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दुनिया के सबसे विशालकाय टैंक्स जिनका आकार आपको चौंका देगा !

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15 सितम्बर 1916, world war 1 के दौरान सबसे पहला battlefield tank MARK 1, ब्रिटेन द्वारा युद्ध में इस्तेमाल किया गया जिसका वजन लगभग 27 से 28 टन था जिसे 8 crew members द्वारा control किया गया |

हालाँकि उस समय के tanks इतने ज्यादा कारगर साबित नहीं हुए पर आज technology का इस्तेमाल करके इन tanks में काफी ज्यादा improvements हो चुकी हैं और ताकत के साथ साथ इनका size भी काफी बड़ा हो चुका है |

इधर हम बात करेंगे अभी तक के बनाए गए कुछ विशालकाय यानि largest tanks के बारे में जिनमें से कईओं को युद्ध में भी इस्तेमाल किया गया है |

शुरुआत करते हैं india के best and largest tank Arjun से जिसे DRDO ने develop किया है । हालांकि इसकी development 1972 में ही शुरू हो गई थी पर 1996 में सरकार ने इसे भारी मात्रा में बनाने की मंजूरी दी । साल 2000 में indian army ने ऐसे 124 tanks order किये, जिनकी लागत लगभग 471 million dollars थी और 4 साल बाद यानी 2004 में सबसे पहले 16 arjun tanks produce और receive किए गए।

58.5 टन का ये अर्जुन tank 10.5 metre से ज्यादा लंबा, 3.8 metre चौड़ा और 2.3 मीटर ऊंचा है जो 120mm rifle gun के साथ कई explosive rounds fire करने में सक्षम है।

12.7mm और 7.62mm की 2 machine gun के साथ ये tank अपने blast proof canister में 39 rounds रखने में भी सक्षम है।इसके साथ ही इससे fire को जाने वाली missile की range 5km तक की हो सकती है और इसका engine और transmission system germany से import किया गया है जो 1400 hp की power generate ककर सकता है। इस tank को operate करने के लिए 4 crew members को जरूरत पड़ती है जिनमें 1 commander, 1gunner, 1 loader और 1 driver शामिल हैं। फिलहाल india ने इस tank के कई और variants भी develop किए हैं like Bhim SPH , Tank EX वगैरा।

 

अब india से बाहर चलें तो नंबर आता है अमेरिका के सबसे ज्यादा use किए जाने वाले tank, M1 Abrams Main battle tank की जिसे america ने 1972 से design करना शुरू किया और 1980 से लेकर आजतक ये US military द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है।

वजन में 62 टन भारी ये टैंक लगभग 10m लम्बा, 3.6m चौड़ा और 2.5m ऊंचा है।

इस tank में 105mm की एक main gun है जो कई projectiles औऱ penetrators को फायर करने में सक्षम है। इसके साथ ही इस tank में 3 secondary machine guns भी हैं और इसमें powerful AGT1500 multifuel turbine engine भी है जिसमें jet fuel, gasoline, diesel जैसे fuels का इस्तेमाल होता है। 4 crew members द्वारा operate किए जाने वाले इस tank की per unit cost लगभग 9 million dollars है।

अब physical dimensions यानी size को और आगे बढ़ाएं तो नंबर आता है काफी पुराने French tank , Char 2C का, जिसे फ्रांस ने 1917 में design करना शुरू किया और 1921 में इसे पेश किया गया। 69 टन भारी ये टैंक super heavy tanks की category में आता है और फ्रांस ने उस दौरान ऐसे 10 tanks ही बनाए।ये tank 10.2m लम्बा, 3m चौड़ा और 4m ऊंचा था जिसमें 75mm की main gun और 4 secondary machine guns थीं।

खास बात ये थी कि इस tank को operate करने के लिए 12 crew members की जरूरत पड़ती थी । हालांकि ये tanks थे तो काफी powerful पर 2nd world war के दौरान ये France army के लिए कारगर साबित नहीं हुए।

History में थोड़ा और जाएं तो बात करते हैं एक और super heavy tank, K Wagen की जिसे germans द्वारा world war1 के दौरान design किया गया था। हालांकि ऐसे 2 tanks ही Germany , world war 1 के खत्म होने तक बना पाई पर इन्हें कभी भी युद्ध में इस्तेमाल नहीं किया गया।

120 टन का ये टैंक 13m लंबा, 6m चौड़ा और 3m ऊंचा था और इसका size इतना बड़ा था कि इसे एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए इसके parts को rail द्वारा ले जाया जाता था और बाद में उन्हें assemble किया जाता था। इस tank में 2, 650hp के engines थे और इसकी स्पीड 7.5 km/h रखी गई थी। इस tank में 4 77m fortress guns और 7 मशीन guns थीं जिसे operate करने के लिए 27 crew members की जरूरत पड़ती थी ।

इन super heavy tanks की list में आगे बढ़ें तो नंबर आता है second world war के दौरान germany द्वारा बनाया गया Panzer VIII Maus ,  1944 के end तक complete किया गया। ये tank अभी तक का बनाया गया सबसे heaviest यानी भारी टैंक है जिसका वजन 188 टन है।

इस टैंक की लंबाई 10.2m , चौड़ाई 3.7m और ऊंचाई 3.6m थी जिसमें 128mm की एक main गन थी जो 3km से ज्यादा दूर तक के tanks को नष्ट करने में सक्षम था।इसके साथ ही ,इसकी सामने की steel plate 220mm मोटी थी और इसे operate करने के लिए 6 crew members लगते थे – 1 commander, 1 gunner, 2 loaders, 1 driver, 1 radio operator।

पर दोस्तों,  एक tank, जिनके सामने ये सभी tanks काफी छोटे मालूम होते वो होता Germany द्वारा design किया गया Landkreuzer p.1000 Ratte जिसे खुद Adolf Hitler ने approve किया था ।

हालांकि कुछ कारणों की वजह से ministry द्वारा इसे 1943 में cancel कर दिया गया।

इस टैंक के design की बात करें तो इसका वजन 1000 टन रखा गया था जिसकी लम्बाई 39m , चौड़ाई 14m और ऊंचाई 11m होने वाली थी। खास बात तो ये थी कि केवल 300 टन की इसमें युद्ध सामग्री ही रहने वाली थी।

इस टैंक में 2 marine diesel engines भी होने वाले थे जो 16000 hp तक कि power generate करते और इसकी स्पीड लगभग 40km/h तक रखी गई थी। इसके साथ ही इस टैंक में एक medical room और अलग से bathroom का भी proposal था और इसे operate करने के लिए 41 crew members की जरूरत पड़ने वाली थी। पर इसका size और weight ही इतना ज्यादा था कि इसे एक जगह से दूसरी जगह ले जाना लगभग असंभव ही था।

नीचे वीडियो देखना न भूलें !

 

 

 

 

Shubham

शुभम विज्ञानम के लेखक हैं, जिन्हें विज्ञान, गैजेट्स, रहस्य और पौराणिक विषयों में रूचि है। इसके अलावा ये पढ़ाई करते हैं।

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