जब भी हम ब्रह्मांड के बारे में सोचते हैं तो आश्चर्य से भर जाते हैं, इस विशाल कल्पना से भरे ब्रह्मांड का ना तो हमें छोर दिखता है और ना ही कोई अंत। इसके बारे में बस हम सोच ही सकते हैं। पर वैज्ञानिक हम लोगों से अलग सोचते हैं, वे गणित और भौतिकी के सिद्धांतो के आधार पर काम करते हैं।
वैज्ञानिकों की बिग-बैंग थ्योरी के मुताबिक इस ब्रह्मांड का जन्म 14 अरब साल पहले हुआ था, एक छोटे से बिंदू से ये फटा और ये इसके विस्फोट की उर्जा से इस ब्रह्मांड का जन्म हुआ। आज इस ब्रह्मांड में 200 अरब से ज्यादा आकाशगंगाये हैं तो हर आकाशगंगा में उतने ही तारे मौजूद हैं।
बिग – बैंग थ्योरी
बिग – बैंग थ्योरी के मुताबिक जबसे यह ब्रह्मांड पैदा हुआ है तभी से यह फैल रहा है और इसका फैलाव प्रकाश की गति से भी जादा है, उदाहरण के लिए जैसे इस ब्रह्मांड का जन्म 14 अरब वर्ष पहले हुआ तो इस ब्रह्मांड का फैलाव भी 14 अरब प्रकाश वर्ष का ही होना चाहिए ( प्रकाश से तेज इस ब्रह्मांड में कोई भी वस्तु नहीं चलती है) पर वास्तव में इसका फैलाव 93 अरब वर्ष का है जो प्रकाश की गति को चुनौती देता है।
– ब्रह्मांड की इस सच्चाई के सामने NASA और ISRO के वैज्ञानिकों के होश उड़े हुए हैं, आखिर क्यों??
93 अरब प्रकाश वर्ष का ब्रह्मांड
पर 93 अरब प्रकाश वर्ष का ब्रह्मांड ही क्या वास्तव में ब्रह्मांड है, क्या ये जो बह्मांड 14 अरब साल पहले बना क्या वही एकमात्र ब्रह्मांड है या इसके आगे या पीछे भी कुछ है? यह सावल इसलिए भी उठता है क्योंकि हम किसी भी वस्तु को तब ही देख सकते हैं जब उस वस्तु से प्रकाश यानि की लाइट टकराकर के हमारी आँखो में आये, पर कुछ वैज्ञानिक इसी को आधार बनाकर ये भी दावा करते हैं कि जो 14 अरब साल हम इस ब्रह्मांड की उम्र बताते हैं वह वास्तव में 14 अरब साल पहले का प्रकाश है जो अब जाकर के हमारे पास पहुँचा है, और हमें यही 14 अरब साल का ब्रह्मांड दिखता है।
– ब्रह्मांड में आप अकेले नहीं है आपके अरबों रूप एक साथ अलग-अलग ब्रह्मांड में रहते हैं
आखिर असली ब्रह्मांड कितना बड़ा है
अब इसी सिद्धांत और विचार से एक सावल उठता है कि अगर हम जिस ब्रह्मांड को देखते हैं और समझते हैं क्या वह उतना ही बड़ा है या इससे भी अरबों – खरबों गुना बड़ा है, इसी सवाल के जवाब को इस वीडियो में आपके लिए समझाया गया है जिसे आपको जरूर देखना चाहिए…