Sombrero Galaxy Facts Hindi – आप सभी जानते ही हैं कि आकाशगंगा को तारों का घर कहा जाता है। हर आकाशगंगा में अरबों-खरबों तक तारें होते हैं। हमारा तारा सूर्य भी ऐसी ही आकाशगंगा में रहता है जिसे मिल्की वे (Milky Way Galaxy) के नाम से जाना जाता है। तारे आकाशगंगा की परिक्रमा करते हैं।
आपने हमारे पिछले लेख में एंड्रोमेडा गैलेक्सी के बारे में जाना था तो आज उसी कड़ी में हम आपको सोम्ब्रेरो गैलेक्सी (Sombrero Galaxy) के बारे में रोचक तथ्य बतायेंगे जिन्हें आपको जरूर जानना चाहिए.
सोम्ब्रेरो गैलेक्सी पृथ्वी से दिखाई देने वाली सबसे असामान्य सी लगने वाली सर्पिल (Spiral) आकाशगंगाओं में से एक है। इसका चमकदार नाभिक केंद्र, और मध्य में एक उभार और इसकी स्पाइरल भुजाएं ऐसा लगता है मनो एक मोटी धूल की लेन के साथ थ्रेडेड की गईं हों।
धूल की लेन एक अंगूठी की तरह है जो आकाशगंगा की तलछट और उभार को घेरती है, और यह आकाशगंगा कई तरह की गैसों, धूल और हाइड्रोजन गैस से समृद्ध है। क्योंकि इसमें तारों के बनने के लिए सभी आवश्यक तत्व हैं, जिसके कारण वैज्ञानिकों को आश्चर्य नहीं है क्योंकि खगोलविदों ने तारों के बनानें वाली कई साइटों को इसके अंदर पाया है।
सोम्ब्रेरो गैलेक्सी प्रोफाइल – Sombrero Galaxy Profile
पदनाम(Designation) : | M104 या NGC 4594 |
प्रकार (Type): | कुंडली (Spiral) |
व्यास(Diameter): | 50,000 Light Years |
दूरी(Distance): | 29 Million Light Years |
द्रव्यमान(Mass): | 800 अरब सूर्यों के बराबर |
नक्षत्र(Constellation): | कन्या (Virgo) |
सोम्बेरो गैलेक्सी के बारे में तथ्य
#सोम्ब्रेरो गैलेक्सी औपचारिक आकाशगंगा समूह का हिस्सा नहीं हो सकता है, लेकिन कन्या क्लस्टर से दूर होने वाली आकाशगंगाओं की एक स्ट्रिंग का सदस्य हो सकता है।
#सोम्ब्रेरो गैलेक्सी के कोर के चारों ओर 2,000 ग्लोबुलर क्लस्टर( तारों का एक ग्रूप) तैरते हैं, और यह संख्या इसके केंद्रीय उभार के आकार से संबंधित होती है, ऐसा वैज्ञानिक मानते हैं।
#सोम्ब्रेरो आकाशगंगा के दिल में एक सेंट्रल सुपरमासिव ब्लैक होल है । ब्लैक होल के पास सतारों के मोशन के अवलोकनों से पता चलता है कि इसमें एक बिलियन सन का द्रव्यमान हो सकता है, शायद ये अबतक का पाया गया आकाशगंगा के दिल में अब तक का सबसे बड़ा ब्लैक होल है।
#सोम्ब्रेरो गैलेक्सी एस्ट्रोनॉमर्स के अध्यन के लिए एक पसंदीदा गैलेक्सी रही है, यदि आपके आस पास घना अंधेरा है तो इसे दूरबीनों के माध्यम से देखा जा सकता है। बड़े दूरबीनों वाले लोग इस आकाशगंगा की धूल की लेन को खोज सकते हैं।
#नासा के हबल स्पेस टेलीस्कॉप और स्पिट्जर स्पेस टेलीस्कॉप का उपयोग दृश्य और अवरक्त प्रकाश (visible and infrared light) में सोम्ब्रेरो का अध्ययन करने के लिए किया गया है। Infrared तरंगो के आधार पर हम इस आकाशगंगा के स्टार फोर्मिंग रीजन को आसानी से देख पाते हैं जो उसके धूल की लेन के बाहरी तरफ मौदूज है।
#यह आकाशगंगा हमें झुकी हुई दिखाई देती है और हम इसका कुछ हिस्सा ही देख पाते हैं, ऐसा इसलिए है क्योंकि धरती से यह इसी तरह के कोण पर दिखती है फिर चाहें आप धरती के किसी भी कौने में क्यों ना हों।
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