो, चलिये अब लेख के असल विषय को आरंभ करते हैं।
विषय - सूची
मंगल के ऊपर मिली अद्भुत मकड़ी! – Mysterious Spiders On Mars! :-
साल के एक खास सीजन में मंगल (Mysterious Spiders On Mars) के ऊपर कई मकड़ियों को देखा जा सकता है। वैसे अब आप यहाँ ये सोच रहें होंगे कि, आखिर कैसे मंगल के ऊपर मकड़ियों को देखा जा सकता है? तो, मित्रों! मैं आप लोगों को बता दूँ कि, मंगल के ऊपर दिखाई देने वाली ये मकड़ियाँ असल में ग्रह में मौजूद गीजर से निकलने वाले कार्बन डाइऑक्साइड की अवशिष्ट (residual) हैं। यहाँ और एक खास बात ये है कि, इन गिजर्स के कार्बन रेसीड्यू से मंगल के ऊपर एक खास नगरी का निर्माण हो रहा है।
अधिक जानकारी के लिए आप लोगों को बता दूँ कि, इस नगरी का नाम “Inca City” है। वैज्ञानिक कहते हैं कि, जब मंगल की सतह के ऊपर कार्बन डाइऑक्साइड गैस का उत्सर्जन होता है, तब काले रंग के छाप ग्रह के सतह के ऊपर रह जाते हैं। जब हम इसे स्पेस से देखते हैं, तब हमें ये ग्रह के सतह के ऊपर रेंगती हुई मकड़ियों जैसे दिखाई पड़ते हैं। वैसे यहाँ एक खास बात ये भी है कि, कार्बन डाइऑक्साइड से बनने वाले ये छाप मंगल के ऊपर एक नगरी का निर्माण भी कर देते हैं। मित्रों! इनके पैटर्न को देख कर आपको एक सिटी का ही खयाल आएगा।
वैसे एक बात ये भी है कि, स्पेस से हमें ये भले ही मकड़ियों जैसा क्यों न दिखाई दें; परंतु असल में ये छोटे-छोटे गैस के गीजर्स हैं। हमारे पृथ्वी के ऊपर भी इस तरह के गैस के गीजर्स दिखाई देते हैं, जो की नियमित रूप से पृथ्वी के सतह के नीचे से अलग-अलग गैसों को बाहर निकालते रहते हैं। ऐसे में आप समझ सकते हैं कि, ये ग्रह के लिए कितने जरूरी होंगे।
आखिर कहाँ मौजूद है ये खास मंगल की नगरी! :-
अब लोगों के मन में सबसे बड़ा सवाल ये आ रहा होगा कि, आखिर मंगल (Mysterious Spiders On Mars) की ये नगरी कहाँ होगी? तो, मित्रों मैं आप लोगों को बता दूँ कि, मंगल की ये खास नगरी ग्रह के दक्षिण मेरु के पास मौजूद हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार ये गैस के गिजर्स 45 मीटर से ले कर 1 किलोमीटर तक बड़े हैं। आम तौर पर इन गैस के गिजर्स को गर्मियों से पहले देखा जाता है। मंगल पर गर्मी का सीजन आने से पहले वहाँ मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड से बने ग्लेसियर/ बर्फ पिघल जाते हैं। इससे ग्रह की सतह गरम होने लगती है और गरम गैस की मात्रा बढ्ने लगती है।
सतह के नीचे पैदा होने वाले गरम गैस को निकलने के लिए रास्ते की जरूरत होती है, जो की इन गिजर्स के माध्यम से हो कर गुजरती है। वैसे एक खास बात यहाँ ये भी है कि, मंगल पर मौजूद कुछ बर्फ के पतले चादर सीधे तौर से गैस में परिवर्तित हो जाती है, जिससे गरम गैस की मात्रा ग्रह में अचानक से बढ़ जाती है। ये ही वजह है कि, काफी ज्यादा मात्रा में इन गिजर्स को मंगल के ऊपर देखने को मिल रहें हैं। वैसे मित्रों! आप लोगों को इसके बारे में क्या लग रहा हैं, कमेंट कर के जरूर ही बताइएगा।
दोस्तों! आप लोगों को जानकर हैरानी होगी कि, जब गरम गैस के स्रोत मंगल के सतह के नीचे से हो कर बाहर की और निकलते हैं; तब अपने साथ कुछ काले सॉलिड रेसीड्यू भी ले कर आते हैं। इससे ये होता हैं कि, जब ये गैस सतह के ऊपर मौजूद काफी मोटे बर्फ के चादर के संपर्क में आते हैं; तब एक विस्फोट सा होने लगता हैं और मकड़ी जैसा पैटर्न बनता हैं।
इन गिजर्स से जुड़ी कुछ खास बातें! :-
कुछ वैज्ञानिकों के अनुसार मंगल (Mysterious Spiders On Mars) पर दिखाई देने वाले ये गिजर्स कई बार 1 मीटर से ज्यादा मोटाई वाले बर्फ के चादर को भी तोड़ कर बाहर निकल आते हैं। इससे आप ये कितने शक्तिशाली हैं, उसका अंदाजा लगा सकते हैं। वैसे यहाँ एक खास बात ये भी हैं कि, इनका सिटी का नाम “Angustus Labyrinthus” भी हैं। वैसे ये देखने में लंबी धार-दार रिज जैसा हैं और लिनियर आकृति का हैं। वैसे शोधकर्ता कहते हैं कि, ये पहले रेट के टीले थे। इससे विपरीत कुछ वैज्ञानिक ये भी मानते हैं कि, ये प्राचीन बर्फ के चादरों का रेसीड्यू हैं।
मित्रों! मंगल के ऊपर इन चीजों की खोज कुछ समय पहले ही हुई हैं। इसलिए आज भी हमें इनके बारे में काफी कुछ जानने की जरूरत हैं। आप लोगों को क्या लगता हैं, क्या मंगल के ऊपर मिलने वाले इन चीजों से हम जीवन के बारे में कुछ भी पता लगा सकते हैं? व्यक्तिगत तौर से मुझे ऐसा लगता हैं कि, आने वाले समय में शायद हमें मंगल के ऊपर जीवन के बारे में और काफी जानकारी मिलने वाले हैं।
यहाँ एक खास बात ये भी हैं कि, साल 2002 में सबसे पहले मंगल पर इन रहस्यमयी नगरी की खोज हुई थी। तब से ले कर आज तक हमें इनके बारे में काफी कुछ डैटा मिल चुके हैं। इनके ऊपर की गई शोध से पता चलता हैं कि, ये प्रारंभिक अवस्था में लगभग 86 km तक चौड़े थे। जो की आकार में इतना भी छोटा नहीं हैं। तो, शायद ये ही वजह हैं की; आज के वैज्ञानिक इसके बारे में आज भी इतनी उत्सुकता के साथ जानने का प्रयास कर रहें हैं।
निष्कर्ष – Conclusion :-
मंगल (Mysterious Spiders On Mars) के ऊपर इस तरह के अजीबो-गरीब चीजों का मिलना कोई पहली बात नहीं है। इस ग्रह पर यूरोपीय और अमेरिकी स्पेस एजन्सियाँ काफी समय पहले से ही अपने-अपने रोवर उतार चुकी हैं। इसलिए मंगल के ऊपर हमें काफी समय हो चुका है। वैसे कुछ वैज्ञानिक ये भी कहते हैं कि, मंगल के ऊपर एक बड़े उल्का पिंड का कहर बरपा होगा, जिससे काफी लंबे-लंबे रिजेस (ridges) आज हमें देखने को मिलते हैं।
सरल भाषा में कहूँ तो, एक उल्का पिंड के टक्कर से पैदा होने वाला इमपैक्ट फोर्स इतना अधिक होता हैं कि; इससे ग्रह की अंदरूनी सतह हिल जाती हैं और इसी से ही इतने बड़े-बड़े रिजेस और टीलों का निर्माण होते हैं। वैसे इस तरह की घटना काफी प्राचीन हो सकती हैं, जिसके सबूत आज हमें देखने को मिलते हैं। मंगल आज भी हमारे लिए एक पहेली है।