नमस्कार मित्रों! कैसे हैं आप सब? मित्रों, आज मैं आपको एक अनोखी चीज़ के बारे में बताने जा रहा हूँ, क्योंकि इसके बारे में कोई भी बात नहीं करता है। इसके अलावा, यह विषय बहुत ही महत्वपूर्ण भी है, मित्रों! मैं आज आपको क्वांटम कंप्यूटर (Quantum Computer in Hindi) के बारे में बताने जा रहा हूँ। जी हाँ! क्वांटम कंप्यूटर हालाँकि यह विषय थोड़ा सा जटिल है, परंतु मैं किस लिए हूँ। क्वांटम कंप्यूटर को मैं यहाँ पर बहुत ही आसान तरीके से समझाऊँगा, तो चिंता न करें।
मित्रों, आज हर कोई कंप्यूटर के बारे में जानता ही है। जब से कंप्यूटर की खोज हुई है, तब से इस पर गंभीर रूप से शोध चलता ही जा रहा है। मुझे तो यहाँ तक लगता है कि एक न एक दिन हमारे द्वारा बनाए गए कंप्यूटर हमारे ऊपर ही राज करने वाले हैं।
तो, चलिए मित्रों, क्वांटम कंप्यूटर के इस लेख में आगे बढ़ते हुए, इससे जुड़ी और भी कई सारी बातों को जानते हैं। परंतु मैं यहाँ आपको पहले से बता दूँ कि अगर आपको क्वांटम कंप्यूटर (Quantum Computer in Hindi) समझना है, तो इस लेख को पूर्ण रूप से पढ़ना पड़ेगा।
विषय - सूची
क्वांटम कंप्यूटर क्या है? – What is Quantum Computer in Hindi
मित्रों! जैसा कि मैंने पहले ही ऊपर कहा है, कंप्यूटर से तो आप सभी परिचित जरूर होंगे। इसलिए मैं आपको कह रहा हूँ, अगर आपको क्वांटम कंप्यूटर समझना है तो पहले आपको कंप्यूटर की मूलभूत बातों को जानना ही पड़ेगा। यहाँ पर मैं आशा करता हूँ कि आप कंप्यूटर के बारे में थोड़ा बहुत तो जानते ही होंगे। क्योंकि भाई! यह कंप्यूटर का ही तो युग है।
तो, प्रश्न पर आते हैं, आखिर क्वांटम कंप्यूटर (Quantum Computer in Hindi) क्या होता है? दरअसल, यह एक प्रकार का अत्याधुनिक यंत्र है, जो कि Quantum Physics के आधारों और नियमों पर कार्य करता है। इस यंत्र में इस्तेमाल किए गए कंपोनेंट्स आकार में बहुत ही छोटे होते हैं और इनके भीतर का तापमान भी अंतरिक्ष के तापमान से ठंडा होता है। परंतु दोस्तों, मैं यहाँ आपको और भी बता दूँ कि इतने कम तापमान में किसी भी यंत्र का काम कर पाना अपने आप में ही एक जादू से कम नहीं है।
इसलिए दुनिया के कई नामुमकिन कार्य को भी क्वांटम कंप्यूटर आसानी से हल कर सकता है। ये ऐसे-ऐसे कार्य करने में सक्षम है, जिनको हम अपने कंप्यूटर में करने की भी सोच नहीं सकते। इसकी मदद से बहुत ही कठिन कामों को चंद मिनटों में सफलता पूर्वक कर देगा, जिन्हें आज के जमाने के कंप्यूटर हल करने में कई खरबों साल लगते हैं। जी हाँ! आपने सही सुना, कई खरबों साल।
यहाँ पर मैं आपको बता दूँ कि क्वांटम कंप्यूटर (Quantum Computer in Hindi) स्वास्थ्य, कृषि और विज्ञान में बहुत विकास ला सकता है।
क्वांटम कंप्यूटर कैसे कार्य करता है? – How does Quantum Computer Work?
किसी भी विषय पर गंभीर रूप से तभी पहुँचा जा सकता है जब उसके कार्य करने की प्रणाली को सही रूप से जान लिया जाए। इसलिए मैंने यहाँ पर अति सरल भाषा में क्वांटम कंप्यूटर की कार्य प्रणाली को समझाया है। तो, ध्यानपूर्वक इसे पढ़ते रहें।
हमने जाना ही होगा कि साधारण रूप से कंप्यूटर बाइनरी डिजिट्स के ऊपर कार्य करते हैं। परंतु क्वांटम कंप्यूटर में इससे विपरीत Qubits डिजिट का इस्तेमाल होता है। Qubits डिजिट की बाइनरी डिजिट की भांति कोई स्थिर संरचना नहीं होती। हर एक Qubits डिजिट का अपना ही एक अलग स्थान होता है, जिसे Superposition कहा जाता है।
हालाँकि Qubits को Superposition अनोखा बनाता है, परंतु Qubits की नाजुक संरचना इसकी शक्ति का मूल कारण होती है। इन Qubits के अंदर इतनी मात्रा में ऊर्जा भरी हुई होती है कि इसे कार्यक्षम बनाने के लिए क्वांटम कंप्यूटर (Quantum Computer in Hindi) को Absolute Zero (पूर्ण-शून्य) के तापमान में ठंडा करके रखा जाता है। Qubits में छुपी हुई ऊर्जा इसे पूर्ण रूप से ठंडा होने के बाद भी ज्यादा देर तक कार्यक्षम बनकर रहने नहीं देती है।
इसलिए क्वांटम कंप्यूटर में Programming का काम थोड़ी अलग तरीके से किया जाता है। यहाँ एक प्रोग्राम को खत्म होने के लिए बहुत कम समय मिलता है, क्योंकि Qubits ज्यादा देर तक कार्यक्षम हो कर नहीं रहते। यहाँ मैं आपको और भी बता दूँ की क्वांटम कंप्यूटर में बहुत प्रकार के Logic gates का भी इस्तेमाल होता है।
क्वांटम कंप्यूटर को बनाना क्यों कठिन है? – Why is Quantum Computer so hard to build?
सबसे पहले तो हमें यह समझना होगा कि क्वांटम कंप्यूटर की सबसे बड़ी दुश्मन इसके अंदर इस्तेमाल किया गया Qubits डिजिट है। जी हाँ! Qubits को सही तरीके से नियंत्रण में इस्तेमाल करने के लिए हमें अत्याधुनिक तकनीक और यंत्रों की जरूरत पड़ेगी, जो कि फिलहाल हमारे पास नहीं है। इसके अलावा, पूर्ण-शून्य के तापमान को लंबे समय तक बनाए रखने के लिए भी हम अभी सक्षम नहीं हैं।
तो, मित्रों, इस तरह की बहुत सारी बातें हैं, जो क्वांटम कंप्यूटर (Quantum Computer in Hindi) को सफल होने से रोकती हैं। परंतु मुझे पूर्ण रूप से विश्वास है कि एक न एक दिन यह सच में सफल होगा और हम इसे इस्तेमाल भी कर पाएंगे। वैसे तो आज क्वांटम कंप्यूटर के ऊपर बहुत सारे वैज्ञानिक शोध कर रहे हैं, परंतु यह वक्त ही बताएगा कि उनके शोध कितने कामयाब होते हैं।
हालाँकि मैंने पहले ही कह रखा है कि क्वांटम कंप्यूटर (Quantum Computer in Hindi) को बनाने के लिए हमें काफी मेहनत करनी पड़ती है, परंतु फिर भी IBM ने अपनी कड़ी मेहनत से एकक्वांटम कंप्यूटर को जन्म दिया है।
वैसे तो हमारे जो साधारण कंप्यूटर होते हैं, उनमें आमतौर पर Classical Algorithms का इस्तेमाल किया जाता है। परंतु इसके विपरीत, क्वांटम कंप्यूटर (Quantum Computer in Hindi) में Quantum Algorithms का इस्तेमाल होता है, जो किसी भी Task या Application को चंद सेकंड में खोलकर अपना काम करके आपको निष्कर्ष या Output दे देगा।
यहाँ पर आपको यह लग रहा होगा कि यह सब Algorithms को बनाना बहुत ही आसान और किफायती होगा। परंतु मित्रों, ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। मैं आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि एक, जी हाँ, सिर्फ एक Quantum Algorithm को बनाने के लिए बहुत ही कड़ी मेहनत की जरूरत पड़ती है। इसके साथ-साथ इन Algorithms को बनाने के लिए बहुत ही समय भी लगता है।
AT&T के इंजीनियर Peter Shor ने एक Quantum Factorization Algorithm का निर्माण किया था। यह Algorithm बहुत बड़े-बड़े संख्याओं को Factorizing करके छोटे-छोटे Prime Numbers में परिणत करता है। इसमें ध्यान देने वाली बात यह है कि क्वांटम कंप्यूटर (Quantum Computer in Hindi) ने Quantum Parallelism का इस्तेमाल करके इस प्रकार का अभूतपूर्व काम करने में सक्षम हो पाया है। इसके बाद अगर हम अपने साधारण कंप्यूटर को देखें, तो इस प्रकार के Factorization के काम में वह 10.1 बिलियन साल भी लगा देगा।
क्वांटम कंप्यूटर की रोचक बातें – Quantum Computer Facts in Hindi
1. कंप्यूटर के क्षेत्र में होने वाला है वैप्लविक परिवर्तन
हमारे आज के समय के कंप्यूटर बहुत ज्यादा आधुनिक हो चुके हैं। सरल गणित से लेकर जटिल शोधों के तथ्यों तक हर एक जगह इनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। उदाहरण के लिए आप आज के इंटरनेट को ही ले लीजिए। शायद ही ऐसा कोई काम होगा जो कंप्यूटर और इंटरनेट से नहीं किया जा सकता।
इसीलिए अगर हम हमारे कंप्यूटर को अत्याधुनिक कहें तो यह बात बिल्कुल भी गलत नहीं होगी। आज के कुछ वैज्ञानिक यह अनुमान लगा रहे हैं कि क्वांटम कंप्यूटर (Quantum Computer in Hindi) आज के कंप्यूटर से लाखों गुना ज्यादा शक्तिशाली हो पाएगा।
तो, मित्रों, इस पर आपका क्या राय है? जरूर बताइएगा।
2. Quantum Computing को किसने जन्म दिया था
आज Quantum Computer से जुड़ी हर एक बात हमें IBM की याद दिलाती है, जो कि एक तरीके से लाज़िमी भी है, क्योंकि सर्वप्रथम IBM ने ही तो Quantum Computer को बनाया है। परंतु मित्रों, यह बात सही नहीं है।
अब आप पूछेंगे क्यों सही नहीं है? तो सुनिए, Quantum Computing के बारे में सबसे पहले Richard Feynman ने ही जिक्र किया था। उन्होंने 1982 में ही Quantum Computing की नींव रखी थी। तो, यही सच्चाई है।
3. आज की तकनीक Quantum System से ही प्रेरित है
किसी ने सच ही कहा है कि “Old is Gold”। जी हाँ! यह बात आज आप सच होते हुए देख सकते हैं। तो, किस जगह यह सच हो रहा है? जी! कंप्यूटर के क्षेत्र में 1994 में गणितज्ञ Peter Shor ने Quantum System से जुड़ी गणित को अच्छे तरीके से दुनिया के सामने प्रस्तुत किया था।
यहाँ मैं आपको और भी बता दूँ कि तब से लेकर आज तक वही गणित आज के Encryption की तकनीक में इस्तेमाल हो रहा है। वाकई में आज Quantum System का तकनीक के लिए योगदान अतुलनीय है। मैं चाहूँ तो भी इसकी पूरी तरीके से तारीफ नहीं कर पाऊँगा, क्योंकि इसकी भूमिका आज के कंप्यूटर के लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है और इसकी कार्य प्रणाली आज के कंप्यूटर के लिए बहुत ही प्रेरणादायी है।
4. दुनिया का सबसे पहला क्वांटम कंप्यूटर (Quantum Computer in Hindi) यहाँ बना था
मैंने पहले IBM को सबसे पहली क्वांटम कंप्यूटर (Quantum Computer in Hindi) के जन्मदाता के हिसाब से आपको बताया है, जो कि बिल्कुल सही है, क्योंकि IBM ने ही पूर्ण आधुनिक रूप से आज के अत्याधुनिक Quantum Computer का निर्माण किया था। परंतु दुनिया की सबसे पहली Quantum Computer DARPA ने बनाई थी।
2003 में उन्होंने दुनिया की सबसे पहली Quantum Computer का निर्माण किया था, जिसने न केवल Quantum Computing को विकसित किया बल्कि Secure Connection की भी शुरुआत की।
यह कंप्यूटर आज कई सारी नई-नई तकनीक विकास के लिए जाना जाता है। इसका महत्व हर एक वैज्ञानिक अपने शोधों में महसूस करता है। अगर यह कंप्यूटर आज नहीं होता तो शायद ही हम आज के आधुनिक Quantum Computer को देख पाते।
5. यहाँ आज इस्तेमाल हो रहा है दुनिया का सबसे पहला क्वांटम कंप्यूटर
पहले ही मैंने आपको क्वांटम कंप्यूटर से जुड़ी थोड़ी बहुत इतिहास को बता ही दिया है। इसलिए मैं समझता हूँ कि आप इस बिंदु को आसानी से समझ जाएंगे। दोस्तों! जहाँ Quantum Mechanics के ऊपर काफी सारी शोध चल रही हैं, वहीं दूसरी तरफ एक जगह तो क्वांटम कंप्यूटर (Quantum Computer in Hindi) का इस्तेमाल भी शुरू हो चुका है। जानना चाहते हैं, कहाँ? अगर आपका जवाब हाँ है तो लेख को पढ़ते रहिए।
आज के समय में Qbit, Vancouver में दुनिया का सबसे पहला क्वांटम कंप्यूटर (Quantum Computer in Hindi) किसी एक कारोबार के लिए इस्तेमाल हो रहा है। मैं आपको यहाँ और भी बता दूँ कि इस कंप्यूटर की स्थापना साल 2012 में हुई थी।
यही कंप्यूटर आज दुनिया भर में अपना ही एक नया नाम बना चुका है। कई सारे कठिन काम यह आसानी से कर सकता है। यहाँ मैं आपको और भी बता दूँ कि यह कंप्यूटर हमारे साधारण कंप्यूटर की तुलना में लाखों गुना ज्यादा ताकतवर है।
6. दुनिया का सबसे तगड़ा कंप्यूटर यहाँ है
2024 की शुरुआत तक, Google का Sycamore क्वांटम कंप्यूटर (Quantum Computer in Hindi) सबसे तेज माना जाता था। इसने एक ऐसा काम किया था जिसे एक सामान्य सुपरकंप्यूटर को हजारों साल लगते। लेकिन, क्वांटम कंप्यूटिंग का क्षेत्र बहुत तेजी से बदल रहा है। हो सकता है कि अब कोई और क्वांटम कंप्यूटर Sycamore से भी ज्यादा ताकतवर हो गया हो। IBM और चीन जैसी कंपनियां और देश भी इस क्षेत्र में बहुत तेजी से काम कर रहे हैं।
7. Time Machine बना सकता है Quantum Computer
क्या आपने कभी विज्ञान से जुड़ी फिल्म देखी है? अगर हाँ, तो आपने जरूर Time Machine के बारे में सुना ही होगा। मित्रों! यहाँ पर मैं एक ऐसी गज़ब की बात आपको बताने जा रहा हूँ, जिसे सुनने के बाद आप शायद ही इस पर यकीन कर पाएँ।
Quantum Physics के हिसाब से समय की यात्रा की जा सकती है। जी हाँ! मैं यहाँ समय की यात्रा करने की बात कर रहा हूँ। जब कोई भी कणिका Quantum Level पर होती है तो वह समय में आगे-पीछे जा सकती है।
इसके साथ-साथ यह कणिका Teleport होकर चंद मिनटों में किसी भी जगह पर जा सकती है। वाकई में Quantum Computing की बात ही कुछ अलग है। जितनी इसकी जटिलता है, उससे कहीं ज्यादा इसके बारे में रोचक बातें हैं। मित्रों! मैं तो यह कहता हूँ कि अगर आप भी कभी समय यात्रा करना चाहेंगे तो Quantum Computing के बारे में एक बार जरूर सोचिएगा।
वैसे तो आज के हिसाब से यह अभी संभव नहीं है, परंतु जैसा कि मैंने पहले ही कहा है, आगे क्या होगा वह तो सिर्फ समय ही बता सकता है। हम तो सिर्फ इंतजार ही कर सकते हैं।
8 . भारत सरकार की पहल
भारत सरकार ने क्वांटम टेक्नोलॉजी को राष्ट्रीय प्राथमिकता दी है और इस क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण पहलें की हैं। भारत सरकार ने एक राष्ट्रीय क्वांटम मिशन भी शुरू किया है जिसका उद्देश्य क्वांटम टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में देश को एक वैश्विक नेता बनाने का है। भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) और अन्य सरकारी प्रयोगशालाएं क्वांटम कंप्यूटिंग के मूलभूत सिद्धांतों पर शोध कर रही हैं।
क्या क्वांटम कंप्यूटर कभी सफल हो पाएगा?
आज के इस 21वीं शताब्दी में क्वांटम कंप्यूटर (Quantum Computer in Hindi) को लेकर लोगों में काफी सारी उम्मीदें देखी जा सकती हैं। किसी को जल्दी-जल्दी कार्य करने वाला कंप्यूटर चाहिए, तो किसी को एक ताकतवर कंप्यूटर। हालाँकि यह बात अलग है कि यह कब तक सफल हो पाएगा, परंतु फिर भी लोग इसके लिए अभी से तत्पर और व्याकुल हैं। कई विश्वविद्यालय, कई कंपनियाँ और कई शोध संस्थान इसके ऊपर काफी सारी शोध कर रहे हैं।
वैसे तो यह एक काफी लंबी प्रक्रिया है, परंतु एक न एक दिन यह जरूर सफल होगा, बशर्ते हम कोशिश करते रहें और कभी भी हार न मानें। क्योंकि हार न मानने वाले इंसान को ही हमेशा सफलता मिलती है। इसमें कोई भी दो-राय नहीं है कि Quantum Computing आने वाले समय में कारोबार, विज्ञान और उद्योग के क्षेत्र में एक क्रांति ला देगा।
निष्कर्ष – Conclusion :-
चाहे जो भी कहो, परंतु क्वांटम कंप्यूटर (Quantum Computer in Hindi) में काफी ज्यादा दम है। कई लोग आज इसे ज्यादा महत्व भले ही न दे रहे हों, परंतु एक समय ऐसा आएगा जब यह तकनीक विश्व को एक नई दिशा दिखाएगी। विश्व को भविष्य का एक सुनहरा मार्ग दिखाएगी। वह दिन दूर नहीं जब हर एक घर में यह कंप्यूटर हर एक काम चुटकियों में कर देगा। मुझे तो अभी से ही ऐसा लगता है।
खैर, आज के इस लेख का अंत करने का अब समय आ गया है, परंतु थोड़ी सी देर के बाद। मित्रों, ऊपर मैंने Quantum Computing से जुड़ी बहुत सारी बातें आपके सामने रखी हैं। इसलिए मैं आपसे यह आग्रह करूंगा कि अगर आपको इसके अलावा Qक्वांटम कंप्यूटर (Quantum Computer in Hindi) से जुड़ी कोई बात पता है तो कृपया मुझसे साझा करें।