जुपिटर हमारे सौर-मंडल का सबसे विशाल ग्रह है, आकार में यह धरती से 1300 गुना बड़ा है। जुपिटर पर हमारे ग्रह की तरह जीवन नहीं है और वह एक विशाल गैस का ग्रह है।
जुपिटर पर पिछले 350 वर्षों से एक भयानक तूफ़ान चल रहा है, यदि आप इस तूफ़ान के आकार की बात करें तो इसमें खुद तीन धरती जैसे विशाल ग्रह समा सकते हैं। नासा का अन्तरिक्ष यान जूनो, जुपिटर यानि बृहस्पति ग्रह के ‘ग्रेट रेड स्पॉट (Great Red Spot) ’ से केवल 5,600 मील ऊपर से गुज़रा। ‘ग्रेट रेड स्पॉट’ एक तूफ़ान है, जो जुपिटर पर लगभग 350 वर्षों से अधिक समय से मौजूद है।
नासा के ग्रह विज्ञान के डायरेक्टर जिम ग्रीन ने कहा कि-
बृहस्पति ग्रह के ‘ग्रेट रेड स्पॉट’ के तूफ़ान की फ़ोटो को क़ैद करना विज्ञान की अद्भुत कला है.उन्होंने यह भी कहा कि इन तस्वीरों को सबसे शेयर करके हमें बेहद ख़ुशी मिली है
यह अन्तरिक्ष यान जूनो की बृहस्पति की ऑर्बिट में छठी उड़ान थी. नासा के वैज्ञानिकों का कहना है कि, रेड स्पॉट से गुज़रते वक़्त जूनो के सभी Instrument और कैमरे ठीक तरह से काम कर रहे थे।
नासा ने इन तस्वीरों को खीचनें के लिए एक खास प्रकार के यंत्र की मदद ली जिसे जूनोकैम (JunoCam ) कहते हैं, इससे उसने काफी नजदीक जाकर के इस विशाल तूफ़ान की अद्भुत तस्वीर खींची है।
यदि आप जूनो यान की और तस्वीर देखना चाहते हैं तो इस लिंक पर जरुर जायें।