
अंतरिक्ष में अगर इंसानों की घर की बात की जाये तो हमें वहां केवल अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन ही (international space station facts) दिखाई देता है। वर्तमान के समय में ये हमारे लिए अंतरिक्ष में बसा इकलौता ऐसा स्टेशन हैं, जिसे हम अंतरिक्ष में अपना घर मान सकते है। ऐसे में हमारे लिए ये स्टेशन काफी महत्वपूर्ण बन जाता है, क्योंकि इसी स्टेशन से ही आने वाले समय में होने वाले अंतरिक्ष के मिशन शुरू होंगे। वैसे ISS के बारे में मैंने पहले ही एक स्वतंत्र लेख में बता रखा है, परंतु अगर आपने उस लेख को अभी तक नहीं पढ़ा है; तो एक बार उस लेख को अवश्य ही पढ़ना न भूलें। इससे आप लोगों को ये लेख और भी बेहतर तरीके से समझ में आ जायेगा।

मित्रों! आज के इस लेख में हम चर्चा करेंगे ISS (international space station facts) से जुड़ी कई गज़ब के फ़ैकट्स के बारे में। तो, अगर आपने लेख को पढ़ना शुरू ही कर दिया है तो इसे अंत तक जरूर पढ़िएगा; क्योंकि की ISS से जुड़ी ऐसे लेख को आपको शायद ही कभी हिन्दी में पढ़ने को मिलें। तो, चलिये अब लेख को आगे बढ़ाते हैं और ISS के अद्भुत फ़ैकट्स तथा अंतरिक्ष में इसके आश्चर्यजनक आंकड़ों के बारे में जानते हैं।
विषय - सूची
अंतरराष्ट्रिय अंतरिक्ष स्टेशन के कुछ बेहद ही असाधारण बातें! – International Space Station Facts :-
लेख के इस भाग में हम ISS (International Space Station Facts) से जुड़ी रोचक बातों को, एक-एक करके जानेंगे; तो इस भाग को गौर से पढ़िएगा।
-
ISS के रफ्तार के बारे में सुनकर आपके होश ही उड़ जायेंगे, 90 मिनट में ही पूरे पृथ्वी का एक चक्कर लगा लेता है! :-
पृथ्वी में हम साधारण रूप से 100 या 120 km/hour के रफ्तार से यातायात करते हैं, परंतु अंतरिक्ष में होने वाली यातायात के सामने ये रफ्तार कछुए की चाल जैसा ही है। कहने का मतलब ये हैं की, अंतरिक्ष में जीतने भी यान या उपकरण स्थित हैं; उनका रफ्तार यहाँ के वाहनों से कई गुना ज्यादा तेज है।

उदाहरण के लिए आप ISS (International Space Station Facts) को ही देख लीजिये; अंतरिक्ष में ये 8km/second के रफ्तार से पृथ्वी की परिक्रमा करता है। इसी कारण से पृथ्वी की सिर्फ एक बार परिक्रमा करने के लिए इसे मात्र 90 मिनट का ही समय लगता है।
-
बहुत ही बड़ा है ISS और मौजूद है रहने लायक हर एक सुविधा! :-
लोगों को लगता हैं की, ISS एक छोटा सा यान है; परंतु मित्रों! बता दूँ की ये एक बहुत ही बड़ा अंतरिक्ष यान है। इसकी कुल लंबाई लगभग 109 मीटर तक हैं और इसके अंदर इंसानों के रहने लायक हर एक सुविधा मौजूद है। जगह की कमी आपको यहाँ पर शायद ही कभी नजर आये। यहाँ पर एक समय पर ज्यादा से ज्यादा 6 लोग एक साथ रह सकते है।

वैसे खास बात ये भी हैं की, इंसानों के द्वारा अंतरिक्ष में छोड़ा गया ये सबसे बड़ा अंतरिक्ष यान है! इसके अंदर का कुल घन दबाव 32,333 फिट तक का हैं और ये एक Boeing 747 जितना ही बड़ा (अंदर की जगह) है। मित्रों! ISS जो है ये रुष के Mir स्पेस स्टेशन से भी 4 गुना ज्यादा बड़ा है।
-
दुनिया की सबसे महंगी चीज़ है “ISS”, कीमत है 11 लाख करोड़ रुपये! :-
पृथ्वी और अंतरिक्ष दोनों में अगर मेँ कीमती चीजों की सूची बारे में बात करूँ तो, उस सूची में सबसे पहला नंबर “ISS” (international space station facts) का ही आता है। 11 लाख करोड़ रुपये के लागत से बना ये स्टेशन, इंसानों के पूरे इतिहास में बने सबसे महंगे प्रोजेक्ट्स में से एक है और वर्तमान में ये और भी महंगा होता जा रहा है।

4.ISS में पेशाब को इस्तेमाल किया जाता है, पीने के पानी को बनाने के लिए! :-
वर्तमान के समय में ISS के अंदर दो स्नान कक्ष (bathroom) मौजूद है। स्नान कक्ष से निकलने वाली पानी और स्टेशन में मौजूद क्रू तथा एक्सपेरीमेंट्स के लिए रखे जानवरों का मूत्र/पेशाब से ही ISS पर पीने के पानी को बनाया जाता है। हालांकि! पानी को कई चरण के फ़िल्टर की प्रक्रिया से साफ किया जाता है। इसी कारण से आपको ISS पर कभी पीने के पानी का कमी नहीं दिखाई देगा।

-
ISS में लगे Computer भी हैक (Hack) होते हैं! :-
ये बात तो सच हैं की, नासा ने ISS (international space station facts) के सुरक्षा के प्रति कोई कसर नहीं छोड़ा हैं, परंतु कुछ बार ऐसे भी मौके आये हैं; जहां पर ISS के कम्प्यूटर तक हैक हो जाते हैं। आंकड़ों की बात करें तो, अभी तक ISS के कम्प्यूटर कई बार हैक हो चुके हैं।

W32.Gammima.AG, नाम के एक कम्प्यूटर वायरस ने सबसे पहले ISS को कम्प्यूटर को हैक करवाया था। बता दूँ की, ये वायरस एक गेमिंग वेबसाइट से आया था। हालांकि! नासा ने इस वायरस को एक साधारण से वायरस ही बताया।
-
अंतरिक्ष का गंध होता है कुछ ऐसा, पता चलता है सिर्फ ISS पर! :-
पूरे सौर-मंडल में ISS ही एक ऐसी जगह हैं, जहां पर आप अंतरिक्ष के गंध को काफी अच्छे तरीके से सूंघ सकते है। ISS पर रह रहे वैज्ञानिकों का कहना हैं की, अंतरिक्ष का गंध “Metallic-ionization” के टाइप का होता है। कहने का तात्पर्य ये हैं की, अंतरिक्ष ज़्यादातर आइओनाइज्ड़ मेटल आईओन्स की तरह महकता है।

ISS में इसको आप डाकिंग सेक्शन के पास ही सूंघ सकते हैं, जहां पर ISS के दरवाजे नियमित रूप से खुलते रहते है।
-
आकाश में तीसरा सबसे चमकीला Object है ISS! :-
अकसर हम आकाश में तारों को झिलमिलाते हुए देखते हैं, परंतु वहाँ दूर अंतरिक्ष में कुछ ऐसी चीज़ें भी होती हैं जो की हमें ज्यादा बेहतर तरीके से दिखाई देती है। ज्यादा पास और चमकीले होने के कारण, इन्हें हम खुले-साफ आसमान में बड़े ही आसानी के साथ देख सकते है।

चाँद और शुक्र के बाद अंतरिक्ष में तीसरी सबसे चमकीली चीज़ है ISS। इसे आप आसानी से जरा गौर कर के भी देख सकते हैं। बता दूँ की, पृथ्वी से ISS एक उड़ रहे प्लेन की तरह ही दिखता है। तो, क्या आप भी इसे देखना चाहते है? जरूर ही बताइएगा।
-
ISS के अंदर लगे हुये हैं 12.8 km से भी ज्यादा लंबे तार! :-
स्टेशन से जुड़ी एक खास बात ये भी हैं की, इसमें 12.8 km लंबे तार लगे हुए है। वैसे मजे की बात ये हैं की, इतने लंबे तार लगे होने के कारण ये कई बार पेचीदा भी हो जाता हैं। क्योंकि इसका देखभाल नियमित रूप से करना भी एक काफी जरूरी बात है।

-
ISS पर खाना खाना भी होता हैं बहुत ही मुश्किल, सुनकर यकीन नहीं आयेगा! :-
मित्रों! ISS (international space station facts) पर जीतने भी अंतरिक्ष यात्री रहते हैं उन्हें दिन में 3 बार खाना खाना होता है। खाना खाते समय वो ऐसे बैठ कर खाना नहीं खा सकते है, क्योंकि डाइनिंग सेक्शन में तो कोई चेयर मौजूद ही नहीं रहता है। खाना खाते वक़्त उन्हें बड़े ही सावधानी से उड़ते-उड़ते और धीरे-धीरे खाना को अपने मुंह में डालना होता है जिससे खाना इधर-उधर स्टेशन के अंदर न फैले।

हर एक खाने का पैकेट सूखा और डिब्बों में दबाव के साथ बंद रहता है। जिससे खाना व्यवस्थित ढंग से ISS के अंदर रहे।
-
अंतरिक्ष स्टेशन के अंदर ऐसे बनता है ऑक्सिजन! :-
लोगों के मन में ये उत्सुकता रहती हैं की, ISS के अंदर आखिर कहाँ से ऑक्सिजन आता है! तो, मित्रों बता दूँ की; ISS में लगे Solar Panel से ही ISS को ऑक्सिजन की सप्लाइ होती है। “Electrolysis” के जरिये सोलर पैनल से बिजली को लाया जाता हैं और इसे पानी में प्रवाह किया जाता हैं। इससे पानी के कण ऑक्सिजन और हाइड्रोजन में टूट कर बंट जाते है; जिससे नियमित रूप से ISS के अंदर ऑक्सिजन की सप्लाइ चलती रहती है।

मित्रों! आपको ये लेख कैसा लगा; कमेंट कर के जरूर ही बताइएगा।
Source :- www.mentalfloss.com