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Uranium Facts In Hindi – यूरेनियम के बारे में रोचक जानकारी!

यूरेनियम को खत्म होने में लगते हैं 4.5 अरब साल।

दुनिया के बारे में एक अहम बात ये है कि, ये कभी भी अपनी रूप बदल सकती है। पृथ्वी के ऊपर जीवन लाखों सालों से पनप रहीं है और जैसे-जैसे इंसान उन्नत होता जा रहा है, वैसे-वैसे पृथ्वी में बसे जीवन पर भी खतरा बढ़ता जा रहा है। आज दुनिया का हाल कुछ ऐसा है कि, सब को परमाणु युद्ध की चिंता सता रही है। परमाणु बमों में इस्तेमाल होने वाले यूरेनियम (uranium facts in hindi) का घातक प्रभाव आज लोगों के मन में काफी समय बाद फिर से एक बार ताजा हो गया है। क्योंकि इंसानों ने इसके प्रभाव को पहले से ही देख रखा है।

Art deco molded green uranium glass lit by UV light on a table. The uranium glows green with fluorescence.
हरे रंग वाला यूरेनियम। | Credit: How Stuff Work.

द्वितीय विश्व युद्ध में अमेरिका ने लिटिल बॉय” नाम के एक यूरेनियम (uranium facts in hindi) बम को इस्तेमाल करके जो तबाही मचाई थी, उसको जापान समेत पूरी मानव जाती कभी नहीं भूल सकती है। अब रूस-यूक्रेन युद्ध में हालत कुछ ऐसा हो चुका है कि, रूस ने यूक्रेन के कई परमाणु ऊर्जा वाले प्लांट को अपने कब्जे में ले लिया है। ऐसे में बार-बार ये खबर भी आ रही है कि, रूसी सेना के द्वारा इन न्यूलीक्यर प्लांट्स को मिसाइल से ध्वस्त किया जा रहा है। जिससे रेडिएशन का खतरा काफी ज्यादा बढ़ गया है। ऐसे में यूरेनियम के बारे में कुछ मूलभूत बातों को जान लेना, हर किसी के उपयोगी रहेगा।

तो, चलिए अब लेख को आगे बढ़ाते हुए यूरेनियम के कुछ अहम बातों के बारे में जान लेते हैं।

यूरेनियम क्या है ? – What is Uranium in Hindi? :-

रसायन विज्ञान के हिसाब से यूरेनियम (uranium facts in hindi) एक रासायनिक पदार्थ है, जिसका एटमी नंबर 92 है। दीखने में सिल्वर-ग्रे रंग का दिखने वाला ये पदार्थ असल में एक रेडियोएक्टिव पदार्थ है। जो कि मूल रूप से परमाणु बमों और परमाणु ऊर्जा को बाहर निकालने में किया जाता है”। अधिक जानकारी के लिए बता दूँ कि, ये पदार्थ पीरियोडिक टेबल में “एक्टिनाइड(actinides) सीरीज” के अंतर्गत आता है। वैसे सबसे अहम बात ये है कि, इस पदार्थ को सिंबल “U” से सूचित किया जाता है। मूल रूप से यूरेनियम-235 (यूरेनियम का आइसोटोप) को परमाणु बमों में इस्तेमाल किया जाता है।

यूरेनियम के बारे में रोचक जानकारी - Uranium Facts In Hindi.
यूरेनियम से होता हैं रेडिएशन का खतरा। | Credit: The Economic Times.

मित्रों! साल 1945, अगस्त 6 तारीख को अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा पर एटम बम से हलमा किया था। ये बम यूरेनियम से बना था और ये इतना घातक था कि पल भर में ही कई हजारों-लाखों लोग इसके चपेट में आकर मर गए थे। बता दूँ कि, जिस बम को हिरोशिमा में गिराया गया था, उसकी लंबाई लगभग “3 मीटर” तक थी। वैसे एक खास बात ये भी है कि, ये बम न्यूक्लियर फ़िशन वाले रिएक्शन के ऊपर काम करता है और इसमें यूरेनियम-235 का इस्तेमाल होता है। रोचक बात ये है भी है कि, यूरेनियम-235 ही न्यूक्लियर फ़िशन रिएक्शन को आरंभ कर सकता है।

यूरेनियम के बारे में कुछ बहुत ही रोचक बातें! – Uranium Facts In Hindi! :-

यूरेनियम का न्यूक्लियस कभी भी स्थिर (Stable) नहीं होता है और ये हमेशा स्थिर होने की कोशिश में रहता है। इसलिए ये लगातार क्षरित होता रहता है। वैसे यूरेनियम ही वो पदार्थ है जिसके कारण आज हम रेडियो एक्टिविटी के बारे में इतना कुछ जान पाएँ हैं।“Martin Heinrich Klaproth” ने सबसे पहले यूरेनियम के बारे में दुनिया को सूचित किया था। परंतु एक बहुत बड़े खोज के चलते साल 1903 में  मैरी और पैरी क्यूरी को इस पदार्थ से आधारित नोबल पुरस्कार भी मिला था।

चलिए लेख के इस भाग में यूरेनियम (uranium facts in hindi) से जुड़ी कुछ बहुत ही खास बातों को जान लेते हैं। जिसके बारे में हम लेख के आरंभ से ही बात करते आ रहें हैं।

1) हिरोशिमा पर गिरने वाले बम “लिटिल बॉय” का मात्र 1.38% यूरेनियम ही एक्टिव हो कर फट पाया था! :-

आप को जानकर हैरानी होगी कि, हिरोशिमा पर गिरने वाले बम में लगभग 64 kg तक यूरेनियम मौजूद था। परंतु वैज्ञानिकों के अनुसार बम में मौजूद कुल यूरेनियम (uranium facts in hindi) से मात्र 1.38% हिस्से वाला यूरेनियम ने ही न्यूक्लियर फ़िशन में भाग ले कर हिरोशिमा में तबाही मचा दी थी। सोचिए अगर बम का 100% यूरेनियम ब्लास्ट हुआ होता, तो हिरोशिमा की बरबादी कितनी गंभीर हो सकती थी।

यूरेनियम के बारे में रोचक जानकारी - Uranium Facts In Hindi.
लिटिल बॉय बम की फोटो। | Credit: Wikimedia.

2) हवा में फट कर भी इतनी तबाही, जितना की आप कल्पना भी नहीं कर सकते थे! :-

अगर आप लोगों को लगता है कि, हिरोशिमा पर फटने वाला बम जमीन पर गिरकर ही फटा था, तब आप लोग बिलकुल गलत हैं। ज़्यादातर लोगों के मन में ये भावना रहती है कि, हर एक बम किसी टक्कर के बाद ही फटता है। परंतु दोस्तों ये बात सच नहीं हैं, हिरोशिमा पर गिरने वाला बम जमीन से लगभग 509 मीटर की ऊँचाई पर फटा था।

यूरेनियम के बारे में रोचक जानकारी - Uranium Facts In Hindi.
हिरोशिमा में लिटिल बॉय के द्वारा की गई तबाही की ताकत। | Credit: Tampa Bay Times.

इतनी ऊँचाई पर फटने के बाद भी, धमाका इतना प्रचंड था कि ग्राउंड ज़ीरो से एक मील के अंदर आने वाले सारे घर धूल में मिट गए थे। इसके अलावा ग्राउंड जीरो से लगभग 7 किलोमीटर के अंदर आने वाली कोई भी चीज़ भाप बनकर उड़ गई थी। मित्रों! ब्लास्ट के कारण बना फ़ायरबॉल इतना घातक था कि, इसके सामने आने वाली हर एक चीज़ तबाह हो गई थी।

3) 4.5 अरब वर्षों तक खत्म नहीं होता है यूरेनियम! :-

कई लोगों को जानकर हैरानी होगी कि, यूरेनियम (uranium facts in hindi) लगभग 4.5 अरब वर्षों तक खत्म ही नही होता हैं। अरबों वर्षों तक ये जैवमंडल में रह कर अपनी रेडियोएक्टिविटी से ये पर्यावरण को काफी हानी पहुंचाता रहता है। काफी अधिक हाल्फ-लाइफ पिरियड होने के कारण ये सबसे पहले रेडियम-226, उसके बाद रेडन-222 और आखिर में पोलोनियम-210 में परिवर्तित होता है। बाद में ये एक स्टेबल न्यूक्लियस को प्राप्त हो कर “सीसा” (Lead) में परिवर्तित हो जाता है।

यूरेनियम के बारे में रोचक जानकारी - Uranium Facts In Hindi.
अरबों सालों तक यूरेनियम खराब ही नहीं होता हैं। | Credit: You Tube.

4) इसको आविष्कार करते-करते वैज्ञानिक की हो गई थी मौत! :-

मैरी क्यूरी का नाम तो दुनिया भर में प्रसिद्ध है। ये दुनिया की उन चुनिंदा महिलाओं में से एक हैं, जिनका अवदान विज्ञान कभी नहीं भूल सकता है। जिस शिद्दत से मैरी क्यूरी ने रेडियोएक्टिव पदार्थों की खोजें कीं थी, उसको देख कर किसी का भी सर उनके सामने स्वतः झुक जाएगा। उन्होंने रेडियोएक्टिव पदार्थों के साथ इतना काम किया कि, बाद में उसी के चलते ही उनकी मौत भी हो गई थी।

यूरेनियम के बारे में रोचक जानकारी - Uranium Facts In Hindi.
मैरी क्यूरी की फोटो। | Credit: Medium.

हेवि रेडिएशन (Heavy Radiation) के कारण उनके बोन मैरो में बन रहें आरबीसी कि संख्या काफी कम हो गई थी। जिसके चलते उन्हे “Aplastic Anemia” कि बीमारी हो गई थी और बाद में उनकी मौत का कारण बनी थी।

5) शुद्ध यूरेनियम का रंग होता है बहुत ही खास! :-

शुद्ध यूरेनियम (uranium facts in hindi) का रंग थोड़ा अलग होता है। आम तौर पर इसका रंग सिल्वर-ग्रे कलर का होता है। आप इस रंग के आधार पर भी यूरेनियम कि शुद्धता के बारे में भी पता लगा सकते हं। हालांकि! एक गौर करने वाली बात ये भी हैं कि, शुद्ध यूरेनियम हवा के संपर्क में आने के बाद काफी तेजी से ऑक्सीडाइज़ भी हो जाता है।

Purest Form of Uranium.
विशुद्ध यूरेनियम। | Credit: Live Science.

6) आम तौर पर इस्तेमाल होने वाले यूरानियम का रंग होता हैं काफी अलग! :-

इंटरनेट पर अगर आप यूरेनियम सर्च करेंगे, तब आपको तस्वीरों में पीले रंग का पदार्थ देखने को मिलेगा। अब आप में से कुछ लोग बोलेंगे कि, मैंने तो अभी-अभी यूरेनियम का रंग सिल्वर-ग्रे बताया है। तब ये पीले रंग का पदार्थ अब बीच में कहाँ से आ गया। मित्रों! आप लोगों को बता दूँ कि, जिस अवस्था में यूरेनियम को बेचा जाता है उसे यैलो कैक” कहते हैं।

यूरेनियम के बारे में रोचक जानकारी।
आम तौर पर इस्तेमाल होने वाले यूरेनियम की फोटो।

ये केक देखने में पीले रंग का होता है, जो कि सॉलिड यूरेनियम ऑक्साइड है। इसलिए आपको इंटरनेट पर यूरेनियम के सर्च रिज़ल्ट में पीले रंग का पदार्थ देखने को मिलता है। जो कि देखने में काफी ज्यादा आकर्षक और अच्छा लगता है। तो, मित्रों मैंने ऊपर यूरेमियम से जुड़ी कुछ बहुत ही रोचक बातों को आप लोगों को बताया है, आशा है कि आप लोगों को पसंद आया होगा।

Bineet Patel

मैं एक उत्साही लेखक हूँ, जिसे विज्ञान के सभी विषय पसंद है, पर मुझे जो खास पसंद है वो है अंतरिक्ष विज्ञान और भौतिक विज्ञान, इसके अलावा मुझे तथ्य और रहस्य उजागर करना भी पसंद है।

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