
दूरसंचार नियामक ट्राई नयी मोबाइल कंपनियों द्वारा सेवाओं के परीक्षण के बारे में नियम बनाने की मंशा रखता है। इस बारे में परामर्श मई में शुरू किया जा सकता है। यह नियम दूरसंचार कंपनी द्वारा अपनी नयी सेवा की वाणिज्यिक शुरआत से पहले उसके परीक्षण के बारे में होंगे।
यह पहल पिछले साल रिलांयस जियो की दूरसंचार सेवा क्षेत्र में आगवानी के बाद की जा रही है। मौजूदा दूरसंचार कंपनियों ने मांग उठाई कि कंपनियों की परीक्षण सेवाओं के बारे में स्पष्ट नियम होने चाहिएं। यानी इस परीक्षण अवधि में किस की सेवाओं की पेशकश किस स्तर पर की जा सकती है यह सब तय होना चाहिए। जानकार सूत्रों ने कहा कि इस बारे में परामर्श पत्र मई तक जारी किया जा सकता है।
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हाल ही में कुछ समय पहले दूरसंचार विभाग ने बयान में कहा, ‘‘करीब 2,20,935 उपभोक्ता सर्वेक्षण में शामिल हुए। इनमें से 1,38,072 ने कहा कि उन्हें कॉल ड्रॉप की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यह सर्वेक्षण आटोमेटेड कॉल सर्विस के जरिए 23 दिसंबर से 28 फरवरी, 2017 के दौरान किया गया। इसमें सीधे उपभोक्ताओं से राय ली गई।
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दूरसंचार विभाग की आटोमेटेड कॉल सर्विस या इंटिग्रेटेड वॉयस रेस्पॉन्स सिस्टम (आईवीआरएस) ने सभी दूरसंचार प्रदाताओं के ग्राहकों को 16.61 लाख कॉल कीं। बयान में कहा गया है कि उपभोक्ताओं के मिली राय से पता चलता है कि ‘इंडोर’ में कॉल ड्रॉप की समस्या अधिक होती है।
Source – PTI