नमस्कार! क्या कर रहे हैं आप सब? अब की बार गर्मी से शायद आपकी भी हालत मेरी तरह थोड़ी खराब ही होगी। परंतु जब भी मैं रात को छत पर चांद (Moon Facts in Hindi) को देखकर सोता हूँ, तब मानो ऐसा लगता है कि मेरी पूरे दिन की थकान उस वक्त चली गई हो। खैर, चांद से याद आया, आप सभी ने बचपन में बड़े-बुजुर्गों से चंदा मामा के विषय पर कहानी या कविता सुना ही होगा।
मित्रों! यहाँ पर आज मैं उसी चांद से जुड़ी रोचक बातें आपको बताने जा रहा हूँ, जिन्हें आपने शायद बचपन में नहीं सुना होगा। हालांकि, यहाँ पर बताई गई हर बात आपके लिए बहुत ही उपयोगी होगी क्योंकि हर एक बात विज्ञान से जुड़ी हुई है। वैसे, मैंने यहाँ और भी विशेष प्रकार की बातों का उल्लेख किया है, जिसे पढ़कर आपकी आँखें खुली की खुली रह जाएंगी। वैसे मैं आपको और भी बता दूँ कि यहाँ पर दी गई हर एक बात विशेष प्रकार की खोज के बाद ली गई है। इसलिए इसे आप धैर्य के साथ पढ़ें।
इसके अलावा, मैंने आपको और भी चांद (Moon Facts in Hindi) से जुड़ी ज्ञानवर्धक बातें बताऊंगा, जिसे आप पढ़कर निश्चित रूप से उपकृत होंगे। इसलिए बिना किसी देरी के चांद के रोचक बातों को जानने के लिए इस लेख में आगे बढ़ते हैं।
तो, चांद एक खगोलीय उपग्रह है, जो कि हमारे पृथ्वी के चारों तरफ घूमता रहता है। खैर, अब आप बोलोगे कि, “क्या बिनीत! यह तो चांद से जुड़ी रोचक बात तो नहीं है” तो, यहाँ थोड़ा ठहरिए, क्योंकि अभी तो कहानी शुरू हुई है।
विषय - सूची
चाँद क्या है और इससे जुड़ी कुछ खगोलीय बातें (Moon Facts In Hindi)
अब यहाँ पर आपके सामने मैं चाँद से जुड़ी कुछ खगोलीय रोचक बातों को (Moon Facts In Hindi) रखने जा रहा हूँ। क्योंकि अगर आप इसे अच्छे से समझ जाएंगे, तो आपको बाद की बातों को समझने में काफी आसानी होगी।
चाँद हमारे सौर मंडल में पाँचवां सबसे बड़ा उपग्रह है। हमारे चाँद की आयु हमारी पृथ्वी के करीब है। इसे बने 4.51 अरब साल हो चुके हैं। यहाँ पर ज़्यादातर लोगों को एक भ्रम है कि वे चाँद की दोनों सतहों को देख सकते हैं। परंतु मैं आपको बता दूँ कि आप जितना भी कोशिश कर लें, आप सिर्फ चाँद की एक ही सतह को देख पाएंगे। परंतु ऐसा क्यों? कभी सोचा है! नहीं ना, कोई बात नहीं, मैं हूँ ना! दोस्तों, हमारा चाँद हमारी पृथ्वी के साथ Synchronous rotation (एक साथ एक ही वेग में घूमना) में है। इसलिए हम इसका सिर्फ एक ही सतह को देख सकते हैं।
हम चाँद की जिस सतह को देखते हैं, उस पर एक बड़े गड्ढे को हमेशा ही देखते हैं। यहाँ मैं आपको बता दूँ कि उस गड्ढे का नाम उसके पास मौजूद ज्वालामुखी Maria के नाम से ही बहुत प्रसिद्ध है।
सूर्य के अलावा चाँद ही है, जिसे हम अपनी खुली आँखों से अच्छे तरीके से देख सकते हैं। इसके साथ-साथ यह हमारे आसमान में मौजूद दूसरा सबसे चमकीला खगोलीय पिंड है, जो हमेशा पृथ्वी के आकाश में मौजूद रहता है।
पृथ्वी से चाँद की दूरी 3,84,402 किमी है। इसी तरह चाँद का आकार हमारे आसमान में लगभग सूर्य जितना ही दिखता है, क्योंकि सूर्य चाँद के मुकाबले काफी दूर है।
चाँद की खगोलीय रूपरेखा (Moon Astronomical Profile In Hindi)
- भू-मध्य व्यास (Equatorial Radius) – 1738.1 किमी
- ध्रुवीय व्यास (Polar Radius) – 1736.0 किमी
- द्रव्यमान (Mass) – 7.346×1022 kg किग्रा
- सतह का क्षेत्रफल – 3.793×107 km2
- आयतन (Volume) – 2.1958×1010 km3
- पलायन वेग (Escape Velocity) – 2.38 किमी/सेकंड
- गुरुत्वाकर्षण बल (Gravity) – 1.622 m/s2
- वायुमंडलीय दबाव (Atmospheric Pressure) – 10−7 पास्कल
- त्रिज्या (Radius) – 1737.4 किमी
तो, मित्रों! ऊपर मैंने चाँद से जुड़ी कुछ खगोलीय तथ्यों का (Moon Facts in Hindi) जिक्र किया है। इसलिए मैं चाहता हूँ कि आप सभी इन ऊपर लिखे तथ्यों को अच्छे से पढ़ें, क्योंकि यह आपको बाद में काफी काम आएगा।
अब चाँद से जुड़ी रोचक बातें (Moon Facts in Hindi) के इस लेख में बारी आई है, चाँद से जुड़ी अनकही और अनसुनी रोचक बातों की। तो, चलिए उन बातों को एक-एक करके जानते हैं।
चाँद से जुड़ी कुछ रोचक बातें (Amazing Moon Facts in Hindi)
हालाँकि आपने अभी-अभी ऊपर चाँद से जुड़ी कुछ खगोलीय रोचक बातों (Moon Facts In Hindi) को जाना| परंतु ( but ) अब ( now ) भी ऐसी कुछ बातें शेष हैं , जिसे आपका जानना बहुत ही जरूरी है| तो, चलिए जानते हैं!
1. बडा रहस्यमय है चाँद का बनना (How Moon Was Formed in Hindi)
मैं मानता हूँ कि Black Hole और Quasars की तरह अंतरिक्ष में शायद ही और कोई इतना रहस्यमय चीज़ होगी। परंतु क्या आप जानते हैं चाँद के बनने का रहस्य? आज विज्ञान की इतनी उन्नति होने के बाद भी इसके बारे में इतनी चर्चा नहीं होती है, और इसके पीछे का कारण है इसका रहस्यमय होना।
जब चाँद बना तब से लेकर आज तक इसकी उत्पत्ति को लेकर काफी सारे विवाद हुए हैं। परंतु आखिरकार वैज्ञानिकों ने एक थिओरी के हिसाब से चाँद की उत्पत्ति का अनुमान लगाने में सफलता पाई है।
Robert Massey ने कहा है कि हमारी पृथ्वी (प्रारंभिक पृथ्वी) और Theia (मंगल के आकार का) नामक एक खगोलीय पिंड के आपसी टकराव से आज के चाँद का जन्म हुआ है। कुछ वैज्ञानिक यहाँ तक भी कहते हैं कि Dinosaur को खत्म करने वाली उल्का पिंड के टकराव से यह टकराव 100 मिलियन गुना ज्यादा बड़ा था।
2. चाँद की दूरी और आकार
आज से कई साल पहले हमारा चाँद पृथ्वी की सतह से 10 गुना ज्यादा पास था। इसलिए यह उस समय आसमान में 10 गुना ज्यादा बड़ा दिखता था। मित्रों! यहाँ पर थोड़ा सोचिए कि अगर आप आज के चाँद के हिसाब से 10 गुना बड़ा चाँद देखेंगे तो आपका भाव उस समय क्या होगा?
इसी तरह कुछ वैज्ञानिक यह भी कहते हैं कि चाँद पृथ्वी से सिर्फ 20,000 किमी से 30,000 किमी तक की दूरी पर मौजूद था, जो आज की दूरी के हिसाब से 12 से 14 गुना कम है। यहाँ मैं आपको और भी बता दूँ कि पृथ्वी के घूमने से पैदा हुए बल के कारण चाँद प्रति साल 3.78 सेमी हमसे दूर जा रहा है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि आपका नाखून भी एक साल में 3.78 सेमी ही बढ़ता है। तो, यहाँ थोड़ा सोचिए कि एक दिन ऐसा भी आएगा जब पृथ्वी के लोग चाँद को भी देख नहीं पाएंगे। परंतु अभी के लिए आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है।
3. बारूद की तरह महकती है चाँद की सतह (Moon Smells Like Gun Powder)
यह बात चाँद से जुड़ी रोचक बातों की (Moon Facts in Hindi) सूची में सबसे खास है, क्योंकि ऐसी तथ्य आपने शायद ही पहले कभी सुना होगा। Apollo 17 के एक मिशन के दौरान एक अंतरिक्ष यात्री के पोशाक में चाँद की सतह की मिट्टी लग गई। बाद में जब वह मिट्टी को सूंघा गया तो, पता चला कि वह बंदूक की गोली में इस्तेमाल किए जाने वाले बारूद की तरह महकती है।
वास्तव में हमारा अंतरिक्ष बहुत सारे अजूबों से भरा हुआ है। अगर आपको भी इस तरीके के अजूबों के बारे में और अधिक जानना है तो, इस लेख को भी आप एक बार जरूर पढ़ें। विशेषकर अगर आप रसायन विज्ञान में रुचि रखते हैं, तो आप इस लेख को भी पढ़ना ना भूलें।
वैसे पृथ्वी के विपरीत चाँद पर कोई भी वायुमंडल न होने के कारण चाँद की मिट्टी को उड़ाने के लिए कोई भी हवा मौजूद नहीं है।
4. आप उबल सकते हैं चाँद की सतह पर
मैंने अभी-अभी ही ऊपर आपको बताया है कि, चाँद पर किसी भी प्रकार का कोई वायुमंडल नहीं है। इसलिए इसकी सतह कभी भी अचानक बदल सकती है। वायुमंडल की अनुपस्थिति में चाँद का एक हिस्सा जब ठंड से जमा होता है, तो दूसरा हिस्सा सूर्य के प्रकाश से जल रहा होता है।
यहाँ मैं आपको बता दूँ कि, चाँद की सतह का तापमान 123°C से लेकर -233°C तक हो सकता है। दिन में जहाँ इसकी तापमान 107°C होती है, तो वहाँ रात में यह घटकर -153°C तक पहुँच जाता है।
इसके अलावा, चाँद में मौजूद वातावरण का दबाव इतना कम होता है कि यह आपके शरीर को काफी नुकसान पहुंचा सकता है।
5. चाँद मे मौजूद हो सकती है प्रयोगशाला (A laboratory On Moon)
आपने कभी अंटार्कटिका की प्रयोगशालाओं के बारे में पढ़ा है? अगर पढ़ा होगा तो आपको पता होगा कि ये प्रयोगशालाएँ कितने प्रतिकूल वातावरण में मौजूद हैं। परंतु अगर आपने नहीं पढ़ा भी है तो कोई बात नहीं।
खैर, NASA ने 2020 के अंत तक अपने वैज्ञानिकों को चाँद पर उतारने का पहले से ही मन बना लिया था। NASA का कहना है कि, अगर चाँद पर किसी भी प्रकार से एक प्रयोगशाला खोली जाए तो, हम इसके माध्यम से अंतरिक्ष में छुपे और भी रहस्यों को उजागर कर सकते हैं। पर अभी तक हम किसी भी तरह की कोई लैब चंद्रमा पर नहीं बना सके हैं। आर्टिमिश मिशन के बाद हो सकता है ये संभव हो।
6. चाँद पर भी हो सकता है जीवन (Life on Moon)
मैंने अपने ही एक पहले के लेख में Terraforming के ऊपर विस्तृत बात की है। इसलिए अगर आप इसके बारे में नहीं जानते तो उस लेख को एक बार जरूर पढ़ें। मैंने वहाँ किस तरीके से हम अन्य ग्रहों और उपग्रहों पर जीवन की शुरुआत कर सकते हैं, इस पर आलोचना की है।
खैर, अब मुख्य विषय पर आते हैं। आपको अब भारतीय होने पर बहुत ही गर्व होने वाला है, क्योंकि इतिहास में पहली बार भारत ने अपने चंद्रयान-1 के मिशन के दौरान चाँद पर पानी की खोज की है। इसके अलाबा चंद्रयान -3 के सफल मिशन में हमने पहली बार चंद्रमा के के दक्षिणी ध्रुव पर पानी की खोज की। यह पानी बर्फ के रूप में गहरे गड्ढों में जमा है। इससे चंद्रमा पर मानव बस्ती बसाने की संभावनाएं बढ़ गई हैं।
7. चाँद पर बने गड्ढों का अपना ही है एक इतिहास (Moon craters Hindi)
बिना किसी वायुमंडल के चलते चाँद पर नियमित रूप से उल्का पिंड गिरने की वजह से काफी सारे गड्ढे बने हुए हैं। इसी कारण से हम हमेशा से ही चाँद के इन गड्ढों की मदद से हमारे सौर मंडल से जुड़ी बातों को जानने में लगे रहे हैं।
मित्रों! मैं यहाँ और भी बता दूँ कि, ये गड्ढे कोई आम गड्ढे नहीं हैं। ये, हमारे ब्रह्मांड की धरोहर हैं। इसलिए हमें इनसे इनका इतिहास जानना चाहिए। आज के समय में हमने 190 गड्ढों को पहचान लिया है। परंतु वैज्ञानिकों का कहना है कि, इस प्रकार के और भी कई सारे (millions) गड्ढे चाँद पर मौजूद हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
मित्रों! आज के इस लेख का अंतिम हिस्सा आ गया है। इसलिए मैं यहाँ पर आपसे कुछ आग्रह जरूर करना चाहूँगा। मित्रों, जैसे एक दिन कभी अच्छा रहता है तो, एक दिन कभी हमारे लिए बुरा भी रहता है। बिल्कुल इसी प्रकार से चाँद को भी ग्रहण लगता है, तो कभी यह पूर्ण रूप में आकार आसमान की शोभा बढ़ाता है।
परंतु दोस्तों, क्या हम चाँद की भांति कभी हमारे जीवन में हार न मानकर अपना कर्तव्य करते हैं? क्या कभी हम चाँद की तरह उदास न होकर अपने रास्ते पर अटल रहते हैं? देखिए ऊपर मैंने चाँद से जुड़ी कई रोचक बातों (Moon Facts in Hindi) का उल्लेख किया है। परंतु अगर हम किसी भी खगोलीय पिंड को तार्किक रूप से विश्लेषण करेंगे तो, तब हमें इन पिंडों का असली महत्व पता चलेगा।
इसलिए मैं भी आपसे यह आशा करूंगा कि, आप भी चाँद से कुछ शिक्षा प्राप्त करें और अपने जीवन को सही रूप से सार्थक करें। वैसे जाते-जाते एक और बिनती आपसे करना चाहूँगा कि, अगर आपको इस तरीके के विषय पर और भी लेख चाहिए तो अपना सुझाव जरूर रखें। क्योंकि इससे हमें बहुत प्रेरणा मिलती है।