प्यार एक ऐसा विषय है जिसके बारे में कहा जाता है कि यह किसी को भी देखते ही पहली नजर में हो जाता है, पहली नजर का प्यार वैसै आकर्षण पर ज्यादा केंद्रित होता है इसलिए उसके आगे बढ़ने की संभावना काफी कम होती है।
हाल में ही एक वैज्ञानिक शोध इस विषय पर भी हुआ, हालांकि यह विषय अपने आप में बहुत ही जटिल है, मेरे विचार में तो इस विषय पर शोध होना एक बेहद दिलचस्प मायने रखता है। देखते हैं आखिर वैज्ञानिक क्या कहते हैं इस रिसर्च के बारे में।
साइंस का मानना है कि प्यार पहली नजर में नहीं बल्कि चौथी नजर में होता है। रिसर्च में यह बात भी सामने आई है कि पहली मुलाकात में कोई किसी को दिल नहीं दे सकता, हो सकता है कि लोग एक-दूसरे के प्रति आकर्षित हो जाएं लेकिन प्यार तब तक नहीं होगा, जब तक वे कई बार नहीं मिल लेंगे।
यह रिसर्च न्यूयॉर्क के हेमिल्टन कॉलेज के वैज्ञानिक रवि थिरुचसेलवम ने अपनी टीम के साथ मिलकर की है। रिसर्च में उन्होंने कई जवान महिलाओं और पुरुषों को शामिल किया है। इसके बाद उन्होंने दोनों को एक-दूसरे की तस्वीरें दिखाई और इस पर उनकी प्रतिक्रिया को नोट किया।
उन्होंने लोगों के दिमाग को वायर के जरिए मॉनिटर से कनेक्ट किया और उनके भावों को जाना। इनमें ज्यादातर को चौथी स्टेज में यानी चौथी बार में फोटो देखने के बाद ज्यादा खुशी हुई। एक ही फोटो को चौथी बार देखने पर ज्यादातर महिला और पुरुषों में आकर्षण के भाव पढ़े गए। इसलिए पहली नजर में प्यार की बात बिल्कुल गलत है।